मॉड्यूल 5
गतिविधि 3: सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
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सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
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Online se parents sampark karke Kiya jata hai
ReplyDeleteइसके द्वारा हम आसानी से बच्चों तक मूल्यांकन सामग्री भेज कर मूल्यांकन कर सकते हैं तथा उनका प्रतिक्रिया जान सकते हैं ।
Deleteइंटरनेट एवं डिजिटल उपकरणों के द्वारा बच्चों को सीखने-सीखाने का उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने साधन के रुप में उपयोग किया जा सकता है।
DeleteCorona kal iska sabse achchha example hai online class lena , homework dena aur bachchon dwara answer bhejna isse bachche adhunik sansadhan ka sahi use karna bhi sikh rahe hai
DeleteContact children online
ReplyDeleteOnline baccho se sampark kiya
ReplyDeleteआनलाइन बच्चो को पढाना और मूल्यांकन करना ,पालको से संपर्क करना
ReplyDeleteसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं। कोरोना काल में इसके अंतर्गत कॉल या ऑनलाईन क्लास या ऑफलाईन(saved video of Youtube) के द्वारा हमने विद्यार्थियों/अभिभावकों से संपर्क बनाए रखा।फलस्वरूप इसका सकारात्मक प्रभाव दिखा।
ReplyDeleteOnline students se sampark kiya
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से शिक्षा का विकास में बड़ा योगदान है घर बैठे ओनलाइन पढाई करके क्रोना से बचा जा सकता है। किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।इसमें परीक्षा परिणाम देख सकते है विडियो जानकारी भेज सकते हैं बच्चों को शिक्षा से जुड़े रखने के लिए यूटुब से जानकारी खोजना अतः हम बच्चों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
Deleteसूचना एवं संचार तकनिक शिक्षण अधिगम और मूल्याकंन मे कैसे सहयोग करता है ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनिक शिक्षण मे महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वाहन कर सकते है इसके लिए कुछ प्रयोग करने की आवश्यकता है ।शिक्षा मे बच्चो को तकनिक के बारे मे प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है ।राष्ट्रिय/राजकिय/सम्भाग स्तर पर विद्यार्थियो को तकनिकी ज्ञान देने की आवश्यकता है तभी तकनिक शिक्षा के लिए उपयोगी साबित होगा ।
हमने अपने छात्र जीवन मे निबंध लेखन के लिए एक विषय "विज्ञान वरदान एवं अभिश्राप है ।"
तकनिक का उपयोग हमारे जीवन मे हमारे उपयोग पर अधारित है की हम उसका उपयोग निर्माण मे करे तो नव निर्माण होगा।
ऑनलाइन बच्चों के क्लास ली गई ऑनलाइन बच्चों से मूल्यांकन भी लिया गया इसमें सूचना तकनीकी का बहुत अच्छा उपयोग हुआ है मोबाइल के माध्यम से कैसे ज्ञान अर्जित किया जा सकता है यह सब संभव हुआ है
ReplyDeleteजमाना डिजिटल जमाना है इसमें दुनिया सीम ट सी की गई है हम किसी भी चीज की जानकारी सर्च करके पता कर सकते हैं अभी वर्तमान में वर्चुअल क्लास के द्वारा पढ़ाई जारी है और असाइनमेंट के द्वारा उनका मूल्यांकन किया जा रहा है
ReplyDeleteसूचना और संचार के मध्यम से आज हम ज्ञान के सागर में है जहाँ, असम्भव क़ुछ भी नहीं।
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम से कुछ भी जानकारी असंभव नहीं रहा|
Deleteसूचना एवं संचार तकनीकी वर्तमान कोविड-19 के समय में बच्चों और शिक्षकों के बीच संबंध बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका है आज इसके माध्यम से बच्चों में सीखने के प्रक्रिया कीनिरंतरता बनी हुई है वर्तमान युग में सूचना एवं संचार तकनीकी के बिना हम सभी एक अपाहिज की तरह हैं इसके बिना आज कोई भी कार्य करना नामुमकिन सा हो गया है सूचना एवं संचार तकनीकी के कार्य कारण आज समय व खर्च की बचत हुई है अतः आज वर्तमान समय में इसकी जरूरत और अधिक बढ़ गई है साथ में सभी शिक्षकों को इसकी प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक का उपयोग अलग अलग परिस्थिति के अनुरूप ,बच्चों के अनुरूप किया जाता है जैसे दूरस्थ शिक्षण में वीडियो क्लास एवम् शारीरिक अक्षमता संबंधी बच्चों के अध्यापन में एवम् ऐसे संदर्भ में अध्यापन करना जो प्राकृतिक रूप में अन्य स्थानों में उपलब्ध हो।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं क्योंकि इससे दृश्य श्रव्य गतिविधि आदि आपका उपयोग होता है इससे बच्चे प्रसन्नता पूर्वक एवं अच्छी तरह सीखते हैं इससे मूल्यांकन कार्य भी ऑनलाइन किया जा सकता है
ReplyDeleteThe students can learn better and it is quite easy to evaluate the students through ICT.
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी सरल एवं संभव है।
ReplyDeleteICT की तकनीक के उपयोग से शिक्षण, अधिगम एवं मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ी सी तकनीकी ज्ञान व संसाधन की आवश्यकता होती है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनिक शिक्षण मे महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वाहन कर सकते है इसके लिए कुछ प्रयोग करने की आवश्यकता है ।शिक्षा मे बच्चो को तकनिक के बारे मे प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है ।राष्ट्रिय/राजकिय/सम्भाग स्तर पर विद्यार्थियो को तकनिकी ज्ञान देने की आवश्यकता है तभी तकनिक शिक्षा के लिए उपयोगी साबित होगा ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनिक शिक्षण मे महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वाहन कर सकते है इसके लिए कुछ प्रयोग करने की आवश्यकता है ।शिक्षा मे बच्चो को तकनिक के बारे मे प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है ।राष्ट्रिय/राजकिय/सम्भाग स्तर पर विद्यार्थियो को तकनिकी ज्ञान देने की आवश्यकता है तभी तकनिक शिक्षा के लिए उपयोगी साबित होगा ।
ReplyDeleteOnline classes के दौरान अभी कोरोना काल के समय बहुत कारगर साबित हो रहा है। बच्चों, पालकों से 🔗 करके उनसे बात चित किए।इस दौरान आपसी बात के दौरान पालकों से रुबरु होने का अवसर मिला। अच्छी बातें भी सामने आई, कमियां भी सामने आई
ReplyDeleteच
जो पालक प्रत्यक्ष बात नहीं कर पाते थे फोन पर बहुत सारी बातें बच्चों के बारे में सामने आई। उनको समझने में हमें अब आसानी भी हो रही है। इस प्रकार आई सी टी कारगर सिद्ध हो रहा है।
एक कहावत प्रसिद्ध है-जहाँ न पहुँचे रवि,वहाँ पहुँचे कवि।।
ReplyDeleteवर्तमान परिप्रेक्ष्य में कह सकते हैं-
जहाँ न पहुँचे रवि,वहाँ पहुँचे आई.सी.टी.
ICT का तात्पर्य डिजिटल जानकारी प्राप्त करना,स्टोर करना,पुनःप्राप्त करना,फेरबदल करना,भेजनाऔर फीडबैक प्राप्त करना निहित है ।धन्यवाद!
ReplyDeleteसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं। कोरोना काल में इसके अंतर्गत कॉल या ऑनलाईन क्लास या ऑफलाईन(saved video of Youtube) के द्वारा हमने विद्यार्थियों/अभिभावकों से संपर्क बनाए रखा।फलस्वरूप इसका सकारात्मक प्रभाव दिखा।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी वर्तमान कोविड-19 के समय में बच्चों और शिक्षकों के बीच संबंध बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका है आज इसके माध्यम से बच्चों में सीखने के प्रक्रिया कीनिरंतरता बनी हुई है वर्तमान युग में सूचना एवं संचार तकनीकी के बिना हम सभी एक अपाहिज की तरह हैं इसके बिना आज कोई भी कार्य करना नामुमकिन सा हो गया है सूचना एवं संचार तकनीकी के कार्य कारण आज समय व खर्च की बचत हुई है अतः आज वर्तमान समय में इसकी जरूरत और अधिक बढ़ गई है साथ में सभी शिक्षकों को इसकी प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
ReplyDeleteOnline रहने वाले छात्रों से सीधे और उनके पालकों से संपर्क साध करके
ReplyDeleteसंध्या बैस (शा.मा.शा.उमरदा)
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक में बच्चे रची लेकर सीखते है। संचार तकनीक मनोरंजन के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित भी करता है। वीडियो की सहयता से बच्चो को सीखने मे आसानी होती है।
सूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह से सीखते हैं क्योंकि इससे दृस्य श्रव्य गतिविधियों आदि का उपयोग होता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी सरल एवं संभव है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से हम विश्व के किसी भी कोने से सीखने सिखाने का कार्य संपादित कर सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह से सीखते हैं क्योंकि इससे दृस्य श्रव्य गतिविधियों आदि का उपयोग होता है।
ReplyDeleteICT की तकनीक के उपयोग से शिक्षण, अधिगम एवं मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ी सी तकनीकी ज्ञान व संसाधन की आवश्यकता होती है।
ReplyDeleteसूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन बहुत ही सरल हो गया है इस पद्धति से हम घर बैठे वर्क फ्रॉम होम से ही बच्चों का मूल्यांकन कर सकते हैं तथा नई तकनीकी के सहारे मूल्यांकन का कार्य उचित ढंग से संभव हो पा रहा है ।
ReplyDeleteICT के माध्यम से अधिगम प्रक्रिया को अधिक प्रभावी एवं रुचिकर बना सकते हैं।
ReplyDeleteOnline bacho se smpark avam unke mata pita se b contact me bacho ke assesment par charcha and unko class lene ke liye prerit krne hetu samay samay par kaha gya directly ya indirectly ict ka use isme hua h ..
ReplyDeleteMy.Durga Tembhurkar
Govt.middle school raka
Dust rajnandagon cg
connect to child with online
ReplyDeleteSuchna aur prasar se bachho ko kisi bhi kathin path ko saralta se samjhaya ja sakta hai
ReplyDeleteSuchana aur prasar se bachho ko kathin path ko saralta se samjhaya ja sakta hai
ReplyDeleteसूचना और प्रौद्योगिकी संचार माध्यमों का एक सशक्त साधन हैं ऑनलाइन क्लासेस ऑनलाइन असेसमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग इसका प्रयोग कोरोना काल मे बढ़ है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं क्योंकि इससे दृश्य श्रव्य गतिविधि आदि आपका उपयोग होता है इससे बच्चे प्रसन्नता पूर्वक एवं अच्छी तरह सीखते हैं इससे मूल्यांकन कार्य भी ऑनलाइन किया जा सकता है जिससे बच्चों का आकलन हो जाता हैं।
ReplyDeleteशिक्षण एवं संचार तकनीकी शिक्षण का उपयोग कर हम विषय वस्तु को रोचक एवं प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं तथा उनकी प्रतिक्रिया विद्यार्थियों से प्राप्त भी कर सकते हैं जैसे वर्तमान में कोविड-19 महामारी की स्थिति में ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन कर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त भी कर सकते हैं एवं विद्यार्थियों का मूल्यांकन भी किया जा सकता है , जिससे आईसीटी का उपयोग ना केवल शिक्षक वरन विद्यार्थियों के द्वारा भी किया जा रहा है ।
ReplyDeleteसूचना व संचार क्रांति के माध्यम से आज पूरी दुनिया 1सुत्र में बंध गया है।ऑनलाइन ,व इंटरनेट से शिक्षण गितिविधिया सरल सुगम हो गई है।
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षण ,अधिग़म और मूल्यांकन प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाया जा सकता है जिससे बच्चों को सीखने में रुचि लेने लगते हैं l
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी सरल एवं संभव है।
ReplyDeleteआईसीटी पढाई मे सहायक है।
ReplyDeleteICT IS VERY IMPORTANT.
ReplyDeleteआईसीटी बच्चों के लिए सहायक है।
ReplyDeleteसूूूचना एवं संचार प्रोैदयोगिकी के माध्यम से बच्चोें मे मूल्यांकन की िस्थििति महत्वपूर्ण है इससे हम कई प्रकार से मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता ,स़ृृजनात्मकता ,तर्कशक्ति,सूचना और संचार मे रूचि , नई खोज अनुसंधान,अन्वेषण,अवलोकन ,के माध्यम से मूल्यांकन सरल व आसान हो जायेगा सूचना एवं संचार प्रोदयोगिकी शिक्षण के क्षेत्र मे मील का पत्थर साबित हो सकता है COVID - 19 के दौरान इसकी उपयोगिता और भी बढ गई है हम सामाजिक दूरी बनाये रखते हुए अपना कार्य आसानी से कर सकते हैं और अपने बच्चों के सम्पर्क मे रह सकते है
ReplyDeleteICT से बच्चे अच्छी तरह से सिख सकते है क्योंकि इसके माध्यम से हम बच्चों को सीखने के लिए दृश्य , श्रव्य और गतिज या गतिविधि आधातित शिक्षा दे सकते हैं या उनके एक से अधिक ज्ञानेन्द्रियों का उपयोग सिखाने में कर सकते हैं, जिससे बच्चे जल्दी एवं ज्यादा सीखते हैं।
ReplyDeleteइसका उपयोग करके मूल्यांकन का कार्य ऑनलाइन भी किया जा सकता है, मोबाइल या टेबलेट या किसी डिजिटल सामग्री के उपयोग से ऑनलाइन या क्लास में आसानी किया जा सकता है।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चे अपने विभिन्न ज्ञानेंद्रियों का उपयोग करते हैं l इससे उनकी समझ विकसित होती है और बच्चे किसी विषय पर अपनी दक्षता को बड़ा पाते हैंlजरूरत इस बात की है कि हम सूचना एवं संचार तकनीकी समुचित उपयोग करें lइसके लिए शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े हुए सभी लोगों का उचित प्रशिक्षण हो और सूचना एवं संचार तकनीक का समुचित उपयोग के लिए चाहे वह विद्यार्थी हो या शिक्षक गण इन सब का प्रशिक्षित होना बहुत जरूरी है जिससे द्रुतगति से बढ़ते हुए विकास के साथ अपने शिक्षा पद्धति को भी उस गति में शामिल कर सकें और हमारा शैक्षिक स्तर विश्व स्तरीय हो सकेl
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से अध्ययन अध्यापन हेतु आधुनिक गतिविधियों का संचालन किया जा सकता है अच्छे तरीके से। वर्तमान समय में शासन भी इसी को बढ़ावा देना चाहती है।
ReplyDeleteआई.सी.टी.के प्रयोग से कोविड-19 महामारी के समय में विद्यार्थियों का पढ़ाई-लिखाई जारी रखने में मदद मिली है और इसके माध्यम से बच्चों का असिसमेंट एवं अन्य कार्य सुचारू रूप से संचालित है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण शिक्षा में एक अहम भूमिका निर्वहन करता है जो विभिन्न आवश्यकता वाले बच्चों को उनके अनुरुप शिक्षा प्रदान करने में सहायक है| सूचना एवं संचार से मूल्यांकन सरल और सहज हो गया है|
ReplyDeleteसूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से भी शिक्षा और मूल्यांकन किया जा सकता है पर छत्तीसगढ़ जैसे आथिर्क रुप से कमजोर और तकनीकी जानकारी के आभाव युक्त क्षेत्रों में संभव नहीं है। यहां तकनीकी सुविधा और जानकारी का अभाव है। जिसका मुख्य कारण आर्थिक स्थिति है।
ReplyDeleteआईसीटी का प्रयोग करके हम बच्चों को किसी विषय वस्तु को सुगमता से पढ़ा सकते हैं। इससे बच्चों को समझने में आसानी होती है।
ReplyDeleteकॉरोना काल के समय बच्चों को मोबाईल इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाईन पढ़ाया और बच्चों से मूल्यांकन भी लिया गया यह सब सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से ही पूरा हो पाया।
ReplyDeleteकोरोना काल मे बच्चो का सिक्चन अधिगम सूचना ओर संचार के माध्यम से बच्चो को आगे बढ़ने में बहुत ही रूचिकर रहा मोबाइल व अप्पलीक्सन के माध्यम से बच्चो ने अपनेअधिगम स्तर को आगे बढ़ाया
ReplyDeleteCovid 19 ke samay me bachcho ko siksha dena behad chunautipurn kary hai . Lekin ye asambhaw nahi sambhav hai ict ke madhyam se .
ReplyDeleteआई.सी.टी.से शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में विभिन्न उपकरणों के उपयोग को पहचान सकेंगे। इससे अधिगम प्रक्रिया को अधिक प्रभावी एवं रुचिकर बना सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन जैसे कार्यों को एनसीईआरटी एवं सीजी स्कूल डॉट इन के माध्यम से सतत रूप से पूरे राज्य को जोड़कर एक साथ शिक्षण गतिविधि संचालित करता है। तथा आवश्यक दिशा निर्देश एवं सर्वव्यापी सूचनाएं एकत्रित एवं प्रसारित करता है।
ReplyDeleteसाथ में मूल्यांकन का कार्य भी आसान तरीके से करता है, जो वर्तमान के कोरोनावायरस काल मे सहभागी है। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के कुछ उदाहरण एवं गैर उदाहरण निम्न है-
वीडियो क्लास, व्हाट्सएप, मैसेंजर, यूट्यूब ब्लूटूथ, फेसबुक, ब्लूप्रिंट, फैक्स, टेलीफोन, मेल, रेडियो, टीवी, स्मार्ट टीवी, फोटो इत्यादि।
सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।सूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं।
ReplyDeleteसूचना और संचार साधन के माध्यम से बच्चे अच्छे से सीख सकते हैं संचार और सूचना के माध्यम से नई नई जानकारी निकाल सकते हैं और अपनी पढ़ाई में उपयोग कर सकते हैं साथ ही अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं बच्चों के लिए आधुनिक साधन की आवश्यकता है
ReplyDelete(आई. सी. टी.) सूचना और संचार प्रौद्योगिकी है। यह इलेक्ट्रॉनिक एवं टेक्नोलॉजी से सम्बंधित है, जिस पर बहुत सारी जानकारियां उपलब्ध होता है उन संग्रहित जानकारी को बच्चों के लिए शिक्षा से जोड़े तो बच्चों को सिखने में बहुत मदद मिलेगा जैसे शिक्षाप्रद कहानियां , वीडियो, गीत-कविताएं, माॅडल बनाना , प्रोजेक्ट्स बनाना, लेखन कौशल विकास किसी विषय वस्तु पर अपनी राय देना ।आईं सी टी द्वारा बच्चों को अपनी ज्ञानेन्द्रियो को उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं जिससे बच्चों के मानसिक विकास होता है जो बच्चों के अधिगम में सहायक है और शिक्षक को बच्चों के मूल्यांकन में मदद मिलती है क्योंकि शिक्षक बच्चों की हर गतिविधि का आंकलन करता है
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग अधिगम और मूल्यांकन में किया जा सकता है
ReplyDelete1 - डिजिटल रूप से टेस्ट लेकर
2 - डिजिटल चित्रों पर बातचीत करके
3 - मोबाइल फोन से बच्चों को व्हाट्सएप के द्वारा होमवर्क दिया जा सकता है
4- bacchon ko digital image ko send karna resize karna na sikha ja sakta hai
5 - बच्चों का मूल्यांकन ऑनलाइन लिया जा सकता है
वर्तमान समय में (कोविड 1 9 काल) शिक्षा के क्षेत्र में सुचना एवं संचार तकनीकी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय में बच्चों एवं शिक्षकों को जोड़ने का कार्य करने मे आई सी टी सेतु का काम कर रहा है। आज हम सूचना एवं संचार तकनीकी के बिना वर्तमान युग की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना और संचार साधन के माध्यम से बच्चे अच्छे से सीख सकते है, जैसे शिक्षापद कहानियां, गीत कविताएं, मॉडल बनाना,प्रोजेक्ट बनाना।।।
ReplyDeleteICT की तकनीक के उपयोग से शिक्षण, अधिगम एवं मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ी सी तकनीकी ज्ञान व संसाधन की आवश्यकता होती है।सूचना और संचार साधन के माध्यम से बच्चे अच्छे से सीख सकते हैं संचार और सूचना के माध्यम से नई नई जानकारी निकाल सकते हैं और अपनी पढ़ाई में उपयोग कर सकते हैं साथ ही अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं बच्चों के लिए आधुनिक साधन की आवश्यकता है
ReplyDeleteसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं। कोरोना काल में इसके अंतर्गत कॉल या ऑनलाईन क्लास या ऑफलाईन(saved video of Youtube) के द्वारा हमने विद्यार्थियों/अभिभावकों से संपर्क बनाए रखा।फलस्वरूप इसका सकारात्मक प्रभाव दिखा।
ReplyDeleteICT Padhai me sahayak he.
ReplyDeleteआज कोविड-19 महामारी के दौर में सूचना और संचार तकनीकी का उपयोग कर शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया सुचारू ढंग से चल रही है मोबाइल,कम्प्यूटर के माध्यम से आडियो,वीडियो एवं आन-लाइन क्लास लेकर शिक्षक अध्यापन करा रहे हैं तथा छात्रों की समस्याओं का निराकरण भी कर पा रहे हैं छात्र विभिन्न एप को प्लेस्टोर से डाउनलोड करके अपने अध्ययन की प्रक्रिया को जारी रख पा रहे हैं तथा मूल्यांकन कार्य क्विज़ तथा गूगल फार्म के माध्यम से शिक्षक ले रहे हैं ।आज के परिप्रेक्ष्य में I.T.C की मदद से पठन तथा मूल्यांकन संभव हो सका है ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं क्योंकि इससे दृश्य श्रव्य गतिविधि आदि आपका उपयोग होता है इससे बच्चे प्रसन्नता पूर्वक एवं अच्छी तरह सीखते हैं इससे मूल्यांकन कार्य भी ऑनलाइन किया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलती है तथा ऑनलाइन परीक्षा और मूल्यांकन भी किया जाता है
ReplyDeleteIct ke madhyam bachho ke adhik se adhik gyan endriya kam karti hai. Jiske karan unke boidhik star me sudhar hota h.
ReplyDeleteसूचना और प्रौद्योगिकी संचार माध्यमों का एक सशक्त साधन है । ऑनलाइन क्लासेस, ऑनलाइन एसेसमेंट, ऑनलाइन परीक्षा ,ऑनलाइन ट्रेनिंग इसका उपयोग कोरोना काल में बढ़ा है ।
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीकी सीखने और सिखाने के कार्य में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करती है इसका सबसे अच्छा उदाहरण ऑनलाइन क्लास के द्वारा बच्चों का मूल्यांकन और आकलन था जिसमें बच्चे बहुत ही जल्दी सीखते हैं
ReplyDeleteसूचना ओर प्रोधोगिकी संचार का माध्यम है । इससे बच्चों का ऑनलाइन क्लासेस चल रहा । ऑन लाईन टेस्ट हो रहा । पलको से भी संपर्क इसी के माध्यम से कर रहे
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक का उपयोग अलग अलग परिस्थिति के अनुरूप ,बच्चों के अनुरूप किया जाता है जैसे दूरस्थ शिक्षण में वीडियो क्लास एवम् शारीरिक अक्षमता संबंधी बच्चों के अध्यापन में एवम् ऐसे संदर्भ में अध्यापन करना जो प्राकृतिक रूप में अन्य स्थानों में उपलब्ध हो।
ReplyDeleteOnline classes k karan covid k samay me bhi bachho se contact aur padhai sambhav hua hai sath hi unke mata pita se v contact hua isliye ict ka use bhut hi kargar siddh hua
ReplyDeleteजेडर एक समाज द्वारा बनाया हुआ लिंग भेद है जिसे हमे पालन करना चाहिए ।
ReplyDeleteBaalikao ko saman avasar de.online study sarthak h.
ReplyDeleteCovid-19 लॉकडाउन में ICT के माध्यम से बच्चों की पढाई अनवरत जारी रही। एवं उन्हे सीखने के अन्य संसाधन आसानी से उप्लब्ध हुए।
ReplyDeleteअभी कोरोना महामारी तथा अन्य कठिन परिस्थितियों में जब बच्चों से संपर्क करना मुश्किल होता है तब आईसीटी बच्चों तक घर में ही शिक्षा पहुचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ReplyDeleteजगत राम कश्यप (शिक्षक)
ReplyDeleteमाध्यमिक शाला :- केरगांव
विकासखंड /जिला :- गरियाबंद
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी ) के माध्यम से शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन किया जा सकता है सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के विभिन्न संसाधन जैसे मोबाइल,कंप्यूटर इंटरनेट, यूट्यूब, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से छात्रों को शिक्षण सुविधा उपलब्ध कराकर मूल्यांकन किया जा सकता है।छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा cgschool.in माध्यम से ऑनलाइन क्लास , शिक्षक द्वारा कंटेंट अपलोड कर, छात्रों द्वारा गृह कार्य को अपलोड करने पर शिक्षक उनके आधार पर छात्रों का मूल्यांकन कर सकते हैं ।छात्रों के शिक्षण एवं मूल्यांकन में व्हाट्सएप ग्रुप का भी महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है इसके माध्यम से ग्रुप में शिक्षकों द्वारा श्रव्य वं दृश्य सामग्री भेज कर छात्र द्वारा गृह कार्य कर प्रश्नों के उत्तर ग्रुप के माध्यम से शिक्षक को भेजकर समस्या का समाधान कर सकता है।यूट्यूब यूट्यूब में छात्रों के शिक्षण के लिए पर्याप्त मात्रा में श्रव्य एवं दृश्य सामग्री उपलब्ध है उसका अध्ययन कर छात्र अपने कौशल में वृद्धि कर सकता है
इस तरह हम कर सकते हैं कि सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से छात्रों को शिक्षण अधिगम की सुविधा और छात्र के कार्यों का मूल्यांकन किया जा सकता हैं।
लेकिन यह तभी कारगर साबित होगा जब सभी छात्र के पास ये संसाधन उपलब्ध हो और इसका उपयोग भली-भांति करना जानता हो।
अलग अलग परिस्थिति के अनुरूप ,बच्चों के अनुरूप किया जाता है जैसे दूरस्थ शिक्षण में वीडियो क्लास एवम् शारीरिक अक्षमता संबंधी बच्चों के अध्यापन में एवम् ऐसे संदर्भ में अध्यापन करना जो प्राकृतिक रूप में अन्य स्थानों में उपलब्ध हो।(kk siware)
ReplyDeleteअलग अलग परिस्थिति के अनुरूप ,बच्चों के अनुरूप किया जाता है जैसे दूरस्थ शिक्षण में वीडियो क्लास एवम् शारीरिक अक्षमता संबंधी बच्चों के अध्यापन में एवम् ऐसे संदर्भ में अध्यापन करना जो प्राकृतिक रूप में अन्य स्थानों में उपलब्ध हो।(kk siware)
ReplyDeleteIct k dovara hme bachche ko pdhane me kafi madad milti he
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक का उपयोग अलग अलग परिस्थिति के अनुरूप ,बच्चों के अनुरूप किया जाता है जैसे दूरस्थ शिक्षण में वीडियो क्लास एवम् शारीरिक अक्षमता संबंधी बच्चों के अध्यापन में एवम् ऐसे संदर्भ में अध्यापन करना जो प्राकृतिक रूप में अन्य स्थानों में उपलब्ध हो।
ReplyDeleteSuchna avm snchar se bachche achchhi tarah Se sikhte hai online mulyankan bhi saral avm sambhav hai
ReplyDeleteविद्यार्थी को ऑनलाइन study material और books दिया जा सकता है जो उनके लिए interesting भी रहेगा
ReplyDeleteसूचना एवं तकनीकी शिक्षा अधिगम एवं मूल्यांकन में शिक्षकों का पूरा सहयोग कर सकता है।यह विद्यार्थियों के सीखने को रोचक एवं सरल बनाता है। कोरोना काल मे यह माध्य्म और ज्यादा उपयोगी सिद्ध हुआ है।
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम से छात्र अच्छी तरह से सीखते हैं और जानकारी आपस में साझा कर सकते हैं
ReplyDeleteICTका प्रयोग शिक्षण अधिगम, मूल्यांकन, आकलन, परियोजना कार्य आदि में कर सकते हैं इससे कार्य सुगम व सरल हो जाता है।
ReplyDeleteऑनलाइन छात्रों को पढ़ाना परीक्षा लेना मूल्यांकन करना गार्जियन को जानकारी उपलब्ध कराना सुविधाजनक होता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी सरल एवं संभव है।
ReplyDeleteकोरोना महामारी तथा अन्य विपरीत परिस्थितियों में जब बच्चों से संपर्क करना मुश्किल होता है तब आईसीटी बच्चों तक घर में ही शिक्षा पहुंचाने में एक अहम भूमिका निभाता है।
ReplyDeleteICT बच्चो के अधिगम व मूल्यांकन में बहुत बेहतर सहयोग करता है। बच्चे गर आपके रूबरू नही है तब भी हम ICT के सहयोग से दुनिया के किसी भी कोने से बच्चों का मूल्यांकन कर सकते है एवं पालको से भी संपर्क साध सकते है।
ReplyDeleteआईसीटी के उपयोग से अध्यापन कार्य रुचिकर हो जाता है पढ़ाते समय बच्चों को बोझिल महसूस नहीं होता आईसीटी के उपयोग से मूल्यांकन कार्य भी बहुत अच्छे से हो सकता है अति शीघ्रता से मूल्यांकन कार्य हो सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग करते हुए बच्चे मनचाहा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ReplyDeleteवो अपना शंका समाधान करते हुए अपनी बातों को भी साझा कर सकते हैं।
सीखने सिखाने की पद्धति को'विद्यार्थी-केंद्रित'बनाने में आईटीसी सर्वोपयोगी माध्यम है।आज वर्चुअल क्लास,एसाइनमेंट, मूल्यांकन सब कुछ आईटीसी के प्रयोग से हो रहा है।
ReplyDeleteआई सी टी को उपयोग में लाने से जहा शिक्षण रोचक और सर गर्भित हुआ है वही पाठ्यक्रम में वांछित सीखने के प्रतिफल में प्राप्त होने में बहुत सहायता मिल रही है जीवविज्ञान, गणित आदि में ऐसी कई अवधारणाये आती है जिनको 3d आकृतियों में समझाया जा सकता है, मानव शरीर की आंतरिक क्रियाविधि आदि को कई मोबाइल एप्प की सहायता से ज्यादा प्रभावी तरीके से सिखाया जा सकता है।आई सी टी को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारे भी सक्रिय है आज के परिपेक्ष्य में आई सी टी शिक्षण प्रक्रिया का अनिवार्य अंग हो गई है अनेक स्थानों पर sd card वितरित किये गए है जिनमे समाहित वीडियो के माध्यम से शिक्षण प्रक्रिया को रोचक बनाया जा रहा है।आई सी टी के विभिन्न उपकरण विद्यार्थियों के आंकलन में शिक्षकों की बहुत ही महत्वपूर्ण मदद करते है इनकी मदद से शिक्षक ये जान पाने में सक्षम हो पाते है कि विद्यार्थी को अभी कहा और अधिक सहयोग करने की आवश्यकता है या कौन सा विद्यार्थी किस विधा में आगे जा रहा है इस आंकलन में विद्यार्थी को कुछ पता ही नही चल पाता और शिक्षक अपनी पठन पाठन की क्रिया में वांछित सुधार और सहयोग भी कर लेता है।
सूचना एवं संचार के माध्यम से शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया शत-प्रतिशत पूर्ण हो जाती है अधिगम सहज हो जाता है
ReplyDeleteICT can support Students to complete thier project.The
ReplyDeletesignificant factors that school and teacher should consider to include the benefit,it can provide to improve and enhance assessment.
आई सी टी से तात्पर्य है नयी जानकारी शीघ्र ही नागरिकों सुविधा जनक तरीको से प्राप्त करना।
ReplyDeleteवर्तमान कोविड-19 काल में ये बहुत ही कारगर उपाय पठन पाठन के लिए साबित होता दिखाई दे रहा है।
आई सी टी से अधिगम और मूल्यांकन में जो परदर्सिता आई है जो पहले ना था आज विद्यार्थी बहुत तेज़ी के साथ आगे बड़ रहा है,
ReplyDeleteSuchna our praudyogiki se mulyankan bhut saral ho gya hai
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सीखने सीखने को आसान व सरल बना दिया है बस थोड़ी तकनीकी ज्ञान की प्रशिक्षण की आवश्यकता है
ReplyDeleteICTके उपयोग से शिक्षण अधिगम एवम् मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है,online पढ़ने वाले छात्र व उनके पालकों से संपर्क करके जानकारी ली जा सकती है।
ReplyDeleteICTके उपयोग से शिक्षण अधिगम एवम् मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है,online पढ़ने वाले छात्र व उनके पालकों से संपर्क करके जानकारी ली जा सकती है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सीखने सिखाने को आसान व सरल बना दिया है । बस थोड़ी तकनीकी ज्ञान की प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से मूल्यांकन आ सानी से किया जा सकता है बस तकनीकी प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है।
ReplyDeleteSuchana aur proudhyogiki se mulyankan saral aur aasan ho gaya
ReplyDeleteICT के माध्यम से शैक्षणिक अधिगम और मूल्यांकन में ,आज के दौर में 50% तक का दखल है।।
ReplyDeleteऑनलाइन बच्चो को पढ़ाना और मूल्यांकन करना ।
ReplyDeleteसूचना और संचार की तकनीकी से बहुत अच्छे से मूल्यांकन हो सकता है और हो भी रहा है ऑनलाइन शिक्षण मे पूरा बच्चो का मूल्यांकन हो रहा है ।पालको से भी ऑनलाइन जानकारी बच्चो की मिल रही है।
ReplyDeleteसूचना और संचार की तकनीकी से बहुत अच्छे से मूल्यांकन हो सकता है और हो भी रहा है ऑनलाइन शिक्षण मे पूरा बच्चो का मूल्यांकन हो रहा है ।पालको से भी ऑनलाइन जानकारी बच्चो की मिल रही है।
ReplyDeleteबच्चों को शिक्षा देने में आईसीटी बहुत ही सहायक है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सीखने सिखाने को आसान व सरल बना दिया है । बस थोड़ी तकनीकी ज्ञान की प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
ReplyDeleteवर्तमान कोविद 19 काल इसका जीवंत उदाहरण है अगर सूचना एवं संचार तकनीक नही होता तो बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाता और हम लोगो के लिए भी बहुत बड़ी चुनौती होती।
ReplyDeleteICT bachho ke education mai bahoot help ho raha hai.
ReplyDeleteICT ki suvidha ydi hr bachche ke pahuch me hai to is technique ki shikshan adhigam aur mulyankan me mahatvpurn bhumika hoti hai.aaj ke daur me online /offline (saved video) class liye ja rhe hain.bachcho ko online home work,assignment,project de rhe hain,bachche unko krke bhej rhe hain,mulyankan ho rha hai .
ReplyDeleteकोरोनकाल इसका अच्छा उदाहरण हैं।सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहायक हैं।
ReplyDeleteबच्चों को इस संबंध में थोड़ा जानकारी(प्रशिक्षण)देने की जरूरत है।वैसे तो सभी बच्चें जिनके घर एंड्राइड मोबाइल फोन हैं, अच्छे से चलाना जानते हैं।बशर्तें बच्चों को थोड़ा गाइड करने की जरूरत है और उसका सही सदुपयोग की आवश्यकता हैं।फिर निःसन्देह कह सकते हैं कि सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में सहायक हैं।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी सरल एवं संभव है।
सूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं। कोरोना काल में इसके अंतर्गत कॉल या ऑनलाईन क्लास या ऑफलाईन(saved video of Youtube) के द्वारा हमने विद्यार्थियों/अभिभावकों से संपर्क बनाए रखा।फलस्वरूप इसका सकारात्मक प्रभाव दिखा।
ReplyDeleteआईसीटी का प्रयोग करके बच्चों को अध्यापन कार्य उनका मूल्यांकन शादी बहुत ही शहर का पूरा किया जा सकता है यदि बच्चे भी रुचि ले
ReplyDeleteबच्चों को ऑनलाइन पढ़ाना, एवं मोबाइल से निरंतर संपर्क बनाए रखना।
ReplyDeleteआज की जमाना डिजिटल हो रही है सूचना
ReplyDeleteऔर संचार के माध्यम से असंभव कुछ भी नही है ।कम समय मे अधिक सेअधिक जानकारियॉ हासिल कर सकता है।
सूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी तरह सीखते हैं क्योंकि इससे दृश्य श्रव्य गतिविधि आदि आपका उपयोग होता है इससे बच्चे प्रसन्नता पूर्वक एवं अच्छी तरह सीखते हैं इससे मूल्यांकन कार्य भी ऑनलाइन किया जा सकता है
ReplyDeleteTeaching students online
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी की सहायता से शिक्षक अपने शिक्षण कार्य को बहुत ही प्रभावशाली बना सकता है। दृश्य एवं श्रव्य सामग्रियों का उपयोग करने से बच्चे विषय वस्तु को बहुत ही आसानी से ग्रहण करते हैैं। आजकल कोरोना काल में स्कूलों के बंद रहने से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से अध्यापन कार्य कराया जा रहा है, यह भी सूचना एवं संचार तकनीक का शिक्षा के लिए बहुत बड़ा योगदान है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में आनलाईन शिक्षण, विषयों की स्पष्ट समझ विकसित करने हेतु आनलाईन संबंधित संदर्भों की खोज एवं अध्ययन करने में सहायक है! विशेषकर वर्तमान वैश्विक कोरोना संक्रमण के दौर में इस माध्यम की उपयोगिता शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन में और अधिक सर्वव्यापी और आवश्यक जरूरत के रूप में ऊपरी है!
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग शिक्षण में हम ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कर सकते हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के ऐप का उपयोग करके जैसे जूम एप webex माइक्रोसॉफ्ट टीम्स एप इस प्रकार से अनेक ऑनलाइन जो एप्लीकेशन है उसमें हम बच्चों से डायरेक्ट जुड़कर के शिक्षण में उपयोग कर सकते हैं दूसरी चीज है बच्चों को सीखने के लिए जो अच्छी-अच्छी वीडियोस हैं उसे दिखाकर हम उनको सीखने में मदद कर सकते हैं और साथ ही हम बच्चों को उनका मूल्यांकन करने के लिए और वीडियोस को दिखा करके उनसे प्रश्न पूछ कर के हम उनका मूल्यांकन कर सकते हैं और साथ ही उनको गृह कार्य भी ऑनलाइन के माध्यम से हम दे करके उनसे व्हाट्सएप के माध्यम से हम उनका किए गए कार्य को चेक कर सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी से सीखते है ऑनलाइन मूल्यांकन सरल एवं संभव है ।
ReplyDeleteTeaching student online
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से अधिगम और मूल्यांकन में अधिक प्रभाव डालता है जिससे किसी भी जानकारी को अधिक प्रभाव पूर्ण ढंग से बता कर उसका मूल्यांकन कर सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से बच्चों को आनलाईन वर्चुअल क्लास तथा आनलाईन मूल्यांकन लिया जा रहा है।
ReplyDeleteइस कोरोना काल में ict ही एक माध्यम है जिसके द्वारा हम सभी ने अपने अपने स्कुल के बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने में सफलता प्राप्त की है ।।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के प्रयोग से बच्चे ज्यादा रुचि लेकर सीखते हैं मूल्यांकन आसान हो जाता है यह शिक्षक और बच्चे दोनों के लिए एक प्रभावी साधन है सीमित संसाधन से भी बहुत काम आसान हो जाता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन वर्चुअल क्लास तथा मूल्यांकन लिया जा रहा है एवं बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने में सहायक सिद्ध होता है।
ReplyDeleteआई सी टी का उपयोग से हम शिक्षण मे आनलाईन कक्षा के माध्यम. से है जिसमें हम विभिन्न प़कार के एप.के अंतर्गत हम बच्चों से हम जुड़कर वेबेकस , जूम,आदि एप के.माध्यम से इस कोरोना के दौरान सूचना एवं संचार तकनीक के.माध्यम से.बच्चों को.कैसे शिक्षा दिया जाए उसके बारे मे हैं।
ReplyDeleteI.C.T has major role in education. It plays a very vital role to enhance the teaching and learning. It has contributed a lot to make this process of teaching and learning more easy and effective also. Through I.C.T a lot of innovation was brought to the fore site of educators.
ReplyDeleteRADHAKRISHNA MISHRA
सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन मे आनलाईन शिक्षण, विषयो की स्पष्ट
ReplyDeleteसमझ विकसित करने के लिए आनलाईन संबंधित
संदर्भो की खोज एवं अध्ययन करने मे सहायक है।
विशेषकर वर्तमान कोविड -19 संक्रमण के दौर मे
इस माध्यम की उपयोगिता शिक्षण अधिगम एवं
मूल्यांकन मे और अधिक सर्वव्यापी हो गया है।
ऑनलाइन बच्चों के क्लास ली गई ऑनलाइन बच्चों से मूल्यांकन भी लिया गया इसमें सूचना तकनीकी का बहुत अच्छा उपयोग हुआ है मोबाइल के माध्यम से कैसे ज्ञान अर्जित किया जा सकता है यह सब संभव हुआ है
ReplyDeleteChildren learn well with Information and Communication techniques, because it uses visual audio activities, etc. Children learn happily and well with it assessment work can also be done online.
ReplyDeleteहम इस तकनीक का प्रयोग करते हुए अपने शिक्षण में डिजिटल सामग्रियों को एकत्रित कर उसे बारंबार प्रदर्शित कर सकते हैं यदि बच्चे कक्षा में पूर्ण रूप से अवधारणा को नहीं समझ पाए होते हैं तू हम उन सामग्रियों को उनके पास संचार के माध्यम से भेज सकते हैं, साथ ही हम मोबाइल, स्मार्ट टीवी, लैपटॉप आदि का प्रयोग करते हुए अधिगम में भी कर सकते हैं, इसके अतिरिक्त मूल्यांकन से प्राप्त परिणामों को हम संग्रहित कर उपचारात्मक शिक्षण प्रदान कर सकते हैं,
ReplyDeleteबच्चों को सूचना एवं तकनीकी के माध्यम से आनलाइन कलासेस लिया जा रहा है। कोविड 19
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक शिक्षण के दायरे को और प्रभावों को बहुत अधिक बढ़ा देती है इससे अधिक से अधिक और नई जानकारी बच्चों तक पहुंचाई जा सकती है और बच्चे उस जानकारी को रुचि और उत्सुकता के साथ ग्रहण कर सकते हैं और संग्रह करने की क्षमता के कारण वह उस जानकारी को अपने पास संग्रह कर बार-बार अध्ययन कर सकते हैं आईसीटी के द्वारा बच्चे फीडबैक देंगे जिससे यह जानकारी प्राप्त होगी कि वह किसी भी विषय पर अपनी कितनी समझ बना पाए और हमें उन्हें पुनः किस तरह से अधिक आसानी से समझाना होगा इस तरह से आईसीटी से शिक्षक और विद्यार्थी के बीच का सेतु मजबूत और आसान होगा
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी का उपयोग शिक्षा ब्यवस्था के विकास में महत्तव पूर्ण सिद्ध हुआ है। शिक्षार्थियों के सम्पूर्ण ब्यक्तित्व विकास में आई सी टी का प्रयोग प्रभावशाली है।विकर्षण अधिगम प्रक्रिया में ई-लर्निंग, ई रिसोर्सेस, स्मार्ट क्लासरूम, वर्चुअल लर्निंग, इंटरनेट की उपयुक्तता स्पष्ट हुई हैं। विभिन्न पाठ्यक्रमों प्रश्न पत्थर सेट करने, ऑनलाइन परीक्षा लेने, उसका परिणाम तथा अंक पत्थर पर्याप्त करने की सुविधा उपलब्ध है। सूचना एवं संचार तकनीकी से सार्वभौमिक रन सम्भव हुआ है।
ReplyDeleteMaine whatsapp se students ki class lena start ki..kuch students webex se class attend kiye
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी वर्तमान कोविड-19 के समय में बच्चों और शिक्षकों के बीच संबंध बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका है आज इसके माध्यम से बच्चों में सीखने के प्रक्रिया कीनिरंतरता बनी हुई है वर्तमान युग में सूचना एवं संचार तकनीकी के बिना हम सभी एक अपाहिज की तरह हैं विभिन्न पाठ्यक्रमों प्रश्न पत्र सेट करने, ऑनलाइन परीक्षा लेने, उसका परिणाम तथा अंक पत्र पर्याप्त करने की सुविधा उपलब्ध है। सूचना एवं संचार तकनीकी से सार्वभौमिक रन सम्भव हुआ है।
ReplyDeleteSuchna evm sanchar takniki see sikshan adhigam evm mulyankan ko prabhavi bnaya ja skta h jisse bachche sikhne m Ruchi rkhte h
ReplyDeleteसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं।
ReplyDeleteवर्तमान समय में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है, यद्यपि इससे पहले भी मैंने अपनी कक्षाओं में इसका प्रयोग कई बार किया है परंतु आज इस वैश्विक महामारी के समय में अध्ययन अध्यापन में इससे बहुत बड़ी मदद मिली है।हम आसानी से अपनी बात और अन्य जानकारियां बच्चों तक पहुंचा पा रहे हैं, नई नई वीडिओज़ के द्वारा कंटेंट को बच्चे भी रोचक तरीके से सीख रहे हैं, उनके द्वारा भेजे गए फीडबैक और प्रश्नों के उत्तर के आधार पर हम उनका मूल्यांकन भी कर पा रहे हैं।
ReplyDeleteपठन सामग्री को किसी भी उचित माध्यम से जैसे वीडियो, ऑडियो के द्वारा सहज व स्पस्ट रूप से संचार कीया जाता है जो वृहद पैमाने पर अध्ययन अध्यापन का सशक्त माध्यम है,इसके द्वारा मूल्यांकन् की प्रक्रिया मे विध्यार्थी भी शामिल हो सकते है
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक बच्चों के शिक्षण कार्य और उनका मूल्यांकन करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।इसका उपयोग करके शिक्षक नई-नई जानकारी देकर बच्चों को लाभान्वित कर सकते हैं।साथ ही साथ उनके विषयवस्तु से सम्बंधित कठिनाइयों का निराकरण कर सकते हैं।
ReplyDeleteदिलीप कुमार वर्मा
सहायक शिक्षक(L.B.)
शा.प्रा.शा.सुन्द्रावन
वि.ख.-पलारी
जिला-बलौदाबाजार(छ. ग.)
Through this, we can easily evaluate children by sending them assessment materials and know the children's reaction.
DeleteSuchana avm sanchar taknic adhyayan avm adhyapan ka digital tarika h jiske madhyam se students ko prabhavi adhyapan avm mulyankan kar sakate hai
ReplyDeleteसूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन बहुत ही सरल हो गया है इस पद्धति से हम घर बैठे वर्क फ्रॉम होम से ही बच्चों का मूल्यांकन कर सकते हैं तथा नई तकनीकी के सहारे मूल्यांकन का कार्य उचित ढंग से संभव हो पा रहा है ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण द्वारा हम बच्चों को बेहतर तरीके से किसी विषय के किसी टॉपिक के कॉन्सेप्ट को बता सकते हैं। उन्हें प्रश्न दे सकते हैं, ऑनलाइन अथवा offline मूल्यांकन कर सकते हैं, फीडबैक ले सकते हैं, आवश्यकतानुसार सुझाव पुनः दे सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी माध्यम से बच्चों को हम महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं वर्तमान में कोरोना काल में सूचना एवं संचार तकनीकी से शिक्षा देने में और ज्ञान अर्जन करने में तथा मूल्यांकन करने में बहुत आसानी हुई हैं।
ReplyDeleteआईसीटी के द्वारा आसानी से बच्चों तक मूल्यांकन सामग्री भेजकर मूल्यांकन कर सकते हैं तथा उनका प्रतिक्रिया भी जान सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी के उपयोग से बच्चों को मूल्यांकन सामग्री भेजी जा सकती है और बच्चों की फीडबैक भी लिया जा सकता है।
ReplyDeleteसूचना संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में बहुत ही अच्छा सहयोग प्रदान करता है क्योंकि अभी वर्तमान करोना काल में बीमारी से बचते हुए बच्चों को पढ़ाया गया ऑनलाइन क्लास साथ ही साथ उनके पालकों से संपर्क बनाकर उनका मूल्यांकन किया गया विद्यार्थी भी विभिन्न आंकड़ों का विश्लेषण कर हमें भी अवगत कराया उनको उनको भी शिक्षक के द्वारा मूल्यांकन सामग्री भेजा गया और विद्यार्थी से फीडबैक लिया गया इस प्रकार संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम मूल्यांकन अच्छा सहयोग प्रदान करता है
ReplyDeleteसुचना एवं संचार तकनीक से शिक्षण,अधिगम एवं मुल्यांकन का कार्य COVID 19 जैसे महामारियों के दौरान थोड़े संसाधनों के उपयोग से सुचारू रूप से संचालित किया जा सकता है इससे बच्चों की समय की बर्बादी को रोका जा सकता है ।
ReplyDeleteSuchna aur sanchar takniki se bacchon ko mulyankan ki samagri bheji ja sakti hai aur bacchon ka feedback bhi liya ja sakta hai
ReplyDeleteमूल्यांकन के अधिक विकल्प मिलेगा साथ ही शिक्षण के लिए भी ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से बच्चे अच्छी
ReplyDeleteतरह सीखते हैं।आनलाइन मूल्यांकन भी
सरल एवं संभव है।
इंटरनेट एवं डिजिटल उपकरणों के द्वारा बच्चों को सीखने-सीखाने का उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने साधन के रुप में उपयोग किया जा सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी समर्थित शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन और सूचनाओं के विश्लेषण के विविध सामग्रियों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास प्रश्न उठाने के लिए मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं गढ सकते हैं। जिससे छात्र सीखने के नये अवसरों को प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक के माध्यम से बच्चों के ऑनलाइन क्लास, बच्चों का मूल्यांकन कर सकते हैं तथा मूल्यांकन सामग्री पहुंचा सकते हैं एवं बच्चों से फीडबैक प्राप्त कर सकते हैं।सूचनाएं तुरंत प्राप्त कर सकते हैं तथा नयी सूचनाएं गढ़ सकते हैं
ReplyDeleteसूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से विषय को सरलता से सीख कर उसका विश्लेषण व निष्कर्ष निकालने में सहायता करता है।
ReplyDeleteऑनलाइन बच्चों के क्लास ली गई ऑनलाइन बच्चों से मूल्यांकन भी लिया गया इसमें सूचना तकनीकी का बहुत अच्छा उपयोग हुआ है मोबाइल के माध्यम से कैसे ज्ञान अर्जित किया जा सकता है यह सब संभव हुआ है
ReplyDeleteकोरोनाकाल मे सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन प्रभावी रूप से कारगर सिद्ध हुआ है।
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम से आज हम ज्ञान के सागर में हैं जंहा, असंभव कुछ भी नहीं।
ReplyDeleteआईसीटी के कारण ही शिक्षण और प्रशिक्षण मूल्यांकन, अधिगम इन सभी को करना संभव हो पाया।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक बच्चों के शिक्षण कार्य और उनके मूल्यांकन करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। Online क्लास ऑफलाइन क्लास यूट्यूब videos आदि सहायक सिद्ध होते है
ReplyDeleteसूचना और तकनीकी के माध्यम से students अपने शिक्षण कार्य को और भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। सूचना और तकनीकी कार्य को और आसान बना देता है। Students गतिविधि के माध्यम से सीख सकते हैं। इसमें अनेक गतिविधियां आसानी से मिल जाती है जिनको देख कर अथवा सुन कर students जल्दी सीख सकते हैं।
ReplyDeleteइंटरनेट एवं डिजिटल उपकरणों के द्वारा बच्चों को सीखने-सीखाने का उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने साधन के रुप में उपयोग किया जा सकता है।
ReplyDeleteयाद करने या रटने पर आधारित शिक्षण के विपरीत आईसीटी समर्थित अध्ययन बिल्कुल समय पर शिक्षण का रास्ता देता है जिसमें सीखने वाला जरूरत पड़ने पर उपस्थित विकल्प में से यह चुन सकता है कि उसे क्या सीखना है।
ReplyDeleteये प्रणाली सीखने सिखाने के बहुत ही प्रभावी साधन है।जिसके द्वारा बच्चों को अच्छी तरह से किसी भी विषय का बोध कराया जा सकता है।
ReplyDeleteपाठ्यक्रम से संबंधित दृश्य एवं श्रव्य सामग्री प्राप्त कर सकते हैं|जो बच्चों के सीखने में सहायक होगा| बच्चे आवश्यकतानुसार कभी भी पुनः अवलोकन कर सकता है| बच्चों का मूल्यांकन कम समय में कहीं भी कभी भी किया जा सकता है|
ReplyDeleteSeekhne me Rochakata aati h
ReplyDeleteKoron ke samay suchna avam sanchar technology ka online class ke rup me behtar upyog ho raha hain bachche ghar per hi rahaker online shiksha prapt ker rahe . Yah sikhne aur mulyakan me bahut karger sabit ho rahi hain. Bachcho apne kisi bhi SUBJECT ki pareshani ko online class se dur ker rahe isme mulyakan bhi liya ja raha . Sath hi bachcho ke liye Rocha gatividhi iske madhayam se sikhshko dwara di ja rahi hain
ReplyDeleteइंटरनेट और डिजिटल उपकरणों के द्वारा बच्चों को सीखने में मदद मिलेगी। जिससे बच्चों का मूल्यांकन करने में भी सरल होगा।अत: यह सुगम माध्यम होगा। यह रटने की आदत से बच्चों को दूर करता है।
ReplyDeleteICT की तकनीक के उपयोग से शिक्षण, अधिगम एवं मूल्यांकन कार्य सहजता से किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ी सी तकनीकी ज्ञान व संसाधन की आवश्यकता होती है।
ReplyDeleteहमारी कक्षाओं में भिन्न भिन्न अधिगम स्तर के बच्चे होते हैं।one way की तर्ज़ पर इनका सही और गुणात्मक मूल्यांकन का संशय रहता है।ict के बहुआयामी प्रयोग से प्रत्येक बच्चे की समझ ,संभावनाओ ,आवश्यकताओं तक पहुच बनाकर उनके लर्निग लेवल का कंटेंट सेट कर उनके लर्निग एवम थिंकिंग लेवेल को नए आयाम तक ले जाया जा सकता है।जो निश्चित ही शैक्षिक दृष्टि से लाभदायक होगा।
ReplyDeleteSuchna avam sanchar takniki Ka prayog Karke Ham sikhane aur sikhane ki prakriya ko aur Behtar banaa sakte hain isase Shikshan prakriya Aasan ho sakti hai aur mulyankan bhi saralta Se purn Kiya Ja sakta hai coronavirus kal Mein ya bahut hi upyogi hai
ReplyDeleteICT की तकनीकी के उपयोग से बच्चो के शिक्षण,अधिगमऔर मूल्यांकन का कार्य सहजता से किया जा सकता है और इसके लिए थोड़ा सा तकनीकी ज्ञान और संसाधन की जरूरत होती है
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीकी से बच्चे अच्छी तरह से सीखते हैं ऑनलाइन मूल्याकन भी सरल है
ReplyDeleteवर्तमान समय में कोरोना काल में सूचना एवं तकनीकी से शिक्षा देना ,ज्ञान प्रदान करना मूल्यांकन करने में बहुत आसानी हुआ, इसके माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं।
ReplyDeleteSuchana aur sanchar takniki ke madyam se visam paristhiti me BHI shikchad Katya WA mulyankan kary Kar Pana sambhav ho Jata h.jisase shikchad prakiya me koi rukavat nahi aati.sikcharthi aapni samasyawo ko saamne Rakh pata h.
ReplyDeleteSunita Dewangan
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के जरिए कोविड-१९ के इस दौर में हमें शिक्षण कार्य में आनलाईन क्लासेस के माध्यम से बच्चों के सिखने-सिखाने में बहुत मददगार साबित हुआ है वह साथ ही साथ मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी
सिखने- सिखाने के उद्देश्यों एवं लक्ष्यो को प्राप्त करने के लिए साधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है
ICT Corona mahamari ke samay mein bacchon ke liye bacchon ko shiksha pradan karne ke liye mahatvpurn sansadhan jismein Ham bacchon ka aakalan mulyankan sahi dhang se Kar paye
ReplyDeleteCovid 19 मे सूचना और संचार की तकनीकी से बहुत अच्छे से ऑनलाइन क्लासेज एवं मूल्यांकन का बेहतरीन प्रयोग हो सकता है और हो भी रहा है ऑनलाइन शिक्षण मे पूरा बच्चो का मूल्यांकन हो रहा है ।पालको से भी ऑनलाइन जानकारी बच्चो की मिल रही है।
ReplyDeleteइसके माध्यम से बच्चों मे बहुत सारी टेक्निकल संचार का उपयोग का शिक्षा के प्रति सजगता बढ़ रही है l
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी वर्तमान कोविड-19 के समय में बच्चों और पालको एवं शिक्षकों के बीच संबंध बनाए रखने में बेहतर कार्यान्वयन किया जा रहा हैं इसके माध्यम से बच्चों में सीखने के एवं ऑनलाइन classes व मूल्यांकन प्रक्रिया की निरंतरता बनी हुई है वर्तमान युग में सूचना एवं संचार तकनीकी के बिना हम सभी एक अधूरी ज्ञान की तरह हैं इसके बिना आज कोई भी कार्य करना मुश्किल सा हो गया है सूचना एवं संचार तकनीकी के कार्य कारण आज समय व कार्य की बचत हुई है l
आज वर्तमान समय में इसकी जरूरत और अधिक बढ़ गई है साथ में सभी शिक्षकों को इसके बारे मे बेहतर ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक हो गया है l
Ict module के द्वारा हम बच्चों को आसानी से विषय सम्बंधित सामग्री शिक्षण और संसाधन उन तक तकनीक के माध्यम पंहुचा सकते है और
ReplyDeleteवर्तमान में सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से ही शिक्षण कार्य किया जा रहा है। covid 19के दौरान बच्चे पढाई से जुड़े हुए हैं ।मुलयाअंकन कार्य भी इसी माध्यम से किया जा रहा है। वर्तमान में यह मददगार एवं उपयोगी है।
ReplyDeleteवर्तमान में सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से ही शिक्षण कार्य किया जा रहा है। covid 19के दौरान बच्चे पढाई से जुड़े हुए हैं। मुलयाअंकन कार्य भी इसी माध्य म से किया जा रहा है। वर्तमान में यह मददगार एवं बहुत उपयोगी है ।
ReplyDeleteइसके द्वारा हम आसानी से बच्चों तक मूल्यांकन सामग्री भेज कर मूल्यांकन कर सकते हैं तथा उनका प्रतिक्रिया जान सकते हैं ।
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