कोर्स 5 गतिविधि 3 : अपने विचार साझा करें
कोर्स 05
गतिविधि 3 : विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित चुनौतीपूर्ण क्षण - अपने
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कक्षा में सभी
विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण
या मुद्दे क्या होगा और क्यों?
विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए चाहे जितनी भी सामने अवरोध उत्पन्न हो हमें अपने लक्ष्य से भटकना नहीं है
ReplyDeleteKaksha me sabhi vikasatamk lakshyo se sambandhit sikhne ke anubhav pradan krte samay sabse chunauti Purna kshan sabhi bachhon ke baudhik star ko samjh pana avm paryapt avshar pradan kra pane ki hogi.
DeleteSabhi bachche alag -alag parivesh se aate hain sabke sikhane ka star bhi alag -alag hota hai unke sikhane ke star ke anurup gatividhi taiyar karna bahut badi chunauti hai
Deleteविकासात्मक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए चुनौती का सामना करना ही पड़ता है।अंग्रेज़ी की किवदंती है नो रिश्क नो गेम ।और वो रिश्क है बच्चो को अपनी ओर आकर्षित करना।
Deleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण अपने कार्य को अंजाम तक पहुचाने से पूर्व विषय वस्तु में परिवर्तन कर देने से होता है!
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंध सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण यह मुद्दे मेरे अनुसार
Delete1 बच्चों के निमित्त उपस्थिति एवं निरंतरता में कमी 2 बच्चों की रुचि की समझ ना होना 3 देखने के लिए उपयुक्त माहौल की कमी 4 मुद्रण समृद्धि वातावरण की कमी5 विभिन्न आयु स्तर के बच्चे 6अधिकत्तर समय अस्वस्थ रहना
निदान---
1 सभी बच्चों को बोलने के लिए समान अवसर देना 2 गतिविधियों में बच्चों की परस्पर सहभागिता होना 3 स्तर अनुरूप गतिविधियों का चयन 4 गतिविधियों को करते समय पर्याप्त अवसर देना 5 मुद्रण समृदूध वातावरण विकसित करना6 गतिविधि के लिए पर्याप्त सहायक सामग्री
Kaksha mein main Vikas ke mundan mein I chunautiyon ka chunautiyon ka dat kar Samna karna aur aur chunautiyon Ko Samadhan Tak pahuncha na hamara Lakshya hona chahie
ReplyDeleteKaksha me bachchon ke sath sikhane ke sabhi vikasatmak lakshon ko poora karane ki koshish karani hogi
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण पल होगा, सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण | तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना, बच्चों को प्रो-एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग
ReplyDeleteविकासात्मक लक्षयों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतिपूर्ण मुद्दे होंगे -बच्चो की आयु मे अंतर,उनकी रुचियों को समझने मे,उनके लिए उपयुक्त वातावरण बनाने में ।
ReplyDeleteशिक्षक के लिए थोडी चुनौतियाँ हो सकती है।
कक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से सम्बन्धित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौती पूर्ण क्षण बच्चों का रुचि व जिज्ञासा को न समझ पाना होगा।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण पल होगा, सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण | तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना, बच्चों को प्रो-एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग ।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य बच्चों के सीखने में भिन्नता व आयु में अंतर , शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है ।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य बच्चों के सीखने में भिन्नता व आयु में अंतर , शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है
ReplyDeleteसबसे पहले तो हमारे बच्चों के लिए स्कूल, शौचालय होना चाहिए अलग- अलग कक्षा होना चाहिए और शिक्षक होना चाहिए जो हमारे यहाँ नहीं हैं, ऐसे में कुछ और होने का अभी नहीं सोच सकते|
ReplyDeleteBachcho ka alag alag parivesh v sikhane ka estar alag alag hona sabse badi chunauti hai
ReplyDeleteअजीत चौहान
ReplyDeleteबच्चों की रुचि को जानना तथा बच्चों का नियमित स्कूल आना है |
पहले तो हमारे बच्चों के लिए स्कूल, शौचालय होना चाहिए अलग- अलग कक्षा होना चाहिए और शिक्षक होना चाहिए जो हमारे यहाँ नहीं हैं, ऐसे में कुछ और होने का अभी नहीं सोच सकते|कक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण अपने कार्य को अंजाम तक पहुचाने से पूर्व विषय वस्तु में परिवर्तन कर देने से होता है
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चाहे जितनी भी सामने अवरोध उत्पन्न हो हमें अपने लक्ष्य से भटकना नहीं है यह कार्य शिक्षक के लिए थोड़ी चुनौती पूर्ण हो सकती है
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे यह हो सकते हैं कि बच्चे विभिन्न आयु समूह विभिन्न परिवेश तथा विभिन्न वर्गों के होंगे उनके लिए गतिविधियां इन्हीं सब को ध्यान में रखकर बनानी होंगी तथा वातावरण उपयुक्त बनाना पड़ेगा
ReplyDeleteसभी बच्चे activity me dhya de iske liye टीचर के लिए चुनौती होता है,ग्रामीण हो या शहरी।
ReplyDeleteVikasatmak Lakshya ko prapt karne ke liye bacchon ke Umra aur uski Ruchi ko janna hoga
Deleteविकासात्मक लक्ष्यों को हासिल करने,टीचर चूंकि कई स्कूलों में स्टाफ काम,और डाक ,मीटिंग,आदि कई अध्रे काम को भी पूर्ण करने होते है,पर चोट पर रुचि के गतिविधि हो।
ReplyDeleteमोहम्मद फहीम (शिक्षामित्र)
Deleteप्राथमिक विद्यालय शेखाना नगराम, ब्लॉक मोहनलालगंज, जनपद लुछनऊ
विकासात्मक लक्ष्यो से सम्बंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होगा - छात्रों की आयु मे अंतर, उनकी रुचियों को समझने, उनके लिए उपयुक्त माहौल का सृजन करने आदि मे अध्यापको को कहीं न कहीं चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
Thank v. much
कक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जितने भी कठीन परिस्थितियों का सामना करना पड़े हम शिक्षकों को हिम्मत्त नहीं हारना चाहिए बल्कि डटकर प्रयास करना चाहिए ।
ReplyDeleteSahu bachche activity me dhyan Dr iske like teacher keeps liye chunauti hota hai
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्य हासिल करने के लिये अध्यापक का रूचिपूर्ण सोच अतिआवश्यक है।
ReplyDeleteशिक्षक का क्रियाशील होना ही तय करता है कि अपने अनुभव का लाभ बच्चो के साथ किस प्रकार साझा कर पाता है।
ReplyDeleteबच्चों की अनुपस्थिति और निरंतरता में कमी है।
ReplyDeleteमोहम्मद फहीम(शिक्षामित्र)
DeleteP. S. शेखाना नगराम, ब्लॉक मोहनलालगंज,. जनपद लखनऊ(उत्तर प्रदेश)
विकासात्मक लक्ष्यों से सम्बंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होगा- छात्रों की आयु में अंतर, उनकी रुचियों को समझने, उनके लिए उपयुक्त माहौल सृजन करने आदि मे अध्यापकों को कहीं न कहीं चुनौती का सामना कर पड़ सकता है।
धन्यवाद
सभी बच्चों को समान अवसर देना
ReplyDeleteसबसे बड़ी समस्या हमारे छत्तीसगढ़ में यह है, कि स्कूलों भवनों की स्थिति शौचालय व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति। इसके बाद शिक्षकों की संख्या प्राथमिक शाला में 5 कक्षाओं में 2 शिक्षक जिससे सभी कक्षाओं को शिक्षक पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। और बहुत समय कई प्रकार के डाक बनाने आदि में बीत जाती है। इन सब कारणों से थोड़ा यह कार्य बहुत चुनौतियों भरा होगा।
ReplyDeleteVikasatam laksh ko prapat karne ke lie bachcho ko gatividhi aadhaarit shiksha pradaan karna aavashyak hai or bachcho ko adhik adhik avasar mile
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय आने वाली चुनौतियों का सामना बड़ी धैर्यतापूर्वक के साथ करना चाहिए क्योंकि इसके लिए एक नहीं कई चुनौतियां का सामना करना पड़ता हैं।बच्चों के सीखने की गति में अंतर, आयु में अंतर,घर के परिवेश में अंतर वगैरा-वगैरा।।
ReplyDeleteपर हमें तनिक भी विचलित होने की आवश्यकता नहीं हैं।पूरे जोशोखरोश के साथ आगे बढ़ते रहना हैं।कामयाबी अवश्य मिलेगी।
Bachcho ki ruchi aur unke sikhne ke star ko samajhna aavashyak hai.
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने में बच्चों की रूचि एवम् उनके अनुभवो की जानकारी लेने उअर गतिविधि बनाने में बहुत विचार कर ही उनके विकाश के लक्ष्यों को प्राप्त क्र सकते है।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय गतिविधियों का निर्माण व सुचारू रुप से संचालन ही चुनौतियों के क्षण होंगे।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित अनुभव प्रदान करने के लिए विविधता की समस्या आती है।
ReplyDeleteVikasatmk karyo ko karne me badhayen aati hai lekin students logo se judker yah kam aasani se ho jata hai
ReplyDeleteStudent se shj sambandh hi Vikasatmk karya ko srlta prdan krta hai
बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण | तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना । चुनौती भरा होता है।
ReplyDeleteबच्चों के सीखने की गति में अंतर, आयु में अंतर,घर के परिवेश में अंतर वगैरा-वगैरा।।
ReplyDeleteपर हमें तनिक भी विचलित होने की आवश्यकता नहीं हैं।पूरे जोशोखरोश के साथ आगे बढ़ते रहना हैं।कामयाबी अवश्य मिलेगी।
विकासात्मक लक्ष्यो से संबंधित सीखने के अनुभवो को प्रदान करते समय कई चुनौतियो का सामना करना पड़ सकता है जैसे बच्चो की रूचि , सीखने की गति मे अंतर आदि
ReplyDeleteस्कूलों भवनों की स्थिति शौचालय व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति। इसके बाद शिक्षकों की संख्या प्राथमिक शाला में 5 कक्षाओं में 2 शिक्षक जिससे सभी कक्षाओं को शिक्षक पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। और बहुत समय कई प्रकार के डाक बनाने आदि में बीत जाती है। इन सब कारणों से थोड़ा यह कार्य बहुत चुनौतियों भरा होगा।
ReplyDeleteTo get developmental goals pre designed steps are essentially important along with teacher's dedication and parental support
ReplyDeleteबच्चो की आयु व उनके घर के परिवेश व सिखने के समय में भिन्नता।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्षयों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतिपूर्ण मुद्दे होंगे -बच्चो की आयु मे अंतर,उनकी रुचियों को समझने मे,उनके लिए उपयुक्त वातावरण बनाने में
ReplyDeleteशिक्षक के लिए थोडी चुनौतियाँ हो सकती है।
विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण/मुद्दे होगा सभी बच्चों को गतिविधि मे संलग्न रखना,सभी को गतिविधि करके सीखने का समान अवसर व समय प्रदान करना ।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़कर ध्यान आकर्षित करना तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर का समय मिलना ,बच्चों को प्रो एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग करना ।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे यह हो सकते हैं कि बच्चे विभिन्न आयु समूह विभिन्न परिवेश तथा विभिन्न वर्गों के होंगे उनके लिए गतिविधियां इन्हीं सब को ध्यान में रखकर बनानी होंगी तथा वातावरण उपयुक्त बनाना पड़ेगा
ReplyDeleteनाम-श्री खुशहाली सोनी
संकुल-खजुरी
प्रा.शा.ढाबाडीह
विकासात्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चाहे जितने भी सामने आ रोग उत्पन्न हैं हमें अपने लक्ष्य से भटकना नहीं है यह कार्य शिक्षक के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है बच्चों के सीखने में भिन्नता व आयु में अंतर शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
ReplyDeleteVikashatmak laksya practice karne me aj sabse badha covid hai , is Sankranti ke दौर me niymit shala sanchalan , bachchho ki niymit upshiti bachchho ki ruchi apne lakshya prapti hetu nirantrta banaye ralhna
ReplyDeleteBachcho ko unke parivesh se vastuo ko jodkar sikhae
ReplyDeleteBacho ko unke parivesh se vastuo ko jodkar sikhae
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण पल होगा, सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना, बच्चों को प्रो-एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग ।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से सम्बन्धित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे महत्वपूर्ण पल यह होता है कि सभी बच्चों की सहभागिता के साथ गतिविधि से जुड़ाव है या नहीं ध्यान केन्द्रित है या नहीं। तभी हम बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए जो गतिविधि कर रहे होते हैं, उसका सार्थक परिणाम बच्चों को प्राप्त होगा ।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों को सीखते समय सबसे बड़ी चुनौती मुझे लगती है कि जिन बच्चों पर हमको ज्यादा कार्य करना है वह बच्चे नियमित विद्यालय नहीं आ पाते हैं तो इस चुनौती को दूर करने के लिए हमें अलग प्रयास करना होगा जिससे यह समस्या दूर हो सके।
ReplyDeleteबच्चो के सीखने के गति में अंतर,आयु में अंतर और नियमित उपस्थिति के अभाव आदि
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों का ध्यान रखना ।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से सम्बंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे हो सकते हैं÷
ReplyDelete1/बच्चों की आयु में अंतर
2/अच्छा स्थान की सुलभता
3/स्वास्थ्य की सुरक्षा
4/रुचिकर गतिविधि का निर्धारण करना।
दादू सिंह तोमर
प्रा शा जोगीसार
वि खंड गौरेला(GPM)
कक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होता है बच्चों का ध्यान आकर्षित करना, उनको मानसिक रूप से गतिविधि मे लगाए रखना, इस बात का ध्यान रखना कि उन्हे उबाऊपन महसूस ना हो मजा आए।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हमें समुदाय के साथ मिलकर काम करना होगा।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से सम्बंधित सीखने के अनुभवों को प्रदान करते समय चुनौती पूर्ण क्षण में सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण व सभी बच्चों को गतिविधि में करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना बच्चों को प्रो-एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग ।
ReplyDeleteबच्चों को उनके परिवेश के अनुसार सिखाएं
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों को हासिल करने के सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य _ बच्चों के लिए अलग-अलग कक्षा व हर कक्षा के लिए एक- एक शिक्षक होना चाहिए तथा शाला भवन ठीक ठाक हो सभी खिड़की दरवाजे खुलने बंद होने वाले हों ताकि जो भी सामान उपलब्ध कराते हैं वे उचित स्थान पर व्यवस्थित हो।
ReplyDeleteVikasatmak lakshyo ko prapt karne ke liye anek chunouti Hai jise swikar karte huye Bacchon k watawarn aur star ke anusar prayas karte huye aage badna chahiye
ReplyDeleteBachcho ke upyog ki Jane Wali vastuye unke pahuch me hona chahiye . Activities ke liye suwidhajanak sthan ho
Deleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय आने वाली चुनौतियों का सामना बड़ी धैर्यतापूर्वक के साथ करना चाहिए क्योंकि इसके लिए एक नहीं कई चुनौतियां का सामना करना पड़ता हैं।बच्चों के सीखने की गति में अंतर, आयु में अंतर,घर के परिवेश में अंतर वगैरा-वगैरा।।
ReplyDeleteपर हमें तनिक भी विचलित होने की आवश्यकता नहीं हैं।पूरे जोशोखरोश के साथ आगे बढ़ते रहना हैं।कामयाबी अवश्य मिलेगी।
Sharad Kumar Soni
PS Mahora
Block-Baikunthpur
विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं ऐसा न सोचकर सफलता अवश्य प्राप्त होगी ये सोचना है और मार्ग में आने वाले सभी बाधाओं को दूर करने के लिए प्रयास करने चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों की नियमित उपस्थित होना चाहिए एवं शाला में पर्याप्त स्टॉप न होना । विकासात्मक लक्ष्यों को हासिल करने में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं।
ReplyDeleteहमें काफी धैर्य से इन लक्ष्यो तक पहुंचना होगा |
ReplyDeleteसभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना, ध्यानाकर्षण | तथा सभी को गतिविधि करके सीखने का बराबर अवसर व समय मिलना, बच्चों को प्रो-एक्टिव तरीके से सहभागिता लेने में सहयोग
DeleteBacchon ke liye vibhinn prakar ke gyanvardhak Chitra poster lagakar bacchon dwara nirmit Bal painting Ka upyog karke
ReplyDeleteधेर्यता को बनाए रखने में
ReplyDeleteसभी बच्चों को पर्याप्त समय देकर सीखाना,
ReplyDeleteउनके साथ सहभागी होना,
उनकी गलतितो और सीखने के चरणो का अवलोकन करना ,
मित्रवत व्यवहार के साथ बने रहना ।
विकासात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ,बच्चों की समझ के स्तर को ध्यान में रखते हुए,गतिविधियों में बदलाव करना चाहिए ।धन्यवाद
ReplyDeleteसभी बच्चों को पर्याप्त समय दे पाना,बच्चों के स्तर को समझ पाना ,गतिविधि में सहज सहभागिता चुनौतिपूर्ण होगा।
ReplyDeleteबच्चों का, भिन्न-भिन्न व्यवहार रुचि जिज्ञासा होता है, हमें सभी को विकासत्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, डरना नहीं चाहिए भटकना नहीं चाहिए दृढ़ निश्चय से से लेते हुए, उनके जिज्ञासा का सम्मान करते हुए उनके अनुरूप कार्य योजना तैयार कर ग्रुप ग्रुप बनाकर उनकी आयु के अनुकूल रुचि के अनुकूल शिक्षण व्यवस्था का वातावरण तैयार करना चाहिए जोकि बच्चे खेल का आनंद लेते हुए शिक्षा का आसानी से विकास का लक्ष्य को प्राप्त कर सके l भय रहित नहीं l
ReplyDeleteसभी बच्चों को बोलने का अवसर दे, ताकि बच्चा अपने अनुभव को और कक्षा मे बिना भय के विषय बिंदु पर बोल सके
ReplyDeleteVikasatmak lakshy pane k liye sabhi bachcho ko sabhi vargo ko sikhana chunauti hoga
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण अपने कार्य को अंजाम तक पहुचाने से पूर्व विषय वस्तु बच्चों का, भिन्न-भिन्न व्यवहार रुचि जिज्ञासा होता है, हमें सभी को विकासत्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, डरना नहीं चाहिए भटकना नहीं चाहिए दृढ़ निश्चय से से लेते हुए, उनके जिज्ञासा का सम्मान करते हुए उनके अनुरूप कार्य योजना तैयार कर ग्रुप ग्रुप बनाकर उनकी आयु के अनुकूल रुचि के अनुकूल शिक्षण व्यवस्था का वातावरण तैयार करना चाहिए परिवर्तन कर देने से होता है!
ReplyDeleteअलग अलग परिवेश एवम् सामाजिक एवम् आर्थिक दृष्टि से भिन्न माहौल से आये बच्चों को एक समान एक साथ सिखाना .तालमेल बिठाने में कठिनाइ रहती है
ReplyDeleteबच्चों का स्तर और पारिवारिक परिवेश भी एक चुनौती होती है।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए धैर्य और सतत अभ्यास की आवश्यकता होती है।
ReplyDeleteबच्चे का अस्वस्थ होना,घरेलू तनाव ,माँ बाप के द्वारा बच्चे के किसी इच्छा को पूर्ण न करने से बच्चा सक्रिय नहीं होगा सीखने के प्रति ,जिससे विकासात्मक लक्ष्य प्राप्ति में बाधा होगी।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण अपने कार्य को अंजाम तक पहुचाने से पूर्व विषय वस्तु में परिवर्तन कर देने से होता है।
ReplyDeleteचुनौतीपूर्ण पल होता है सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़ना सभी का ध्यानाकर्षण बच्चों की रुचियों को समझना।
ReplyDeleteबच्चों की नियमित उपस्थिति और उनकी रुचि को जानना आवश्यक है।
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गतिविधि सबसे अच्छा तरीका है जिससे बच्चे बहुत सारे कौशल एक साथ सीख सकते हैं।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण या मुद्दे यह होगा कि कार्य को अंजाम तक पहुचाने से पूर्व विषय वस्तु बच्चों का, भिन्न-भिन्न व्यवहार रुचि जिज्ञासा होता है, हमें सभी को विकासत्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, डरना नहीं चाहिए भटकना नहीं चाहिए दृढ़ निश्चय से से लेते हुए, उनके जिज्ञासा का सम्मान करते हुए उनके अनुरूप कार्य योजना तैयार कर ग्रुप बनाकर उनकी आयु के अनुकूल रुचि के अनुकूल शिक्षण व्यवस्था का वातावरण तैयार करना चाहिए ।
ReplyDeleteबच्चे भयमुक्त, आनंद के माहौल में जब नियमित शाला आते है तभी सीखते हैं। बच्चों को गतिविधियों के द्वारा सिखाने के लिए शिक्षकों को भी तैयारी करनी होगी और चिंतन भी।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्षण को प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है-
ReplyDelete"बच्चों की रुचि एवं मानसिक संतुलन" |
बच्चे मानसिक रूप से यदि किसी विषय के प्रति तैयार नहीं होंगे तो उनके सीखने की रफ्तार उतनी ही धीमी होती है|
अतः बच्चों को पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत करना सबसे महत्वपूर्ण है जिससे वह विकास की ओर से मन: स्थिति के साथ बढ़ सके|
विकासात्मक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए चुनौती का सामना करना ही पड़ता है।अंग्रेज़ी की किवदंती है नो रिश्क नो गेम ।और वो रिश्क है बच्चो को अपनी ओर आकर्षित करना।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्य से सम्बंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण या मुद्दे विभिन्न कौशलों बारे में जानकारी जुटाने और संरक्षित और नियोजित तरीके से गतिविधियों के माध्यम से सभी बच्चों को गतिविधि से जोड़कर सीखने के बराबर अवसर प्रदान करना।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य बच्चों के सीखने में भिन्नता व आयु में अंतर , शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता हैl
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे होंगे - बच्चों की बौद्धिक स्थिति क्योंकि कुछ बच्चे चीजों को जल्दी सीख जाते है वही कुछ को समझने में थोड़ा ज्यादा समय लगता हैं और कुछ ऐसे भी होते हैं जो बिल्कुल प्रतिक्रिया नहीं देते।ऐसे में 100% रिजल्ट हम नही प्राप्त कर पाते।
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंध सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण यह मुद्दे मेरे अनुसार
ReplyDelete(1 ) बच्चों के निमित्त उपस्थिति एवं निरंतरता में कमी
(2 ) बच्चों की रुचि की समझ ना होना
(3 ) देखने के लिए उपयुक्त माहौल की कमी
( 4) मुद्रण समृद्धि वातावरण की कमी
(5 ) विभिन्न आयु स्तर के बच्चे
(6) अधिकत्तर समय अस्वस्थ रहना
*निदान*---
(1) सभी बच्चों को बोलने के लिए समान अवसर देना
(2) गतिविधियों में बच्चों की परस्पर सहभागिता होना
(3) स्तर अनुरूप गतिविधियों का चयन
(4) गतिविधियों को करते समय पर्याप्त अवसर देना
(5) मुद्रण समृदूध वातावरण विकसित करना
(6) गतिविधि के लिए पर्याप्त सहायक सामग्री
Ok
ReplyDeleteविकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे यह हो सकते हैं कि बच्चे विभिन्न आयु समूह विभिन्न परिवेश तथा विभिन्न वर्गों के होंगे उनके लिए गतिविधियां इन्हीं सब को ध्यान में रखकर बनानी होंगी तथा वातावरण उपयुक्त बनाना पड़ेगा
ReplyDeleteसभी बच्चों को बोलने का समान अवसर प्रदान करना। सभी को गतिविधियों में शामिल करना। कमजोर बच्चों को गतिविधियों में शामिल कर उन्हें समान रूप से बात करने का अवसर प्रदान करना।
ReplyDeleteबच्चों की नियमित उपस्थिति, गतिविधियां, से बच्चे अच्छी तरह से सीख सकते हैं
ReplyDeleteKaksha Mein vikasatmak lakshyon ko purn karne mein Sabse Badi chunauti hoti hai bacchon ki nirantar upsthiti aur bacchon ki aayu ka star Kyunki Sabhi varg ke bacchon mein sikhane ko Is Tarah alag hota hai yah sab chunautiyon ko Samna karna padta hai
ReplyDeleteकक्षा में सभी विकासात्मक लक्ष्यों से संबंधित सीखने के अनुभव प्रदान करते समय सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य बच्चों के सीखने में भिन्नता व आयु में अंतर , शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है
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