मॉड्यूल 15
गतिविधि 5 : प्रारंभिक संख्यात्मकता के
प्रगमन / प्रोग्रेशन के लिए
गतिविधियाँ
पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-1 (3 से 4 साल के बच्चों) और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-2 (4 से 5 साल के बच्चों) के लिए साक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित कम से कम एक गतिविधि बनाएँ और साझा करें।
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
हम अपनी कक्षा में बच्चों की मातभाषा के साथ हिदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी कविता का पठन प्रारंभ करेंगे
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
Delete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
मै स्लाइड प्रोजेक्टर जो स्वयं designed किया है,पेटेंट ऑफिस से रजिस्ट्रेशन भी है,द्वारा स्लाइड दिखाऊंगा ये colour ful भी होता है।
ReplyDeleteश्रीमान ये स्लाइड प्रोजेक्टर सारे schools में उपलब्ध हो सकता है,स्लाइड्स भी आसानी से तैयार किया जा सकता है।
विद्यानंद कमड़े
vnkamde.20@gmail.com
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों कि भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
Deleteबच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे
ReplyDeleteChote chote prayog karke dikhana
ReplyDeleteउनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं l
ReplyDelete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteहम अपनी कक्षा में बच्चों की मातभाषा के साथ हिदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी कविता का पठन प्रारंभ करेंगे
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।
Delete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवम् छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDelete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे
ReplyDeleteहम अपने स्कूल मे बच्चों को भाषा के साथ साथ हिंदी भाषा और 3से 4वर्ष के बच्चो को मोटर गाड़ी गतिविधि और 4se5 वर्ष के बच्चों को भाषा गिनना सीखने की गतिविधि शिखायेंगे
ReplyDeleteबच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे
ReplyDeleteBacchon ko school mein apni matrabhasha ke sath school mein dikhai jaane wali Hindi bhasha ka upyog Kiya Jana chahie
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteकविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
Bachchon ki matribhasha ke sath vidyalayon me padhai janewali bhasha ke sath antarsambandh sthapit karte huye adhyan adhyapan karwana, Kawitayen sunwana kahaniya sunwana Ginti sikhane ki gatividhi Bachchon ko 1se10tak Ginti sikhane ke liye
ReplyDeleteSamagri_kard,Tiliya,Knkad,Ginti chart Shyampatt
Gatividhi_Bachchon ko golakar aakriti me bithana
Unse kuchh prashna karna
Jaise_Aapkekitne nak hai?
Aapke kitne kan hai?
Kitne hath hai?
Bayen hath me kitni ungliya hai?
Dayen hath me kitni ungliya hai?
Eske bad AK kawita ka wachan karenge
Ak do teen char
Bachche bano hoshiyar
Panch chhah sat aath
Yad karenge pura path
Eske aage naw aur das
Puri ho gayi ginti bas.
Kawita me aane wale ankon ko kard me dikhana,apne pas rakhi tiliyon,kankadon ko ginne ke liye kahna aadi.
Rajesh Kumar Dinkar
Assistant teacher
st.new Boys aashram school Arsiya
Sankul_ Morga
Wikas khand_Pondi uprora
District_Koba
Chhattisgarh
बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जानेवाली भाषा के साथ अन्तर सम्बंध स्थापित करते हुए अद्ययन अद्यापन करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों में स्थानीय बोली में समझाते हुए पुस्तकीय भाषा की or ले जाने का प्रयास करेंगे।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
उनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं l(kk siware)
ReplyDeleteबच्चों को खेल के माध्यम से जोड़ने की अवधारणा बता सकते हैं जैसे एक बच्चे को पहले दो चॉकलेट दिए फिर दुबारा दो चॉकलेट दिए अब उससे पूछे की पहले कितने चॉकलेट थे और अब कितने चॉकलेट है इसी तरह घटाने की अवधारणा भी स्पष्ट की जा सकती हैं। ममता झा, छान्टा झा, बम्हनी संकुल
ReplyDeleteहम बच्चों में साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए उनकी मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का समावेश कर इस प्रकार की गतिविधि का निर्माण करेंगे जो बच्चों के लिए रुचिकर हो जैसे कहानी कविता। संख्यात्मक विकास के लिए हम दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं का प्रयोग कर किसी भी अवधारणा में उनकी समझ विकसित करेंगे। जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो।
DeletePritan kumar Xess,साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteकविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDelete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDelete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteसाक्षरता एवम संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि :
ReplyDelete1. बच्चों को खेल - खेल में संख्याओं से अवगत कराना ।
2. बच्चों को एक पंक्ति में खड़े करके गिनती करवाना तथा अपनी संख्या याद रखने को कहना ।
3. प्रत्येक बच्चे से अपनी संख्या पूछना ।
4. उनकी संख्या के आधार पर बच्चों को समूह में बांटना ।
5. दो समूहों को आपस में मिलाकर पूछना कि अब कुल कितने बच्चे हैं, (4+4=8), इस प्रकार संख्याओं का जोड़ की अवधारणा विकसित करना ।
6. पूरे समूह (58 बच्चे) में से 8 घटाने पर कौन सी संख्या प्राप्त होती है ?
(58 - 8 =50) इस प्रकार घटाव की संक्रियाओं को विकसित किया जा सकता है ।
सन्तोष टोप्पो
Govt. MS. Diwanpur
मातृभाषा व स्थानीय स्तर की भाषा में हिन्दी भाषा के साथ गीत कविता कहानी के माध्यम से 1 से 10 तक गिनती सिखायेगे कविता का सस्वर वाचन करेंगे 👉🏿आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे,
ReplyDeleteबोल मेरे भालू एक ,तुम्हे मिलेगा केक ।
थोड़ा तुम खाना, थोड़ा हम खाएंगे ,,,
आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे,
बोल मेरे भालू दो , तुम्हे मिलेगा ढोल ,
थोड़ा तुम बजाना थोड़ा हम बजाएंगे
आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे
बोल मेरे भालू तीन तुम्हे मिलेगा बीन
थोड़ा तुम बजाना थोड़ा हम बजाएगा
आओ हम भालू को गिनती सिखाएगे
बोल मेरे भालू चार तुम्हे मिलेगा कार
थोड़ा तुम चलाना थोड़ा हम चलाएगा ,,
(इस कविता को पूरा करेगे और गिनती सिखाएगे )
आफिजा मलिक प्राथमिक शाला नवाटोला लोहारी से
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा(3से4साल)के बच्चोंके लिए कविता के माध्यम से गतिविधि। हाथी आया झूम के। धरती मां को चूम के।। आंखें इसकी छोटी हैं। टांगें इसकी मोटी हैं। । पेड़-पौधे खाती है।। .. लंबी पूंछ हिलाती है।।। इस कविता के माध्यम से हम बच्चों को तुकांत शब्द,ह ध्वनि से प्रारंभ होने वाले शब्दों जैसे-हल,हवा,हलवाई, हल्दी, हलवा आदि, विभिन्न शब्दों में ध्वनि की पहचान जैसे-हाथी के शुरू मे कौन सी ध्वनि हैं,इसके अलावा छोटी-बड़ी,मोटा-पतला, विभिन्न जंगली जानवरों के नाम, उनके भोजन आदि के बारे में बच्चों से पूछकर जानंकारी करा सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चों को पूर्व प्राथमिक शाला में गीत कहानियां चुटकुले रोचक खेल संख्याओं को कहानियों या गीतों के माध्यम से सिखाना यह गतिविधियां पूर्व प्राथमिक शाला में कराया जा सकता है
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
Hm apni sanstha me bachcho ki bhasha ke sath hindi bhasha ka prayog karte huye,story poem, aur short stories se bachcho se pathan kar prarambh karenge
ReplyDeleteसाक्षरता और संख्यात्मक विकास के लिए सभी विषयोन्की समानता,भिन्नता ध्यान मे लेकर कृती युक्त नियोजन करेंगे l
ReplyDeleteHm apni shala me saksharta avam sankhyatkmak vikas k liye sabhi vishyo ki samanta avam bhinnata ka niyojan krenge
ReplyDeleteबच्चो को कंकड़ पत्थर व ठोस वस्तुओ की माध्यम से गतिविधि करा कर
ReplyDeleteHam apni Shala ke bacchon ki matrabhasha aur Hindi bhasha ka prayog karte hue Hindi aur English ki padhaai Karate hai
ReplyDeleteमैं अपनी साला के बच्चों के साथ कहानी कविता एवं खेल के माध्यम से उनकी स्थानीय भाषा को मातृभाषा में संबोधित करते हुए शिक्षण कार्य कर सकते हैं गणित की समझ के लिए कंकड़ कंचन पत्ते आदि के माध्यम से संख्या बोध की समाझ विकसित कर सकते हैं
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को वनक परिवेश को ध्यान में रखकर हमे गतिविधि कराया जाना होगा
ReplyDeleteजैसे --बच्चे जब छोटे होते है तब अपने म की गोद मे रहते हुई उनके चूड़ियों से खेलते है जिससे उनको रंगों का कुछ ज्ञान हो जाता है आकृतिज ज्ञान गिनती आदि की जानकारी हो जाता हैं बस उसे उनके साथ उनके जैसे बनकर सीखना होगा
छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है।
ReplyDeleteबच्चों को खेल के माध्यम से जोड़ने की अवधारणा बता सकते हैं जैसे एक बच्चे को पहले दो चॉकलेट दिए फिर दुबारा दो चॉकलेट दिए अब उससे पूछे की पहले कितने चॉकलेट थे और अब कितने चॉकलेट है इसी तरह घटाने की अवधारणा भी स्पष्ट की जा सकती हैं।
ReplyDeleteClass me sthaniy boli ke sath Hindi bhasha ka upyog karke chitra ke madhyam SE Kavita Kahani batana prarambh karenge
ReplyDeleteहम कक्षा में अध्यापन कराते समय भाषा पर विशेष ध्यान देते है क्यों बाख को हम अपनी स्तर लैबल की भाषा का प्रयोग करेंगे तो बच्चे उबाऊ महसुस करेगा अतः हम बच्चों की समझने की स्तर का ही हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे जिससे बच्चे असानी से समझ कर सिख सके।
ReplyDeleteउनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं।
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गकचाहूँगगी।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि चाहूँगी
1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गकचाहूँगगी।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि चाहूँगी
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे
ReplyDeleteइन बच्चों की संख्यात्मक विकास के लिए हम उनके परिवार से ही पूछ सकते हैं कि, परिवार में कितने लोग हैं, बड़े कितने हैं, बच्चे कितने हैं, तुम्हारे कितने हाथ,पैर, अंगुलियाँ कितनी हैं आदि से संख्यात्मक विकास की शुरुआत कर सकते हैं.
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानियों का प्रयोग करते हुए बच्चों के साथ पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteChildren should be taught in mother language and other languages in very simple way that they can understand very easily
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की मात्रभाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करेंगे और कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से एक्शन के माध्यम से सुनाकर व बच्चों से भी एक्शन करवाकर कविता व कहानी सुनेंगे ।
ReplyDelete
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त सामग्री द्वारा समझाया।
हम अपनी संस्था में बच्चों की मात्रभाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करेंगे और कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से एक्शन के माध्यम से सुनाकर व बच्चों से भी एक्शन करवाकर कविता व कहानी सुनेंगे ।
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त सामग्री द्वारा समझाया।
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteकविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे
खुशहाली सोनी
बलौदाबाजार
कंचे,कंकड़ ,गोटियो व तिलियो का उपयोग करके गणित की अवधारणओं को खेल खेल में समझा सकते है
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा में बच्चों को कहानी के माध्यम से गतिविधियां कराना एवं खेल-खेल से शिक्षा आरंभ कर सकते है। बच्चे रूचि ले कर हर गतिविधि में भाग ले सकें।(Ng)
ReplyDeleteबच्चों में स्थानीय बोली में समझाते हुए पुस्तकीय भाषा की or ले जाने का प्रयास करेंगे।
ReplyDeleteHam Vidyalay mein bacchon ko Unki matrabhasha ke sath Kavita kahani e padhakar acche se a Samjha sakte hain
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों कि भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
3 से 4 साल के बच्चों को कविता, कहानी, खेल खेल के माध्यम से उनकी मातृ भाषा का उपयोग कर।4 से 5 साल के बच्चों को कार्ड, कंकड़, कंचा, बीज, पत्ती आदि के माध्यम संख्यात्मक विकास कर सकते है।
ReplyDeleteचित्र कार्ड के मध्यम से रंग, आकार, वर्गीकरण, संख्या, ध्वनि, भाषा आदि पूर्ण प्राथमिक के बच्चो का साक्षरता विकास करा सकते हैं।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक पूर्व प्राथमिक एक और पूर्व प्राथमिक दो के लिए क्षेत्रीय भाषा और हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी रंगीन चित्रों के माध्यम से बताएंगे और उसी के सहायता से संख्यात्मक जानकारी भी देंगे इसे भाषा और संख्या दोनों का ज्ञान हो सके प्रकृति से प्रदत वस्तुओं का परिचय भी कराएंगे और परिचय करा कर के उसे गिनना सिखाएंगे और उस वस्तुओं के बारे में परिचय कराएंगे कि यह क्या है यह कैसा है और यह किस चीज से बना हुआ है।
ReplyDeleteबच्चों को खेल-खेल में नाटक नाटक कराएंगे और नाटक से उसे सिखाने की प्रयास करेंगे।
Teaching them in a nice manner with a good intent.
ReplyDeleteइन्द्र सिंह चन्द्रा , उच्च वर्ग शिक्षक , शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला काशीगढ़ , विकास खण्ड-जैजैपुर , जिला - जांजगीर-चांपा , (छ.ग.)
ReplyDeleteसाक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित गतिविधि-:
बच्चों में 1 से 10 तक गिनती सीखने की समझ।
सामग्री- कार्ड , तिलियां , कंकड़, गिनती चार्ट , गिनतारा , श्यामपट्ट इत्यादि।
गतिविधि-बच्चों को समूह बनाकर गोलाकार आकृति में बिठाएंगे फिर उसे गतिविधि हेतु सामग्री प्रदान करेंगे। उनसे कुछ प्रश्न करेंगे जैसे- आपके हाथ में कितनी उंगलियां है? आपके कितने कान हैं ? कितनी आंखें हैं? इस प्रकार के प्रश्न करने के उपरांत उपलब्ध सामग्री से बच्चों को स्वत: गिनने का अवसर प्रदान करेंगे। स्वत: करके सीखने से प्राप्त ज्ञान मस्तिष्क में स्थायित्व होता है। तत्पश्चात संख्या से संबंधित एक कविता वाचन कर बच्चों में रुचि जागृत करेंगे।
कविता -
एक बड़े राजा की बेटी,
दो दिन से बीमार पड़ी,
तीन संतरे दौड़े आई,
चार दवा की पुड़िया लाई,
पांच मिनट में गरम कराई,
छ: छ: मिनट बाद पिलाई,
सात मिनट में आंखें खोली
आठ मिनट में दौड़े आई,
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस।
साक्षरता और संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि -
ReplyDeleteबच्चों को गोलाकार में बिठाकर उनसे कुछ प्रश्न करेंगे ।
जैसे- आपके कितने कान हैं, आपके हाथ में कितनी उंगलियां है।
फिर कविता शुरू करेंगे।एक,एकम एक, खड़े-खड़े देख ।
एक दूने दो , कांवड़ को बो ।
एक तिया तीन,बजाओ बीन ।
एक चौके चार,बनो होशियार।
एक पंजे पांच, पीओ गरम-गरम छाच।
एक छक्के छः , शुरू करो पढ़ाई बज गई छः ।
एक सत्ते सात ,खाओ दाल -भात ।
एक अट्ठे आठ , रस्सी में बन गई गांठ ।एक दहाम दस,पूरी हो गई गिनती बस । कविता में आने वाले अंक को
अंक कार्ड द्वारा बारी -बारी से बच्चों को
दिखाया जायेगा । बच्चे कार्ड देखकर अपने पास रखे कंकड़, पत्थर , इमली के बीज को गिनेंगे । गिनने के बाद कार्ड देखकर श्यामपट्ट पर अंक लिखने का प्रयास करेंगे इस तरह इस गतिविधि को करने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया जाएगा ।
बच्चों को उनके स्थानीय भाषा-बोली में संख्यात्मक ज्ञान ताली बजाकर कराया जा सकता है। जैसे एक ताली बजाकर राम, दो ताली बजाकर राम राम, तीन ताली बजाकर राम राम राम।
ReplyDeleteबच्चों से वहां के सब बच्चों का नाम पूछे व सब नामों को दोहराते जाएं,,अब उन नामों में ज्यादातर घर पर बोले जाने वाले नाम होंगे और कुछ वास्तविक नाम होंगे,,बच्चों को मजा आएगा ये सुनकर कि उनके दो तीन नाम है, नाम से संबंधित और कुछ खेल भी किया जा सकता है |
ReplyDeleteपूर्व-प्राथमिक शिक्षा-1 (3 से 4 साल के बच्चों) और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-2 (4 से 5 साल के बच्चों) के लिए साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए बच्चे कार्ड देखकर अपने पास रखे कंकड़, पत्थर , इमली के बीज को गिनेंगे ।
ReplyDelete1.Purv Prathmik Shiksha Saksharta Vikas ke liye bacchon ki matrabhasha ka prayog karte ho Hindi aur angreji bhasha ke Saral shabdon ka prayog karungi
ReplyDelete2. Bacchon ke sankhya atmak Vikas Hetu Kankad Pathar Bij ganit kit ka prayog gatividhi Karna chahungi
पूर्व प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेलकूद के माध्यम से अंक और शब्दों का ज्ञान दिया जाता था, इसके साथ गिनती कार्ड व अक्षर कार्ड, कंकड़, लकड़ी, गोटी इत्यादि चीज़ों के माध्यम से भी सिखाया जाता था, जिससे बच्चे आसानी से सीख भी जाते हैं।
ReplyDeleteMatching items one-to-one is an important mathematical concept. It's how we prove that two quantities are equal. Two sets contain the same number of items if the items in each set can be matched, one-to-one, with no items left over. By allowing students to do this we can help them better grasp the concept of numbers and their relative position.
ReplyDeleteबच्चों कि मातृ भाषा को ध्यान में रखकर कहानी के माध्यम से गतिविधि कराना।माचिस कि तिलियो से गिनना गिनने के बाद कार्ड पर बने चित्रों को पहचान कर लिखना सिखाना ।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा के बच्चों को चित्र कार्ड के माध्यम से कविता,कहानियाँ बताना चाहिए । एवं नरम व रंगीन वस्तुओं से रंगों,आकृतियों की पहचान, गिनती,जोड़, घटाव की अवधारणा को बताना चाहिए एवं उन्हें सहयोग कर गतिविधियाँ कराना चाहिए ।
ReplyDeleteहम अपनी कक्षा में बच्चो की मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी, कविता, का पठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteमैं बच्चों के साथ बीज तथा हिन्दी व अंग्रेजी के वरणों के साथ गतिविधियां करना चाहूंगा।
ReplyDeleteमातृभाषा में सरल तरीके से कविता वाचन कर पड़ाना चाहिए
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
पूर्व प्राथमिक के बच्चों के साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए मैं उन्हें 1से 10 तक गिनती वाली छोटी व सरल गीत सुनाना चाहूंगा और गतिविधि करते हुए उनसे प्रश्न भी पूछते जाऊंगा।मुझे विश्वास है, कि बच्चे प्रश्नों का उत्तर आसानी से दे सकेंगे।
ReplyDeleteगीत निम्नानुसार है----------------
एक लाल फूल खिला है डंगाल में,
एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
कितने हो गए ? (2)
दो लाल फूल खिला है डंगाल में,
एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
कितने हो गए ? (3)
तीन लाल फूल खिला है डंगाल में,
एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
कितने हो गए ? (4)
चार लाल फूल खिला है डंगाल में,
एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
कितने हो गए ? (5)
इस प्रकार गीत को हाव-भाव के साथ क्रमशः उँगलियों का प्रयोग करके 1 से 10 तक संख्या का अभ्यास करा सकते हैं।इस गतिविधि में जोड़ना-घटाना के साथ - साथ बच्चों को पर्यावरण से भी जोड़ सकते हैं।
दिलीप कुमार वर्मा
सहायक शिक्षक(L.B.)
शा.प्रा.शा.सुन्द्रावन
वि.ख.--पलारी
जिला--बलौदाबाजार(छ. ग.)
प्राथमिक शाळा के बच्चो को संख्यात्मक ज्ञान सीखाने के लिए गिनतारा या गिनती कार्ड का उपयोग करके आसानी से सीखाएंगे बच्चो को टी .एल .एम का प्रयोग करंगे जिसमे बच्चे मूर्त रूप से कंचे से गिनती सीखेंगे
ReplyDeleteBachho Ko matri bhasha avm padhai Jane Vali bhasha k sath antersambandh banate hue gatividhiya karayenge.
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteकविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा जोड़ कर कहानी, कविता का पठन आरंभ करेंगे।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
ReplyDeleteकविता, कहानी में आने वाले अंको को कार्रड.से दिखाया जाता हैं 3से 4 वर्ष..के बच्चों के लिए इस प्रकार के तकनीक का उपयोग किया जाता हैं और बच्चों को कविता में आये हुए संख्या. को काड.जो.उनको. दिया गया है गिनने के.लिए हम उनको माचिस की तीली या.कंकण से उनको गिनती करने के लिए कहेंगे इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का.प़यास करेंगे इसी प्रकार गणित का अंक की.जानकारी देते हैं और बच्चें को गिनती सिखाया जायेगा।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक विद्यालय में बच्चे अपनी मातृ भाषा के साथ प्रवेश लेते हैं। उन्हे विद्यालयी भाषा का ज्ञान प्रायः नहीं होता है इसलिए उनका अध्ययन अध्यापन मातृभाषा समावेश करते हुए करना सीखने सीखाने की प्रक्रिया में कारगर होता है। बच्चे उस भाषा में आसानी से सीखते हैं।
ReplyDeleteहम.अपनी शाला में बच्चों की. घर की भाषा के साथ साथ. हिंदी भाषा जोड़ कर कविता, कहानी का पठन आरंभ करेंगें।कहानी मे आऐ अंकों को माचिस की तिली,कंकड़ से गिनती करने के लिए कहेंगे।इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का प्रयास करेंगें।अंक की जानकारी के साथ साथ बच्चों को गिनती सिखाया जा सकता हैं।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
ReplyDeleteहम बच्चों को कविता के अंदर आए हुए गिनती के अनुसार उन्हें कविता में आए हुए अंको के अनुसार पठन के अनुसार गिनती सिखाने के लिए माचिस की तीली, कंकण के माध्यम से स्यामपट मे गिनती सिखाया जाता हैं और.बच्चे सरलता से सीखते है।और ये प़कार जो बच्चों को सिखाने के लिए कारगर सिद्ध होता है और बच्चे को सिखने-सिखाने मे कारगर सिद्ध होता हैं
We can collection of solid item keep one by one and we will learn to children for knowledge of numbers
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
ReplyDeleteहम बच्चों को कविता मे आए हुए गिनती के अनुसार हम बच्चों को कविता में आए हुये अंको के अनुसार पढने.के अनुसार गिनती सिखाने के लिए फूल,कंकण, माचिस की तीली के द्वारा गिनती सिखाने का अभ्यास कराते हैं जिससे बच्चे बड़ें आसानी से गिनती सीखते हैं और इस प्रकार से सिखने-सिखाने का.कार्य कारगर.सिद्ध होता हैं
पूर्व प्राथमिक शिक्षा एक 3 से 4 साल के बच्चों के लिए भाषा ज्ञान के लिए चित्र पर आधारित गतिविधियां करेंगे। पूर्व प्राथमिक शिक्षा दो 4 से 5 साल के बच्चों के लिए संख्यात्मक गतिविधि कराने के लिए बच्चों को चित्र दिखाकर कुछ वस्तुओं का उपयोग करके कंकड़ पत्थर का उपयोग करके उन्हें संख्यात्मक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक पूर्व प्राथमिक एक और पूर्व प्राथमिक दो के लिए क्षेत्रीय भाषा और हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी रंगीन चित्रों के माध्यम से बताएंगे और उसी के सहायता से संख्यात्मक जानकारी भी देंगे इसे भाषा और संख्या दोनों का ज्ञान हो सके प्रकृति से प्रदत वस्तुओं का परिचय भी कराएंगे और परिचय करा कर के उसे गिनना सिखाएंगे और उस वस्तुओं के बारे में परिचय कराएंगे कि यह क्या है यह कैसा है और यह किस चीज से बना हुआ है।
ReplyDeleteबच्चों को खेल-खेल में नाटक नाटक कराएंगे और नाटक से उसे सिखाने की प्रयास करेंगे।
Anand Das Manikpuri
ReplyDeleteLormi Bithaldah
छोटे-छोटे बच्चों को उनके मात्री भाषा में हम सरल प्रकार के कुछ वाक्य उनको बोलना सिखाएंगे कुछ गीत कविता इत्यादि ने उसको साक्षरता के रूप में सिखा देंगे जहां तक बात है संख्यात्मक जानकारी तो हम उस परिवेश में आसानी से उपलब्ध हो जाने वाले कंकड़ गीत छोटे छोटे पत्थर या किसी अन्य माध्यम या फिर गणित किट के माध्यम से हम बच्चों को छोटे मोटे संख्याएं और उनसे संबंधित संक्रियाएं जैसे क्योंकि ना उनमें से - या फिर उनको आपस में किस प्रकार से और रोचक ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं वह बच्चों को हम सिखाएंगे मांगी तो उन्हें हम कंकड़ छोटे छोटे पत्थर या फिर बीज है विभिन्न फलों के जो आसानी से उपलब्ध हो सके या फिर गणित किट के माध्यम से हम उन बच्चों को संख्या अंको का जोड़ना घटाना इत्यादि क्रियाएं करा सकते हैं
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास संबंधि गतिविधी
ReplyDeleteबच्चो को गोलाकार आकृति मे बिठाकर उनके बीचो बीच एक खाली काटुन (बाक्स) मे रंग बिरंगे
छोटे छोटे गेंद रखकर बारी बारी से एक एक गेंद अपनी मन पसंद से बच्चे निकलते है उन सभी गेंदो को बच्चे रंग के आधार पर अलग अलग रख कर गिनते है।
जैसे लाल गेंद - 3
सफेद गेंद - 6
हरा गेंद - 9
कुल गेंदे =18
बच्चो से हम प्रश्न पूछते है कि किस रंग की गेंदे सबसे अधिक है और किस रंग की सबसे कम।
इस प्रकार खेल खेल मे बच्चे जोड़ की संकियाऐ
सीख पाते है।
घटाने की संकियाऐ
बच्चो से पुनः प्रश्न करते है कि कुल गेंदो मे सबसे
कम गेंदो की संख्या को घटाने से कितने गेंद बचेगे।
इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चे अपने से
करके सिख लेते है जो उन्हे जीवन भर याद रह जाता है।
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास संबंधि गतिविधी
ReplyDeleteबच्चो को गोलाकार आकृति मे बिठाकर उनके बीचो बीच एक खाली काटुन (बाक्स) मे रंग बिरंगे
छोटे छोटे गेंद रखकर बारी बारी से एक एक गेंद अपनी मन पसंद से बच्चे निकलते है उन सभी गेंदो को बच्चे रंग के आधार पर अलग अलग रख कर गिनते है।
जैसे लाल गेंद - 3
सफेद गेंद - 6
हरा गेंद - 9
कुल गेंदे =18
बच्चो से हम प्रश्न पूछते है कि किस रंग की गेंदे सबसे अधिक है और किस रंग की सबसे कम।
इस प्रकार खेल खेल मे बच्चे जोड़ की संकियाऐ
सीख पाते है।
घटाने की संकियाऐ
बच्चो से पुनः प्रश्न करते है कि कुल गेंदो मे सबसे
कम गेंदो की संख्या को घटाने से कितने गेंद बचेगे।
इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चे अपने से
करके सिख लेते है जो उन्हे जीवन भर याद रह जाता है।
3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteमा.शा.कुदुर घोड़ा
ReplyDeleteअंबागढ़ चौकी
राजनांदगांव
हम कबड्डी या खो खो खेल के माध्यम से बच्चों को संख्यात्मक विकास का ज्ञान कर सकते हैं।खिलाड़ी आउट होता है वहां घटाने एवं जिंदा होते हैं वहाँ जोड़ने की क्रिया खेल खेल में ज्ञान दिया जा सकता है।
ReplyDeleteहम कक्षा में अध्यापन कराते समय भाषा पर विशेष ध्यान देते है क्यों बाख को हम अपनी स्तर लैबल की भाषा का प्रयोग करेंगे तो बच्चे उबाऊ महसुस करेगा अतः हम बच्चों की समझने की स्तर का ही हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे जिससे बच्चे असानी से समझ कर सिख सके।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों में साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कविता, कहानी एवं गतिविधियों के माध्यम से किया जा सकता है l
ReplyDeleteप्राथमिक शाळा के बच्चो को संख्यात्मक ज्ञान सीखाने के लिए गिनतारा या गिनती कार्ड का उपयोग करके आसानी से सीखाएंगे बच्चो को टी .एल .एम का प्रयोग करंगे जिसमे बच्चे मूर्त रूप से कंचे से गिनती सीखेंगे
ReplyDeleteहम बच्चों के संख्यात्मक ज्ञान के लिए कंकड़
ReplyDeleteकंचे गिन तारा आदि का उपयोग करेंगे। साक्षरता के लिए चार्ट व अक्षर कार्ड का
उपयोग करेंगे।
हम नई nai गतिविधियों को अपना कर खेल खेल में संपर्क kit को खिलौना बनाकर ur मोबिल में music द्वारा उनकी रुचि के हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार करेगे पहले हम जानने की कोशिश करेगे की उसकी रुचि किसमें ज्यादा है
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।
ReplyDeleteसाक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित गतिविधि को हम अपने आस पास पाए जाने वाले मूर्त अवधारणाओं से जैसे कंकर,पत्थर, बिस्किट, चॉकलेट,कलर्स, फल,फूल,इत्यादि जो बच्चे को रुचि पूर्ण लगे दैनिक जीवन चर्या से जोड़कर व्यवहारिक ज्ञान से बड़ी ही आसानी से खेल पूर्ण तरीके से संख्यात्मक अवधारणाओं को विकसित किया जा सकता है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा एक 3 से 4 साल के बच्चों के लिए भाषा ज्ञान के लिए चित्र पर आधारित गतिविधियां करेंगे। पूर्व प्राथमिक शिक्षा दो 4 से 5 साल के बच्चों के लिए संख्यात्मक गतिविधि कराने के लिए बच्चों को चित्र दिखाकर कुछ वस्तुओं का उपयोग करके कंकड़ पत्थर का उपयोग करके उन्हें संख्यात्मक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
ReplyDeleteसाक्षरता और संख्यात्मक विकास पर एक गतिविधि मनाएंगे गिनती सिखाने के लिए ग्रीन कार्ड , कंचा, पत्थर, वर्ण सिखाने के लिए वर्ण कार्ड बनाएंगे वर्णक ध्वनि के माध्यम से सिखाएंगे।
ReplyDeleteBachcho ko sachitra sthaniy bhasha ka prayog kr saral tarike se sikhaya ja sakta hai.
ReplyDeleteबच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालय में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन अध्यापन करेंगे।
ReplyDeleteहम अपनी कक्षा में बच्चों की मातृभाषा के साथ-साथ हिन्दी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी, कविता का पठन करेंगे।
ReplyDeleteपूर्व - प्राथमिक शिक्षा - 1 और 2 के बच्चो की साक्षरता व संख्यात्मक अवधारणा के विकाश के लिए उनको गतिविधि आधारित क्रियाओं पर काम करने और खेलने दिया जाना चाहिए। इसके लिए उन्हें उनकी मातृ भाषा में गतिविधि करने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDelete1 से 5 तक की संख्या ही बच्चो को पहचान कराना उचित रहेगा,जो विभिन्न गतिविधियों के द्वारा सरल से जटिल की तरफ जाते हुए करना होगा।जैसे - रंगबिरंगे वस्तुओं को गिनना, कविताओं की सहायता से गिनती बोलवाना, दुकान का सेटअप करके दुकानदार व ग्राहक की नकल करके भी संख्याओं का ज्ञान कराया जा सकता है।
हम अपनी संस्था में बच्चों को उनकी मातृभाषा से कहानी कविता सुनेगे तत्पश्चात विद्यालय में पढाई जाने वाली भाषा का उपयोग करेंगे ।
ReplyDeleteगणित की समझ के लिए कंकड़ , कंचे, माचिस की तिलियो के माध्यम से संख्या की समझ विकसित करेंगे ।
Ku.Nazima Begum
बच्चों को स्थानीय परिवेश में प्रचलित खेल जैसे पच्चीसा,साँप सीढ़ी का खेल इत्यादि खेलने का अवसर दिया जायगा।।
ReplyDeleteसंख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि 3-4 वर्ष -कविता के माध्यम से गिनती सीखाना,कंकड़ पत्थर, बीजो एवं फूलों के पंखुडी को गिनना और गिनवाना
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteहम बच्चो के साथ कविता एक बड़े राजा की बेटी 2 दिन से बीमार पड़ी थी 3 डॉक्टर देखने आए 4 दवा की पुड़िया लाये 5 5 घन्टे बाद लेना 6वे दिन उसे होश आया इस तरहखेल खेल में गिनती पढ़े गी और हिंदी के साथसाथ मात्र भाषा मे कहानी सुनाने से भी हम भाषा के साथ अक्षर ज्ञान कर सकते है
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
पूर्व प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए उनकी समझ अनुसार उनकी मातृभाषा, घरेलू एवम स्थानीय भाषाओं में सरल एवं रुचिकर कविता, पाठ और कहानी का अध्ययन-अध्ययापन करना चाहिए।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए छोटी-छोटी कहानियों और कविताओं के माध्यम से अक्षर ज्ञान कराया जा सकता है एवं संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ पत्थर ,बीच आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है l
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए छोटी-छोटी कहानियों और कविताओं के माध्यम से अक्षर ज्ञान कराया जा सकता है एवं संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ पत्थर बीज आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है फूल एवं पत्तियों का प्रयोग करते हुए बच्चों को संख्यात्मक जानकारी दी जा सकती हैl
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए मातृभाषा का प्रयोग करते हुए , हिंदी भाषा में छोटी - छोटी कविता , कहानियों का प्रयोग करके तथा संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ ,पत्ती , बीज , पत्थर , कंचे, माचिस की तीलियां , फूलों की पंखुड़ियां आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए बच्चों को चित्र कार्ड, शब्द कार्ड एवं वर्कशीट दे कर रंगो के प्रकार के बारे मे तथा वर्कशीट में रंग भरने, आदि की गतिविधि से बच्चों की समझ विकसित कर सकते हैं ।
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
संख्यात्मक विकास के लिए गिनती एक दो तीन चार _ _ _ ऊंची आवाज में पढ़ते हुए प्रिंट पर ऊंगली रखते जाएंगे तथा प्रिंट एक दो तीन चार आदि के सामने लगभग समान आकार की उतनी ही संख्या में कोई चीज या कंकड़ को प्रर्दशित भी करेंगे जिससे बच्चा धीरे धीरे गिनती की अवधारणा को समझता जाएगा। बच्चों में संख्यात्मक विकास के लिए कविता (गतिविधि के साथ) को भी शामिल करेंगे।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शाला के बच्चों को संख्या के ज्ञान कराने के लिए बहुत सारी गतिविधियां कराई जा सकती है l इसमें प्रमुख रूप से ठोस वस्तुओं की सहायता से 1-1 की संगत कराते हुए मौखिक रूप से ginana l चित्रों पर उंगली रखकर गिन कर बच्चों को भी उसे दोहराने को कहना l
ReplyDeleteबच्चों के परिवेश में मिलने वाली विभिन्न वस्तुओं को गिनने का अभ्यास करना l बच्चों को संख्यात्मक ज्ञान के आधार पर बनी हुई कहानियां एवं कविताएं सुनाकर उस पर चर्चा करना l
Praathmik tatha poorva praathmik star ke bachho me saksharta ya sankhyatmak vikas ki samaj viksit karne ke liye ham kisi gatividhi ka prayog kar sakte hai.
ReplyDeleteJaise - sankhya ki jankari dene ke liye ham bacho ke sath baithenge aur sabse pahle unhe apne aankh, kaan, pair, hath in sabhi ko ginna sikhayenge. Fir aage ki ginti ke liye ham kankad ya pencil lekar unki samaj viksit karenge. Sath hi unhe likhne ka bi abhyas karayenge.
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteवर्कसीट के आधार बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान किया जा सकता है । विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से भी बच्चों को जोड़ा जा सकता है । पाँच वर्ष तक के बच्चों में 90% बुद्धि का विकास हो जाता है ।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शाला के बच्चों की साक्षरता एवं संख्यात्मकता का ञान कराने के लिए एक खाली कार्टून में कुछ लाल, पीले, नीले गेंद डाल कर बच्चों को गोल घेरा में बैठा कर उनके बीच में सब गेंद को उडेल देते है और सब गेंद को गिनती कराते हैं जैसे-1,2,3,------12,कुल-12गेंद ,अब बच्चों को अलग-अलग रंग की गेंद को अलग कराते हैं जैसे- लाल-3,पीला-5,व नीला-4 ,अब बच्चों को लाल व पीला गेंद को मिला कर गिनती कराते हैं जैसे-लाल-3+पीला-5,तो कुल-8 लाल व पीला गेंद होते हैं अब कुल लाल, पीले, व नीले गेंद को मिला कर लाल व पीले गेंद को निकलवा कर पूछते हैं कि कुल नीले गेंद कितने हैं जैसे- कुल गेंद-12, तो लाल व पीला गेंद (3+5 =8) तो (कुल गेंद-12_8लाल पीले गेंद=4नीले गेंद) । इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चों को सिखा सकते हैं।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।!
ReplyDeleteध्वनि जागरूकता के माध्यम से वर्ल्ड ज्ञान की गतिविधि कराई जा सकती है जैसे म्याऊं की आवाज कौन करती है बच्चे कहेंगे बिल्ली बिल्ली की प्रारंभिक ध्वनि कौन सी है वह बहू हो काम करता है कुत्ता कुत्ता की प्रारंभिक धोनी कौन सी है टीटू कौन करता है तोता तोता की प्रारंभिक ध्वनि कम सी है तो मैं में काम करती है बकरी बकरी की प्रारंभिक ध्वनि कौन सी है वह इस प्रकार से गतिविधियों द्वारा हम वर्ण का ज्ञान करा सकते हैं दूसरी गतिविधि संख्यात्मक वोट के लिए चित्रकार कंकड़ या आसपास की वस्तुओं के द्वारा जोड़ घटाव आदि गतिविधि करा सकते हैं जैसे चित्र कार्ड के माध्यम से दिल्ली की आकार रंग तथा छोटी मोटी आदि का भी भोजन करा सकते हैं जोड़ के रूप में कर सकते हैं मेरे पास अभी तीन बिल्ली है कुछ समय बाद दो बिल्ली और आ गई अब कुल कितने बिल्ली हो गए 5 इसी प्रकार अन्य उदाहरण के माध्यम से कंकड़ बीज पत्ते के माध्यम से जोड़ की गतिविधि करा सकते हैं अंतर ज्ञात करने के लिए बच्चों को बताएंगे कि मेरे पास यह पांच बिल्ली का चित्र है इनमें से दो बिल्ली का चित्र फट गई अब मेरे पास कुल कितने बिल्ली के चित्र हैं बच्चे बताएंगे 3 इस प्रकार से अपने आसपास के प्रवेश के माध्यम से हम संख्या का बोध आकार का बोध रंग का बोध करा करके उन बच्चियों का पूर्व प्राथमिक स्तर पर सर्वांगीण विकास कर सकते हैं
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे
ReplyDeleteकविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाने से बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को कार्ड के माध्यम से एक से 10 तक गिनती सिखाएंगे बच्चों को अंडाकार बिठाकर हम उनके शरीर के अंगूर की जानकारी जैसे कितने आंख कितने पैर कितने नाक कितने कान आदि को पूछेंगे मातृभाषा के साथ हिंदी व अंग्रेजी भाषा को जोड़कर उन्हें आगे बढ़ाएंगे।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को कंकड़, पत्ती, गिनती चार्ट, अंक कार्ड आदि के माध्यम से 1 से10 तक गिनती सिखायेँगे। पशु पक्षी की आवाज जैसे कुत्ता कैसे भोंकता हैं, बिल्ली कैसे म्याऊँ करती हैं, बकरी का मेमना कैसा मेमयाता हैं। मातृ भाषा से हम शिक्षण भाषा में ले जा सकते हैं ।(विनोद कुमार साहू मा शा एर्राकोट)
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों को मातृभाषा स्थानी बोली से शुरुआत पढ़ाना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए बच्चों को काटती लिया और कम कर देंगे बच्चों को अंडाकार बैठा कर उनसे कुछ प्रश्न करेंगे जैसे आप की कितनी आंखें हैं आपके दोनों हाथों में कितनी उंगलियां हैं गिन कर बताइए अंको के कारण दिखाएंगे कम करो को गिनने को कहेंगे तीलियों को गिनने को कहेंगे बारी-बारी से बच्चों से पीलिया और कंकड़ गिनो आएंगे और संख्यात्मक जानकारी एवं विकास करेंगे
ReplyDeleteबच्चे किसी भी अधिगम प्रक्रिया में जुड़ने के लिए उन्हें उनकी अपनी मातृभाषा के द्वारा हिंदी भाषा के साथ जुड़ेंगे बच्चे में अपनत्व का भाव जागृत होगा और इसके द्वारा हम उसे खेल के द्वारा गीत कविता के माध्यम से अंको का उच्चारण कर गतिविधि कराएंगेतो बच्चा उत्साहित होकर अपना सहभागिता प्रदान करेंगे और बच्चे खेल खेल में साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान की ओर आगे बढ़ेगा कविता में तुकबंदी गीत ज्यादा पसंद आते हैं इसीलिए अपनी गिनती में तुक बंदी का प्रयोग करेंगे और भाषा में छोटे छोटे शब्दों का उच्चारण कर चार्ट एवं कार्ड के द्वारा दिखाएंगे
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों में अधिगम के विकास के लिए कहानी कविता यह मुख्य साधन है जिसके माध्यम से बच्चे स्कूल में या अधिगम प्रक्रिया में सहर्ष भाग लेते हैं
ReplyDeleteहम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी से पठन प्रारंभ करेंगे। संख्यात्मक विकास के लिए कंकड़, पत्थर बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।
ReplyDeleteपुर्व प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को अधिगम एवं संख्यात्मक अवधारणा सीखाने के लिए परिवेशीय वातावरण मे पेड़, सूरज, पक्षी आदि से सम्बन्ध जोड़ कर बच्चों के मातृभाषा में भाषा एवं संख्यात्मक अवधारणा दिया जाना चाहिए।
ReplyDeleteछोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी मातृभाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा 1 और 2 के बच्चों में खेल/गीत/कविता/कहानी के माध्यम से साक्षरता विकास किया जा सकता है। इसी प्रकार कंकड़, पत्थर,बीज, पत्ते आदि मूर्त सामाग्री के माध्यम से उनका संख्यात्मक विकास किया जा सकता है।
ReplyDeleteBachcho ko samuh me gatividhi krana jyada uchit hoga kyo ki ve ek dusre ke sanpark me jaldi miljate hai.
ReplyDeleteAas-pas me paye jane wali chije jaise-beej,kankd,migi ke kanche,machis ki thilliya .
Gatividhi-sem,matar mungfali,imli ke beejo ko ek sath miladena aur alg alg samuh me thoda thoda bantkar bachcho se kahna ki ve ek jaisi chijo ko alg alg kare,aur unhe ginkar bataye.
Es.gatividhi se ve ginti,vargikarn,beejo ki phchan,sangrh karna seekhte hai.
Bachcho ko samuh me gatividhi krana jyada uchit hoga kyo ki ve ek dusre ke sanpark me jaldi miljate hai.
ReplyDeleteAas-pas me paye jane wali chije jaise-beej,kankd,migi ke kanche,machis ki thilliya .
Gatividhi-sem,matar mungfali,imli ke beejo ko ek sath miladena aur alg alg samuh me thoda thoda bantkar bachcho se kahna ki ve ek jaisi chijo ko alg alg kare,aur unhe ginkar bataye.
Es.gatividhi se ve ginti,vargikarn,beejo ki phchan,sangrh karna seekhte hai.
10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक Vikas kar sakenge
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ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।
3 से 4 व 4 से 5 आयुवर्ग के बच्चों के लिए साक्षरता और संख्यात्मक विकास हेतु हम खेल - खेल के माध्यम से ही गतिविधियां कर सीखा सकते हैं।जैसे:- "क" ध्वनि का उच्चारण कर कबूतर का चित्र दिखाकर "क" ध्वनि का अवधारणा स्पष्ट करेंगे, कुछ उदाहरण भी बताएंगे "क" से कमल,कलम चित्र दिखाते हुए।फिर बच्चों से ही "क" ध्वनि से प्रारंभ होने वाली स्थानीय चीजों, जीवों के नाम बताने को कह सकते हैं।बच्चों के तरफ से "क" ध्वनि उच्चारण करते हुए काका - काकी,कान ,कटोरी, कौवा इत्यादि नाम दोहराया जा सकता हैं।ठीक इसी प्रकार हम ख, ग,घ,च,छ के ऐसे ही उदाहरण पेश कर सकते हैं।
ReplyDeleteसंख्यात्मक विकास के लिए भी हम खेल - खेल से सीखा सकते हैं जैसे:- रेलगाड़ी का खेल खेलाकर।।इंजन में एक डिब्बा, दो डिब्बा, तीन डिब्बा क्रमशः आगे बढ़ते हुए 10 व 20 तक कि संख्या भी बता सकते हैं उनके बताएं अनुसार डिब्बा जोड़ते जाएंगे। चित्रों के माध्यम से, प्रत्यक्ष वस्तुओं के माध्यम से जैसे:- हाथों की उंगलियों से,फल,चॉकलेट, बिस्किट, घर के सदस्यों के नाम गिनाकर, समूहों में बैठे बच्चों को गिनकर,गीत,कविताओं के माध्यम से भी बड़े आसानी व सरल तरीकों से सीखा सकते हैं।
पूर्वप्रथमिक स्कूल में बच्चों को सिखाने के लिए खेल खेल में शिक्षा बहुत उपयोगी होता है। इसलिए उसे संख्या सिखाने के लिए बरी बरी से नाम के जगह संख्या उच्चारण करने से बच्चों में संख्या बोध और ज्ञान होगा।
ReplyDeleteएक दो तीन चार
ReplyDeleteबच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।
चित्र कार्ड बनाकर बच्चों को दिखायेंगे और उनकी भाषा में चित्र के बारे में पुछेंगे।इस प्रकार साक्षरता या संख्या त्मक विकास पर आधारित गतिविधियां कराई सकते हैैं।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDelete1-ham 3-4 sal ke bachchho ko unki matrabhasha o prathmitkta dete huye hindi ,english shikhane ki koshish करेगे
ReplyDelete2- sankhyatmak rup ko shikhnane ke bahut vikalp hai bachchho ko khade karke sankhya ka bodh karwayege ek ek bachcha badhte jayege , ya ghataye jayege , kankad -patthar shink adi ke dwara 1-20 tak ki ginti shikhyege ur 4-5 sal tak ke bachchho ko 10 -10 ka samauh bana shikhayege ye sab khel khel me kiya ja sakta hai ur any samagri ad kar sakte hai bachchho ko bhi mauka dege ad karne ka ya unki ruchhi janne ka ki unhe kis tarah se shikhne me maja a rha ya o ruchhi rakhte hai
Class 1 :- knkad,lkdi ko 1-10 tk ginti sikhane ke liye
ReplyDeleteClass 2:-ikai- dhai smajh hetu maths kit ka upyog krke sikhaya ja skta h
एन एल कुंभकार
ReplyDeleteमाशा कच्छारपारा निराछिंदली
संकुल-एटेकोन्हाडी विखं-केशकाल
जिला-कोण्डागांव छग
१.छोटे,सरल कहानी या कविता के माध्यम से साक्षरता के लिए प्रयास किया जा सकता है।
२.संख्या के संबंध में विभिन्न सहायक शिक्षण सामग्री जो हमारे आसपास आसानी से उपलब्ध हो कि सहायता से बच्चों में कौशल विकसित करने का प्रयास किया जा सकता है।
हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों की मातृभाषा का उपयोग करते हुए छोटी छोटी कविताओं कहानियाँ के द्वारा बच्चों को सिखाने का प्रयास करेंगे
ReplyDeleteजब बच्चे पूर्व विद्यालय में प्रवेश करते हैं तो वह अपने साथ अपनी मातृभाषा को लेकर के आते हैं और उनकी मातृभाषा ही दूसरे भाषा को सीखने का आधार स्तंभ होता है जिससे वह आगे चलकर अपनी भाषा परिष्कृत कर दूसरे भाषा की ओर रुख करते हैं अंक ज्ञान के लिए आसानी से उपलब्ध होने वाले पदार्थ जैसे कंकड़ पत्थर बीज आदि से उनमें अंक की अवधारणा स्पष्ट करने में मदद मिलती है इसके लिए बच्चों के साथ उन कंकड़ पत्थरों को गिनने उन्हें समूह में रखने उन्हें अलग करने आदि से उनमें अंको की समझ विकसित होती है जैसे कि किसी ढेर में हमने 5 पत्थर रख दिए और बच्चों को कहा जाए इन्हें एक एक पत्थर को छू करके आप बताइए किस देश में कितने पत्थर हैं इस प्रकार से उन्हें अंकों के समूह करण स्पष्ट किया जा सकता है हम कंकड़ पत्थरों को इकट्ठा करके उन्हें परस्पर एक से लेकर के आगे की गिनती सिखा सकते हैं
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को अपनी मातृभाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और अन्य भाषाओं को सीखाने के लिए सरल और छोटे छोटे शब्दों से बिना मात्रा वाले शब्द फिर मात्राओं वाले शब्दों को आसानी से सीखा सकते हैं चित्र बनाकर उनमें रंग भरकर तथा चित्रों के पास कुछ वस्तुएं रखकर भाषायी ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होता है।
ReplyDeleteछोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा-1व 2 के बच्चों के साक्षरता विकास सरल कविता को लय के साथ सुनाकर उसमें आए अक्षर एवं शब्दों से संबंधित गतिविधि करवाकर कर सकते हैं।
ReplyDeleteHum apni kaksha VA vidyalaya me sthaniya ya matribhasha ke sath sath Hindi bhasha me Kavita va kahani sunte sunate hai
ReplyDeleteबच्चों की मातृभाषा के उपयोग के साथ सरल हिंदी व अंग्रेजी भाषा के शब्दों का प्रयोग करते हुए साक्षरता व संख्यात्मक विकास हेतु मनोरंजनात्मक गतिविधियों से बच्चों को जोड़ेंगे,व उनके कौशलों को विकसित करने का प्रयास करेंगे।
ReplyDeleteबच्चे कविता, कहानी एवं खेल में ज्यादा रुचि लेते हैं इसलिए प्रारंभ में कविता, कहानी के माध्यम से स्थानीय भाषा का उपयोग करते हुए मातृभाषा सिखाया जाएगा|गिनती से संबंधित गीत के माध्यम से संख्याओं का ज्ञान करायेंगे|
ReplyDeleteHam purva prathmik kaksha ke sankhyatmak vikas ke liye bachcho ko chhoti -chhoti kahani ya kavita sunakar sikha sakte hai.
ReplyDeleteहमारे विद्यालय में 3-4वर्ष के बच्चों को पूर्व प्राथमिक के बच्चों को खेल खेल में स्थानीय भाषा में कहानी, कविताओं को सुनाते हुए भाषा से जोड़ा जाता है जिसमे अक्षर को सुनकर दोहराना,अक्षर चित्र द्वारा पहचान करना और चित्र से स्वयं पहचान कर ढूंढने की गतिविधियों को कराया जाता है। साथ ही खिलौने से गिनती का प्रारंभिक अवस्था को सीखने की प्रक्रिया प्रारंभ किया जाता है।
ReplyDelete3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे
ReplyDeleteहम.अपनी शाला में बच्चों की. घर की भाषा के साथ साथ. हिंदी भाषा जोड़ कर कविता, कहानी का पठन आरंभ करेंगें।कहानी मे आऐ अंकों को माचिस की तिली,कंकड़ से गिनती करने के लिए कहेंगे।इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का प्रयास करेंगें।अंक की जानकारी के साथ साथ बच्चों को गिनती सिखाया जा सकता हैं।
ReplyDeleteचंद्रकला मौर्य
ReplyDeleteहम अपने साला में बच्चों को बेहतर सिखाने के लिए आसपास की परिवेश के अनुसार भाषा का प्रयोग करेंगे। मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी करो सकता का माध्यम से बताएंगे। बच्चों को पूर्ण रूप से संख्यात्मक जानकारी से परिचित करवाएंगे उनके लिए गतिविधि तैयार करेंगे जिसमें कंचा कंकड़ पत्थर स्ट्रा के माध्यम से बच्चों को संख्या में जानकारी देंगे।
बच्चों को मातृभाषा में कविता एंव गतिविधि के माध्यम से सरल तरीके सेसिखा सकते है ।
ReplyDeleteसाक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
bachhe khel k madhyam se jaldi sikhte hai.
ReplyDelete1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
ReplyDelete2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है
ReplyDeleteSharad Kumar Soni
1. पूर्व प्राथमिक शिक्षा - 1 के साक्षरता विकास के लिए मै बच्चों को एक सर्किल बनवाकर बैठने के लिए कहूंगा फिर एक छोटी सी कहानी के माध्यम से शब्दों को ध्वनि का ज्ञान कराने कि कोशिश करूंगा ।
ReplyDelete2. पूर्व प्राथमिक शिक्षा - 2 के बच्चों में संख्यात्मक विकास हेतु मूर्त रूप से चित्र के माध्यम से संख्या का ज्ञान व गिनने की क्रिया कराऊंगा ।
साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिये गतिविधि
ReplyDeleteबच्चों को १ से १० तक गिनती सीखना
सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्यामपट
गतििविधि - बच्चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
एक दो तीन चार
बच्चेे बनो होशियार
पांच छ: सात आठ
याद करेगें पूरा पाठ
इसके आगे नौ और दस
पूरी हो गई गिनती बस
कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। िगिनने के बाद कार्ड को देखकर श्यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
मैं अपनी पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए भाषा शिक्षण के अन्तर्गत बालगीत एंव छोटी कहानी के माध्यम से भाषा शिक्षण कराना चाहूँगा ।
ReplyDeleteगणित शिक्षण के लिए संख्याओं का बालगीत प्रस्तुत करूँगा और पर्यावरण के वस्तुएं इमली बीज ,कंकड , लकड़ी के सींक के माध्यम से गिनती जोडने घटाने की प्रक्रियाओं की गतिविधि कराकर प्रत्यक्ष ज्ञान प्रदान करना चाहूँगा ।
Purv Prathmik Shiksha ke antargat sankhya atmak Vikas per gatividhi karne ke liye pahle aaspaas ke paaltu janvaron Phoolon pakshiyon Ke Chitra card aur ank card dikhayenge bacche is varsh Karenge ank card se Milan Karenge aur ginti ke bal geeton ke Madhyam se gatividhi Karenge bacchon ko Khel Khel Mein Ankhiyon Se avgat Karenge
ReplyDeleteछात्रों की मातृभाषा के साथ हिंदी के सामंजस्य बनाकर छात्रों को कहानी कविता का अध्यापन करेंगे
ReplyDelete1.साक्षरता विकाश के लिए बच्चों के मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग कर पढ़ना सीखा सकते है।
ReplyDelete2. बच्चो के संख्यात्मक विकाश के लिए कंकड़, पत्थर,बीज,तिलिया,गिनतारा का प्रयोग कर सकते है।
Teaching them in a nice
ReplyDeleteManner with a good intent