मॉड्यूल 15 

गतिविधि 5 : प्रारंभिक संख्यात्मकता के प्रगमन / प्रोग्रेशन के लिए गतिविधियाँ

 

 

पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-1 (3 से 4 साल के बच्चों) और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-2 (4 से 5 साल के बच्चों) के लिए साक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित कम से कम एक गतिविधि बनाएँ और साझा करें।

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Comments

  1. हम अपनी कक्षा में बच्चों की मातभाषा के साथ हिदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी कविता का पठन प्रारंभ करेंगे

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    1. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
      2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  2. मै स्लाइड प्रोजेक्टर जो स्वयं designed किया है,पेटेंट ऑफिस से रजिस्ट्रेशन भी है,द्वारा स्लाइड दिखाऊंगा ये colour ful भी होता है।
    श्रीमान ये स्लाइड प्रोजेक्टर सारे schools में उपलब्ध हो सकता है,स्लाइड्स भी आसानी से तैयार किया जा सकता है।
    विद्यानंद कमड़े
    vnkamde.20@gmail.com

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  3. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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    1. हम अपनी संस्था में बच्चों कि भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  4. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे

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  5. उनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं l

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  6. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे

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  7. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  8. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  9. हम अपनी कक्षा में बच्चों की मातभाषा के साथ हिदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी कविता का पठन प्रारंभ करेंगे

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    1. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।

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  10. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे

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  11. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवम् छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  12. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे

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  13. हम अपने स्कूल मे बच्चों को भाषा के साथ साथ हिंदी भाषा और 3से 4वर्ष के बच्चो को मोटर गाड़ी गतिविधि और 4se5 वर्ष के बच्चों को भाषा गिनना सीखने की गतिविधि शिखायेंगे

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  14. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे

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  15. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  16. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे

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  17. Bacchon ko school mein apni matrabhasha ke sath school mein dikhai jaane wali Hindi bhasha ka upyog Kiya Jana chahie

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  18. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि

    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
    हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  19. Bachchon ki matribhasha ke sath vidyalayon me padhai janewali bhasha ke sath antarsambandh sthapit karte huye adhyan adhyapan karwana, Kawitayen sunwana kahaniya sunwana Ginti sikhane ki gatividhi Bachchon ko 1se10tak Ginti sikhane ke liye
    Samagri_kard,Tiliya,Knkad,Ginti chart Shyampatt
    Gatividhi_Bachchon ko golakar aakriti me bithana
    Unse kuchh prashna karna
    Jaise_Aapkekitne nak hai?
    Aapke kitne kan hai?
    Kitne hath hai?
    Bayen hath me kitni ungliya hai?
    Dayen hath me kitni ungliya hai?
    Eske bad AK kawita ka wachan karenge
    Ak do teen char
    Bachche bano hoshiyar
    Panch chhah sat aath
    Yad karenge pura path
    Eske aage naw aur das
    Puri ho gayi ginti bas.
    Kawita me aane wale ankon ko kard me dikhana,apne pas rakhi tiliyon,kankadon ko ginne ke liye kahna aadi.
    Rajesh Kumar Dinkar
    Assistant teacher
    st.new Boys aashram school Arsiya
    Sankul_ Morga
    Wikas khand_Pondi uprora
    District_Koba
    Chhattisgarh

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  20. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जानेवाली भाषा के साथ अन्तर सम्बंध स्थापित करते हुए अद्ययन अद्यापन करेंगे।

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  21. बच्चों में स्थानीय बोली में समझाते हुए पुस्तकीय भाषा की or ले जाने का प्रयास करेंगे।

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  22. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  23. उनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं l(kk siware)

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  24. बच्चों को खेल के माध्यम से जोड़ने की अवधारणा बता सकते हैं जैसे एक बच्चे को पहले दो चॉकलेट दिए फिर दुबारा दो चॉकलेट दिए अब उससे पूछे की पहले कितने चॉकलेट थे और अब कितने चॉकलेट है इसी तरह घटाने की अवधारणा भी स्पष्ट की जा सकती हैं। ममता झा, छान्टा झा, बम्हनी संकुल

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    1. हम बच्चों में साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए उनकी मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का समावेश कर इस प्रकार की गतिविधि का निर्माण करेंगे जो बच्चों के लिए रुचिकर हो जैसे कहानी कविता। संख्यात्मक विकास के लिए हम दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं का प्रयोग कर किसी भी अवधारणा में उनकी समझ विकसित करेंगे। जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो।

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  25. Pritan kumar Xess,साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि

    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
    हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  26. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे

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  27. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।

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  28. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।

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  29. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।

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  30. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  31. साक्षरता एवम संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि :
    1. बच्चों को खेल - खेल में संख्याओं से अवगत कराना ।
    2. बच्चों को एक पंक्ति में खड़े करके गिनती करवाना तथा अपनी संख्या याद रखने को कहना ।
    3. प्रत्येक बच्चे से अपनी संख्या पूछना ।
    4. उनकी संख्या के आधार पर बच्चों को समूह में बांटना ।
    5. दो समूहों को आपस में मिलाकर पूछना कि अब कुल कितने बच्चे हैं, (4+4=8), इस प्रकार संख्याओं का जोड़ की अवधारणा विकसित करना ।
    6. पूरे समूह (58 बच्चे) में से 8 घटाने पर कौन सी संख्या प्राप्त होती है ?
    (58 - 8 =50) इस प्रकार घटाव की संक्रियाओं को विकसित किया जा सकता है ।
    सन्तोष टोप्पो
    Govt. MS. Diwanpur

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  32. मातृभाषा व स्थानीय स्तर की भाषा में हिन्दी भाषा के साथ गीत कविता कहानी के माध्यम से 1 से 10 तक गिनती सिखायेगे कविता का सस्वर वाचन करेंगे 👉🏿आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे,
    बोल मेरे भालू एक ,तुम्हे मिलेगा केक ।
    थोड़ा तुम खाना, थोड़ा हम खाएंगे ,,,
    आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे,
    बोल मेरे भालू दो , तुम्हे मिलेगा ढोल ,
    थोड़ा तुम बजाना थोड़ा हम बजाएंगे
    आओ हम भालू को गिनती सिखायेगे
    बोल मेरे भालू तीन तुम्हे मिलेगा बीन
    थोड़ा तुम बजाना थोड़ा हम बजाएगा
    आओ हम भालू को गिनती सिखाएगे
    बोल मेरे भालू चार तुम्हे मिलेगा कार
    थोड़ा तुम चलाना थोड़ा हम चलाएगा ,,
    (इस कविता को पूरा करेगे और गिनती सिखाएगे )
    आफिजा मलिक प्राथमिक शाला नवाटोला लोहारी से

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  33. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।

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  34. पूर्व प्राथमिक शिक्षा(3से4साल)के बच्चोंके लिए कविता के माध्यम से गतिविधि। हाथी आया झूम के। धरती मां को चूम के।। आंखें इसकी छोटी हैं। टांगें इसकी मोटी हैं। । पेड़-पौधे खाती है।। .. लंबी पूंछ हिलाती है।।। इस कविता के माध्यम से हम बच्चों को तुकांत शब्द,ह ध्वनि से प्रारंभ होने वाले शब्दों जैसे-हल,हवा,हलवाई, हल्दी, हलवा आदि, विभिन्न शब्दों में ध्वनि की पहचान जैसे-हाथी के शुरू मे कौन सी ध्वनि हैं,इसके अलावा छोटी-बड़ी,मोटा-पतला, विभिन्न जंगली जानवरों के नाम, उनके भोजन आदि के बारे में बच्चों से पूछकर जानंकारी करा सकते हैं।

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  35. बच्चों को पूर्व प्राथमिक शाला में गीत कहानियां चुटकुले रोचक खेल संख्याओं को कहानियों या गीतों के माध्यम से सिखाना यह गतिविधियां पूर्व प्राथमिक शाला में कराया जा सकता है

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  36. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  37. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  38. Hm apni sanstha me bachcho ki bhasha ke sath hindi bhasha ka prayog karte huye,story poem, aur short stories se bachcho se pathan kar prarambh karenge

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  39. साक्षरता और संख्यात्मक विकास के लिए सभी विषयोन्की समानता,भिन्नता ध्यान मे लेकर कृती युक्त नियोजन करेंगे l

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  40. Hm apni shala me saksharta avam sankhyatkmak vikas k liye sabhi vishyo ki samanta avam bhinnata ka niyojan krenge

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  41. बच्चो को कंकड़ पत्थर व ठोस वस्तुओ की माध्यम से गतिविधि करा कर

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  42. Ham apni Shala ke bacchon ki matrabhasha aur Hindi bhasha ka prayog karte hue Hindi aur English ki padhaai Karate hai

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  43. मैं अपनी साला के बच्चों के साथ कहानी कविता एवं खेल के माध्यम से उनकी स्थानीय भाषा को मातृभाषा में संबोधित करते हुए शिक्षण कार्य कर सकते हैं गणित की समझ के लिए कंकड़ कंचन पत्ते आदि के माध्यम से संख्या बोध की समाझ विकसित कर सकते हैं

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  44. पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को वनक परिवेश को ध्यान में रखकर हमे गतिविधि कराया जाना होगा
    जैसे --बच्चे जब छोटे होते है तब अपने म की गोद मे रहते हुई उनके चूड़ियों से खेलते है जिससे उनको रंगों का कुछ ज्ञान हो जाता है आकृतिज ज्ञान गिनती आदि की जानकारी हो जाता हैं बस उसे उनके साथ उनके जैसे बनकर सीखना होगा

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  45. छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है।

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  46. बच्चों को खेल के माध्यम से जोड़ने की अवधारणा बता सकते हैं जैसे एक बच्चे को पहले दो चॉकलेट दिए फिर दुबारा दो चॉकलेट दिए अब उससे पूछे की पहले कितने चॉकलेट थे और अब कितने चॉकलेट है इसी तरह घटाने की अवधारणा भी स्पष्ट की जा सकती हैं।

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  47. Class me sthaniy boli ke sath Hindi bhasha ka upyog karke chitra ke madhyam SE Kavita Kahani batana prarambh karenge

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  48. हम कक्षा में अध्यापन कराते समय भाषा पर विशेष ध्यान देते है क्यों बाख को हम अपनी स्तर लैबल की भाषा का प्रयोग करेंगे तो बच्चे उबाऊ महसुस करेगा अतः हम बच्चों की समझने की स्तर का ही हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे जिससे बच्चे असानी से समझ कर सिख सके।

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  49. उनकी मातृभाषा में कविता एवं गतिविधि के द्वारा सरल तरीके से सिखा सकते हैं।

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  50. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गकचाहूँगगी।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि चाहूँगी

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  51. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गकचाहूँगगी।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि चाहूँगी

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  52. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  53. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर्संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन- अध्यापन करेंगे

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  54. इन बच्चों की संख्यात्मक विकास के लिए हम उनके परिवार से ही पूछ सकते हैं कि, परिवार में कितने लोग हैं, बड़े कितने हैं, बच्चे कितने हैं, तुम्हारे कितने हाथ,पैर, अंगुलियाँ कितनी हैं आदि से संख्यात्मक विकास की शुरुआत कर सकते हैं.

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  55. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानियों का प्रयोग करते हुए बच्चों के साथ पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।

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  56. Children should be taught in mother language and other languages in very simple way that they can understand very easily

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  57. हम अपनी संस्था में बच्चों की मात्रभाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करेंगे और कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से एक्शन के माध्यम से सुनाकर व बच्चों से भी एक्शन करवाकर कविता व कहानी सुनेंगे ।

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  58. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  59. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त सामग्री द्वारा समझाया।

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  60. हम अपनी संस्था में बच्चों की मात्रभाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करेंगे और कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से एक्शन के माध्यम से सुनाकर व बच्चों से भी एक्शन करवाकर कविता व कहानी सुनेंगे ।

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  61. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए समझाया।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त सामग्री द्वारा समझाया।

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  62. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि

    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
    हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे
    खुशहाली सोनी
    बलौदाबाजार

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  63. कंचे,कंकड़ ,गोटियो व तिलियो का उपयोग करके गणित की अवधारणओं को खेल खेल में समझा सकते है

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  64. पूर्व प्राथमिक शिक्षा में बच्चों को कहानी के माध्यम से गतिविधियां कराना एवं खेल-खेल से शिक्षा आरंभ कर सकते है। बच्चे रूचि ले कर हर गतिविधि में भाग ले सकें।(Ng)

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  65. बच्चों में स्थानीय बोली में समझाते हुए पुस्तकीय भाषा की or ले जाने का प्रयास करेंगे।

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  66. Ham Vidyalay mein bacchon ko Unki matrabhasha ke sath Kavita kahani e padhakar acche se a Samjha sakte hain

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  67. हम अपनी संस्था में बच्चों कि भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  68. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  69. 3 से 4 साल के बच्चों को कविता, कहानी, खेल खेल के माध्यम से उनकी मातृ भाषा का उपयोग कर।4 से 5 साल के बच्चों को कार्ड, कंकड़, कंचा, बीज, पत्ती आदि के माध्यम संख्यात्मक विकास कर सकते है।

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  70. चित्र कार्ड के मध्यम से रंग, आकार, वर्गीकरण, संख्या, ध्वनि, भाषा आदि पूर्ण प्राथमिक के बच्चो का साक्षरता विकास करा सकते हैं।

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  71. पूर्व प्राथमिक पूर्व प्राथमिक एक और पूर्व प्राथमिक दो के लिए क्षेत्रीय भाषा और हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी रंगीन चित्रों के माध्यम से बताएंगे और उसी के सहायता से संख्यात्मक जानकारी भी देंगे इसे भाषा और संख्या दोनों का ज्ञान हो सके प्रकृति से प्रदत वस्तुओं का परिचय भी कराएंगे और परिचय करा कर के उसे गिनना सिखाएंगे और उस वस्तुओं के बारे में परिचय कराएंगे कि यह क्या है यह कैसा है और यह किस चीज से बना हुआ है।
    बच्चों को खेल-खेल में नाटक नाटक कराएंगे और नाटक से उसे सिखाने की प्रयास करेंगे।

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  72. Teaching them in a nice manner with a good intent.

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  73. इन्द्र सिंह चन्द्रा , उच्च वर्ग शिक्षक , शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला काशीगढ़ , विकास खण्ड-जैजैपुर , जिला - जांजगीर-चांपा , (छ.ग.)

    साक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित गतिविधि-:
    बच्चों में 1 से 10 तक गिनती सीखने की समझ।
    सामग्री- कार्ड , तिलियां , कंकड़, गिनती चार्ट , गिनतारा , श्यामपट्ट इत्यादि।
    गतिविधि-बच्चों को समूह बनाकर गोलाकार आकृति में बिठाएंगे फिर उसे गतिविधि हेतु सामग्री प्रदान करेंगे। उनसे कुछ प्रश्न करेंगे जैसे- आपके हाथ में कितनी उंगलियां है? आपके कितने कान हैं ? कितनी आंखें हैं? इस प्रकार के प्रश्न करने के उपरांत उपलब्ध सामग्री से बच्चों को स्वत: गिनने का अवसर प्रदान करेंगे। स्वत: करके सीखने से प्राप्त ज्ञान मस्तिष्क में स्थायित्व होता है। तत्पश्चात संख्या से संबंधित एक कविता वाचन कर बच्चों में रुचि जागृत करेंगे।
    कविता -
    एक बड़े राजा की बेटी,
    दो दिन से बीमार पड़ी,
    तीन संतरे दौड़े आई,
    चार दवा की पुड़िया लाई,
    पांच मिनट में गरम कराई,
    छ: छ: मिनट बाद पिलाई,
    सात मिनट में आंखें खोली
    आठ मिनट में दौड़े आई,
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस।

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  74. साक्षरता और संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि -
    बच्चों को गोलाकार में बिठाकर उनसे कुछ प्रश्न करेंगे ।
    जैसे- आपके कितने कान हैं, आपके हाथ में कितनी उंगलियां है।
    फिर कविता शुरू करेंगे।एक,एकम एक, खड़े-खड़े देख ।
    एक दूने दो , कांवड़ को बो ।
    एक तिया तीन,बजाओ बीन ।
    एक चौके चार,बनो होशियार।
    एक पंजे पांच, पीओ गरम-गरम छाच।
    एक छक्के छः , शुरू करो पढ़ाई बज गई छः ।
    एक सत्ते सात ,खाओ दाल -भात ।
    एक अट्ठे आठ , रस्सी में बन गई गांठ ।एक दहाम दस,पूरी हो गई गिनती बस । कविता में आने वाले अंक को
    अंक कार्ड द्वारा बारी -बारी से बच्चों को
    दिखाया जायेगा ‌। बच्चे कार्ड देखकर अपने पास रखे कंकड़, पत्थर , इमली के बीज को गिनेंगे । गिनने के बाद कार्ड देखकर श्यामपट्ट पर अंक लिखने का प्रयास करेंगे इस तरह इस गतिविधि को करने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया जाएगा ।

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  75. बच्चों को उनके स्थानीय भाषा-बोली में संख्यात्मक ज्ञान ताली बजाकर कराया जा सकता है। जैसे एक ताली बजाकर राम, दो ताली बजाकर राम राम, तीन ताली बजाकर राम राम राम।

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  76. बच्चों से वहां के सब बच्चों का नाम पूछे व सब नामों को दोहराते जाएं,,अब उन नामों में ज्यादातर घर पर बोले जाने वाले नाम होंगे और कुछ वास्तविक नाम होंगे,,बच्चों को मजा आएगा ये सुनकर कि उनके दो तीन नाम है, नाम से संबंधित और कुछ खेल भी किया जा सकता है |

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  77. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-1 (3 से 4 साल के बच्चों) और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-2 (4 से 5 साल के बच्चों) के लिए साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए बच्चे कार्ड देखकर अपने पास रखे कंकड़, पत्थर , इमली के बीज को गिनेंगे ।

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  78. 1.Purv Prathmik Shiksha Saksharta Vikas ke liye bacchon ki matrabhasha ka prayog karte ho Hindi aur angreji bhasha ke Saral shabdon ka prayog karungi
    2. Bacchon ke sankhya atmak Vikas Hetu Kankad Pathar Bij ganit kit ka prayog gatividhi Karna chahungi

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  79. पूर्व प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेलकूद के माध्यम से अंक और शब्दों का ज्ञान दिया जाता था, इसके साथ गिनती कार्ड व अक्षर कार्ड, कंकड़, लकड़ी, गोटी इत्यादि चीज़ों के माध्यम से भी सिखाया जाता था, जिससे बच्चे आसानी से सीख भी जाते हैं।

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  80. Matching items one-to-one is an important mathematical concept. It's how we prove that two quantities are equal. Two sets contain the same number of items if the items in each set can be matched, one-to-one, with no items left over. By allowing students to do this we can help them better grasp the concept of numbers and their relative position.

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  81. बच्चों कि मातृ भाषा को ध्यान में रखकर कहानी के माध्यम से गतिविधि कराना।माचिस कि तिलियो से गिनना गिनने के बाद कार्ड पर बने चित्रों को पहचान कर लिखना सिखाना ।

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  82. पूर्व प्राथमिक कक्षा के बच्चों को चित्र कार्ड के माध्यम से कविता,कहानियाँ बताना चाहिए । एवं नरम व रंगीन वस्तुओं से रंगों,आकृतियों की पहचान, गिनती,जोड़, घटाव की अवधारणा को बताना चाहिए एवं उन्हें सहयोग कर गतिविधियाँ कराना चाहिए ।

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  83. हम अपनी कक्षा में बच्चो की मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी, कविता, का पठन प्रारंभ करेंगे।

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  84. मैं बच्चों के साथ बीज तथा हिन्दी व अंग्रेजी के वरणों के साथ गतिविधियां करना चाहूंगा।

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  85. मातृभाषा में सरल तरीके से कविता वाचन कर पड़ाना चाहिए

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  86. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  87. पूर्व प्राथमिक के बच्चों के साक्षरता या संख्यात्मक विकास के लिए मैं उन्हें 1से 10 तक गिनती वाली छोटी व सरल गीत सुनाना चाहूंगा और गतिविधि करते हुए उनसे प्रश्न भी पूछते जाऊंगा।मुझे विश्वास है, कि बच्चे प्रश्नों का उत्तर आसानी से दे सकेंगे।
    गीत निम्नानुसार है----------------
    एक लाल फूल खिला है डंगाल में,
    एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
    कितने हो गए ? (2)
    दो लाल फूल खिला है डंगाल में,
    एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
    कितने हो गए ? (3)
    तीन लाल फूल खिला है डंगाल में,
    एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
    कितने हो गए ? (4)
    चार लाल फूल खिला है डंगाल में,
    एक लाल फूल खिल जाय अगर तो,
    कितने हो गए ? (5)
    इस प्रकार गीत को हाव-भाव के साथ क्रमशः उँगलियों का प्रयोग करके 1 से 10 तक संख्या का अभ्यास करा सकते हैं।इस गतिविधि में जोड़ना-घटाना के साथ - साथ बच्चों को पर्यावरण से भी जोड़ सकते हैं।

    दिलीप कुमार वर्मा
    सहायक शिक्षक(L.B.)
    शा.प्रा.शा.सुन्द्रावन
    वि.ख.--पलारी
    जिला--बलौदाबाजार(छ. ग.)

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  88. प्राथमिक शाळा के बच्चो को संख्यात्मक ज्ञान सीखाने के लिए गिनतारा या गिनती कार्ड का उपयोग करके आसानी से सीखाएंगे बच्चो को टी .एल .एम का प्रयोग करंगे जिसमे बच्चे मूर्त रूप से कंचे से गिनती सीखेंगे

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  89. Bachho Ko matri bhasha avm padhai Jane Vali bhasha k sath antersambandh banate hue gatividhiya karayenge.

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  90. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि

    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
    हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  91. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे

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  92. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा जोड़ कर कहानी, कविता का पठन आरंभ करेंगे।

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  93. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
    कविता, कहानी में आने वाले अंको को कार्रड.से दिखाया जाता हैं 3से 4 वर्ष..के बच्चों के लिए इस प्रकार के तकनीक का उपयोग किया जाता हैं और बच्चों को कविता में आये हुए संख्या. को काड.जो.उनको. दिया गया है गिनने के.लिए हम उनको माचिस की तीली या.कंकण से उनको गिनती करने के लिए कहेंगे इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का.प़यास करेंगे इसी प्रकार गणित का अंक की.जानकारी देते हैं और बच्चें को गिनती सिखाया जायेगा।

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  94. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  95. पूर्व प्राथमिक विद्यालय में बच्चे अपनी मातृ भाषा के साथ प्रवेश लेते हैं। उन्हे विद्यालयी भाषा का ज्ञान प्रायः नहीं होता है इसलिए उनका अध्ययन अध्यापन मातृभाषा समावेश करते हुए करना सीखने सीखाने की प्रक्रिया में कारगर होता है। बच्चे उस भाषा में आसानी से सीखते हैं।

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  96. हम.अपनी शाला में बच्चों की. घर की भाषा के साथ साथ. हिंदी भाषा जोड़ कर कविता, कहानी का पठन आरंभ करेंगें।कहानी मे आऐ अंकों को माचिस की तिली,कंकड़ से गिनती करने के लिए कहेंगे।इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का प्रयास करेंगें।अंक की जानकारी के साथ साथ बच्चों को गिनती सिखाया जा सकता हैं।

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  97. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
    हम बच्चों को कविता के अंदर आए हुए गिनती के अनुसार उन्हें कविता में आए हुए अंको के अनुसार पठन के अनुसार गिनती सिखाने के लिए माचिस की तीली, कंकण के माध्यम से स्यामपट मे गिनती सिखाया जाता हैं और.बच्चे सरलता से सीखते है।और ये प़कार जो बच्चों को सिखाने के लिए कारगर सिद्ध होता है और बच्चे को सिखने-सिखाने मे कारगर सिद्ध होता हैं

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  98. We can collection of solid item keep one by one and we will learn to children for knowledge of numbers

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  99. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि-
    हम बच्चों को कविता मे आए हुए गिनती के अनुसार हम बच्चों को कविता में आए हुये अंको के अनुसार पढने.के अनुसार गिनती सिखाने के लिए फूल,कंकण, माचिस की तीली के द्वारा गिनती सिखाने का अभ्यास कराते हैं जिससे बच्चे बड़ें आसानी से गिनती सीखते हैं और इस प्रकार से सिखने-सिखाने का.कार्य कारगर.सिद्ध होता हैं

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  100. पूर्व प्राथमिक शिक्षा एक 3 से 4 साल के बच्चों के लिए भाषा ज्ञान के लिए चित्र पर आधारित गतिविधियां करेंगे। पूर्व प्राथमिक शिक्षा दो 4 से 5 साल के बच्चों के लिए संख्यात्मक गतिविधि कराने के लिए बच्चों को चित्र दिखाकर कुछ वस्तुओं का उपयोग करके कंकड़ पत्थर का उपयोग करके उन्हें संख्यात्मक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

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  101. पूर्व प्राथमिक पूर्व प्राथमिक एक और पूर्व प्राथमिक दो के लिए क्षेत्रीय भाषा और हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी रंगीन चित्रों के माध्यम से बताएंगे और उसी के सहायता से संख्यात्मक जानकारी भी देंगे इसे भाषा और संख्या दोनों का ज्ञान हो सके प्रकृति से प्रदत वस्तुओं का परिचय भी कराएंगे और परिचय करा कर के उसे गिनना सिखाएंगे और उस वस्तुओं के बारे में परिचय कराएंगे कि यह क्या है यह कैसा है और यह किस चीज से बना हुआ है।
    बच्चों को खेल-खेल में नाटक नाटक कराएंगे और नाटक से उसे सिखाने की प्रयास करेंगे।

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  102. Anand Das Manikpuri
    Lormi Bithaldah
    छोटे-छोटे बच्चों को उनके मात्री भाषा में हम सरल प्रकार के कुछ वाक्य उनको बोलना सिखाएंगे कुछ गीत कविता इत्यादि ने उसको साक्षरता के रूप में सिखा देंगे जहां तक बात है संख्यात्मक जानकारी तो हम उस परिवेश में आसानी से उपलब्ध हो जाने वाले कंकड़ गीत छोटे छोटे पत्थर या किसी अन्य माध्यम या फिर गणित किट के माध्यम से हम बच्चों को छोटे मोटे संख्याएं और उनसे संबंधित संक्रियाएं जैसे क्योंकि ना उनमें से - या फिर उनको आपस में किस प्रकार से और रोचक ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं वह बच्चों को हम सिखाएंगे मांगी तो उन्हें हम कंकड़ छोटे छोटे पत्थर या फिर बीज है विभिन्न फलों के जो आसानी से उपलब्ध हो सके या फिर गणित किट के माध्यम से हम उन बच्चों को संख्या अंको का जोड़ना घटाना इत्यादि क्रियाएं करा सकते हैं

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  103. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास संबंधि गतिविधी
    बच्चो को गोलाकार आकृति मे बिठाकर उनके बीचो बीच एक खाली काटुन (बाक्स) मे रंग बिरंगे
    छोटे छोटे गेंद रखकर बारी बारी से एक एक गेंद अपनी मन पसंद से बच्चे निकलते है उन सभी गेंदो को बच्चे रंग के आधार पर अलग अलग रख कर गिनते है।
    जैसे लाल गेंद - 3
    सफेद गेंद - 6
    हरा गेंद - 9
    कुल गेंदे =18
    बच्चो से हम प्रश्न पूछते है कि किस रंग की गेंदे सबसे अधिक है और किस रंग की सबसे कम।
    इस प्रकार खेल खेल मे बच्चे जोड़ की संकियाऐ
    सीख पाते है।
    घटाने की संकियाऐ
    बच्चो से पुनः प्रश्न करते है कि कुल गेंदो मे सबसे
    कम गेंदो की संख्या को घटाने से कितने गेंद बचेगे।
    इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चे अपने से
    करके सिख लेते है जो उन्हे जीवन भर याद रह जाता है।

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  104. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास संबंधि गतिविधी
    बच्चो को गोलाकार आकृति मे बिठाकर उनके बीचो बीच एक खाली काटुन (बाक्स) मे रंग बिरंगे
    छोटे छोटे गेंद रखकर बारी बारी से एक एक गेंद अपनी मन पसंद से बच्चे निकलते है उन सभी गेंदो को बच्चे रंग के आधार पर अलग अलग रख कर गिनते है।
    जैसे लाल गेंद - 3
    सफेद गेंद - 6
    हरा गेंद - 9
    कुल गेंदे =18
    बच्चो से हम प्रश्न पूछते है कि किस रंग की गेंदे सबसे अधिक है और किस रंग की सबसे कम।
    इस प्रकार खेल खेल मे बच्चे जोड़ की संकियाऐ
    सीख पाते है।
    घटाने की संकियाऐ
    बच्चो से पुनः प्रश्न करते है कि कुल गेंदो मे सबसे
    कम गेंदो की संख्या को घटाने से कितने गेंद बचेगे।
    इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चे अपने से
    करके सिख लेते है जो उन्हे जीवन भर याद रह जाता है।

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  105. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे | हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविताएं छोटी कहानियों आदि का बच्चों से पठन-पाठन प्रारंभ करेंगे।

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  106. मा.शा.कुदुर घोड़ा
    अंबागढ़ चौकी
    राजनांदगांव
    हम कबड्डी या खो खो खेल के माध्यम से बच्चों को संख्यात्मक विकास का ज्ञान कर सकते हैं।खिलाड़ी आउट होता है वहां घटाने एवं जिंदा होते हैं वहाँ जोड़ने की क्रिया खेल खेल में ज्ञान दिया जा सकता है।

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  107. हम कक्षा में अध्यापन कराते समय भाषा पर विशेष ध्यान देते है क्यों बाख को हम अपनी स्तर लैबल की भाषा का प्रयोग करेंगे तो बच्चे उबाऊ महसुस करेगा अतः हम बच्चों की समझने की स्तर का ही हिंदी भाषा का प्रयोग करेंगे जिससे बच्चे असानी से समझ कर सिख सके।

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  108. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।

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  109. बच्चों में साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कविता, कहानी एवं गतिविधियों के माध्यम से किया जा सकता है l

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  110. प्राथमिक शाळा के बच्चो को संख्यात्मक ज्ञान सीखाने के लिए गिनतारा या गिनती कार्ड का उपयोग करके आसानी से सीखाएंगे बच्चो को टी .एल .एम का प्रयोग करंगे जिसमे बच्चे मूर्त रूप से कंचे से गिनती सीखेंगे

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  111. हम बच्चों के संख्यात्मक ज्ञान के लिए कंकड़
    कंचे गिन तारा आदि का उपयोग करेंगे। साक्षरता के लिए चार्ट व अक्षर कार्ड का
    उपयोग करेंगे।

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  112. हम नई nai गतिविधियों को अपना कर खेल खेल में संपर्क kit को खिलौना बनाकर ur मोबिल में music द्वारा उनकी रुचि के हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार करेगे पहले हम जानने की कोशिश करेगे की उसकी रुचि किसमें ज्यादा है

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  113. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।

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  114. साक्षरता या संख्यात्मक विकास पर आधारित गतिविधि को हम अपने आस पास पाए जाने वाले मूर्त अवधारणाओं से जैसे कंकर,पत्थर, बिस्किट, चॉकलेट,कलर्स, फल,फूल,इत्यादि जो बच्चे को रुचि पूर्ण लगे दैनिक जीवन चर्या से जोड़कर व्यवहारिक ज्ञान से बड़ी ही आसानी से खेल पूर्ण तरीके से संख्यात्मक अवधारणाओं को विकसित किया जा सकता है।

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  115. पूर्व प्राथमिक शिक्षा एक 3 से 4 साल के बच्चों के लिए भाषा ज्ञान के लिए चित्र पर आधारित गतिविधियां करेंगे। पूर्व प्राथमिक शिक्षा दो 4 से 5 साल के बच्चों के लिए संख्यात्मक गतिविधि कराने के लिए बच्चों को चित्र दिखाकर कुछ वस्तुओं का उपयोग करके कंकड़ पत्थर का उपयोग करके उन्हें संख्यात्मक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

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  116. साक्षरता और संख्यात्मक विकास पर एक गतिविधि मनाएंगे गिनती सिखाने के लिए ग्रीन कार्ड , कंचा, पत्थर, वर्ण सिखाने के लिए वर्ण कार्ड बनाएंगे वर्णक ध्वनि के माध्यम से सिखाएंगे।

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  117. Bachcho ko sachitra sthaniy bhasha ka prayog kr saral tarike se sikhaya ja sakta hai.

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  118. बच्चों की मातृभाषा के साथ विद्यालय में पढ़ाई जाने वाली भाषा के साथ अंतर संबंध स्थापित करते हुए अध्ययन अध्यापन करेंगे।

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  119. हम अपनी कक्षा में बच्चों की मातृभाषा के साथ-साथ हिन्दी भाषा का सामंजस्य करते हुए कहानी, कविता का पठन करेंगे।

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  120. पूर्व - प्राथमिक शिक्षा - 1 और 2 के बच्चो की साक्षरता व संख्यात्मक अवधारणा के विकाश के लिए उनको गतिविधि आधारित क्रियाओं पर काम करने और खेलने दिया जाना चाहिए। इसके लिए उन्हें उनकी मातृ भाषा में गतिविधि करने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
    1 से 5 तक की संख्या ही बच्चो को पहचान कराना उचित रहेगा,जो विभिन्न गतिविधियों के द्वारा सरल से जटिल की तरफ जाते हुए करना होगा।जैसे - रंगबिरंगे वस्तुओं को गिनना, कविताओं की सहायता से गिनती बोलवाना, दुकान का सेटअप करके दुकानदार व ग्राहक की नकल करके भी संख्याओं का ज्ञान कराया जा सकता है।

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  121. हम अपनी संस्था में बच्चों को उनकी मातृभाषा से कहानी कविता सुनेगे तत्पश्चात विद्यालय में पढाई जाने वाली भाषा का उपयोग करेंगे ।
    गणित की समझ के लिए कंकड़ , कंचे, माचिस की तिलियो के माध्यम से संख्या की समझ विकसित करेंगे ।
    Ku.Nazima Begum

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  122. बच्चों को स्थानीय परिवेश में प्रचलित खेल जैसे पच्चीसा,साँप सीढ़ी का खेल इत्यादि खेलने का अवसर दिया जायगा।।

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  123. संख्यात्मक विकास के लिए गतिविधि 3-4 वर्ष -कविता के माध्यम से गिनती सीखाना,कंकड़ पत्थर, बीजो एवं फूलों के पंखुडी को गिनना और गिनवाना

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  124. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  125. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  126. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  127. हम बच्चो के साथ कविता एक बड़े राजा की बेटी 2 दिन से बीमार पड़ी थी 3 डॉक्टर देखने आए 4 दवा की पुड़िया लाये 5 5 घन्टे बाद लेना 6वे दिन उसे होश आया इस तरहखेल खेल में गिनती पढ़े गी और हिंदी के साथसाथ मात्र भाषा मे कहानी सुनाने से भी हम भाषा के साथ अक्षर ज्ञान कर सकते है

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  128. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  129. पूर्व प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए उनकी समझ अनुसार उनकी मातृभाषा, घरेलू एवम स्थानीय भाषाओं में सरल एवं रुचिकर कविता, पाठ और कहानी का अध्ययन-अध्ययापन करना चाहिए।

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  130. पूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए छोटी-छोटी कहानियों और कविताओं के माध्यम से अक्षर ज्ञान कराया जा सकता है एवं संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ पत्थर ,बीच आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है l

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  131. पूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए छोटी-छोटी कहानियों और कविताओं के माध्यम से अक्षर ज्ञान कराया जा सकता है एवं संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ पत्थर बीज आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है फूल एवं पत्तियों का प्रयोग करते हुए बच्चों को संख्यात्मक जानकारी दी जा सकती हैl

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  132. पूर्व प्राथमिक शिक्षा में साक्षरता विकास के लिए मातृभाषा का प्रयोग करते हुए , हिंदी भाषा में छोटी - छोटी कविता , कहानियों का प्रयोग करके तथा संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रूप से कंकड़ ,पत्ती , बीज , पत्थर , कंचे, माचिस की तीलियां , फूलों की पंखुड़ियां आदि का प्रयोग कर गतिविधि कराया जा सकता है।

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  133. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास के लिए बच्चों को चित्र कार्ड, शब्द कार्ड एवं वर्कशीट दे कर रंगो के प्रकार के बारे मे तथा वर्कशीट में रंग भरने, आदि की गतिविधि से बच्चों की समझ विकसित कर सकते हैं ।

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  134. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  135. संख्यात्मक विकास के लिए गिनती एक दो तीन चार _ _ _ ऊंची आवाज में पढ़ते हुए प्रिंट पर ऊंगली रखते जाएंगे तथा प्रिंट एक दो तीन चार आदि के सामने लगभग समान आकार की उतनी ही संख्या में कोई चीज या कंकड़ को प्रर्दशित भी करेंगे जिससे बच्चा धीरे धीरे गिनती की अवधारणा को समझता जाएगा। बच्चों में संख्यात्मक विकास के लिए कविता (गतिविधि के साथ) को भी शामिल करेंगे।

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  136. पूर्व प्राथमिक शाला के बच्चों को संख्या के ज्ञान कराने के लिए बहुत सारी गतिविधियां कराई जा सकती है l इसमें प्रमुख रूप से ठोस वस्तुओं की सहायता से 1-1 की संगत कराते हुए मौखिक रूप से ginana l चित्रों पर उंगली रखकर गिन कर बच्चों को भी उसे दोहराने को कहना l
    बच्चों के परिवेश में मिलने वाली विभिन्न वस्तुओं को गिनने का अभ्यास करना l बच्चों को संख्यात्मक ज्ञान के आधार पर बनी हुई कहानियां एवं कविताएं सुनाकर उस पर चर्चा करना l

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  137. Praathmik tatha poorva praathmik star ke bachho me saksharta ya sankhyatmak vikas ki samaj viksit karne ke liye ham kisi gatividhi ka prayog kar sakte hai.
    Jaise - sankhya ki jankari dene ke liye ham bacho ke sath baithenge aur sabse pahle unhe apne aankh, kaan, pair, hath in sabhi ko ginna sikhayenge. Fir aage ki ginti ke liye ham kankad ya pencil lekar unki samaj viksit karenge. Sath hi unhe likhne ka bi abhyas karayenge.

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  138. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  139. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  140. वर्कसीट के आधार बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान किया जा सकता है । विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से भी बच्चों को जोड़ा जा सकता है । पाँच वर्ष तक के बच्चों में 90% बुद्धि का विकास हो जाता है ।

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  141. पूर्व प्राथमिक शाला के बच्चों की साक्षरता एवं संख्यात्मकता का ञान कराने के लिए एक खाली कार्टून में कुछ लाल, पीले, नीले गेंद डाल कर बच्चों को गोल घेरा में बैठा कर उनके बीच में सब गेंद को उडेल देते है और सब गेंद को गिनती कराते हैं जैसे-1,2,3,------12,कुल-12गेंद ,अब बच्चों को अलग-अलग रंग की गेंद को अलग कराते हैं जैसे- लाल-3,पीला-5,व नीला-4 ,अब बच्चों को लाल व पीला गेंद को मिला कर गिनती कराते हैं जैसे-लाल-3+पीला-5,तो कुल-8 लाल व पीला गेंद होते हैं अब कुल लाल, पीले, व नीले गेंद को मिला कर लाल व पीले गेंद को निकलवा कर पूछते हैं कि कुल नीले गेंद कितने हैं जैसे- कुल गेंद-12, तो लाल व पीला गेंद (3+5 =8) तो (कुल गेंद-12_8लाल पीले गेंद=4नीले गेंद) । इस तरह गणितीय अवधारणा को बच्चों को सिखा सकते हैं।

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  142. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  143. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।!

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  144. ध्वनि जागरूकता के माध्यम से वर्ल्ड ज्ञान की गतिविधि कराई जा सकती है जैसे म्याऊं की आवाज कौन करती है बच्चे कहेंगे बिल्ली बिल्ली की प्रारंभिक ध्वनि कौन सी है वह बहू हो काम करता है कुत्ता कुत्ता की प्रारंभिक धोनी कौन सी है टीटू कौन करता है तोता तोता की प्रारंभिक ध्वनि कम सी है तो मैं में काम करती है बकरी बकरी की प्रारंभिक ध्वनि कौन सी है वह इस प्रकार से गतिविधियों द्वारा हम वर्ण का ज्ञान करा सकते हैं दूसरी गतिविधि संख्यात्मक वोट के लिए चित्रकार कंकड़ या आसपास की वस्तुओं के द्वारा जोड़ घटाव आदि गतिविधि करा सकते हैं जैसे चित्र कार्ड के माध्यम से दिल्ली की आकार रंग तथा छोटी मोटी आदि का भी भोजन करा सकते हैं जोड़ के रूप में कर सकते हैं मेरे पास अभी तीन बिल्ली है कुछ समय बाद दो बिल्ली और आ गई अब कुल कितने बिल्ली हो गए 5 इसी प्रकार अन्य उदाहरण के माध्यम से कंकड़ बीज पत्ते के माध्यम से जोड़ की गतिविधि करा सकते हैं अंतर ज्ञात करने के लिए बच्चों को बताएंगे कि मेरे पास यह पांच बिल्ली का चित्र है इनमें से दो बिल्ली का चित्र फट गई अब मेरे पास कुल कितने बिल्ली के चित्र हैं बच्चे बताएंगे 3 इस प्रकार से अपने आसपास के प्रवेश के माध्यम से हम संख्या का बोध आकार का बोध रंग का बोध करा करके उन बच्चियों का पूर्व प्राथमिक स्तर पर सर्वांगीण विकास कर सकते हैं

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  145. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिन्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी ,कविता एवं छोटी कहानी से पठन पारंभ करेंगे।संख्यात्मक विकास के लिए कंकड, पत्थर, बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे

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  146. कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाने से बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।
    हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  147. पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को कार्ड के माध्यम से एक से 10 तक गिनती सिखाएंगे बच्चों को अंडाकार बिठाकर हम उनके शरीर के अंगूर की जानकारी जैसे कितने आंख कितने पैर कितने नाक कितने कान आदि को पूछेंगे मातृभाषा के साथ हिंदी व अंग्रेजी भाषा को जोड़कर उन्हें आगे बढ़ाएंगे।

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  148. पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को कंकड़, पत्ती, गिनती चार्ट, अंक कार्ड आदि के माध्यम से 1 से10 तक गिनती सिखायेँगे। पशु पक्षी की आवाज जैसे कुत्ता कैसे भोंकता हैं, बिल्ली कैसे म्याऊँ करती हैं, बकरी का मेमना कैसा मेमयाता हैं। मातृ भाषा से हम शिक्षण भाषा में ले जा सकते हैं ।(विनोद कुमार साहू मा शा एर्राकोट)

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  149. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  150. बच्चों को मातृभाषा स्थानी बोली से शुरुआत पढ़ाना चाहिए

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  151. बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए बच्चों को काटती लिया और कम कर देंगे बच्चों को अंडाकार बैठा कर उनसे कुछ प्रश्न करेंगे जैसे आप की कितनी आंखें हैं आपके दोनों हाथों में कितनी उंगलियां हैं गिन कर बताइए अंको के कारण दिखाएंगे कम करो को गिनने को कहेंगे तीलियों को गिनने को कहेंगे बारी-बारी से बच्चों से पीलिया और कंकड़ गिनो आएंगे और संख्यात्मक जानकारी एवं विकास करेंगे

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  152. बच्चे किसी भी अधिगम प्रक्रिया में जुड़ने के लिए उन्हें उनकी अपनी मातृभाषा के द्वारा हिंदी भाषा के साथ जुड़ेंगे बच्चे में अपनत्व का भाव जागृत होगा और इसके द्वारा हम उसे खेल के द्वारा गीत कविता के माध्यम से अंको का उच्चारण कर गतिविधि कराएंगेतो बच्चा उत्साहित होकर अपना सहभागिता प्रदान करेंगे और बच्चे खेल खेल में साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान की ओर आगे बढ़ेगा कविता में तुकबंदी गीत ज्यादा पसंद आते हैं इसीलिए अपनी गिनती में तुक बंदी का प्रयोग करेंगे और भाषा में छोटे छोटे शब्दों का उच्चारण कर चार्ट एवं कार्ड के द्वारा दिखाएंगे

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  153. पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों में अधिगम के विकास के लिए कहानी कविता यह मुख्य साधन है जिसके माध्यम से बच्चे स्कूल में या अधिगम प्रक्रिया में सहर्ष भाग लेते हैं

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  154. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी, कविता एवं छोटी कहानी से पठन प्रारंभ करेंगे। संख्यात्मक विकास के लिए कंकड़, पत्थर बीज के प्रयोग से गतिविधि करेंगे।

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  155. पुर्व प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को अधिगम एवं संख्यात्मक अवधारणा सीखाने के लिए परिवेशीय वातावरण मे पेड़, सूरज, पक्षी आदि से सम्बन्ध जोड़ कर बच्चों के मातृभाषा में भाषा एवं संख्यात्मक अवधारणा दिया जाना चाहिए।

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  156. छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी मातृभाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है।

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  157. पूर्व प्राथमिक शिक्षा 1 और 2 के बच्चों में खेल/गीत/कविता/कहानी के माध्यम से साक्षरता विकास किया जा सकता है। इसी प्रकार कंकड़, पत्थर,बीज, पत्ते आदि मूर्त सामाग्री के माध्यम से उनका संख्यात्मक विकास किया जा सकता है।

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  158. Bachcho ko samuh me gatividhi krana jyada uchit hoga kyo ki ve ek dusre ke sanpark me jaldi miljate hai.
    Aas-pas me paye jane wali chije jaise-beej,kankd,migi ke kanche,machis ki thilliya .
    Gatividhi-sem,matar mungfali,imli ke beejo ko ek sath miladena aur alg alg samuh me thoda thoda bantkar bachcho se kahna ki ve ek jaisi chijo ko alg alg kare,aur unhe ginkar bataye.
    Es.gatividhi se ve ginti,vargikarn,beejo ki phchan,sangrh karna seekhte hai.

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  159. Bachcho ko samuh me gatividhi krana jyada uchit hoga kyo ki ve ek dusre ke sanpark me jaldi miljate hai.
    Aas-pas me paye jane wali chije jaise-beej,kankd,migi ke kanche,machis ki thilliya .
    Gatividhi-sem,matar mungfali,imli ke beejo ko ek sath miladena aur alg alg samuh me thoda thoda bantkar bachcho se kahna ki ve ek jaisi chijo ko alg alg kare,aur unhe ginkar bataye.
    Es.gatividhi se ve ginti,vargikarn,beejo ki phchan,sangrh karna seekhte hai.

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  160. 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक Vikas kar sakenge

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  161. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।।।

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  162. 3 से 4 व 4 से 5 आयुवर्ग के बच्चों के लिए साक्षरता और संख्यात्मक विकास हेतु हम खेल - खेल के माध्यम से ही गतिविधियां कर सीखा सकते हैं।जैसे:- "क" ध्वनि का उच्चारण कर कबूतर का चित्र दिखाकर "क" ध्वनि का अवधारणा स्पष्ट करेंगे, कुछ उदाहरण भी बताएंगे "क" से कमल,कलम चित्र दिखाते हुए।फिर बच्चों से ही "क" ध्वनि से प्रारंभ होने वाली स्थानीय चीजों, जीवों के नाम बताने को कह सकते हैं।बच्चों के तरफ से "क" ध्वनि उच्चारण करते हुए काका - काकी,कान ,कटोरी, कौवा इत्यादि नाम दोहराया जा सकता हैं।ठीक इसी प्रकार हम ख, ग,घ,च,छ के ऐसे ही उदाहरण पेश कर सकते हैं।
    संख्यात्मक विकास के लिए भी हम खेल - खेल से सीखा सकते हैं जैसे:- रेलगाड़ी का खेल खेलाकर।।इंजन में एक डिब्बा, दो डिब्बा, तीन डिब्बा क्रमशः आगे बढ़ते हुए 10 व 20 तक कि संख्या भी बता सकते हैं उनके बताएं अनुसार डिब्बा जोड़ते जाएंगे। चित्रों के माध्यम से, प्रत्यक्ष वस्तुओं के माध्यम से जैसे:- हाथों की उंगलियों से,फल,चॉकलेट, बिस्किट, घर के सदस्यों के नाम गिनाकर, समूहों में बैठे बच्चों को गिनकर,गीत,कविताओं के माध्यम से भी बड़े आसानी व सरल तरीकों से सीखा सकते हैं।

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  163. पूर्वप्रथमिक स्कूल में बच्चों को सिखाने के लिए खेल खेल में शिक्षा बहुत उपयोगी होता है। इसलिए उसे संख्या सिखाने के लिए बरी बरी से नाम के जगह संख्या उच्चारण करने से बच्चों में संख्या बोध और ज्ञान होगा।

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  164. एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।

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  165. चित्र कार्ड बनाकर बच्चों को दिखायेंगे और उनकी भाषा में चित्र के बारे में पुछेंगे।इस प्रकार साक्षरता या संख्या त्मक विकास पर आधारित गतिविधियां कराई सकते हैैं।

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  166. साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास हेतु गतिविधि 1से 10तक गिनती सिखाना सामग्री-कंकड़,पत्ती,अंक कार्ड तिल्ली कविता-एक,दो, मुंह धो तीन,चार, खाओ,अनार पांच,छै,बोलो,छै सात आठ, पढ़ो,पाठ, नौ,दस अब बस । अंगुलियों के साथ कविता का लयबद्ध वाचन कराना । फिर सामग्री को छूकर गिनना सिखाना ।इस प्रकार हम बच्चों का साक्षरता एवं संख्यात्मक विकास कर सकते हैं ।

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  167. 1-ham 3-4 sal ke bachchho ko unki matrabhasha o prathmitkta dete huye hindi ,english shikhane ki koshish करेगे
    2- sankhyatmak rup ko shikhnane ke bahut vikalp hai bachchho ko khade karke sankhya ka bodh karwayege ek ek bachcha badhte jayege , ya ghataye jayege , kankad -patthar shink adi ke dwara 1-20 tak ki ginti shikhyege ur 4-5 sal tak ke bachchho ko 10 -10 ka samauh bana shikhayege ye sab khel khel me kiya ja sakta hai ur any samagri ad kar sakte hai bachchho ko bhi mauka dege ad karne ka ya unki ruchhi janne ka ki unhe kis tarah se shikhne me maja a rha ya o ruchhi rakhte hai

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  168. Class 1 :- knkad,lkdi ko 1-10 tk ginti sikhane ke liye
    Class 2:-ikai- dhai smajh hetu maths kit ka upyog krke sikhaya ja skta h

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  169. एन एल कुंभकार
    माशा कच्छारपारा निराछिंदली
    संकुल-एटेकोन्हाडी विखं-केशकाल
    जिला-कोण्डागांव छग

    १.छोटे,सरल कहानी या कविता के माध्यम से साक्षरता के लिए प्रयास किया जा सकता है।
    २.संख्या के संबंध में विभिन्न सहायक शिक्षण सामग्री जो हमारे आसपास आसानी से उपलब्ध हो कि सहायता से बच्चों में कौशल विकसित करने का प्रयास किया जा सकता है।

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  170. हम अपनी संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे।

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  171. बच्चों की मातृभाषा का उपयोग करते हुए छोटी छोटी कविताओं कहानियाँ के द्वारा बच्चों को सिखाने का प्रयास करेंगे

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  172. जब बच्चे पूर्व विद्यालय में प्रवेश करते हैं तो वह अपने साथ अपनी मातृभाषा को लेकर के आते हैं और उनकी मातृभाषा ही दूसरे भाषा को सीखने का आधार स्तंभ होता है जिससे वह आगे चलकर अपनी भाषा परिष्कृत कर दूसरे भाषा की ओर रुख करते हैं अंक ज्ञान के लिए आसानी से उपलब्ध होने वाले पदार्थ जैसे कंकड़ पत्थर बीज आदि से उनमें अंक की अवधारणा स्पष्ट करने में मदद मिलती है इसके लिए बच्चों के साथ उन कंकड़ पत्थरों को गिनने उन्हें समूह में रखने उन्हें अलग करने आदि से उनमें अंको की समझ विकसित होती है जैसे कि किसी ढेर में हमने 5 पत्थर रख दिए और बच्चों को कहा जाए इन्हें एक एक पत्थर को छू करके आप बताइए किस देश में कितने पत्थर हैं इस प्रकार से उन्हें अंकों के समूह करण स्पष्ट किया जा सकता है हम कंकड़ पत्थरों को इकट्ठा करके उन्हें परस्पर एक से लेकर के आगे की गिनती सिखा सकते हैं

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  173. पूर्व प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को अपनी मातृभाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और अन्य भाषाओं को सीखाने के लिए सरल और छोटे छोटे शब्दों से बिना मात्रा वाले शब्द फिर मात्राओं वाले शब्दों को आसानी से सीखा सकते हैं चित्र बनाकर उनमें रंग भरकर तथा चित्रों के पास कुछ वस्तुएं रखकर भाषायी ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होता है।

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  174. छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है

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  175. पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1व 2 के बच्चों के साक्षरता विकास सरल कविता को लय के साथ सुनाकर उसमें आए अक्षर एवं शब्दों से संबंधित गतिविधि करवाकर कर सकते हैं।

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  176. Hum apni kaksha VA vidyalaya me sthaniya ya matribhasha ke sath sath Hindi bhasha me Kavita va kahani sunte sunate hai

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  177. बच्चों की मातृभाषा के उपयोग के साथ सरल हिंदी व अंग्रेजी भाषा के शब्दों का प्रयोग करते हुए साक्षरता व संख्यात्मक विकास हेतु मनोरंजनात्मक गतिविधियों से बच्चों को जोड़ेंगे,व उनके कौशलों को विकसित करने का प्रयास करेंगे।

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  178. बच्चे कविता, कहानी एवं खेल में ज्यादा रुचि लेते हैं इसलिए प्रारंभ में कविता, कहानी के माध्यम से स्थानीय भाषा का उपयोग करते हुए मातृभाषा सिखाया जाएगा|गिनती से संबंधित गीत के माध्यम से संख्याओं का ज्ञान करायेंगे|

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  179. Ham purva prathmik kaksha ke sankhyatmak vikas ke liye bachcho ko chhoti -chhoti kahani ya kavita sunakar sikha sakte hai.

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  180. हमारे विद्यालय में 3-4वर्ष के बच्चों को पूर्व प्राथमिक के बच्चों को खेल खेल में स्थानीय भाषा में कहानी, कविताओं को सुनाते हुए भाषा से जोड़ा जाता है जिसमे अक्षर को सुनकर दोहराना,अक्षर चित्र द्वारा पहचान करना और चित्र से स्वयं पहचान कर ढूंढने की गतिविधियों को कराया जाता है। साथ ही खिलौने से गिनती का प्रारंभिक अवस्था को सीखने की प्रक्रिया प्रारंभ किया जाता है।

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  181. 3 से 4 वर्ष हेतु फाइन एवं ग्रास मोटर गतिविधियों के खेल तथा 4-5 आयु वर्ग में प्रारम्भिक साक्षरता संबंधी भाषा एवं गणन सीखने की गति विधि करेंगे संस्था में बच्चों की भाषा के साथ हिदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहानी कविता एवं छोटी कहानी बच्चों से पठन कर प्रारंभ करेंगे

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  182. हम.अपनी शाला में बच्चों की. घर की भाषा के साथ साथ. हिंदी भाषा जोड़ कर कविता, कहानी का पठन आरंभ करेंगें।कहानी मे आऐ अंकों को माचिस की तिली,कंकड़ से गिनती करने के लिए कहेंगे।इसके माध्यम से स्यामपट पर अंको को लिखाने का प्रयास करेंगें।अंक की जानकारी के साथ साथ बच्चों को गिनती सिखाया जा सकता हैं।

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  183. चंद्रकला मौर्य
    हम अपने साला में बच्चों को बेहतर सिखाने के लिए आसपास की परिवेश के अनुसार भाषा का प्रयोग करेंगे। मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिंदी भाषा को जोड़कर कविता कहानी करो सकता का माध्यम से बताएंगे। बच्चों को पूर्ण रूप से संख्यात्मक जानकारी से परिचित करवाएंगे उनके लिए गतिविधि तैयार करेंगे जिसमें कंचा कंकड़ पत्थर स्ट्रा के माध्यम से बच्चों को संख्या में जानकारी देंगे।

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  184. बच्चों को मातृभाषा में कविता एंव गतिविधि के माध्यम से सरल तरीके सेसिखा सकते है ।

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  185. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  186. bachhe khel k madhyam se jaldi sikhte hai.


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  187. 1.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 के साक्षरता विकास के लिए मैं अपनी कक्षा मेंं बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के सरल शब्दों का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।
    2.पूर्व प्राथमिक शिक्षा-2 के बच्चों के संख्यात्मक विकास के लिए मूर्त रुप से कंकड़, पत्थर, बीज,गणित कीट का प्रयोग गतिविधि करना चाहूँगा।

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  188. छोटे बच्चों को सिखाने के लिए उनकी भाषा का उपयोग करते हुए स्कूल की भाषा व सरल अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हुए उनके परिवेशीय वस्तुओं व जानवरों , जैसे- बीज, कंकड़-पत्थर, फूल,फल, गाय, कुत्ता-बिल्ली आदि से खेल-खेल में संख्यात्मक ज्ञान के साथ ही रंग, छोटा-बड़ा, मोटा-पतला आदि सीखाते है
    Sharad Kumar Soni

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  189. 1. पूर्व प्राथमिक शिक्षा - 1 के साक्षरता विकास के लिए मै बच्चों को एक सर्किल बनवाकर बैठने के लिए कहूंगा फिर एक छोटी सी कहानी के माध्यम से शब्दों को ध्वनि का ज्ञान कराने कि कोशिश करूंगा ।
    2. पूर्व प्राथमिक शिक्षा - 2 के बच्चों में संख्यात्मक विकास हेतु मूर्त रूप से चित्र के माध्यम से संख्या का ज्ञान व गिनने की क्रिया कराऊंगा ।

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  190. साक्षरता एवं संख्‍यात्‍मक विकास के लिये गतिविधि
    बच्‍चों को १ से १० तक गिनती सीखना
    सामाग्री - कार्ड, तिलियांं,कंकड, गिनती चार्ट, श्‍यामपट
    गतिि‍विधि - बच्‍चों को गोलाकार आकृति मे बिठायेगें। उनसे कुल प्रश्‍न करेगे ,जैसे - आपकी कितनी आंखे हैं , आपके हाथ मे कितनी उंगलियांं है। फिर एक कविता का वाचन करेगें -
    एक दो तीन चार
    बच्‍चेे बनो होशियार
    पांच छ: सात आठ
    याद करेगें पूरा पाठ
    इसके आगे नौ और दस
    पूरी हो गई गिनती बस
    कविता मे आने वाले अंकों को कार्ड से दिखाया जायेगा।बच्‍चेे कार्ड को देखकर अपने पास रखी तिलियों या कंकड को गिनेगें। ि‍गिनने के बाद कार्ड को देखकर श्‍यामपट पर अंक लिखने का प्रयास करेगें और इसी प्रकार इस गतिविधि को दोहराया जायेगा।

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  191. मैं अपनी पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए भाषा शिक्षण के अन्तर्गत बालगीत एंव छोटी कहानी के माध्यम से भाषा शिक्षण कराना चाहूँगा ।
    गणित शिक्षण के लिए संख्याओं का बालगीत प्रस्तुत करूँगा और पर्यावरण के वस्तुएं इमली बीज ,कंकड , लकड़ी के सींक के माध्यम से गिनती जोडने घटाने की प्रक्रियाओं की गतिविधि कराकर प्रत्यक्ष ज्ञान प्रदान करना चाहूँगा ।

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  192. Purv Prathmik Shiksha ke antargat sankhya atmak Vikas per gatividhi karne ke liye pahle aaspaas ke paaltu janvaron Phoolon pakshiyon Ke Chitra card aur ank card dikhayenge bacche is varsh Karenge ank card se Milan Karenge aur ginti ke bal geeton ke Madhyam se gatividhi Karenge bacchon ko Khel Khel Mein Ankhiyon Se avgat Karenge

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  193. छात्रों की मातृभाषा के साथ हिंदी के सामंजस्य बनाकर छात्रों को कहानी कविता का अध्यापन करेंगे

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  194. 1.साक्षरता विकाश के लिए बच्चों के मातृभाषा के साथ हिंदी भाषा का प्रयोग कर पढ़ना सीखा सकते है।
    2. बच्चो के संख्यात्मक विकाश के लिए कंकड़, पत्थर,बीज,तिलिया,गिनतारा का प्रयोग कर सकते है।

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  195. Teaching them in a nice
    Manner with a good intent

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