मॉड्यूल 6

गतिविधि 6: प्रतिबिंब

 

बताएँ कि कैसे कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को आपके विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है

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Comments

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    1. सायकल का टायर चलाना

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    2. हर एक पाठ्यक्रम को एक एक्टिविटी से जोड़के समझाना चाहिए

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    3. शिक्षण में कला का होना जरूरी एवं महत्वपूर्ण है।

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    4. Visay vastu ko yadi Dainik jeevan se jod kar bacho ko btaye jae to asani se samjh skte h

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    5. बच्चों को कलात्म पाठ्ययोजन सम्मीलित कर गतिविधि बनाकर कर सकते हैं।

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  2. बच्चों को खेल खेल में सिखाया जाना चाहिए ।

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  3. जाना चाहिए ।

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  4. रंगो के माध्यम से

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  5. विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  6. विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों की विषय वस्तु के सीखने सिखाने के साथ कला को मिलने से ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  7. आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग (AIL) एक शिक्षण-शिक्षण मॉडल है जो 'कला के माध्यम से' और 'कला के साथ' सीखने पर आधारित है: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ कला शिक्षण-शिक्षण का माध्यम बन जाती है, किसी के भीतर अवधारणाओं को समझने की कुंजी पाठ्यक्रम का विषय।
    शिक्षार्थी विभिन्न कला रूपों के माध्यम से विभिन्न अवधारणाओं के बीच संबंध बनाते हुए रचनात्मक रूप से अन्वेषण करते हैं।
    कला के अनुभव, दोनों दृश्य (ड्राइंग और पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, पॉटरी, पेपर शिल्प, मुखौटा और कठपुतली बनाने, विरासत शिल्प आदि) और प्रदर्शन कला (संगीत, नृत्य, थिएटर, कठपुतली, आदि) बेहतर समझ के लिए नेतृत्व करते हैं। और विभिन्न अवधारणाओं के बारे में ज्ञान का निर्माण।
    कला में शिक्षार्थियों के लिए आयु-उपयुक्त अवसरों को समायोजित करने की क्षमता होती है जो उनकी व्यक्तिगत गति का पता लगा सकते हैं। यह अनुभवात्मक अधिगम दृष्टिकोण के साथ प्रतिध्वनित होता है।
    एआईएल के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निम्नलिखित चरणों की सिफारिश की जाती है

    क्षमता निर्माण
    गतिविधियों की योजना
    योजना समय
    योजना संसाधन
    कक्षा प्रबंधन
    समुदाय की भागीदारी

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    1. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
      खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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    2. बच्चों को एक जगह एकाड्डा करके उनको सिखाने पर

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  8. शिक्षण में कला क होना ज़रूरी है।

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  9. teaching ko khel khel me, question answer aur dusre gatividhi k dwara kar sakte hai.

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  10. छात्रो के समक्ष अपने ज्ञान को बढाना ।

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  11. विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम को कला केसाथ सीखने में अनुभव एवं समझ विकसित होती है

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  12. बच्चो मे कुछ अनुवांशिक गुण होते है अनुवांशिक गुण जिसे बच्चा अपने परिवेश मे जिन चीजो को देखता है उसको केवल ध्यान से देखने के करण सिख जाता है वही दूसरे परिवेश मे पला बढा बच्चा उस गुण को सिखने मे सर उम्र बिता देता है किन्तु सिख नही पाता है।
    कला शिक्षा का अभिन्न अंग है ।

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  13. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए

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  14. मैं एक कर्त्तव्यनिष्ठ शिक्षिका हूँ
    छात्रों को सीखने में विश्वास रखती हूँ
    मैं अपने कार्य के प्रति ईमानदार हूँ

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  15. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  16. बच्चों में किसी विषय की समझ बनाने के लिए कला का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं साथ ही इसके माध्यम से दिया गया ज्ञान स्थाई होता है।

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  17. छात्रों को विषयों को रूचि कर बनाते हुए समझाना चाहिए।

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  18. बच्चों में सिखाने की रुचि उत्पन्न करने हेतु कला का प्रयोग आवश्यक होता है।

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  19. बच्चों को खेल के माध्यम से सीखने हेतु पयास करता हूं

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  20. बच्चों को खेल के माध्यम से सीखने हेतु पयास करता हूं

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  21. खेल -खेल मे छात्रगण अधिक रुचि से सिखते है।उस परिवेश को लाकर सिखाने सेबालक बालिका अधिक मन से सीखेगे।

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  22. 10, 2020 at 7:32 AM
    विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती

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  23. आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग (AIL) एक शिक्षण-शिक्षण मॉडल है जो 'कला के माध्यम से' और 'कला के साथ' सीखने पर आधारित है: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ कला शिक्षण-शिक्षण का माध्यम बन जाती है, किसी के भीतर अवधारणाओं को समझने की कुंजी पाठ्यक्रम का विषय।
    शिक्षार्थी विभिन्न कला रूपों के माध्यम से विभिन्न अवधारणाओं के बीच संबंध बनाते हुए रचनात्मक रूप से अन्वेषण करते हैं।
    कला के अनुभव, दोनों दृश्य (ड्राइंग और पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, पॉटरी, पेपर शिल्प, मुखौटा और कठपुतली बनाने, विरासत शिल्प आदि) और प्रदर्शन कला (संगीत, नृत्य, थिएटर, कठपुतली, आदि) बेहतर समझ के लिए नेतृत्व करते हैं। और विभिन्न अवधारणाओं के बारे में ज्ञान का निर्माण।
    कला में शिक्षार्थियों के लिए आयु-उपयुक्त अवसरों को समायोजित करने की क्षमता होती है जो उनकी व्यक्तिगत गति का पता लगा सकते हैं। यह अनुभवात्मक अधिगम दृष्टिकोण के साथ प्रतिध्वनित होता है।
    एआईएल के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निम्नलिखित चरणों की सिफारिश की जाती है

    क्षमता निर्माण
    गतिविधियों की योजना
    योजना समय
    योजना संसाधन
    कक्षा प्रबंधन
    समुदाय की भागीदारी

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  24. कला समेकित शिक्षा के अन्तर्गत विषय से सम्बन्धित गतिविधियों के माध्यम से बच्चो में दक्षता ला सकते है।

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  25. खेल खेल में बच्चों को सीखाना चाहिए कला समेकित शिक्षा से बच्चों में ज्ञान और कौशल का विकास होता हैं और उनका सिखने में रूचि बढ़ती हैं |

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  26. कल्पना शक्ति व गतिविधियों की सहायता से

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  27. Bachchon ko kala ke madhyam se sikhana chahiye

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  28. बच्चो को खेल-खेल मे बताना चाहिये तथा उन्हे लघु फिल्म दिखाकर उनमे जिज्ञासा उत्त्पन कराया जाना चाहिये। गावँ मे प्रचलित खेलों को जोड़ कर रोचक बनाया जा सकता हैं।

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  29. बच्चों को खेल के माध्यम से सीखने हेतु पयास करता हूं

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    1. Bachcho ko khel ke madhyam se sikhane hetu prayash karti hu

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  30. हर बच्चे मे कोई न कोई कला छुपा रहता है उसे बाहर निकाल कर सामने लाना जरूरी है।

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  31. Bachcho ko khel - khel me sikhana asan hota kisi path ke anusar use kahani kavita ko colours paper me likhna use kirdaro ko akriti dekar padhaya ja sakta hai.. har bachhe ke andar sikhne ki jigyasa hoti hai hame

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  32. बच्चे खेल के माध्यम से सीखना बहुत ही पसन्द करते हैं। इस दौरान सीखी गयी बातें बच्चों को गहराई तक समझ आतीं हैं। इससे उनमें अनुभव एवं समझ का विकास होता है।

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  33. Bachho ko kala ke Madhayam se sikhana asan ho jata hai... kisi kathi vishayvastu ko asani se samjh sakte hai

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  34. शिक्षण में कला का उपयोग करके शिक्षण को प्रभावी बनाया जा सकता है।कला के माध्यम से बच्चों में शिक्षण के प्रति रूचि को बढ़ाया जा सकता है।खेल खेल के माध्यम से , चित्र कला, संगीत, नृत्य, कहानी,नाटक आदि के माध्यम से शिक्षण को रूचिकर बनाया जा सकता है।

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  35. कला समेकित शिक्षण से बच्चों में अन्तर्निहित प्रतिभाओं को उभारा जा सकता है|उनके सीखने की गति में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी| सीखने में रूचि बढ़ेगी|

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  36. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  37. Kala samekit shiksha ke madhyam se hm bacchon ko bhut hi aasani aur rochak tarike se vishay ko smjha skte hai bacchon me gyan aur koshal ka vikash kr skte h

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  38. बच्चे खेल के माध्यम से सीखना बहुत ही पसन्द करते हैं। इस दौरान सीखी गयी बातें बच्चों को गहराई तक समझ आतीं हैं। इससे उनमें अनुभव एवं समझ का विकास होता है।

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  39. बच्चों को किन प्रकार की गतिविधियां जिसमें कला समाहित हो चित्रकला नृत्य कला संगीत कला आदि आदि इन सब के द्वारा कला समेकित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता है। एवं बच्चों को भी गतिविधि के माध्यम से एवं खेल खेल के द्वारा शिक्षा ग्रहण करने में रोचक एवं आनंददाई लगेगा जिससे वे आसानी से किसी विषय मैटर को सीख सकेंगे।

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  40. कला के विभिन्न माध्यमों से बच्चों में विषयवस्तु के प्रति रुचि जागृत की जा सकती है।

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  41. Bachcho ko khel khel me ,natak ,kahani,kavita ke madhyam se jodkar sikhane par ve jayada romanchit hokar sikhate hai .

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  42. विभिन्न पाठ्यक्रमों के विषयवस्तु ने प्रतिबिंब एक अलग पहचान रखती है बच्चे इनके मढ़तम से खेल खेल में बहुत कुछ सिख लेते ह जैसे ड्राइंग पेंटिंग मुखोटा ईट पत्थर पेड़ फूल इत्यादि निसंदेह बच्चो के लिये यह बहुत ह8 रुचिकर विषय है

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  43. खेल खेल में बच्चों को पढ़ने में बहुत ही आनन्द आता है अतः खेल के माध्यम से सिखाने से विषय रूचि कर हो जाता है।

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  44. बच्चों को कहानी,कविता,नाटक, खेल ये सब बहुत अच्छा लगता है।इसके द्वारा बच्चे सीखने में रुचि लेते हैं।

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  45. गतिविधियों में बच्चे अधिक रुचि लेते है। कला समेकित शिक्षा के अंतर्गत विषय से संबंधित गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा को उभारा जा सकता है।

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  46. AIL छात्रों की कल्पना को उड़ान भरने की आजादी देता है और साथ ही साथ कल्पना को अपने अनुभव के साथ जोड़कर एक सार्थक समझ पैदा करने में मदद करता है।

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  47. बच्चों को खेलना बहुत अच्छा लगता है यदि विषय आधारित खेल के माध्यम से पढ़ाया जाएगा तो बच्चे बिना किसी दबाव के जल्दी सीखेगे

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  48. कला समेकित शिक्षा में काफी योगदान दे सकती है जैसे चित्रकारी इससे बच्चे न बल्कि रंगों के बारे मे जान पाते है बल्कि उनकी मानसिक कल्पना सक्ति पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है

    नाम-खुशहाली सोनी
    P/s dhabadih

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  49. Bachhon ko khel k madhyam se padhaya jana chahiye

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  50. कला समेकित शिक्षा की हेल्प से बच्चों में पढ़ाई में रुचि आती है । शिक्षण अधिगम तीव्रतम होती हैं। जैसे कि हम सीजन पढ़ रहे हैं तो गर्मी में कैसा लगता हैं क्या क्या फल मिलते हैं? हमे कैसी चीज़ें पसन्द आती हैं पूछने पर बच्चे iscream बर्फ गोले की बात करके प्रफुल्लित होता हैं आम की बाते करेगा उसको बर्फ खाते समय दांतो में कैसा लगता महसूस होगा कच्चा आम सुनकर मुह में पानी आएगा । जोकि उसे पाठ को समझने में आसान बनायेगा ।

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  51. कला समेकित शिक्षा से बच्चों की प्रतिभा और हुनर का उजागर किया जा सकता है।समेकित शिक्षा से बच्चों को अनुभव कराके सिखाया जाता है

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  52. हर.एक बच्चे मे कुछ न कुछ प्रतिभा होती है, बच्चों से उसके कला को किस प्रकार निखार लाए कि. बच्चे भी अपना सौ प्रति शत योगदान. देने विवश हो जाएं।बच्चों को खेलने में बहुत रूची होता हैं, खेल-खेल मे बच्चों के कला को.निखारने मे बड़ा मजा आता हैं।

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  53. बच्चे की कला बाहर निकालने की जरूरत है।

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  54. Vishay KO ruchikar banate hue kala ka upyog karte hue samjhana chahiye

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  55. विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  56. विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  57. प्रणिता वर्मा प्रधान पाठक
    Govt.P.S.Binaika Simga
    Balodabazar
    कभी भी कोई भी क्लास में कोई भी सब्जेक्ट पदा रहे है तो आप उसमें अपनी समझ के आधार पर उस टॉपिक से रिलेटेड उदाहरण देकर कलात्मक रूप से चित्र व एक्सप्रेशन के द्वारा पढ़ाया जाय तो बच्चे रुचि के साथ सीखते है

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  58. कोरोना संक्रमण काल मेंबच्चों को वेबेक्स एप के माध्यम से एवं फ्री कांफ्रेंस काल के माध्यम से जोड़े रखा।बच्चों को इनके माध्यम से पढ़ाता और कचछ चैलेंज देता जिसे बच्चे पूरा करते , इसमें बच्चों का सहयोग भी कुछ रूप में करता इस प्रकार कोर्स का लगभग 40 से 50 प्रतिशत पूर्ण हो गया है।

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  59. हमारे यहां विज्ञान के जत्थो में आओ करके सीखे दिया रहता हैं जो कल का ही रूप होता है शिक्षार्थी कला के माध्यम से गहराई से सिकगते है

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  60. खेल खेल में सीखना बच्चों के अधिगम के लिये बहुत उपयोगी है.

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  61. बच्चों के साथ खेल खेल में अध्यापन सीखने के लिए सरल ।

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  62. bacchon ko Sikhate samay sikhan kokhale-khaleme question-answer,aur dusare gatividhika bhi prayog karte hue sikha sakte hai,

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  63. बच्चों के साथ खेल खेल में अध्यापन सीखने के लिए सरल।

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  64. Baccho ko manoranjak tareeke se khel khel m sikhaana.

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  65. कला के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने और शिक्षा को रोचक बनाया जा सकता है इससे बच्चों में बहुमुखी प्रतिभा का विकास होगा।

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  66. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए खेल खेल में सीखना बच्चों के अधिगम के लिये बहुत उपयोगी है.

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  67. बच्चों को किन प्रकार की गतिविधियां जिसमें कला समाहित हो चित्रकला नृत्य कला संगीत कला आदि आदि इन सब के द्वारा कला समेकित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता है। एवं बच्चों को भी गतिविधि के माध्यम से एवं खेल खेल के द्वारा शिक्षा ग्रहण करने में रोचक एवं आनंददाई लगेगा जिससे वे आसानी से किसी विषय मैटर को सीख सकेंगे।

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  68. जब हम किसी भी टॉपिक को पढ़ाएं तो जीवंत उदाहरण के साथ बतायें. और जो उदाहरण ले वो दैनिक जीवन से जुड़ा हुआ हो जिससे विद्यार्थी महसूस कर सके और उसे इनकी अनुभूति हो सके

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  69. AIL के माध्यम से शिक्षण को बहुत ही प्रभावशाली बनाया जा सकता है

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  70. Bachche ko unke aas pass k vatavaran se ,unke kuch sadharan se khel se,jinme wo mahir ho,usse unke under chupe hunar ka pata lagya ja skta h,Jo kala samekit siksha ka ek rup h

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  71. Bachhon ko khel khel ke majhym se padhaya jana chahiye

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  72. कला के माध्यम से बच्चों के प्रतिभा को निखारा जा सकता है और शिक्षण को रूचिकर बनाकर बच्चों का बहुमुखी विकास कर सकते है l

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  73. Darpan ke samane kissi vastu ko rakhane se jo pratibimb hamare ankho me padata h.jaise- chandni rat me tare,chand ka pratibimb, dhup me padh ka pratibimb,kisi vastu ka pratibimb,dhup me khade hone se jo chhaya ka pratibimb hamaare akho me dikhayi dena.

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  74. Bachcho ko kala adharit shiksha dene se unke andar ka bhay khatam ho jata . Vo usme involve hoker apne purane anubhav ka upyog karte huye sikhte hain

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  75. बच्चों को सीखने के लिए कला का उपयोग किया जाना चाहिए , जैसे - चित्रकारी , नाटक , गीत इत्यादि |

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  76. इससे उनकी समझ विकसित होती है

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  77. Bachho ko gatividhi aadharit pathyakram adhik ruchikar lgta hai isliye kala samekti shikshan adhik upyogi v prabhavkari hoga

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  78. बच्चे श्रव्य, दृश्य अथवा दोनों माध्यमों से अनुभव प्राप्त कर संबंधित विषय वस्तु को शीघ्रता पूर्ण एवं पूर्ण रूप से जानने में अपना समझ विकसित करते हैं। साथ में कला प्रदर्शन कर तथा जैसे कहानी नाटक रंगमंच रेडियो टीवी मोबाइल लैपटॉप एंड टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी विषय पर अपना पकड़ मजबूत बनाते हैं। खेल खेल में शिक्षा आधारित गतिविधि करके भी तथा पाठ्यवस्तु से अनुभव प्राप्त कर, देख कर सीखते हैं। उनसे उनका विषय के सीखने के तरीके सरल, सुगम एवं सहज हो जाता है।

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  79. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए खेल खेल में सीखना बच्चों के अधिगम के लिये बहुत उपयोगी है.

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  80. अपने विषयों को सार्थक सीखने मे कला समेकित शिक्षा पूर्णतः छात्रों को लाभान्वित कर सकता है, पाठ के मुलअवधारणाओ तक पहुँचने के लिए AILरूचिकर एवं आनन्ददायी गतिविधि है कक्षा वार विषय वार पाठ के अनुसार सीखने-सिखाने की प्रक्रिया के रूप में संचालित किया जा सकता है।

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  81. बच्चों को खेल खेल में सीखना अच्छा लगता है इसलिए बच्चों को सिखाने के लिए गीत नाटक अभिनय खेल खेल के माध्यम से सीखना अच्छा लगता है कला शिक्षा के माध्यम से सीखना बच्चों में मनोरंजक और शीघ्रता के साथ सीखते हैं।

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  82. लोककथाओ के माध्यम से विभिन्न विषयों और भाषा सामागी को समेकित करने के तरीको को जानने समझने और साझा करने में मदद मिलेगा ।

    गतिविधि करके अपने विषय को रूचिकर,रोचक बनायेगे और बच्चों को सीखने मे सहायता मिलेगा उसमें (बच्चों)गुणवत्ता लायेगे ।

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  83. कला समेकित शिक्षण से बच्चेअधिक से अधिक समझ सकते है। कहानी ,कविता,नाटक आदि को रोचक बनाया जा सकता है।खेल-खेल में बच्चे अधिक समझते है।

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  84. The students can learn better through art integrated learning.

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  85. Bachchon ko khel khel me sikhana

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  86. विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम को कला केसाथ सीखने में अनुभव एवं समझ विकसित होती है

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  87. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए

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  88. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  89. Learner are understanding and follow, through art integrated learning.

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  90. समेकित कला को अध्ययन से जोड़ने पर विषय सरल,तर्कपूर्ण,रचनात्मक,करके सीखने,स्वंय से सीखने पर जोर देती है जिससे विषय पर गहरी समझ बनती है ।

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  91. Pratyek bachcho me kalatmak abhiruchi hoti bachcho ki ruchi ko saar laye..

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  92. आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग एक ऐसी प्रक्रिया है जहां कला शिक्षण शिक्षण का माध्यम बन जाती है, किसी के भीतर अवधारणाओं को समझने की कूंजी, पाठ्यक्रम का विषय।
    कला के माध्यम से बच्चों के प्रतिभा को निखारा जा सकता है।शिक्षण को रुचि कर बनाकर बच्चों का बहुमुखी विकास कर सकते हैं।

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  93. विभिन्न कौशलों का विकास करके ।

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  94. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए

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  95. कला समेकित शिक्षा अनुभवात्‍मक अधिगम का एक शैक्षणिक तरीका है अगर पाठयक्रम मे कला का समावेश हो तो विशेष रूप से अमू‍र्त अवधारणाओं को स्‍पष्‍ट करने मे मदद ि‍मिलती है कला समेकित शिक्षा के ि‍विि‍भिन्‍न विषयों की विषयवस्‍तु को तार्किक, विदयार्थी केन्द्रित और अर्थपूर्ण तरीकों से जोडने का साधन प्रदान करता है विदयालय मे सीखने सीखानेे की प्रक्रिया मे कला समेकित शिक्षा का समावेश हो जाए तो यह न केवल बच्‍चों के लिये रूचिकर होगा बल्कि शिक्षकों के लियेे भी उनकी कक्षा बालकेन्द्रित व आनंददायक बन जायेगा

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  96. विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों की विषय वस्तु के सीखने सिखाने के साथ कला को मिलने से ज्ञान और समझ विकसित होती है।(kk siware)

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  97. बच्चों को स्वयं करके सीखने में अधिक आनंद आता है और इस तरीके से अर्जित शिक्षा स्थायी होता है।मैं अपने विषय भाषा शिक्षण में बालगीत के रूप में शामिल कर शिक्षण को रोचक बना सकता हूँ।

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  98. शैक्षिक गतिविधियों में कला का समाकेशन सिखाईं जाने वाली अवधारणाओं पर निर्भर करता है।गणित विषय मे मापन क्षेत्र फल आयतन मे कहानियों का चित्र कला का तुलनात्मक अध्ययन मे समरुपता मे मूर्ति कला का पर्यावरण समाजिक अध्ययन मे भाषा शिक्षण मे नाटक प्रहसन नृत्य कला गायन का प्रयोग किया जा सकता हैं।

    दिनेश कुमार गुप्ता
    मा.शा.बलियारा सं.के.शंकरदाह धमतरी।

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  99. कला समेकित शिक्षा छात्रों को सरल एवं रुचिपूर्वक विषय से जोड़ता है।विषय वस्तु को छात्र जल्दी सीखता है।पढ़ाई बोझिल नही लगती।छात्र मजे लेकर खेल खेल में ज्ञान अर्जित कर लेता है।
    मा.शा.कुदूरघोड़ा
    अम्बागढ़ चौकी
    राजनांदगांव

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  100. Pratyek bachche me alag alag kala hoti hai uske kala ko pahchan kar usake anusar kary chhetra me aage badhana chahiye

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  101. विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों की विषय वस्तु के सीखने सिखाने के साथ कला को मिलने से ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  102. कला समेकित शिक्षा में यह विषयों के अमूर्त अवधारणा को मूर्त रूप दे सकती है। कला से ही समग्र सर्वागीण विकास का उपाय है।
    जैसे मैं मिट्टी के विषय में पढ़ाई करता हूं तो सभी बच्चों को अलग अलग रंग की मिट्टी, मिट्टी के बर्तन ,खिलौने ,आदि लाने को कहूंगा।
    जो कला के माध्यम से शिक्षण होगा।

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  103. Anita Singh
    बच्चों को खेलने में बहुत आनन्द आता है। अगर पढ़ाई में हम कला को जोड़ दे तो ये बच्चों के लिए रुचिकर होगा । कला समेकित शिक्षा बच्चों के लिए सिखने के लिए अच्छे अवसर प्रदान करता है।अध्ययन के प्रति छात्रों की रुचि को बढ़ाता है।कला समेकित शिक्षा में बच्चे स्वयं करके सीखते हैं

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  104. https://youtu.be/8SxgzI1IKE4कला समेकित शिक्षा से बच्चों को किसी भी अवधारणा को सरलीकरण किया जा सकता है इसमें बच्चा स्वंय विभिन्न तरीकों का उपयोग कर आसानी से सीख सकता है ।
    ममता झा ,छान्टा झा

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  105. We can easily relate art to Education and also apply it in a Awesome manner .

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  106. बच्चो मे कुछ अनुवांशिक गुण होते है अनुवांशिक गुण जिसे बच्चा अपने परिवेश मे जिन चीजो को देखता है उसको केवल ध्यान से देखने के करण सिख जाता है वही दूसरे परिवेश मे पला बढा बच्चा उस गुण को सिखने मे सर उम्र बिता देता है किन्तु सिख नही पाता है।
    कला शिक्षा का अभिन्न अंग है

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  107. कला समेकित शिक्षा एक रुचिकर तरीक़ा है जिससे बच्चों मे अधिगम प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है।बच्चों मे छिपी प्रतिभा को उजागर कर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जा सकता है।

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  108. Khel khel me bachche jyada sikhaate hai

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  109. हर बच्चे में कोई ना कोई कला होती है उसके कला को पहचान कर उसे निकालना चाहिए और उस क्षेत्र में उसे आगे बढ़ाना चाहिए

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  110. बच्चे खेल के माध्यम से शिक्षा लेने में अधिक रुचि दिखाते है। अतः उन्हें बाहरी परिवेश में लाकर खेल-खेल में सिखाना चाहिए जो कि ज़्यादा रुचिकर होता है तथा यह कला से शिक्षण का अच्छा उदाहरण है।

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  111. कला को अधिगम के एक टूल के रूप में प्रयोग करने से आश्चर्यजनक सकारात्मक परिणाम प्राप्त होता है।मैं एक मंचीय कलाकार और संगीत साधक होने की वजह से हिंदी के प्रत्येक कविता के लिए एक धुन और लय का प्रयोग करता हूँ।इससे बच्चे रुचिपूर्वक उसे गाते हैं और जल्दी याद कर लेते हैं।इसी तरह संवादयुक्त पाठों का मंचन करने से भी बच्चों को अत्यधिक आनंद आता है तथा वे मजे से सीखते हैं।चित्रों ,लोकगीतों आदि के माध्यम से विज्ञान, गणित आदि विषयों को भी बेहद मनोरंजक तरीके से पढ़ाया जा सकता है।

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  112. बच्चो को खेल खेल में सीखना बच्चे आपस मे संवाद करके भी एक दूसरे से सीखते ह जिससे अदभुत सकारात्मक परिणाम प्राप्त किया जा सकता ह

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  113. Art of learning helps the student to experience a thing in its own way. Art also do catharsis and sublimation also which is the highest form of help can be achieved by the student. If student learn by art dance poetry reading enhance the understanding learning process.


    RADHAKRISHNA MISHRA

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  114. कला समेकित शिक्षा के माध्यम से शिक्षण को रुचिकर बनाकर बच्चो की प्रतिभा को निखारा जा सकता है।

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  115. कला समेकित शिक्षा में हम कला को पाठ्यक्रम का आधार बनाते हुए विभिन्न विषयों को सीखने और सिखाते हैं। विभिन्न कलाओं के माध्यम से विषयों एवं उनकी अमूर्त अवधारणाओं को मूर्त रूप प्रदान करते हैं। इस तरह कला समेकित शिक्षा बच्चों को की तरह के कौशलों और क्षमताओं का उपयोग करने में सक्षम बनाता है और सिखने को अनुभवजन्य एवं आनन्दायी।

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  116. बच्चे खेल खेल में सहज रूप से अपनी अभिब्यकित करते हैं, जिसका अवलोकन कर अच्छे से समझ विकसित किया जा सकता है।

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  117. विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती है

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  118. Vibhinn vishayo ke pathykram ko kla ke sath sikhane me anubhav avm samajh viksit hoti hai

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  119. शिक्षण में कला का होना अति आवश्यक है।

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  120. कला के साथ जोड़कर किसी भी सब्जेक्ट को आसानी से समझाया जा सकता है

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  121. विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम को कला के साथ सीखने में अनुभव एवं समझ विकसित होती है।

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  122. Baccho ko khel khel me sikhaane se we achhi tarah se samjh sakenge or padh paenge

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  123. बच्चों का अपनी समझ द्वारा कुछ भी नया करना जो उनके लिए रुचिकर हो कला है

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  124. Bachho ko chitro k madhyam se sikhana aur aise khel khilwana jo naki aanand de balki gyaan bhi de. Jaise luka chhupi k khel se ye shiksha de skte hai ki jhut kitna bhi chhup le vah akhir pe pkda hi jata hai

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  125. बच्चों को सीखने सिखाने की प्रक्रिया में यदि प्रत्येक विषय बिंदुओं को गतिविधि आधारित किया जाए, जो प्रत्येक बच्चे की रूचि के अनुसार हो तो बच्चे बहुत तीव्र गति से सीखेंगे, जिससे बच्चे में कला संबंधित विभिन्न कौशलों का विकास हो सकेगा।

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  126. कला समेकित शिक्षा सीखने में बहुत सहायक है पाठ्यवस्तु को सरल और रुचिकर बनाता है इससे बच्चों के दृश्य श्रव्य गतिविधि आधी का उपयोग होता है जिससे बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं

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  127. कला समेकित शिक्षा के माध्यम से बच्चों में शिक्षण अभिरुचि के माध्यम से अंतर्निहित क्षमताओं को जानने एवं समझने का अवसर मिलता है ।

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  128. शिक्षण कला में विषय वस्तु के आधार पर बच्चों को खेल खेल में सीखना अच्छा लगता है इसलिए बच्चों को सिखाने के लिए गीत नाटक अभिनय खेल खेल के माध्यम से सीखना अच्छा लगता है कला शिक्षा के माध्यम से सीखना बच्चों में मनोरंजक और शीघ्रता के साथ सीखते हैं।

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  129. बच्चों में किसी विषय की समझ बनाने के लिए कला का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं साथ ही इसके माध्यम से दिया गया ज्ञान स्थाई होता है।

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  130. कला समेकित शिक्षा बच्चो में निहित अनेक क्षमताओं का प्रदर्शन करने व निखारने का मौका देता है । विषय में निहित अवधारणा को समझने में मदद करता है ।

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  131. शिक्षण में कला का होना अति आवश्यक है।

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  132. बच्चो मे कुछ अनुवांशिक गुण होते है अनुवांशिक गुण जिसे बच्चा अपने परिवेश मे जिन चीजो को देखता है उसको केवल ध्यान से देखने के करण सिख जाता है वही दूसरे परिवेश मे पला बढा बच्चा उस गुण को सिखने मे सर उम्र बिता देता है किन्तु सिख नही पाता है।
    कला शिक्षा का अभिन्न अंग है

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  133. Bachchon me kisi bhi vishay me samajh banane hetu kala ka bahut mahattvapurn yogdan hota hai kyonki yah gyan isthai hota hai

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  134. सभी बच्चों में कला शिक्षण से गतिविधियां करने में रूचि उत्पन्न होती है।

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  135. शिक्षण कला में विषय वस्तु के आधार पर बच्चों को खेल खेल में सीखना अच्छा लगता है इसलिए बच्चों को सिखाने के लिए गीत नाटक अभिनय खेल खेल के माध्यम से सीखना अच्छा लगता है कला शिक्षा के माध्यम से सीखना बच्चों में मनोरंजक और शीघ्रता के साथ सीखते हैं।

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  136. कला समेकित शिक्षा बच्चो को अपने रुचि के अनुसार सीखने में मदत करता है। कला से को भी ज्ञान सीखेगा स्थाई रूप ले लेता है।

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  137. शिक्षा में खेल का बड़ा ही महत्व है खेल खेल में ही बच्चों को शिक्षित किया जा सकता है बच्चे अपनी रूचि के अनुसार काफी कुछ सीखते हैं कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने के लिए महत्वपूर्ण है

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  138. Topic ko ruchikar banane ke liye kala ka upyog Karna chahiye taki topic asani se samajh me aaye

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  139. आर्ट बिषय वस्तु को सरल सुबोध रूचिकर बनाता है और बच्चों मे स्थायित्व प्रदान करता है। अतः हम दृश्य एवं प्रदर्शन कला का चुनाव एवं प्रयोग करके छात्रों को लाभान्वित कर सकते हैं

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  140. विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों की विषय वस्तु के सीखने सिखाने के साथ कला को मिलने से ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  141. कला शिक्षण बाल केंद्रित शिक्षण है ,कला के माध्यम से शिक्षार्थी संज्ञानात्मक भवनात्मक और मनोज्ञनात्मक भाव से बच्चे गतिविधि करते है। ।
    किसी विषय से संबंधित चित्रकला , फोटोग्राफ ,कलात्मक अभियक्ति , कहानी, आदि गतिविधि कर सकते है ।

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  142. बच्चों को अपने अनुभव व्यक्त करने में बहुत अच्छा लगता है।

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  143. Bachcho ko apni bat btane me mja aata hai

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  144. विभिन्न पाठ्यक्रमों के विषयवस्तु मे प्रतिबिंब एक
    अलग पहचान रखती है।बच्चे इनके माध्यम से खेल खेल मे बहुत कुछ सीख लेते है जैसे चित्रकला, संगीत, नृत्य गायन, कहानी,नाटक आदि। इनके के माध्यम से शिक्षण को रुचिकर बनाया जा सकता है।

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  145. Anand Das Manikpuri
    किसी भी विषय में कला शिक्षण खेल खेल में सिखाने की एक बहुत ही अच्छी विधि है इसमें हम विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से कला के क्षेत्र में हर विषय के संबंध में अध्यापन करा सकते हैं जो काफी रूचि कर हो सकती है

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  146. कला समेकित शिक्षा (A.I.L) छात्रों को समूह मे कार्य करने, रंगमंच,अभिनय,दृश्य कला,प्रदर्शन कला,रोलप्ले,संवाद,सज्जा,पोशाक,व केशसज्जा,गीत,नृत्य,संगीत से तो जोङता ही है साथ ही पाठ्यवस्तु का मंचन करने से उसके गूढ़तथ्यों को समझने तथा उसे अपने नीजि जीवन व अनुभव से जोङने मे मदद भी करता है ।कभी-कभी कला समेकित गतिविधियां किसी एक विषय से न जुङी होकर कई विषयो से संबंधित होती है और इस परिस्थिति में विद्यार्थी को बहुआयामी लाभ होता हैं छात्र परस्पर चर्चा के माध्यम से नवीनतम विचार को साझा करतें हैं तथा दुसरे विद्यार्थी के विचारों को गंभीरता से सुनकर मूल्यांकन अथवा आंकलन भी करते हैं ।कला समेकित शिक्षा विषयवस्तु को रोचक और आनंददायक बना देती हैं हम चाहे तो इसकी विडियो रिकार्डिंग करके बाद में छात्रों के साथ देख भी सकते है तथा चर्चा,आकलन कर सकते हैं ।

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  147. आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग (AIL) एक शिक्षण-शिक्षण मॉडल है जो 'कला के माध्यम से' और 'कला के साथ' सीखने पर आधारित है: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ कला शिक्षण-शिक्षण का माध्यम बन जाती है, किसी के भीतर अवधारणाओं को समझने की कुंजी पाठ्यक्रम का विषय।
    शिक्षार्थी विभिन्न कला रूपों के माध्यम से विभिन्न अवधारणाओं के बीच संबंध बनाते हुए रचनात्मक रूप से अन्वेषण करते हैं।
    कला के अनुभव, दोनों दृश्य (ड्राइंग और पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, पॉटरी, पेपर शिल्प, मुखौटा और कठपुतली बनाने, विरासत शिल्प आदि) और प्रदर्शन कला (संगीत, नृत्य, थिएटर, कठपुतली, आदि) बेहतर समझ के लिए नेतृत्व करते हैं। और विभिन्न अवधारणाओं के बारे में ज्ञान का निर्माण।
    कला में शिक्षार्थियों के लिए आयु-उपयुक्त अवसरों को समायोजित करने की क्षमता होती है जो उनकी व्यक्तिगत गति का पता लगा सकते हैं। यह अनुभवात्मक अधिगम दृष्टिकोण के साथ प्रतिध्वनित होता है।

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  148. कला समेकित शिक्षण (AIL) बच्चों को अधिगम प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । बच्चे खेल के माध्यम से सीखना बहुत ही पसन्द करते हैं। इस दौरान सीखी गयी बातें बच्चों को गहराई तक समझ आतीं हैं। इससे उनमें अनुभव एवं समझ का विकास होता है।

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  149. बच्चो को गतिविधि साथ पढ़ाना चाहिए

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  150. जगत राम कश्यप (शिक्षक)

    माध्यमिक शाला :- केरगांव
    विकासखंड/ जिला :- गरियाबंद

    आई इंटीग्रेटेड लर्निंग (AIL)एक शिक्षण पद्धति है जिसके माध्यम से शिक्षक अपने शिक्षण पद्धति में कला का समावेश कर छात्रों को विषय आधारित शिक्षा प्रदान करते हैं । शिक्षक विभिन्न कला जैसे ड्राइंग, पेंटिंग , कठपुतली, संगीत, अभिनय, नृत्य, थिएटर आदि के माध्यम से विद्यार्थी के लिए पाठ्यक्रम को रुचि बनाकर विषयवस्तु को समझाने का प्रयत्न करते हैं ।खेल-खेल में कला के माध्यम से छात्र रोचक ढंग से विभिन्न विषय को प्रभावी ढंग से समझ सकते हैं।
    कला का प्रयोग शिक्षण अधिगम के साथ-साथ मूल्यांकन में भी किया जा सकता है।

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  151. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  152. कला समेकित शिक्षा अनुभवात्मक अधिगम का एक शैक्षणिक तरीका है। ... अगर पाठ्यक्रम में कला का समावेश हो तो इससे विशेष रूप से अमूर्त अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मदद मिलती है। कला समेकित पाठ्यक्रम में विभिन्न विषयों की विषय वस्तु को तार्किक, विद्यार्थी केंद्रित और अर्थपूर्ण तरीकों से जोड़ने के साधन प्रदान कर सकता है।

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  153. कला समेकित शिक्षा एक शिक्षण मॉडल है जो बच्चो को करके सीखने पर जोर देता है। यह पाठ्य विषयों को उनसे संबंधित धारणाओं को सरल और स्पष्ट करता है।

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  154. बच्चों को खेल खेल में सिखाने से बच्चे जल्दी सिखते हैं ।

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  155. कला के माध्यम से ,या खेल से हम जटिल से जटिल सवालो को आसानी से समझ कर हल कर सकते है।इससे बच्चों की समझ का विकास होगा ।

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  156. बच्चों को किन प्रकार की गतिविधियां जिसमें कला समाहित हो चित्रकला नृत्य कला संगीत कला आदि आदि इन सब के द्वारा कला समेकित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता है। एवं बच्चों को भी गतिविधि के माध्यम से एवं खेल खेल के द्वारा शिक्षा ग्रहण करने में रोचक एवं आनंददाई लगेगा जिससे वे आसानी से किसी विषय मैटर को सीख सकेंगे।

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  157. कला समेकित शिक्षा हमारी शिक्षा को सहज, सुलभ और सरल बनाता है।

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  158. बच्चे श्रव्य, दृश्य अथवा दोनों माध्यमों से अनुभव प्राप्त कर संबंधित विषय वस्तु को शीघ्रता पूर्ण एवं पूर्ण रूप से जानने में अपना समझ विकसित करते हैं। साथ में कला प्रदर्शन कर तथा जैसे कहानी नाटक रंगमंच रेडियो टीवी मोबाइल लैपटॉप एंड टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी विषय पर अपना पकड़ मजबूत बनाते हैं। खेल खेल में शिक्षा आधारित गतिविधि करके भी तथा पाठ्यवस्तु से अनुभव प्राप्त कर, देख कर सीखते हैं। उनसे उनका विषय के सीखने के तरीके सरल, सुगम एवं सहज हो जाता है।

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  159. विभिन्न पाठ्यक्रम के क्षेत्रों की विषय वस्तु की सीखने सिखाने के साथ कला को मिलना कला है जिससे ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  160. बच्चों को खेलना अच्छा लगता है।इसलिए बच्चों को खेल खेल में कला से जोड़कर सिखाना चाहिए।जिससे कला अमिट छाप छोड़ जाए।

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  161. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  162. शिक्षण में कला का होना जरूरी और महत्वपूर्ण है

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  163. Kala samekit siksha bachho me nihit anek kshamatayo ka pradarshan karane avm nikharane ka avasar pradan karata hai.kala samekit siksha ke madhyam see bachhe asani se sikhate hai.

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  164. बच्चों को खेल खेल में सिखाया जाना चाहिए ।

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  165. विभिन्न विषयों को कला से जोड़कर अध्यापन कराना चाहिए जिससे विषय रोचक एवं रुचिकर हो सके

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  166. कला समेकित शिक्षा इसके माध्यम से बच्चों को शिक्षण कार्य रुचिकर एवं सहज हो जाता है हम ना सिर्फ भाषा बल्कि गणित विज्ञान पर्यावरण सभी विषयों में कला को समाहित कर बच्चों को बिना उबकाई होए हम सहजता से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं ।

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  167. खेल इत्यादि से जोड़कर पढ़ाना चाहिये।

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  168. आज का समय तकनीकी युग का है। इंटरनेट के माध्यम से हम विभिन कामो को आसानी से कर सकते है।पढ़ाई मे इसकी बहुत उपयोगिता है।

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  169. बच्चो मे खेलने मे बडा मजा आता है,बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश मे जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते है ।
    खेल एवं कहानी बच्चो को ज्यादा रोचक लगते है ।कहानी जो हम सबो को पढ़ने सुनने मे बहुत अच्छा लागत है ।

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  170. कला समेकित शिक्षा को हम अन्य विषयों से जोड़ कर उन विषयों को अमूर्त से मूर्त रूप में बदल कर सार्थक सीखने में बच्चों की मदद कर सकते हैं। उदाहरण स्वरूप बच्चों के खेल-खेल में तालाब का पारितंत्र बड़े से बाल्टी में या अन्य बर्तन में बनाकर सिखाया जा सकता है। जिसमें पानी भरकर कुछ मछलियां, कीड़े मकोड़े, शैवाल, पौधे, कमल के फूल रखे जा सकते हैं। इस खेल में बच्चों को स्वयं की भागीदारी करने दी जाए। उन्हें तालाब से संबंधित चीजे ढूंढकर लाने दिया जाए। कंकड़, मिट्टी अन्य आदि। इस प्रकार से और भी विषयों को हम बच्चों के कला से सीखने में मदद कर सकते हैं।

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  171. कला के माध्यम से अनुभव शिक्षार्थियों को शिक्षा के विकास में सार्थक है जैसे कि बच्चा परीक्षा में और परीक्षा देने में नर्वस और डर रहता है लेकिन उसी प्रश्न को उस बच्चे से कलात्मक ढंग से कला के माध्यम से अभिव्यक्त कर उत्तर दे दो डर और भय नहीं रहता है उसमें वह उस प्रश्न का आसानी से हल कर देता है ठीक उसी प्रकार शिक्षक भी अपने क्लास में हो सके तो भिन्न-भिन्न कला के माध्यम से शिक्षा दें तो वह पाठ योजना विषय वस्तु सरल आकर्षक और मजेदार हो जाता है जो कि बच्चा बड़ा बड़ा चाहते हुए उस विशेष विषय वस्तु को ध्यान पूर्वक देखता है समझता है और मानसिक पटल पर रख लेता है इसलिए शिक्षा हो सके तो विषय वस्तु को कला के माध्यम से पढ़ाया जाए जैसे बारिश का पानी आ रहा है तो उसको उंगली के माध्यम से गतिविधि कर प्रदर्शन कर दिखाकर पढ़ाई एक उंगली को एक्टिविटी का एक मेक एक्टिविटी दो उंगली के चार उंगली की एक्टिविटी उसी प्रकार वापसी 4 उंगली का एक्टिविटी बजाते हुए 3 उंगली का एक्टिविटी दो उंगली का एक्टिविटी एक उंगली का एक्टिविटी इससे जो आवाज उत्पन्न होता है उत्पन्न होता है बारिश जैसा आना और धीरे-धीरे चले जाना बच्चों में कला होना बहुत ही आवश्यक है शिक्षा के लिए और सार्थक भी है साथ ही साथ कला कई आयाम मैं विभिन्न तकनीकों का भी सहायता दिया जा सकता है मीडिया का भी जिससे कला और भी अच्छा हो जाता है और शिक्षा लेने में और भी आसान हो जाता है कला भावना से जुड़ा है जो कि प्रत्येक बच्चे अपनी सामाजिक परिवेश परिवारिक परिवेश वातावरण से कुछ ना कुछ पहले से ही सीखे हुए रहते हैं जोकि कला के माध्यम से अपनी भावनाओं को प्रकट करते हैं और व्यक्त करते हैं जो शिक्षक भी नहीं जानता और उस विषय को जो बच्चा जानता है उस पर विशेष गौर करना चाहिए ध्यान देना चाहिए उस टॉपिक पर और उस टॉपिक को सभी को साथ शेयर करते हुए बच्चों में विचार विमर्श करना चाहिए जो कि प्रत्येक बच्चे जानेंगे प्रत्येक बच्चे में प्राकृतिक स्वयं का गुण होता है होता है कक्षा में उजागर करना चाहिए प्रयास करना चाहिए कि बच्चा स्वयं उस विषय को प्रकट करें बिना जीजा के जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है बोलने में बात करने में समझने में शिक्षक से वाद-विवाद करने में संवाद करने में इसलिए कला शिक्षा के लिए अनुभव व्यक्तियों के लिए बहुत ही सार्थक है

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  172. बच्चों को खेलने में बड़ा मज़ा आता है बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश में जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते हैं खेल एवं कहानी बच्चों को ज्यादा रोचक लगते हैं।

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  173. बच्चों को खेलने में बड़ा मज़ा आता है बच्चे अपने समझ एवं प्रचलित परिवेश में जो खेल खेला जाता है उसे ही खेलते हैं खेल एवं कहानी बच्चों को ज्यादा रोचक लगते हैं।

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  174. कला समेकित शिक्षा को अनिवार्य रूप से पाठयक्रम में शामिल कर शिक्षण पद्धति को ओर अधिक रोचक बनाया जा सकता है।

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  175. बच्चो का मन कोमल होता हैंं। पढ़ाई के साथ -साथ बच्चो को खेल व विभ्भिन्न कलाओं मे भी रूची होती हैं। बच्चो को खेल व कलाओं में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहिए। तभी बच्चो का मन पढ़ाई मे लगेगा ।

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  176. कला समेकित शि्क्षा छात्रों को विषय को अच्छे से सीखने मे लाभान्वित करता है विषय से परे वे अवधारणा को इसके माध्यम से समझ लेते हैं |

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  177. कला समेकित शिक्षा में, हम कला को पाठ्यक्रम का मुख्य हिस्सा बनाते हुए काम करते हैं। विभिन्न कला रूपों का उपयोग करके विषय की अमूर्त अवधारणाओं का पता लगाया जा सकता है। कला समेकित कक्षाएँ सीखने के ऐसे अनुभव प्रदान कर सकती हैं जिससे सीखने वाले का मन, हृदय और शरीर उससे जुड़ जाता है।

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  178. किसी कार्य को सर्वोत्तम ढंग से करना ही कला है,शिक्षण में कला का होना बहुत जरूरी है तभी बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सकता है।

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  179. विभिन्न पाठ्यक्रम में कला समेकित शिक्षा का समावेश बहुत आवश्यक है क्योंकि बच्चों को खेल खेल में सीखना अधिक आनंद एवम् रुचिकर लगता है।

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  180. गतिविधि में प्रत्येक बच्चे की भूमिका समान रहती है। रोचक व मनोरंजन पूर्ण गतिविधि में बच्चे उत्सुकता से भाग लेते है और खेल खेल में सीखते रहते है। अवधारणाएं लंबे समय तक उनके दिमाग मे बनी रहती है। क्योंकि उन्होंने उसे स्वयं से करके सीखा है।

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  181. कला समेकित शिक्षा विषयो को रुचिकर और आसान बनाती है चुंकि मेरा विषय science है
    मुझे अपने विषय को रुचिकर बनाने मे मदद होंगी अनुभव और अभिनय के आधार से जीव जन्तुओ और पर्यावरण को शीघ्र समझेंगे

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  182. बच्चों को खेल में ही रुचि अधिक रहता है। यदि आप किसी भी शिक्षण को खेल गतिविधि से करते है तो बच्चे आंनद लेते हुए शीघ्र ही सीखते है।
    अतः कलासमेकित शिक्षा शिक्षण को सरल व रुचि कर बनाते हैं।

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  183. Manisha Ratnakr ...Visay vastu ko yadi Danik jeevan se jod kar bavho ko bataye jae to ve asani se smajh skte hai.

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  184. विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों की विषय वस्तु के सीखने सिखाने के साथ कला को मिलने से ज्ञान और समझ विकसित होती है।

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  185. शिक्षण के लिए कला का होना जरूरी और महतवपूर्ण है।हम बच्चों को कक्षा में अभिनय,नाटक ,पेन्टिंग,गायन,नृत्य और कठपुतली द्वारा सिखने की प्रक्रिया को आसान बना सकते है।जिससे बच्चे जल्दी सीख सकते है।

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  186. कला समेकित शिक्षा से गणितीय आकृति में अच्छा समझ बनाया जा सकता है |

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