कोर्स 04
गतिविधि 4 - अपने विचार साझा करें
गोला, शंकु, घनाभ, घन, आदि जैसी त्रि-आयामी आकृतियों
का उपयोग करके अपने सपनों के घर का चित्र बनाएँ और रेखाचित्र में आपके द्वारा उपयोग
की गई आकृतियों की संख्या गिनें। अपनी पसंद की अभिव्यक्ति के किसी भी माध्यम का उपयोग
करके बनाए गए रेखाचित्र की वास्तु-संबंधी सुंदरता की सराहना करें।
आप अपने विचारों को एक लिमरिक (5 पंक्ति की हास्य कविता जिसमें
पंक्ति 1, 2 और 5 एक दूसरे से तुकबंदी वाले
होते हैं) के रूप में या एक अभिव्यंजक अनुच्छेद के रूप में व्यक्त
कर सकते हैं। अपनी लिमरिक साझा करें।
धीरी धीरे आदत पड़ती,
ReplyDeleteचलना सीखे हम पगडण्डी,
फिर न पीटना पड़े है हमको,
बस काफी, कि देखा दो डंडी,
खुद ही देखो आदत बन पड़ती ।
पवन कुमार देवांगन
व्याख्याता गणित
शासकीय हाई स्कूल बिलारी
विकासखंड पामगढ़
जिला जांजगीर चांपा (छ.ग.)
ज्यामिति के प्रयोग से हम जैसे घऱ की कल्पना करते है bana सकते है जैसे त्रिकोण se छत दीवार
Deleteमेरे सपनों का घर,
Deleteजिनके है एक बड़ा द्वार।
पहले आए पूजा घर,
फिर सीढी से चढे छत पर।
वहाँ घूमे,ले हवा स्वच्छ,
गाँव का ले मनोरम दृश्य।
चलो बनाएं प्यारा सा एक घर,
ReplyDeleteहवादार और सुंदर सूघर,
दरवाजे खिड़की आयताकार,
रोशनदान हो वर्गाकार,
पवन प्रकाश से जाये नीखर,
घर हो अपना सुंदर सुघर
Nityanand Puri Goswami
DeleteLecturer
GHS kharkena
गोला, घन, घनाभ, शंकु आदि त्रिआयामी आकृतियों का उपयोग कर हम अपने सपनो का घर का चित्र बना सकते है।
ReplyDeleteज्यामिति के क्षेत्रफल को
ReplyDeleteखेल खेल में सिखाया
घनाभ को जानना है तो
लम्बाई गुना चौड़ाई गुना उंचाई
ही होता
ज्यामिति के चित्र गोला शंकु इन सभी चित्रों के माध्यम से हम अलग-अलग गतिविधियां कर सकते हैं एवं इनको मॉडल में प्रस्तुत करके बच्चों को अच्छे तरीके से त्रिविमीय आकृतियों का पहचान करा सकते हैं
ReplyDeleteमैंने विभिन्न त्रिआयामी ज्यामिति संरचनाओं का उपयोग कर एक सुंदर चित्र का आरेख बनाया। मैंने घन की सहायता से घर की चारदीवारी बनाएं तथा प्रिज्म की सहायता से घर की छत । दीवारों पर आयताकार खिड़कियां बनाएं तो ऊपरी किनारे पर गोलाकार रोशनदान। सिलेंडर की आकृति से मैंने घर की छत पर पाइप लगाए जिससे किचन का धुआं बाहर जा सके। घर के चारों ओर वर्गाकार दीवार बनाई तथा एक आयताकार दरवाजे की सहायता से उसे बंद कर दिया इस तरह मेरा घर सुरक्षित हो गया।
Deleteसपनो का घर जिसमे
ReplyDeleteछत है शंकु जैसा
दीवार है वर्गाकार
खिडकिया है अंडाकार
दरवाजा की बात ना पूछो
मैंने बनाया एक घर,
ReplyDeleteलेकर घन, घनाभ और शंकु।
जिसे देखने आये रिंकू पिंकू,
और लगे पूछने कहाँ है झूला।।
मैंने दिया उन्हे रबर का एक गोला ,
गेंद देख हो गए खुश।
भूल गए फिर तो वे झूला ।। 🙂
ठोस आंकड़े मोटे होते हैं, सपाट नहीं।
ReplyDeleteएक शंकु एक पार्टी टोपी की तरह है।
एक गोला उछाल वाली गेंद की तरह होता है। एक प्रिज्म एक ऊंची इमारत की तरह है।
एक सिलेंडर एक कैन की तरह है जिसे आप पॉप कर सकते हैं।
घन आपके द्वारा गिराए गए पासे की तरह है।
ठोस आंकड़े इधर-उधर हैं। ठोस आंकड़े हर जगह हैं।
त्रि विमीय आकृतियों का उपयोग करके हम अपने घर के विविध कोनो को सुन्दर और आकर्षक स्वरुप दे सकते है जो पूरा घर बन जाने के पश्चात् अलग स्वरुप में उभर कर कुछ ज्यादा ही आकर्षक लगता है
ReplyDeleteमेरे सपनों का है ये घर पिरामिडी है छत, है कमरे घनाभाकार जिसमें खिडक़ी आयताकार, है वृत्ताकार रोशनदान बेलनाकार है पानी टंकी है फूलों के गमले छिन्नक शंक्वाकार गोलाकार घडे रखे है पिरामिडी स्टैण्ड के उपर मेरे सपनों का है ये घर।
ReplyDeleteगणितीय त्रि-आयामी आकृतियों का उपयोग करते हुए एक सुंदर घर की कल्पना कविता की निम्न पंक्ति यो में की है
ReplyDeleteघर ऐसा हो.
जिसमें माँ के प्यार का घेरा (गोला) हो|
और पिता की सुरक्षा का चौतरफा (वर्गाकार) पहरा हो||
और जिस घर में भाई- भाई के प्यार को बाटें न कोई रेखा|
ऐसा घर तो मैं ने मेरे महान भारत देश में
ही देखा||
AIL ki paathshala mein,
ReplyDeleteChalo banaen apna Ghar.
Jyamiti ki paath padh,
Apani samajh ko karen sughghar.
चलो बनाएं एक सुंदर घर,
ReplyDeleteहवादार और सुंदर सुघ्घर।
जिसमें दरवाजे खिड़की हो आयताकार,
और रोशनदान हो वर्गाकार।
पवन प्रकाश जाये बीखर,
ऐसा हो अपने सपनों का घर।।
विभिन्न ज्यामितीय आकृति से अपने स्कूल की सुन्दर सुग्घर चित्र बना सकते है
ReplyDeleteचलो बनाए एक सुंदर घर
ReplyDeleteदरवाजे खिड़की वर्गाकार
रोशनदान हो आयताकार
चारो ओर हो शंकुधारी वृक्ष सदाबहार
शुद्ध पवन प्रकाश आए अपार
सपनो का घर हो शानदार
श्रीमती शीतल राजन
व्याख्याता
शास. हाई स्कूल देवरी
ज्यामितीय आकृति के उपयोग से हम अपने घरों,विद्यालय भवन,को सुन्दर आकार दे सकते है ।
ReplyDeleteइसके द्वारा हम नये नये गतिविधि बच्चों से करा सकते हैं
सुरेश कुमार मेश्राम व्याख्याता
शास.हाई स्कूल अमलीडीह धमतरी
ज्यामितीय आकृतियो का उपयोग करके हम घर स्कूल का अच्छे अच्छे चित्र बना सकते हैं।
ReplyDeleteगोला शंकु घनाभ घन
ReplyDeleteये मोह लेते सब का मन
बच्चे पालक व शिक्षक सभी
करते हैं इससे अपनी कौशल की परख
कोई दिखाते इससे प्रकृति को सुन्दर
कोई बनाते इससे अपने सपनो का घर
B. S. Janghel Lect.
G.H.S.Chipra Balod
आओ सुंदर घर है बनाते,
ReplyDeleteशंकु छत, गोल रोशनदान,
वर्ग, आयत खिड़की दरवाजे,
इस घर में सभी है आते,
आते साथ सब खुश हो जाते।🙂🙂
आओ एक सुंदर घर बनाए जिसकी हो बनावट घन जैसे खिड़की आयत दीवाल बने घनाभ , शुंक जैसे दिखे दूर से गोल गोल
ReplyDeleteआओ बनाए एक सपनों का घर,
ReplyDeleteसुंदर आकृतियो से प्यारा घर।
दरवाजा हो आयताकार,
खिड़कियाँ हो वर्गाकार,
आओ बनाए सपनों का घर।
घन, घनाभ सा ,कमरे हो घर के,
त्रिभुज सा ,बने रसोई हमारा
गोलाकार सा ,आंगन
ऐसा हो मेरे सपनों का घर,
सुंदर आकृतियो का प्यारा घर ।।
Pooja Dhurve
lecturer
Govt.H.S.S.Kallubanjari
chhuria Rajnandgaon.
ज्यामिति के प्रयोग कर सपनो का घर बनाया जा सकता हैं l
ReplyDeleteज्यामिति के डिजाइन हैं निराले
ReplyDeleteसीधे तिरछे लम्बे वाले
मोटे छोटे कोने वाले
इन सब को मिलाने वाला
बना ले अपना सुंदर आशियाना
ज्यामिति के डिजाइन हैं निराले
ReplyDeleteसीधे तीर्छे लम्बे वाले
छोटे मोटे कोने वाले
इन सबको मिलाने वाला
बना ले अपना सुंदर आशियाना
अर्चना जोशी ,मोपका बिलासपुर
मैंने विभिन्न त्रिआयामी ज्यामिति संरचनाओं का उपयोग कर एक सुंदर चित्र का आरेख बनाया। मैंने घन की सहायता से घर की चारदीवारी बनाएं तथा प्रिज्म की सहायता से घर की छत । दीवारों पर आयताकार खिड़कियां बनाएं तो ऊपरी किनारे पर गोलाकार रोशनदान। सिलेंडर की आकृति से मैंने घर की छत पर पाइप लगाए जिससे किचन का धुआं बाहर जा सके। घर के चारों ओर वर्गाकार दीवार बनाई तथा एक आयताकार दरवाजे की सहायता से उसे बंद कर दिया इस तरह मेरा घर सुरक्षित हो गया।
ReplyDeleteज्यामिति के चित्र गोला शंकु इन सभी चित्रों के माध्यम से हम अलग-अलग गतिविधियां कर सकते हैं एवं इनको मॉडल में प्रस्तुत करके बच्चों को अच्छे तरीके से त्रिविमीय आकृतियों का पहचान करा सकते हैं
ReplyDeleteसंगम कुमार
व्याख्याता भौतिक
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताडोकी, विकासखंड-अन्तागढ़, जिला- उत्तर बस्तर कांकेर (छ. ग.)
ज्यामिति के प्रयोग कर बच्चों कोअच्छे से सिखाया जा सकता है।
ReplyDeleteघर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
ReplyDeleteदरवाजे हों जिसके आयत जैसे, खिड़कियाँ वर्गाकार.
दरवाजे, खिड़कियों में हो कलाकारी, त्रिभुज और वृत्ताकार.
घर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
दीवारें हों साफ और सुंदर, छत हो शंक्वाकार
आकर्षक हों, घर के फर्नीचर, सपने हों साकार.
घर हो एक ऐसा, जिसमें सपने लें आकार.
Gurdeep Singh Chhabra
Lecturer(LB)
GHSS BUNAGAON
Dist. KONDAGAON (CG)
हमने बनाया प्यारा सा एक घर,
ReplyDeleteजिसमे थी आयताकार दीवारें बड़ी सुंदर,
गोलाकार था जिसमें आँगन,
जहाँ बिता था हम सबका बचपन,
उमर बित जाए रहे संग परिवार।
वैज्ञानिक विधियों को प्रयोग करके घर की सुंदरता बढ़ाई जा सकती है।
ReplyDeleteगणितीय आकृतियां इस कार्य में विशेष मदद करती हैं।
एक छोटा सा प्यारा सा, हो मेरा एक घर
ReplyDeleteजिसकी छत हो, त्रिशंकु- सा
और दरवाजा हो, आयत-सा
एक छोटा सा प्यारा सा, हो मेरा एक घर
जहां चिड़ियों का भी बसेरा हो, हम-सा,
हर खिड़कियां हो, वर्ग -सा
हर खुशियां हो, प्यारा सा।
Smt Sushma Baghel
Govt hss badedongar
ऐ धरती के चाँद सितारे,
ReplyDeleteघन में होते बारह किनारे
छह सतहें भी होती है।
और कोने होते हैं, आठ
ठीक तरह से समझो बच्चों
घन घनाभ के यही हैं, ठाठ
SHRAVAN KUMAR SAHU
LECTURER
GOVT H S S MAHLOI TAMNAR
DIST RAIGARH
आओ बनाएं अपने सपनों का घर
ReplyDeleteकितना सुंदर कितना प्यारा
घन घनाभ से दीवार बनाएं,
शंकु त्रिभुज से छत
आयताकार दरवाजा खिड़की और नीचे फ्लोर बनाएं
गोलाकार झरोखा
देखो बन गया अपना सपनों का घर
कितना सुंदर कितना प्यारा
वर्गाकार पतंग बनाए अपने छत पर इसे उड़ाए
कितना सुंदर कितना प्यारा
I have designed the most beautiful home on Earth.
ReplyDeleteIt is in Mumbai, not in Perth.
Showed it to my neighbour.
They appreciate it with a cup of tea that i pour.
They said you are an artist and you should do this full-time henceforth.
आओ बनाएं अपने सपनों का घर
ReplyDeleteकितना सुंदर कितना प्यारा
घन घनाभ से दीवार बनाएं,
शंकु त्रिभुज से छत
आयताकार दरवाजा खिड़की और नीचे फ्लोर बनाएं
गोलाकार झरोखा
देखो बन गया अपना सपनों का घर
कितना सुंदर कितना प्यारा
वर्गाकार पतंग बनाए अपने छत पर इसे उड़ाए
कितना सुंदर कितना प्याराl
सुन्दर सा हो घर हमारा,
ReplyDeleteजिसे देखते ही सब खुश हो जाए,
दरवाजे जिसके आयताकार,
वर्गाकार हो रोशनदान
घन जैसे कमरे हो घर के,
शंकु जैसे छत हमारा,
जिसे देखते ही सब खुश हो जाए।
Aao banaye ek sapne jaisa ghar,
ReplyDeletehawa jisme aati andar bahar
Aakaar ho jiska vargakar,
Kuwan ho jisme golakar.
आओ हम भी घर बनाएं।
ReplyDeleteगोला से रोशनदान
चौकोर हो खिड़की
आयताकार दरवाजे हो
ऊपर शंकु की टोपी से छत का सुंदर रूप सजाएं।
आओ हम भी घर बनाएं।
सी एम साहू व्याख्याता
शास उच्च मा वि दारगांव
।
मेरे सपनों के घर में।
ReplyDeleteदेखो क्या क्या है इसमें।
वर्गाकार सतह की छत दीवारें ,
घनाकार कमरे सुन्दर ,
वृत्ताकार लगे हैं पंखे इसमें।
धर्मेन्द्र प्रसाद सारस्वत
प्रभारी प्राचार्य
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिल्हाटी
बहुत ही अच्छी गतिविधि है सिखने हेतु
ReplyDeleteकक्षा कक्ष मे दर्शित विभिन्न ज्यामितीय आकृतियों का पहचान कर प्रोजेक्ट तैयार कराना एवं परिवेश की वस्तुओं का सूचीकरण..
ReplyDeleteWe can make as many as dream house designs..
ReplyDeleteBy using rectangle,cube, cuboid , cone and all geometrical designs..
Once the work is done ,
the house will shine..
But remember one thing
We can change
the design anytime..
मेरा सुंदर घर
ReplyDeleteकमरे इसके घनाकार, घनाभ,
शंक्वाकार छत को मनोहर बनाते हैं।
सपनों का अपना हो सुन्दर 🏡 घर
ReplyDeleteडायनिन्ग रुम हो आयताकार 🟩🟩
ओपनिंग रुम हो वर्गाकार 🟦
जिसमें खिड़की हो अंडाकार 🏉
आंगन हो गोलाकार ⚽
ये है मेरे सपनों का घर🏡 शानदार
इसमें मैं🙋 रहूंगी. न कि किरायेदार
निर्मला दोहरे व्याख्याता
हाईस्कूल देवरी बेरला बेमेतरा
घर बना एक प्यारा सुंदर
ReplyDeleteजिसमे घन घनाभ और शंकु ऊपर
हाल बना एक बड़ा आयत
बीच में लटका शंकु झूमर
घर के बाहर पोर्च बनाया
बेलन का खंबा बनवाया
छज्जा जिसमे आयात ऊपर
चिमनी है शंकु जैसी, खिड़की है वर्गा कार |
ReplyDeleteजिनसे घर के भीतर आती ठंडी -ठंडी बयार |
हाल आयताकर सा गोल सा रोशन दान ,
बाहर बेलनाकर खम्बा घनाकर छत को तान |
घन घनाभ शकु गोला से बना धर मेरा। खुशीयो की आयत से खडा धर मेरा।। वर्गाकार है बगिया मेरा रंग बिरंगी फुलो का डेरा। पिरामिड पर है पक्षियों का फेरा। प्यारा प्यारा सुन्दर धर मेरा।।
ReplyDeleteगोला, घन, घनाभ, शंकु आदि का उपयोग कर घर बना सकते है।
ReplyDeleteसपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
ReplyDeleteरोशन दान हो गोला सुंदर
दरवाजा, खिड़की, खम्बे सुंदर
आयत, वर्ग,बेलन सुंदर।
सपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
आलमारी,टेबल ,छत सुंदर
घनाभ, घन, शंकु सुंदर।।
सपनों का घर हो अपनी प्यारी सुंदर
पिरामिड से बने दीवारआकृति सुंदर।
बिना गणित के कुछ नहीं सुंदर
सभी जगह गणित- ज्यामिति सुंदर ।।
शिवनारायण जायसवाल ब्याख्याता गणित शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रतापपुर जिला-सूरजपुर।।।
ऐ धरती के चांद सितारें ,
ReplyDeleteघन में होते 12 किनारें
6 सतह भी होती हैं।
और कोने होते है 8
ठीक तरह से समझों बच्चों
घन घनाभ के यही है , ठाठ।।
चलो बनाये एक सुन्दर स्कूल
ReplyDeleteगोल बगिया में खिले हो फूल
दरवाजे खिड़की हो वर्गकार
रोशनदान हो आयतकार
चारो ओर शंकुधारी वृक्ष सदाबहार
मेरे सपनो का स्कूल हो शानदार
Smt M. B. बंजारे
Principal
GHSS-Selud
देखो मैने देखा है, ये एक सपना घन घनाभ शंकु गोले से बना घर अपना। । वर्गाकार है अंगना मेरा रंग बिरंगे फुलो का डेरा।वर्गाकार खिडकी दरवाजे, छत पर मेरे पिरामिड साजे।आयताकार है चारदीवारी ।इसमें बसती दुनिया मेरी #संदीप किशोर भटनागर प्राचार्य, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिरिया जिला बस्तर ।
ReplyDeleteमैंने खा ली रबड़ी
ReplyDeleteजिसे देख पत्नी झगड़ी
इतनी झगड़ी
इतनी झगड़ी
रख दी रबड़ी , रह गई रबड़ी
एक घर बने प्यारा
ReplyDeleteलेके ज्यामिति का सहारा
घन घनाब शंकु गोले से बना
घर अपना सुन्दर प्यारा प्यारा
वर्गकार आँगन हमारा फुल बगिया गोले
गमले मे सजा खुशबु फैले चारो ओर
वर्गकार आयतकार खिड़की दरवाजे
छत मे भी सारे आकर है साजे
इस सुन्दर घर मे मेरी दुनिया परिवार संग
अनेक सुख दुख साजे
नकुल कुमार राजवाड़े
व्याख्याता
GHSS- PWD रामपुर, जिला कोरबा
राघव! मोहन! बीते! गीते!
ReplyDeleteआगच्छ, स्वगृहं रचयाम।
वातयनान् वृत्ताकारं, गवाक्षान् आयताकार कक्षा: घनाभं करवाया।
जलसंधारक परिनालिकावत्
गुम्बद अर्द्धगोलाकारं।
पुष्पवाटिका वर्गाकारं, छिन्नकसमपुष्पाधारं।
एवं वयं सर्वेमिलित्वा
नूतन रचना करवाया।
ब्रजेश कुमार शर्मा व्याख्याता (गणित)
शा. हाई स्कूल खेकतरा दादन
वि.ख. लोरमी जिला मुंगेली
मैंने बनाया एक प्सुयारान्दर घर,
ReplyDeleteलेकर अर्ध वृत्त,आयत, वर्ग,बेलन ,घन, घनाभ और शंकु।
जिसे देखने आये राकू और काकू
और लगे पूछने कहाँ है तेरा सावन झूला।।
मैंने दिखाया उन्हे अंडाकार अंगने में उसे ,
गेंद देख हो गए खुश।
भूल गए फिर तो वे झूला ।। 🙂
दो त्रिभुज दो वर्ग युत चार चतुर्भुज धाम,
ReplyDeleteसुंदर शंकु विशाल घन, इसे बना मुकाम,
अंदर वृत्त मनोहर सुंदर, जो है अतिप्यारी,
घर घर खेलेंगे हम, जो है अति न्यारी,
अर्धवृत्त से बना मनोहर मेरे राम का धाम।
घन-घनाभ से रचकर सुंदर
ReplyDeleteरंग ज्यामिति के इसके अंदर
हर निर्माण की नींव का विज्ञान सहारा
मिलजुलकर रहता इसमें परिवार हमारा
सारे सुख का यह बना समंदर ।।
Yah mere sapno ka ghar
ReplyDeleteBana hai dekho kitna sundar
Tribhuj chaturbhuj sankudhari
Lagti hai sachmuch kitni pyari
गोला, घन, घनाभ, शंकु आदि त्रिआयामी आकृतियों का उपयोग कर हम अपने सपनो का घर का चित्र बना सकते है।
ReplyDeleteREPLY
Ye tera ghar ye mera ghar
ReplyDeleteGola,ghan, ghanabh, shanku ka upyog kar.
Taiyar ho gaya hamara triaayaami sapno ka ghar.
🏰🏰मेरा घर मेरा संसार ,
ReplyDeleteसमेट रखा है सारे आकार,
कहीं शंकु कहीं मीनार,
गोल गुम्बद लगता विहार🏰🏰
By using rectangle cube cuboid cone and all geometrical designs we can make our dream house design
ReplyDeleteचलो बनाएं एक घर
ReplyDeleteसुंदर,सुघर,सपनो का घर
रोशनदान हो वर्गाकार
खिड़की,दरवाजे आयताकार
फूलों से सजा हो जिसका द्वार
चलो बनाएं अपना घर
ReplyDeleteहवादार और निर्मल सुंदर
जिसमें दरवाजे खिड़की हो आयताकार,
और रोशनदान हो वर्गाकार।
समीर प्रकाश बिखरे इधर उधर
चलो बनाये अपना घर।।
J.k.rathore
Geometry can be explained much easily when the students connect and coordinate with their surrounding and day to day obje ts
ReplyDeleteGhar banta hai, gadhity aakar.
ReplyDeleteGola, shanku, aaytakar.
Purva disha hai, sabse accha.
Ghan, ghanabh vastu surksha.
Govt. P. S. Kastura Sankul :- Kastura Block :- Duldula Dist.:-Jashpur (C.G.)
हमारा घर है घनाकार,
ReplyDeleteपूजा घर है शंकुआकर,
घर की सीढ़ी लहरदार,
और छत है हमारा आयताकार,
यह है हमारा सपनो का घर।
C. Bhatt
G. H. S. S. Guma.
मेरा घर है या ज्यामितीय की दुकान,
ReplyDeleteइसमें है पूरी गणित की पहचान।
बेलन जैसे खंभे है ,कमरे जैसे कि घन
आयत जैसा दरवाजा है ,वर्ग जैसा आंगन
त्रिकोणीय छत बना है मेरे घर की शान।
योगेश्वर राम साहू
व्याख्याता
शा.उ.मा.वि. बरती कला
जिला बलरामपुर छ.ग.
गोला घन घनाभ शकु आदि त्रिआयामी आक्रतियो का उपयोग करके हम सपनों का घर और बहुत कुछ बना सकते हैं
ReplyDeleteGola shanku ghnabh ghan jaisi triaayami aakritio ka pryog kar
ReplyDeleteBan gaya mere sapno ka ghar.
आओ बनाएं सपनों का घर
ReplyDeleteघर का आकार हो आयताकार
छत हो त्रिशंकु आकार
खिड़की दरवाजे हो आयताकार
कमरे और आंगन हो वर्गाकार
एक बगीचा हो आयताकार
बगीचा बने हो झूलेदार
जिसके खंभे हो बेलनाकार
जो आपस में जुड़े हो त्रिकोणाकार
झूले की पटिया आयताकार
ऐसा सुंदर स्लोना मेरा घर
पुष्पा वर्मा
व्यख्याता एल बी
शासकीय हाईस्कूल सेरीखेड़ी
सुन्दर प्यारा मेरा घर सबसे निराला मेरा घर रंग बिरंगी दीवारें इसकी छत है सबसे प्यारी इसकी सुन्दर प्यारा मेरा घर सबसे निराला मेरा घर.
ReplyDeleteज्यामिति के प्रयोग से जैसा हम लोग कर सकते हैं वैसी घर बना सकते हैं
ReplyDeletePractical avam hamare aas pass k chijo s hi sutra tayar kiya jay .
ReplyDeleteJaise
Ek roti k area πr^2
Roti k upper roti same size k " h" k rkhne s volume = area*height =πr^2h asani s hoga
Vaise h curved surface area ko chudi k circumference 2πr ko. "h" height tk jamane s C.S.A. =2πrh hoga
आओ बनाएं आज एक घर
ReplyDeleteज्यामितीय आकृतियों का प्रयोग कर
जहां की छत हो वर्गाकार और छप्पर त्रिकोण पर
कमरे हों आयताकार और बाग के वृक्ष शंकु पर
जिसमें रहने पर मुझे लगे ये है मेरे सपनों का घर
डा. कुसुम दीवान
प्राचार्य
शास. उ. मा. शाला बधिया टोला, डोंगरगढ़
राजनांदगांव
बहुत ही अच्छा लगा कंटेंट पढ़ कर अब मै भी क्लास मे यह एकिकृत आकृति वाला घर बना के पढ़ाऊँगा l
ReplyDeleteविक्रम सिंह राजपूत
व्याख्याता
शास उच्च माध्य विद्यालय बिरगांव रायपुर
चलो बनाए सपनो का घर
ReplyDeleteगणित का हो सब खेल
द्वार हो आयताकार
आंगन हो वर्गाकार
त्रिभुज जैसी खिड़की हो
शंकु जैसी गुंबज हो
मेरे घर के दरवाजे खिड़की हैं आयताकार,
ReplyDeleteरोशनदान है वृत्ताकार,
घर की छत पर हैं आकृति शंकुकार,
लेकिन घर में है ड्रम बेलनाकार.
बना है घर एक न्यारा,
ReplyDelete2D, 3D आकार हैं सारा;
2D से हैं क्षेत्रफल नापते,
3D से आयतन को जानते;
घर से सीखे वर्ग, आयत, बेलन, शंकु, वृत्त;
गणितीय समझ से हम हों प्रसन्नचित्त।
गणित लेक्चरर तीरथ राम,
"गणित" करके ना हों बदनाम।
हाई स्कूल- गोकुलपुर
विकासखंड- तखतपुर
मेरा घर है प्यारा
ReplyDeleteत्रिभुजाकार है मंदिर
आयताकार हैं रौशनदान
आयत से हैं दरवाजे खिड़की
वर्गाकार रसोई
गोला,घन,शंकू का उपयोग करके हम अपने सपनो के घर का चित्र बना सकते हैं।
ReplyDeleteMy house is made of rectangular bricks,,
ReplyDeleteno need to use any tricks
Rooms are square,
safe from fire
Happiness in all angles,
Without having any tangles .
इस गोलाकार दुनिया में मेरा घर है आयताकार जिसमें कमरे वर्गाकार पर्व पर क्षनते पकवान गोलाकार त्रिभुजाकार शंकु आकार एवं वर्गाकार ऐसा प्यारा मेरा घर संसार
ReplyDeleteज्यामिति आकृतियों के प्रयोग से हम जैसे घर की कल्पना करते हैं ,उसी आकृति की घर बना सकते हैं।जैसे- त्रिकोण,आयत,वर्ग से छत,दिवार आदि।
ReplyDeleteमेरे सपनों का घर गणित के त्रिआयामी गोलासन को त्रिभुजाकार गणिती माध्यम से रेखांकित करके हम अपने घरों के आकार को बेहतर ढंग से बना सकते हैं जिससे हमें आनंद की अनुभूति होती है और इससे गणिती शिक्षा को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है
ReplyDeleteघन घनाब संकू गोला
ReplyDeleteऐसी होगी घर हमारा
सपना था ऐसी हमारा
ये आकृतिया सुंदर लगती
ऐसी हमारी घर बनती।
Saukhilal khunte
Govt. High School Ratkhnadi
चलो बनाएं एक सुंदर घर
ReplyDeleteशुद्ध हवा प्रकाश मिले अपार
जिसके हो खिड़की वर्गाकार
दरवाजा बने हो आयताकार
शंकुधारी वृक्ष हो सदाबहार
यह है सभी खुशी का आधार
अशोक कुमार बंजारे
शासकीय हाई स्कूल अमाली
विकासखंड कोटा जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़
Sapno ka ghar
ReplyDeleteKuch aisa ho bas
Sukh shanti prem jaha ho har pal..
Vargakaar sa aangan aur baag ho vritakaar..
Aaytakaar ki samantar rekhao si bane rahe sabhayata aur sanskaar...
Dwar jiske khule rahe karne atithi ka satkaar..
Isht Dev ki kripa yuhi bani rahe apne ghar baar...
Shweta Namdeo
Army Public School, Samba
Jammu and Kashmir
गणितीय त्रि-आयामी आकृतियों का उपयोग करते हुए एक सुंदर घर की कल्पना कविता की निम्न पंक्ति यो में की है
ReplyDeleteघर ऐसा हो.
जिसमें माँ के प्यार का घेरा (गोला) हो|
और पिता की सुरक्षा का चौतरफा (वर्गाकार) पहरा हो||
और जिस घर में भाई- भाई के प्यार को बाटें न कोई रेखा|
ऐसा घर तो मैं ने मेरे महान भारत देश में
ही देखा||
UnknownSeptember 1, 2021 at 7:40 PM
ReplyDeleteमेरे सपनों का है ये घर पिरामिडी है छत, है कमरे घनाभाकार जिसमें खिडक़ी आयताकार, है वृत्ताकार रोशनदान बेलनाकार है पानी टंकी है फूलों के गमले छिन्नक शंक्वाकार गोलाकार घडे रखे है पिरामिडी स्टैण्ड के उपर मेरे सपनों का है ये घर।