कोर्स 04

 

गतिविधि 4 - अपने विचार साझा करें

 

 गोला, शंकु, घनाभ, घन, आदि जैसी त्रि-आयामी आकृतियों का उपयोग करके अपने सपनों के घर का चित्र बनाएँ और रेखाचित्र में आपके द्वारा उपयोग की गई आकृतियों की संख्या गिनें। अपनी पसंद की अभिव्यक्ति के किसी भी माध्यम का उपयोग करके बनाए गए रेखाचित्र की वास्तु-संबंधी सुंदरता की सराहना करें। आप अपने विचारों को एक लिमरिक (5 पंक्ति की हास्य कविता जिसमें पंक्ति 1, 2 और 5 एक दूसरे से तुकबंदी वाले होते हैं) के रूप में या एक अभिव्यंजक अनुच्छेद के रूप में व्यक्त कर सकते हैं। अपनी लिमरिक साझा करें।

Comments

  1. धीरी धीरे आदत पड़ती,
    चलना सीखे हम पगडण्डी,
    फिर न पीटना पड़े है हमको,
    बस काफी, कि देखा दो डंडी,
    खुद ही देखो आदत बन पड़ती ।

    पवन कुमार देवांगन
    व्याख्याता गणित
    शासकीय हाई स्कूल बिलारी
    विकासखंड पामगढ़
    जिला जांजगीर चांपा (छ.ग.)

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    1. ज्यामिति के प्रयोग से हम जैसे घऱ की कल्पना करते है bana सकते है जैसे त्रिकोण se छत दीवार

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    2. मेरे सपनों का घर,
      जिनके है एक बड़ा द्वार।
      पहले आए पूजा घर,
      फिर सीढी से चढे छत पर।
      वहाँ घूमे,ले हवा स्वच्छ,
      गाँव का ले मनोरम दृश्य।

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  2. चलो बनाएं प्यारा सा एक घर,
    हवादार और सुंदर सूघर,
    दरवाजे खिड़की आयताकार,
    रोशनदान हो वर्गाकार,
    पवन प्रकाश से जाये नीखर,
    घर हो अपना सुंदर सुघर

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  3. गोला, घन, घनाभ, शंकु आदि त्रिआयामी आकृतियों का उपयोग कर हम अपने सपनो का घर का चित्र बना सकते है।

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  4. ज्यामिति के क्षेत्रफल को
    खेल खेल में सिखाया
    घनाभ को जानना है तो
    लम्बाई गुना चौड़ाई गुना उंचाई
    ही होता

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  5. ज्यामिति के चित्र गोला शंकु इन सभी चित्रों के माध्यम से हम अलग-अलग गतिविधियां कर सकते हैं एवं इनको मॉडल में प्रस्तुत करके बच्चों को अच्छे तरीके से त्रिविमीय आकृतियों का पहचान करा सकते हैं

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    1. मैंने विभिन्न त्रिआयामी ज्यामिति संरचनाओं का उपयोग कर एक सुंदर चित्र का आरेख बनाया। मैंने घन की सहायता से घर की चारदीवारी बनाएं तथा प्रिज्म की सहायता से घर की छत । दीवारों पर आयताकार खिड़कियां बनाएं तो ऊपरी किनारे पर गोलाकार रोशनदान। सिलेंडर की आकृति से मैंने घर की छत पर पाइप लगाए जिससे किचन का धुआं बाहर जा सके। घर के चारों ओर वर्गाकार दीवार बनाई तथा एक आयताकार दरवाजे की सहायता से उसे बंद कर दिया इस तरह मेरा घर सुरक्षित हो गया।

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  6. सपनो का घर जिसमे
    छत है शंकु जैसा
    दीवार है वर्गाकार
    खिडकिया है अंडाकार

    दरवाजा की बात ना पूछो

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  7. मैंने बनाया एक घर,
    लेकर घन, घनाभ और शंकु।

    जिसे देखने आये रिंकू पिंकू,
    और लगे पूछने कहाँ है झूला।।

    मैंने दिया उन्हे रबर का एक गोला ,
    गेंद देख हो गए खुश।
    भूल गए फिर तो वे झूला ।। 🙂

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  8. ठोस आंकड़े मोटे होते हैं, सपाट नहीं।

    एक शंकु एक पार्टी टोपी की तरह है।

    एक गोला उछाल वाली गेंद की तरह होता है। एक प्रिज्म एक ऊंची इमारत की तरह है।

    एक सिलेंडर एक कैन की तरह है जिसे आप पॉप कर सकते हैं।

    घन आपके द्वारा गिराए गए पासे की तरह है।

    ठोस आंकड़े इधर-उधर हैं। ठोस आंकड़े हर जगह हैं।

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  9. त्रि विमीय आकृतियों का उपयोग करके हम अपने घर के विविध कोनो को सुन्दर और आकर्षक स्वरुप दे सकते है जो पूरा घर बन जाने के पश्चात् अलग स्वरुप में उभर कर कुछ ज्यादा ही आकर्षक लगता है

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  10. मेरे सपनों का है ये घर पिरामिडी है छत, है कमरे घनाभाकार जिसमें खिडक़ी आयताकार, है वृत्ताकार रोशनदान बेलनाकार है पानी टंकी है फूलों के गमले छिन्नक शंक्वाकार गोलाकार घडे रखे है पिरामिडी स्टैण्ड के उपर मेरे सपनों का है ये घर।

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  11. गणितीय त्रि-आयामी आकृतियों का उपयोग करते हुए एक सुंदर घर की कल्पना कविता की निम्न पंक्ति यो में की है
    घर ऐसा हो.
    जिसमें माँ के प्यार का घेरा (गोला) हो|
    और पिता की सुरक्षा का चौतरफा (वर्गाकार) पहरा हो||
    और जिस घर में भाई- भाई के प्यार को बाटें न कोई रेखा|
    ऐसा घर तो मैं ने मेरे महान भारत देश में
    ही देखा||

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  12. AIL ki paathshala mein,
    Chalo banaen apna Ghar.
    Jyamiti ki paath padh,
    Apani samajh ko karen sughghar.

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  13. चलो बनाएं एक सुंदर घर,
    हवादार और सुंदर सुघ्घर।
    जिसमें दरवाजे खिड़की हो आयताकार,
    और रोशनदान हो वर्गाकार।
    पवन प्रकाश जाये बीखर,
    ऐसा हो अपने सपनों का घर।।

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  14. विभिन्न ज्यामितीय आकृति से अपने स्कूल की सुन्दर सुग्घर चित्र बना सकते है

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  15. चलो बनाए एक सुंदर घर
    दरवाजे खिड़की वर्गाकार
    रोशनदान हो आयताकार
    चारो ओर हो शंकुधारी वृक्ष सदाबहार
    शुद्ध पवन प्रकाश आए अपार
    सपनो का घर हो शानदार

    श्रीमती शीतल राजन
    व्याख्याता
    शास. हाई स्कूल देवरी

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  16. ज्यामितीय आकृति के उपयोग से हम अपने घरों,विद्यालय भवन,को सुन्दर आकार दे सकते है ।
    इसके द्वारा हम नये नये गतिविधि बच्चों से करा सकते हैं

    सुरेश कुमार मेश्राम व्याख्याता
    शास.हाई स्कूल अमलीडीह धमतरी

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  17. ज्यामितीय आकृतियो का उपयोग करके हम घर स्कूल का अच्छे अच्छे चित्र बना सकते हैं।

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  18. गोला शंकु घनाभ घन
    ये मोह लेते सब का मन
    बच्चे पालक व शिक्षक सभी
    करते हैं इससे अपनी कौशल की परख
    कोई दिखाते इससे प्रकृति को सुन्दर
    कोई बनाते इससे अपने सपनो का घर
    B. S. Janghel Lect.
    G.H.S.Chipra Balod

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  19. आओ सुंदर घर है बनाते,
    शंकु छत, गोल रोशनदान,
    वर्ग, आयत खिड़की दरवाजे,
    इस घर में सभी है आते,
    आते साथ सब खुश हो जाते।🙂🙂

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  20. आओ एक सुंदर घर बनाए जिसकी हो बनावट घन जैसे खिड़की आयत दीवाल बने घनाभ , शुंक जैसे दिखे दूर से गोल गोल

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  21. आओ बनाए एक सपनों का घर,
    सुंदर आकृतियो से प्यारा घर।

    दरवाजा हो आयताकार,
    खिड़कियाँ हो वर्गाकार,
    आओ बनाए सपनों का घर।

    घन, घनाभ सा ,कमरे हो घर के,
    त्रिभुज सा ,बने रसोई हमारा
    गोलाकार सा ,आंगन
    ऐसा हो मेरे सपनों का घर,
    सुंदर आकृतियो का प्यारा घर ।।

    Pooja Dhurve
    lecturer
    Govt.H.S.S.Kallubanjari
    chhuria Rajnandgaon.


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  22. ज्यामिति के प्रयोग कर सपनो का घर बनाया जा सकता हैं l

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  23. ज्यामिति के डिजाइन हैं निराले
    सीधे तिरछे लम्बे वाले
    मोटे छोटे कोने वाले
    इन सब को मिलाने वाला
    बना ले अपना सुंदर आशियाना

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  24. ज्यामिति के डिजाइन हैं निराले
    सीधे तीर्छे लम्बे वाले
    छोटे मोटे कोने वाले
    इन सबको मिलाने वाला
    बना ले अपना सुंदर आशियाना
    अर्चना जोशी ,मोपका बिलासपुर

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  25. मैंने विभिन्न त्रिआयामी ज्यामिति संरचनाओं का उपयोग कर एक सुंदर चित्र का आरेख बनाया। मैंने घन की सहायता से घर की चारदीवारी बनाएं तथा प्रिज्म की सहायता से घर की छत । दीवारों पर आयताकार खिड़कियां बनाएं तो ऊपरी किनारे पर गोलाकार रोशनदान। सिलेंडर की आकृति से मैंने घर की छत पर पाइप लगाए जिससे किचन का धुआं बाहर जा सके। घर के चारों ओर वर्गाकार दीवार बनाई तथा एक आयताकार दरवाजे की सहायता से उसे बंद कर दिया इस तरह मेरा घर सुरक्षित हो गया।

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  26. ज्यामिति के चित्र गोला शंकु इन सभी चित्रों के माध्यम से हम अलग-अलग गतिविधियां कर सकते हैं एवं इनको मॉडल में प्रस्तुत करके बच्चों को अच्छे तरीके से त्रिविमीय आकृतियों का पहचान करा सकते हैं

    संगम कुमार
    व्याख्याता भौतिक
    शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताडोकी, विकासखंड-अन्तागढ़, जिला- उत्तर बस्तर कांकेर (छ. ग.)

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  27. ज्यामिति के प्रयोग कर बच्चों कोअच्छे से सिखाया जा सकता है।

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  28. घर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
    दरवाजे हों जिसके आयत जैसे, खिड़कियाँ वर्गाकार.
    दरवाजे, खिड़कियों में हो कलाकारी, त्रिभुज और वृत्ताकार.
    घर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
    दीवारें हों साफ और सुंदर, छत हो शंक्वाकार
    आकर्षक हों, घर के फर्नीचर, सपने हों साकार.
    घर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
    Gurdeep Singh Chhabra
    Lecturer(LB)
    GHSS BUNAGAON
    Dist. KONDAGAON (CG)

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  29. हमने बनाया प्यारा सा एक घर,
    जिसमे थी आयताकार दीवारें बड़ी सुंदर,
    गोलाकार था जिसमें आँगन,
    जहाँ बिता था हम सबका बचपन,
    उमर बित जाए रहे संग परिवार।

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  30. वैज्ञानिक विधियों को प्रयोग करके घर की सुंदरता बढ़ाई जा सकती है।
    गणितीय आकृतियां इस कार्य में विशेष मदद करती हैं।

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  31. एक छोटा सा प्यारा सा, हो मेरा एक घर
    जिसकी छत हो, त्रिशंकु- सा
    और दरवाजा हो, आयत-सा
    एक छोटा सा प्यारा सा, हो मेरा एक घर
    जहां चिड़ियों का भी बसेरा हो, हम-सा,
    हर खिड़कियां हो, वर्ग -सा
    हर खुशियां हो, प्यारा सा।
    Smt Sushma Baghel
    Govt hss badedongar

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  32. ऐ धरती के चाँद सितारे,
    घन में होते बारह किनारे
    छह सतहें भी होती है।
    और कोने होते हैं, आठ
    ठीक तरह से समझो बच्चों
    घन घनाभ के यही हैं, ठाठ

    SHRAVAN KUMAR SAHU
    LECTURER
    GOVT H S S MAHLOI TAMNAR
    DIST RAIGARH

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  33. आओ बनाएं अपने सपनों का घर
    कितना सुंदर कितना प्यारा
    घन घनाभ से दीवार बनाएं,
    शंकु त्रिभुज से छत
    आयताकार दरवाजा खिड़की और नीचे फ्लोर बनाएं
    गोलाकार झरोखा
    देखो बन गया अपना सपनों का घर
    कितना सुंदर कितना प्यारा
    वर्गाकार पतंग बनाए अपने छत पर इसे उड़ाए
    कितना सुंदर कितना प्यारा

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  34. I have designed the most beautiful home on Earth.

    It is in Mumbai, not in Perth.

    Showed it to my neighbour.

    They appreciate it with a cup of tea that i pour.

    They said you are an artist and you should do this full-time henceforth.

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  35. आओ बनाएं अपने सपनों का घर
    कितना सुंदर कितना प्यारा
    घन घनाभ से दीवार बनाएं,
    शंकु त्रिभुज से छत
    आयताकार दरवाजा खिड़की और नीचे फ्लोर बनाएं
    गोलाकार झरोखा
    देखो बन गया अपना सपनों का घर
    कितना सुंदर कितना प्यारा
    वर्गाकार पतंग बनाए अपने छत पर इसे उड़ाए
    कितना सुंदर कितना प्याराl

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  36. सुन्दर सा हो घर हमारा,
    जिसे देखते ही सब खुश हो जाए,
    दरवाजे जिसके आयताकार,
    वर्गाकार हो रोशनदान
    घन जैसे कमरे हो घर के,
    शंकु जैसे छत हमारा,
    जिसे देखते ही सब खुश हो जाए।

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  37. Aao banaye ek sapne jaisa ghar,
    hawa jisme aati andar bahar
    Aakaar ho jiska vargakar,
    Kuwan ho jisme golakar.

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  38. आओ हम भी घर बनाएं।
    गोला से रोशनदान
    चौकोर हो खिड़की
    आयताकार दरवाजे हो
    ऊपर शंकु की टोपी से छत का सुंदर रूप सजाएं।
    आओ हम भी घर बनाएं।

    सी एम साहू व्याख्याता
    शास उच्च मा वि दारगांव

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  39. मेरे सपनों के घर में।
    देखो क्या क्या है इसमें।
    वर्गाकार सतह की छत दीवारें ,
    घनाकार कमरे सुन्दर ,
    वृत्ताकार लगे हैं पंखे इसमें।

    धर्मेन्द्र प्रसाद सारस्वत
    प्रभारी प्राचार्य
    शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिल्हाटी

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  40. बहुत ही अच्छी गतिविधि है सिखने हेतु

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  41. कक्षा कक्ष मे दर्शित विभिन्न ज्यामितीय आकृतियों का पहचान कर प्रोजेक्ट तैयार कराना एवं परिवेश की वस्तुओं का सूचीकरण..

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  42. We can make as many as dream house designs..
    By using rectangle,cube, cuboid , cone and all geometrical designs..
    Once the work is done ,
    the house will shine..
    But remember one thing
    We can change
    the design anytime..


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  43. मेरा सुंदर घर
    कमरे इसके घनाकार, घनाभ,
    शंक्वाकार छत को मनोहर बनाते हैं।

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  44. सपनों का अपना हो सुन्दर 🏡 घर
    डायनिन्ग रुम हो आयताकार 🟩🟩
    ओपनिंग रुम हो वर्गाकार 🟦
    जिसमें खिड़की हो अंडाकार 🏉
    आंगन हो गोलाकार ⚽
    ये है मेरे सपनों का घर🏡 शानदार
    इसमें मैं🙋 रहूंगी. न कि किरायेदार
    निर्मला दोहरे व्याख्याता
    हाईस्कूल देवरी बेरला बेमेतरा

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  45. घर बना एक प्यारा सुंदर
    जिसमे घन घनाभ और शंकु ऊपर

    हाल बना एक बड़ा आयत
    बीच में लटका शंकु झूमर

    घर के बाहर पोर्च बनाया
    बेलन का खंबा बनवाया
    छज्जा जिसमे आयात ऊपर

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  46. चिमनी है शंकु जैसी, खिड़की है वर्गा कार |
    जिनसे घर के भीतर आती ठंडी -ठंडी बयार |
    हाल आयताकर सा गोल सा रोशन दान ,
    बाहर बेलनाकर खम्बा घनाकर छत को तान |

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  47. घन घनाभ शकु गोला से बना धर मेरा। खुशीयो की आयत से खडा धर मेरा।। वर्गाकार है बगिया मेरा रंग बिरंगी फुलो का डेरा। पिरामिड पर है पक्षियों का फेरा। प्यारा प्यारा सुन्दर धर मेरा।।

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  48. गोला, घन, घनाभ, शंकु आदि का उपयोग कर घर बना सकते है।

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  49. सपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
    रोशन दान हो गोला सुंदर
    दरवाजा, खिड़की, खम्बे सुंदर
    आयत, वर्ग,बेलन सुंदर।
    सपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
    आलमारी,टेबल ,छत सुंदर
    घनाभ, घन, शंकु सुंदर।।
    सपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
    पिरामिड से बने दीवारआकृति सुंदर।
    बिना गणित के कुछ नहीं सुंदर
    सभी जगह गणित- ज्यामिति सुंदर ।।
    शिवनारायण जायसवाल ब्याख्याता गणित शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रतापपुर जिला-सूरजपुर।।।


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  50. ऐ धरती के चांद सितारें ,
    घन में होते 12 किनारें
    6 सतह भी होती हैं।
    और कोने होते है 8
    ठीक तरह से समझों बच्चों
    घन घनाभ के यही है , ठाठ।।

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  51. चलो बनाये एक सुन्दर स्कूल
    गोल बगिया में खिले हो फूल
    दरवाजे खिड़की हो वर्गकार
    रोशनदान हो आयतकार
    चारो ओर शंकुधारी वृक्ष सदाबहार
    मेरे सपनो का स्कूल हो शानदार
    Smt M. B. बंजारे
    Principal
    GHSS-Selud

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  52. देखो मैने देखा है, ये एक सपना घन घनाभ शंकु गोले से बना घर अपना। । वर्गाकार है अंगना मेरा रंग बिरंगे फुलो का डेरा।वर्गाकार खिडकी दरवाजे, छत पर मेरे पिरामिड साजे।आयताकार है चारदीवारी ।इसमें बसती दुनिया मेरी #संदीप किशोर भटनागर प्राचार्य, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिरिया जिला बस्तर ।

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  53. मैंने खा ली रबड़ी
    जिसे देख पत्नी झगड़ी
    इतनी झगड़ी
    इतनी झगड़ी
    रख दी रबड़ी , रह गई रबड़ी

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  54. एक घर बने प्यारा
    लेके ज्यामिति का सहारा
    घन घनाब शंकु गोले से बना
    घर अपना सुन्दर प्यारा प्यारा
    वर्गकार आँगन हमारा फुल बगिया गोले
    गमले मे सजा खुशबु फैले चारो ओर
    वर्गकार आयतकार खिड़की दरवाजे
    छत मे भी सारे आकर है साजे
    इस सुन्दर घर मे मेरी दुनिया परिवार संग
    अनेक सुख दुख साजे

    नकुल कुमार राजवाड़े
    व्याख्याता
    GHSS- PWD रामपुर, जिला कोरबा

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  55. राघव! मोहन! बीते! गीते!
    आगच्छ, स्वगृहं रचयाम।
    वातयनान् वृत्ताकारं, गवाक्षान् आयताकार कक्षा: घनाभं करवाया।
    जलसंधारक परिनालिकावत्
    गुम्बद अर्द्धगोलाकारं।
    पुष्पवाटिका वर्गाकारं, छिन्नकसमपुष्पाधारं।
    एवं वयं सर्वेमिलित्वा
    नूतन रचना करवाया।
    ब्रजेश कुमार शर्मा व्याख्याता (गणित)
    शा. हाई स्कूल खेकतरा दादन
    वि.ख. लोरमी जिला मुंगेली

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  56. मैंने बनाया एक प्सुयारान्दर घर,
    लेकर अर्ध वृत्त,आयत, वर्ग,बेलन ,घन, घनाभ और शंकु।

    जिसे देखने आये राकू और काकू
    और लगे पूछने कहाँ है तेरा सावन झूला।।

    मैंने दिखाया उन्हे अंडाकार अंगने में उसे ,
    गेंद देख हो गए खुश।
    भूल गए फिर तो वे झूला ।। 🙂

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  57. दो त्रिभुज दो वर्ग युत चार चतुर्भुज धाम,
    सुंदर शंकु विशाल घन, इसे बना मुकाम,
    अंदर वृत्त मनोहर सुंदर, जो है अतिप्यारी,
    घर घर खेलेंगे हम, जो है अति न्यारी,
    अर्धवृत्त से बना मनोहर मेरे राम का धाम।

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  58. घन-घनाभ से रचकर सुंदर
    रंग ज्यामिति के इसके अंदर
    हर निर्माण की नींव का विज्ञान सहारा
    मिलजुलकर रहता इसमें परिवार हमारा
    सारे सुख का यह बना समंदर ।।

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  59. Yah mere sapno ka ghar
    Bana hai dekho kitna sundar
    Tribhuj chaturbhuj sankudhari
    Lagti hai sachmuch kitni pyari

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  60. गोला, घन, घनाभ, शंकु आदि त्रिआयामी आकृतियों का उपयोग कर हम अपने सपनो का घर का चित्र बना सकते है।

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  61. Ye tera ghar ye mera ghar
    Gola,ghan, ghanabh, shanku ka upyog kar.
    Taiyar ho gaya hamara triaayaami sapno ka ghar.

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  62. 🏰🏰मेरा घर मेरा संसार ,
    समेट रखा है सारे आकार,
    कहीं शंकु कहीं मीनार,
    गोल गुम्बद लगता विहार🏰🏰

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  63. By using rectangle cube cuboid cone and all geometrical designs we can make our dream house design

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  64. चलो बनाएं एक घर
    सुंदर,सुघर,सपनो का घर
    रोशनदान हो वर्गाकार
    खिड़की,दरवाजे आयताकार
    फूलों से सजा हो जिसका द्वार

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  65. चलो बनाएं अपना घर
    हवादार और निर्मल सुंदर
    जिसमें दरवाजे खिड़की हो आयताकार,
    और रोशनदान हो वर्गाकार।
    समीर प्रकाश बिखरे इधर उधर
    चलो बनाये अपना घर।।
    J.k.rathore

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  66. Geometry can be explained much easily when the students connect and coordinate with their surrounding and day to day obje ts

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  67. Ghar banta hai, gadhity aakar.
    Gola, shanku, aaytakar.
    Purva disha hai, sabse accha.
    Ghan, ghanabh vastu surksha.
    Govt. P. S. Kastura Sankul :- Kastura Block :- Duldula Dist.:-Jashpur (C.G.)

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  68. हमारा घर है घनाकार,
    पूजा घर है शंकुआकर,
    घर की सीढ़ी लहरदार,
    और छत है हमारा आयताकार,
    यह है हमारा सपनो का घर।

    C. Bhatt
    G. H. S. S. Guma.

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  69. मेरा घर है या ज्यामितीय की दुकान,
    इसमें है पूरी गणित की पहचान।
    बेलन जैसे खंभे है ,कमरे जैसे कि घन
    आयत जैसा दरवाजा है ,वर्ग जैसा आंगन
    त्रिकोणीय छत बना है मेरे घर की शान।

    योगेश्वर राम साहू
    व्याख्याता
    शा.उ.मा.वि. बरती कला
    जिला बलरामपुर छ.ग.




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  70. गोला घन घनाभ शकु आदि त्रिआयामी आक्रतियो का उपयोग करके हम सपनों का घर और बहुत कुछ बना सकते हैं

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  71. Gola shanku ghnabh ghan jaisi triaayami aakritio ka pryog kar
    Ban gaya mere sapno ka ghar.

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  72. आओ बनाएं सपनों का घर
    घर का आकार हो आयताकार
    छत हो त्रिशंकु आकार
    खिड़की दरवाजे हो आयताकार
    कमरे और आंगन हो वर्गाकार
    एक बगीचा हो आयताकार
    बगीचा बने हो झूलेदार
    जिसके खंभे हो बेलनाकार
    जो आपस में जुड़े हो त्रिकोणाकार
    झूले की पटिया आयताकार
    ऐसा सुंदर स्लोना मेरा घर

    पुष्पा वर्मा
    व्यख्याता एल बी
    शासकीय हाईस्कूल सेरीखेड़ी

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  73. सुन्दर प्यारा मेरा घर सबसे निराला मेरा घर रंग बिरंगी दीवारें इसकी छत है सबसे प्यारी इसकी सुन्दर प्यारा मेरा घर सबसे निराला मेरा घर.

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  74. ज्यामिति के प्रयोग से जैसा हम लोग कर सकते हैं वैसी घर बना सकते हैं

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  75. Practical avam hamare aas pass k chijo s hi sutra tayar kiya jay .
    Jaise

    Ek roti k area πr^2

    Roti k upper roti same size k " h" k rkhne s volume = area*height =πr^2h asani s hoga

    Vaise h curved surface area ko chudi k circumference 2πr ko. "h" height tk jamane s C.S.A. =2πrh hoga

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  76. आओ बनाएं आज एक घर
    ज्यामितीय आकृतियों का प्रयोग कर
    जहां की छत हो वर्गाकार और छप्पर त्रिकोण पर
    कमरे हों आयताकार और बाग के वृक्ष शंकु पर
    जिसमें रहने पर मुझे लगे ये है मेरे सपनों का घर
    डा. कुसुम दीवान
    प्राचार्य
    शास. उ. मा. शाला बधिया टोला, डोंगरगढ़
    राजनांदगांव

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  77. बहुत ही अच्छा लगा कंटेंट पढ़ कर अब मै भी क्लास मे यह एकिकृत आकृति वाला घर बना के पढ़ाऊँगा l
    विक्रम सिंह राजपूत
    व्याख्याता
    शास उच्च माध्य विद्यालय बिरगांव रायपुर

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  78. चलो बनाए सपनो का घर
    गणित का हो सब खेल
    द्वार हो आयताकार
    आंगन हो वर्गाकार
    त्रिभुज जैसी खिड़की हो
    शंकु जैसी गुंबज हो

    ReplyDelete
  79. मेरे घर के दरवाजे खिड़की हैं आयताकार,
    रोशनदान है वृत्ताकार,
    घर की छत पर हैं आकृति शंकुकार,
    लेकिन घर में है ड्रम बेलनाकार.

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  80. बना है घर एक न्यारा,
    2D, 3D आकार हैं सारा;
    2D से हैं क्षेत्रफल नापते,
    3D से आयतन को जानते;
    घर से सीखे वर्ग, आयत, बेलन, शंकु, वृत्त;
    गणितीय समझ से हम हों प्रसन्नचित्त।
    गणित लेक्चरर तीरथ राम,
    "गणित" करके ना हों बदनाम।

    हाई स्कूल- गोकुलपुर
    विकासखंड- तखतपुर

    ReplyDelete
  81. मेरा घर है प्यारा
    त्रिभुजाकार है मंदिर
    आयताकार हैं रौशनदान
    आयत से हैं दरवाजे खिड़की
    वर्गाकार रसोई

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  82. गोला,घन,शंकू का उपयोग करके हम अपने सपनो के घर का चित्र बना सकते हैं।

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  83. My house is made of rectangular bricks,,
    no need to use any tricks
    Rooms are square,
    safe from fire
    Happiness in all angles,
    Without having any tangles .

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  84. इस गोलाकार दुनिया में मेरा घर है आयताकार जिसमें कमरे वर्गाकार पर्व पर क्षनते पकवान गोलाकार त्रिभुजाकार शंकु आकार एवं वर्गाकार ऐसा प्यारा मेरा घर संसार

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  85. ज्यामिति आकृतियों के प्रयोग से हम जैसे घर की कल्पना करते हैं ,उसी आकृति की घर बना सकते हैं।जैसे- त्रिकोण,आयत,वर्ग से छत,दिवार आदि।

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  86. मेरे सपनों का घर गणित के त्रिआयामी गोलासन को त्रिभुजाकार गणिती माध्यम से रेखांकित करके हम अपने घरों के आकार को बेहतर ढंग से बना सकते हैं जिससे हमें आनंद की अनुभूति होती है और इससे गणिती शिक्षा को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है

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  87. घन घनाब संकू गोला
    ऐसी होगी घर हमारा
    सपना था ऐसी हमारा
    ये आकृतिया सुंदर लगती
    ऐसी हमारी घर बनती।

    Saukhilal khunte
    Govt. High School Ratkhnadi

    ReplyDelete
  88. चलो बनाएं एक सुंदर घर
    शुद्ध हवा प्रकाश मिले अपार
    जिसके हो खिड़की वर्गाकार
    दरवाजा बने हो आयताकार
    शंकुधारी वृक्ष हो सदाबहार
    यह है सभी खुशी का आधार
    अशोक कुमार बंजारे
    शासकीय हाई स्कूल अमाली
    विकासखंड कोटा जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़

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  89. Sapno ka ghar
    Kuch aisa ho bas
    Sukh shanti prem jaha ho har pal..
    Vargakaar sa aangan aur baag ho vritakaar..
    Aaytakaar ki samantar rekhao si bane rahe sabhayata aur sanskaar...
    Dwar jiske khule rahe karne atithi ka satkaar..
    Isht Dev ki kripa yuhi bani rahe apne ghar baar...


    Shweta Namdeo
    Army Public School, Samba
    Jammu and Kashmir

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  90. गणितीय त्रि-आयामी आकृतियों का उपयोग करते हुए एक सुंदर घर की कल्पना कविता की निम्न पंक्ति यो में की है
    घर ऐसा हो.
    जिसमें माँ के प्यार का घेरा (गोला) हो|
    और पिता की सुरक्षा का चौतरफा (वर्गाकार) पहरा हो||
    और जिस घर में भाई- भाई के प्यार को बाटें न कोई रेखा|
    ऐसा घर तो मैं ने मेरे महान भारत देश में
    ही देखा||

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  91. UnknownSeptember 1, 2021 at 7:40 PM
    मेरे सपनों का है ये घर पिरामिडी है छत, है कमरे घनाभाकार जिसमें खिडक़ी आयताकार, है वृत्ताकार रोशनदान बेलनाकार है पानी टंकी है फूलों के गमले छिन्नक शंक्वाकार गोलाकार घडे रखे है पिरामिडी स्टैण्ड के उपर मेरे सपनों का है ये घर।

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