मॉड्यूल 9 

गतिविधि 2: विचार करें

एक शिक्षक ने कक्षा IV के विद्यार्थियों के सामने एक प्रशन रखा। 400+7 जोड़े ।

एक विद्यार्थी उसे इस तरह से करता है :

400+7 = 1100

इन विद्याथियों को किस तरह का पूर्वज्ञान नहीं था?

इस गलत अवधारणा को संबोधित करने के लिए विद्यार्थियों से किस तरह के प्रश्नों को पूछना चाहिए?

चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें । 

Comments

  1. Oct jyada easy tarika hair padhane keep liye

    ReplyDelete
  2. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
    Replies
    1. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

      Delete
    2. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।

      Delete
    3. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

      Delete
    4. बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिये। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिये। इकाई,दहाई और सैकड़े की पंक्ति बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें।बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जायेगी।

      Delete
  3. जोड़ने से पूर्व स्थानीयमान से संबंधित प्रश्न और अलग अलग संख्याओं को जोड़ते समय संख्याओं को लिखने के तरीके से संबंधित प्रश्न पूछने चाहिए ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बच्चों को स्थानीय मान संबंधी पूर्व ज्ञान नहीं है, तीन अंकों के जोड़ के पहले उन्हें ई.,द.,सै. को सिखाते हुए दो अंकों तथा तीन अंकों का जोड़ स्थानीय मान को बताते हुए सिखाएंगे।

      Delete
  4. bacche ko is tarah se prashn puchna chahie ki Nadi kahan per hai gaon ke pass aur hotel bus stand kahan per hai tu Inka ek nishchit sthan hai usi prakar se jo ginti hoti hai hamari sankhya Hoti hai uski bhi ek nishchit sthan hota hai to Eid hi ke bare mein bata sakte bacchon ko aur uska sthan sthaniya man bata sakte hain tabhi bacche usko acche se clear kar payenge

    ReplyDelete
  5. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|

    ReplyDelete
    Replies
    1. इस बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट नही है।400+7=1100 की समझ के लिए बच्चे को स्थानीय मान की समझ के साथ-साथ जोड़ की प्रक्रिया के अन्तर्गत इकाई को इकाई से दहाई को दहाई आदि से जोड़ने की सही विधि सीखना होगा।

      Delete
  6. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

    ReplyDelete
  7. Prathmik star me class4 k bachho ko sthaniya man ki avdharna sikhane k liye phle ekai dahai ki avdharna se avgat krana hoga

    ReplyDelete
  8. बच्चो को जोड़ने से पहले स्थानीय मान से संबंधित प्रश्न पूछना चाहिए। तथा स्थानीय मान कि अवधारणा को स्पष्ट रूप से समझना चाहिए जिससे बच्चों को जोड़ने में मदद मिल सके।

    ReplyDelete
    Replies
    1. चौथी के बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा की अवधारणा स्पष्ट कराना होगा|

      Delete
  9. बच्चो को जोड़ने से पहले स्थानीय मान की स्पष्ट समझ होनी चाहिए ताकि बच्चों की अवधारणा साफ हो
    इकाई, दहाई,सैकड़ा की अवधारणा साफ होनी चाहिए

    ReplyDelete
  10. अजय कुमार शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ओरंगा.
    बच्चों को जोड़ने से पहले स्थानीय मान से संबंधित प्रश्न पूछना चाहिए, तथा स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट रूप से समझाना चाहिए, जिससे बच्चों को जोड़ने में मदद मिल सके।

    ReplyDelete
  11. बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा की समझ पूरी नहीं थी।बच्चों को जोड़ सीखाने से पहले स्थानीय मान से संबंधित सवालों को बार-बार पूछकर उनकी अवधारणा को स्पष्ट करेंगे ।ताकि बच्चा जोड़ के सवाल को हल कर सकें ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सियाराम नेताम पूर्व माध्यमिक शाला बडे़ राजपुर
      बच्चोंं को प्रश्न देने के पहले स्थानीय मान की अवधारणा समझ नहीं थी।दी गई संख्याओं का योगफल ग़लत किये।अब उन्हें स्थानीय मान की अवधारणा समझ विकसित करने की आवश्यकता है।

      Delete
  12. स्थानीय मान की अवधारणा बच्चे की क्लियर करेंगे । अंको का मान बताना होगा ईकाई दहाई सैकड़ा की अवधारणा बतानी होगी

    ReplyDelete
  13. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
  14. सबसे पहली बात तो कक्षा चौथी के बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान होना चाहिए। यहां पर वही बात है की बच्चे को स्थानीय मान एवं इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान नहीं है इसलिए वह इस प्रकार के प्रश्न में गलती कर रहा है। इसके लिए उसे इकाई दहाई सैकड़ा का कॉलम बनाकर जोड़ना सिखाया जाए।

    ReplyDelete
  15. 400+7=407
    400+7=1100 इस तरह की गलती यदि बच्चा करता है तो सबसे पहले उसे खड़ी खड़ी लिखकर सही स्थान पर समझाना होगा जैसे
    400
    +07
    ऐसा लिखने पर बच्चा सही तरीके से जोड़ पाएगा।
    7

    ReplyDelete
  16. That child didn't know the place value of number.

    ReplyDelete
  17. स्थानीय मान की अवधारणा पहले बताना चाहिए। एवं छोटे संख्या से शुरू किया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
  18. छात्र को इससे और सरल एक अंक का योग
    और दो अंकों के योग का अभ्यास करायेगे फिर दो अंकों और एक अंकों के योग का अभ्यास कराया जाएगा, साथ ही आसपास की वस्तुओं के उदाहरण से जोड़ने का अभ्यास कराया जाएगा, अंकों के स्थान से परिचित कराया जाएगा

    ReplyDelete
  19. कक्षा 4 के विद्यार्थी को स्थानीय मान की अवधारणा का पूर्व ज्ञान होना चाहिए। सबसे पहले बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा के स्थानीय मान को अवगत कराकर यह बताएंगे कि इकाई को इकाई के साथ, दहाई को दहाई के साथ और सैकड़ा को सैकड़ा के साथ योग की संक्रिया करते हैं। साथ ही इकाई, दहाई और सैकड़ा के कॉलम बनाकर भी विद्यार्थी को जोड़ना सिखाएंगे।

    ReplyDelete
  20. संख्या को जोड़ने से पूर्व बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान होना चाहिए ।साथ ही इकाई ,दहाई, सैकड़ा का भी ज्ञान होना चाहिए।

    ReplyDelete
  21. बच्चों को पहले इकाई, दहाई और सैकड़ा अंको.की जानकारी देंगे उसके बाद ,स्थानीय मान की.जानकारी देंगे।और बच्चों को जोड़ना सिखायेंगे।आसपास के वस्तुओं से जोड़ना सिखाया जाता है।

    ReplyDelete
  22. Sakhya ko jodne ghatane se pehle bachche ko sthaniya maan ka Gyan hona chaiye.

    ReplyDelete
  23. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।
    स्थानीय मान की अवधारणा पहले बताना चाहिए। एवं छोटे संख्या से शुरू किया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
  24. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।
    स्थानीय मान की अवधारणा पहले बताना चाहिए। एवं छोटे संख्या से शुरू किया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
  25. 4थी के बच्चो को स्थानीय मान का ज्ञान होना चाहिए। यहां पर वही बात है कि बच्चों को स्थानीय मान व इकाई, दहाई, सैकड़ा, का ज्ञान नही है ।इस लिए वह इस प्रकार के प्रश्न में गलती कर रहे हैं। इसकेलिए उन्हे इकाई, दहाई, सैकड़ा, का कलम बनाकर सिखाया जना चाहिए। येसा करने पर बच्चा जल्दी सीखेगा । बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा को क्लियर करके बताना होगा। तथा अंको का मान बताना होगा। व इकाई, दहाई, सैकड़ा, की अवधारणा को भी समझाना होगा।

    ReplyDelete
  26. ऐसे बच्चों को इकाई दहाई सैकडा का जब ज्ञान नहीं होता है तब बच्चा ऐसी गलती करता है अंको का जोड़ सिखाने से पहले इकाई दहाई सैकडा का सही जानकारी बच्चों को हो जाए तो फिर वे ऐसा गलती नहीं करेंगे। ममता झा, छान्टा झा, बम्हनी संकुल, कवर्धा

    ReplyDelete
  27. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।
    कक्षा स्तर अनुसार स्थानीय मान के अवधारणाओं से परिचय कराया जाना चाहिए।


    ReplyDelete
  28. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा
    जाता है।

    कक्षा स्तर अनुसार स्थानीय मान के अवधारणाओं से परिचय कराया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
    Replies
    1. कक्षा स्तर अनुसार स्थानीय मान के अवधारणाओं से परिचय कराया जाना चाहिए।

      Delete
  29. बच्चो का स्थानीय मान संबंधित अवधारणा स्पष्ट नहीं है। उन्हें विभिन्न उदाहरणों द्वारा समझाया जाएगा की इकाई को इकाई से, दहाई को दहाई से, सैकड़ा को स

    ReplyDelete
  30. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
  31. The students have no previous knowledge of figure and proper value. They should have given proper knowledge of counting and addition. Starting from addition using concrete materials then conception of tens, hundreds and thousands. Place value of numbers, gradual practice of addition from 1-9, 10-99 from 100-999, then 1000 and more..

    ReplyDelete
  32. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई ,दहाई, सैकड़ा की अवधारणा साफ नहीं थी अतः पहले बच्चो को इकाई के नीचे इकाई ,दहाई के नीचे दहाई की संख्या जोड़कर बताया जाएगा।स्थानीय मान की अवधारणा को समझने में बच्चो को मदद की जाएगी ।

    ReplyDelete
  33. Student ko ikai dahai saikda& sthaniya maan ka poorva gyan nahi tha .yogfal gyat karne sabse pahle hume students ko batana hoga ki ikai me ikai; dahai me dahai & saikda me saikda ko jodna hai.tabhi use jod ki avdharna ki samajh hogi.

    ReplyDelete
  34. छात्र को स्थानीय मान की समझ नहीं है l छात्र को जोड़ की अवधारणा स्पष्ट नहीं है l छात्र को 3 अंकों का जोड़ के सवाल हल करने का अनुभव नहीं है l
    छात्र को इकाई दहाई सकड़े के स्थान की समझ और स्थानीय मान की समझ नहीं है l

    ReplyDelete
  35. बच्चों को गणित की संक्रियाएं(जोड़,घटाव,गुणा और भाग)की अच्छी समझ होनी चाहिए। बच्चों को जोड़ का सवाल हल करते समय स्थानीय मान की अच्छी समझ होनी चाहिए।

    ReplyDelete
  36. चौथी के बच्चों को स्थानीय मान की समझ में नहीं आया है स्थानीय मान जी अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए इकाई दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखिए एवं जोड़ दें बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी।

    ReplyDelete
  37. बच्चो में स्थानीय मान की समझ के इकाई दहाई सैकड़ा की अवधारणा स्पश्ट होनी चाहिए

    ReplyDelete
  38. बच्चे को स्थानीय मान की समझ नहीं है सबसे पहले बच्चो को स्थानीय मान कि अवधारणा को तिली बंडल के माध्यम से समझाना पड़ेगा तत्पश्चात किसी संख्या के स्थानीय मान, इकाई दहाई सैकड़ा आदि को बताना पड़ेगा

    ReplyDelete
  39. जोड़ने से पूर्व स्थानीयमान से संबंधित प्रश्न और अलग अलग संख्याओं को जोड़ते समय संख्याओं को लिखने के तरीके से संबंधित प्रश्न पूछने चाहिए ।(kk siware)

    ReplyDelete
  40. Bacchon Ko sthaniya man ka purn gyan nahin tha yog sikhane ke pahle bacchon ko ham Di gai sankhyaon ka 4 pahle a 500 ke ankon ka sthaniya man puchenge FIR 7 ka sthaniya man poochenge aur bacchon ke Jahan batane ka prayas karenge ki ikai ke sath ek kahe Ko Joda jata hai aur dahi ke sath dahi ko Varsha ke sath shaklon ko Joda jata hai.

    ReplyDelete
  41. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। किसी भी अंको कस योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान बतायगे फिर 7 का स्थानीय मान बतायगे और बच्चों को यह भी बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।इस तरह बच्चे आसानी से योग के सवालों को हल कर सकते है।

    ReplyDelete
  42. कक्षा 4 के बच्चे को स्थानीय मान का अवधारणा स्पष्ट नहीं है । अगर अवधारणा ‌स्पष्ट हो जाए तो बच्चे आसानी से सवाल हल कर सकते हैं।

    ReplyDelete
  43. Bachche ko sthaniymaan ki avdharna ispasht karana se aasani se sawal hal kar sakenge.

    ReplyDelete
  44. सबसे पहले स्थानीय मान की अवधारणा को स्थानीय मान सारणी बनाकर स्पष्ट करना होगा ।स्थानीय मान सारणी में संख्याओं को लिखने का अभ्यास कराना होगा तथा संख्याओं का स्थानीय मान समझाना होगा ।अंत में संख्याओं को उनके उचित स्थान पर लिखकर जोडने की विधि बताना होगा। यह अभ्यास बच्चों को क ई बार संख्याओं को बदल-बदल कर कराना होगा।

    ReplyDelete
  45. कक्षा4 के बच्चों को ईकाई दहाई की जानकारी नही होने के कारण 400 में 7 जोड़ने से 1100 लिझेगा आठ सही से स्थानीय मैन की जानकारी से अवगत कराया जावे तो इस तरह की गलती नही हो पाएगी

    ReplyDelete
  46. चौथी के बच्चो को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान
    नही था। योग सिखाने से पहले बच्चो को हम दी गई संख्याओ का स्थानीय मान बतायेंगे,जैसे इकाई
    की संख्या को इकाई से, दहाई की संख्या को दहाई
    से,और सैकड़ा की संख्या को सैकड़ा के साथ जोड़ेगे। बच्चे पुरी तरह से इस अवधारणा को समझ जायेगे, फिर दी गई सवाल को हल कर
    सकेगे।

    ReplyDelete
  47. इकाई दहाई और सैकड़ा की अवधारणा साफ नहीं थी बच्चों को छोटी संख्या काजोड़ सीखने वा समझने में मदद करेंगे स्थानीय मान का ज्ञान कराएंगे निरंतर अभ्यास से बच्चों की समझ बनेगी

    ReplyDelete
  48. बच्चों में स्थानीय मान की अवधारणा सही नहीं है। सबसे पहले उन्हें संख्या के मान से अवगत कराएँगेछठी क्लास के बच्चों में स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। निरंतर अभ्यास से सही समझ बनेगी।

    ReplyDelete
  49. यदि कोई विद्यार्थी 400+7=1100
    इस तरह से हल करता है, तो यह स्पष्ट होता है कि बच्चे को यह पूर्वज्ञान नहीं है कि दो संख्याओं को जोड़ते समय उनकी इकाइयों को सबसे पहले जोड़ा जाता है, इसके बाद दहाई से दहाई और फिर क्रमशः इसी तरह जोड़ते जाते हैं।
    बच्चे को स्थानीय मान का भी ज्ञान नहीं है। उसे यह नहीं पता है कि किसी संख्या में प्रत्येक अंक एक निश्चित स्थान पर होता है। कोई अंक इकाई के स्थान पर, कोई अंक दहाई के स्थान पर तथा कोई अंक सैकड़े के स्थान पर होता है। अगर यह ज्ञान बच्चे को होता तो वह 7 को चार के साथ नहीं जोड़ता बल्कि इकाई वाले 0 के साथ जोड़ता।


    ReplyDelete
  50. स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। उसे इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान कराना होगा। संख्याओं को लिखने का सही तरीका बताना होगा।

    ReplyDelete
  51. बच्चों में स्थानीयमान का समझ विकसित कर इकाई,दहाई सैकडा का अवधारणा समझाना होगा।

    ReplyDelete
  52. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था।

    ReplyDelete
  53. sankriyaen janna bahut jaruri hai,tavi ganit samajhne me madad milegi

    ReplyDelete
  54. चौथी के बच्चों को इकाई, दहाई, सैकड़ा का ज्ञान नहीं था। हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई, दहाई के नीचे दहाई ,सैकड़ा के नीचे सैकड़ा लिखने का ज्ञान कराएंगे। इस अवधारणा की मदद से जोड़ने में गलती नहीं होगी।

    ReplyDelete
  55. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|

    ReplyDelete
  56. कक्षा 4 के बच्चों मे ईकाई दहाई सैकडा के साथ स्थानीय मान की समझ नही थे , साथ मे ठीक से जोडने की सही अवधारणा से परिचित नही थे ।। ईकाई को ईकाई से दहाई की संख्या को दहाई इस तरह जोड की समझ मे कमी है ।।

    ReplyDelete
  57. 400+7=1100बच्चा यदि इस प्रकार प्रश्न को हल करता है तो इससे साफ पता चलता है कि बच्चे को स्थानीय मान का पूर्वज्ञान नहीं है।इसके लिए हमें बच्चे से दोनों संख्याओं काअलग अलग स्थानीय मान से संबंधित प्रश्न करना चाहिए।पहली संख्या में तीन अंक हैंजबकि दूसरी संख्या में केवल एक अंक है।ऐसी स्थिति में दोनों संख्याओं के स्थानीय मान को समान कर लेना चाहिए इसके लिए इकाई अंक मे दी गयी संख्या के पहले आवश्यक मात्रा में शून्य लगाकर जोड़ने में कोई परेशानी नहीं होगी।

    ReplyDelete
  58. स्थानीयमान की अवधारणा स्पष्ट करना होगा।

    ReplyDelete
  59. बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था बच्चों को पहले स्थानीय मान के बारे में बतायेंगे फिर इकाई के नीचे इकाई, दहाई के नीचे दहाई, सैकड़ा के नीचे सैकड़ा लिखकर जोड़ने कहेंगे

    ReplyDelete
  60. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए। इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दे । बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी।

    ReplyDelete
  61. स्थानी मान की अवधारणा पहले बताना चाहिए और छोटे संख्याओं से प्रारंभ करना चाहिए

    ReplyDelete
  62. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|

    ReplyDelete
  63. सबसे पहले स्थानीय मान की अवधारणा को स्थानीय मान सारणी बनाकर स्पष्ट करना होगा ।स्थानीय मान सारणी में संख्याओं को लिखने का अभ्यास कराना होगा तथा संख्याओं का स्थानीय मान समझाना होगा ।अंत में संख्याओं को उनके उचित स्थान पर लिखकर जोडने की विधि बताना होगा। यह अभ्यास बच्चों को क ई बार संख्याओं को बदल-बदल कर कराना होगा।

    ReplyDelete
  64. कक्षा चौथी के बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा स्पस्ट नही है । सबसे पहले तो हमे बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा समझाना चाहिए और बच्चे को इकाई दहाई और सैकड़ा करके स्थानीय मान बताना है फिर जोड़ने के लिए इकाई के नीचे इकाई फिर दहाई के नीचे दहाई और सैकड़ा के नीचे सैकड़ा रखकर जोड़ना सिखाना है । हम बच्चे को 3 अंको वाली संख्या को उदाहरण में लेकर सिखाना चाहिए ।

    ReplyDelete
  65. चौथी के बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा की अवधारणा स्पष्ट कराना होगा जिससे बच्चों को जोड़ने में मदद मिल सके.

    ReplyDelete
  66. चौथी के बच्चों में इकाई दहाई सैकड़ा एवं स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट नहीं थी अतः बच्चों को स्थानीय मान समझने में मदद करेंगे।

    ReplyDelete
  67. स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था।

    ReplyDelete
  68. इस प्रश्न में बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है ।बच्चे को इकाई , दहाई , सैकड़े के ज्ञान से संबंधित सवाल, गतिविधि , सीखने के कार्यनीति बनाने की आवश्यकता है ।धन्यवाद

    ReplyDelete
  69. इस प्रकार में प्रायः यह देखा गया है कि बच्चें ऐसी गलती करते है , हम ये नहीं कह सकते कि बच्चों को जोड़ का ज्ञान नहीं है पर जो गणित के नियम का पालन नहीं कर पा रहा है वैसे ही जोड़ बच्चें के द्वारा यहां पर किया गया है ।
    अतः बच्चे को एक अंक व तीन अंक की संख्या से अवगत कराना होगा । यहां पर संख्या का जोड़ नहीं बल्कि स्थान का फ़र्क दिखाई दे रहा है ।

    ReplyDelete
  70. बच्चों को जोड़ने वाली गणित बताने से पहले उनकी स्थानीय मान की अवधारणा समझ होने के बाद ही वह जोड़ने वाले गणित समझने में आसानी होगी

    ReplyDelete
  71. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।

    ReplyDelete
  72. पृथ्वीपाल राठिया (प्राथमिक शाला रुपुंगा)
    बच्चे को अंदाजा लगाने का अनुभव देना जरूरी है ।

    ReplyDelete
  73. बच्‍चों को स्‍थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था। योग की अवधारणा सिखाने से पहले हम बच्‍चों को इकाई केे नीचे इकाई और दहाई की नीचे दहाई की संख्‍या को जोडकर उदाहरण सहित बतायेगें और स्‍थानीय मान की अवधारणा को उदाहरण सहित समझायेगें ताकि बच्‍चोें को किसी भी संख्‍या के स्‍थानीय मान की समझ हो जाए जिससे किसी भी संख्‍या को जोड सकेगें।

    ReplyDelete
  74. बच्चों को संख्या की जानकारी इकाई दहाई की जानकारी एवं स्थानीय मान की जानकारी पूर्व में देना चाहिए उसके बाद जो जोड़ने का प्रक्रिया है इकाई से इकाई का दही का दही का इस प्रक्रिया को समझाने समझाने का प्रयास करना चाहिए इससे बच्चों को सीखने में सरलता होगी

    ReplyDelete
  75. उस बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था। बच्चे से हम प्रश्न पूछ सकते हैं, जैसे- इकाई, दहाई और सैकड़ा का स्थान कौन सा है ? .....आदि ।

    ReplyDelete
  76. Sthani Man Ki avdharna ko spasht karna chahie press se sambandhit udaharan purv Mein HAL Kare Jaane chahie Vicky dahai saikda Ka Kalam Banakar usmein sankhyaon ko likhe AVN jodne Den Bar Bar Abhyas ke bacchon ki samajh Banti Jayegi

    ReplyDelete
  77. कक्षा चौथी के बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा स्पस्ट नही है । सबसे पहले तो हमे बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा समझाना चाहिए और बच्चे को इकाई दहाई और सैकड़ा करके स्थानीय मान बताना है फिर जोड़ने के लिए इकाई के नीचे इकाई फिर दहाई के नीचे दहाई और सैकड़ा के नीचे सैकड़ा रखकर जोड़ना सिखाना है । हम बच्चे को 3 अंको वाली संख्या को उदाहरण में लेकर सिखाना चाहिए ।

    ReplyDelete
  78. कक्षा 4 थीं के बच्चों को सबसे पहले गिनती गिनना सीखाएंगे ,फिर स्थानीय मान की अवधारणा को समझाएगें कि किसी भी संख्या को जोड़ने के लिए इकाई के नीचे इकाई , दहाई के नीचे दहाई और सैकड़ा के नीचे सैकड़ा के अंक को ही लिखा जाता है । क्योंकि कक्षा 4थीं के बच्चों को स्थानीयमान का पूर्वज्ञान नहीं है ।

    ReplyDelete
  79. जब बच्चों को इकाई दहाई सैकडा का जब ज्ञान नहीं होता है तब बच्चा ऐसी गलती करता है अंको का जोड़ सिखाने से पहले इकाई दहाई सैकडा का सही जानकारी बच्चों को हो जाए तो फिर वे ऐसा गलती नहीं करेंगे।

    ReplyDelete
  80. Anita Singh
    Raipur(C. G.)
    बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नही था।4th क्लास में यदि बच्चा जोड़ को इस तरह बना रहा ह तो हम कह सकते हैं कि उसे संख्याओं के स्थान का पता नही है। उसे इकाई, दहाई सैकड़ा बताना होगा। स्थानीय मैन से परिचित कराना होगा । उसे समझना होगा कि इकाई के नीचे इकाई वाला अंक और ढाई के नीचे2 दहाई वाला अंक आता है। यह प्रकिया आगे सैकड़ा ,हजार ,लाख आदि में भी लागू होगी। इस तरह समझने से बच्चे आगे गलती नही करेंगे।

    ReplyDelete
  81. कौशल टिकरिहा पूर्व मा‌‌़ शाला बठेना पाटन
    बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा की समझ पूरी नहीं थी, बच्चों को जोड़ सीखाने से पहले स्थानीय मान से संबंधित सवालों को बार-बार पुछकर उनकी अवधारणा को स्पष्ट करेंगे ताकि बच्चे जोड़ के सवाल को हल कर सके।

    ReplyDelete
  82. जगत राम कश्यप ( शिक्षक )
    माध्यमिक शाला :- केरगांव
    विकासखंड+ जिला :- गरियाबंद

    यदि किसी विद्यार्थी को 400 में साथ 7 जोड़ने के लिए कहते हैं तो विद्यार्थी 11,00लिखता है तो इसका अर्थ यह हुआ कि बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है इसमें सुधार के लिए बच्चों को इकाई ,दहाई ,सैकड़ा, हजार का स्थानीय मान को बताते हुए कलम खींचकर समझाएंगे की इकाई में 1 अंक होता है दहाई में दो, सैकड़ा में तीन हजार में चार इस तरह बच्चे जब स्थाई मान को समझ जाएंगे ।
    तो बच्चे ऐसी गलती नहीं करेंगे और इकाई को इकाई के साथ ,दहाई को दहाई के साथ और सैकड़ा को सैकड़ा के साथ जुड़ेंगे ना कि इकाई से सैकड़ा से और इस तरह यह गलती सुधर जाएगा।

    ReplyDelete
  83. बच्चे को स्थानीय मान सम्पूर्ण ज्ञान नहीं है

    ReplyDelete
  84. बच्चो को स्थानीय मान की समझ नही थी

    ReplyDelete
  85. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|

    ReplyDelete
  86. बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं है। इसके लिए हम बच्चे को अबेकस के माध्यम से अंक के स्थान परिवर्तन होने पर मान में परिवर्तन का अभ्यास कराएंगे

    ReplyDelete
  87. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|
    Nageshwar kumar Kumbhkar
    Middle school Bhadara
    Cluster- bhuvreli
    Block- Bamhanidih
    Distt- Janjgir champa

    ReplyDelete
  88. Sthaniyman ki samagh nahi hai use batana padega

    ReplyDelete
  89. कक्षा चौथी के बच्चों को अंकों के स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था,जिसके कारण बच्चों ने ऐसा सवाल हल किए।सबसे पहले हम बच्चों को संख्याओं के स्थानीय मान -इकाई,दहाई,सैकड़ा की अवधारणाओं को स्पष्ट करें, फिर दो अंकों, तीन अंकों ,चार अंकों के जोड़ वाले सवाल देंगे ।

    ReplyDelete
  90. बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए इकाई दहाई सैकड़ा का कालम बनाकर संख्याओं को उस में लिखे एवं जोड़ने दे अध्याय से बच्चे जल्दी सीख जाते हैं

    ReplyDelete
  91. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।

    ReplyDelete
  92. बच्चों में इकाई दहाई सैकड़ा , स्थानीय मान की समझ नही है। इन्हें स्थानियमान आधारित प्रश्नों को पूछ कर समाधान किया जा सकता है।

    ReplyDelete
  93. बच्चा 400+7=1100
    लिख रहा है इसका अर्थ यह है कि बच्चे को स्थानीय मान का पूर्वज्ञान नहीं है।
    बच्चा इकाई,दहाई, सैकड़ा के अंकों के योग की प्रक्रिया से अनभिज्ञ है।

    ReplyDelete
  94. बच्चे को स्थानीय मानऔर इकाई दहाई का ज्ञान सही ढ़ंग से नहीं हो पाया है।इकाई दहाई और स्थानियमान कि समझ का विकाश करना चाहिए ।

    ReplyDelete
  95. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

    ReplyDelete
  96. Concept of place values not clear to the student and enough practice is not given to him .

    RADHAKRISHNA MISHRA

    ReplyDelete
  97. बच्चो की स्थानीय मान की अवधारणा पूरी नहीं है इसलिए पहले इकाई दहाई सैकड़ा की अंको के जोड़ को बार बार देंगे ब्लैकबोर्ड में बच्चों से पुछकर हल करेंगे. दो अंक फिर तीन अंकों के सवाल को बार बार हल करने देंगे.

    ReplyDelete
  98. यहां पर हम देखते हैं कि बच्चों को इकाई, दहाई, सैकड़ा और स्थानियमान का पूर्वज्ञान नहीं था। इसके लिए सबसे पहले इन चीजों की अवधारणा स्पष्ट कराना होगा। इससे संबंधित प्रश्न हो सकते हैं- 400+7
    पहली संख्या कितना है, और दूसरी संख्या कितनी है, पहली संख्या में इकाई के स्थान पर कितना है, दूसरी संख्या में इकाई पर कितनी है आदि इस तरह से सबसे पहले इकाई, दहाई और स्थनियमान की अवधारणा को स्पष्ट करेंगे।

    ReplyDelete
  99. The basic conceptual knowledge of place value is not clear to the students.

    ReplyDelete
  100. Geetasahu - उस बच्चे की इकाई,दहाई,सैकड़ा की अवधारणा साफ नही थी अतः हम उस बच्चे को इकाई के नीचे इकाई,दहाई के नीचे दहाई की संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान की अवधारणा को भी बच्चे को अच्छेसे समझायेंगे।

    ReplyDelete
  101. चौथी के उस बच्चे को स्थानीयमान की अवधारणा का ज्ञान नहीं था तथा उसे इकाई, दहाई ,सैकड़ा के आधार पर इकाई को इकाई, दहाई को दहाई तथा सैकड़ा को सैकड़ा से जोड़ा जाता है ।

    ReplyDelete
  102. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे

    ReplyDelete
  103. इन्द्र सिंह चन्द्रा , उच्च वर्ग शिक्षक , शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला काशीगढ़ , विकास खण्ड-जैजैपुर , जिला- जांजगीर-चांपा , (छ.ग.)

    विद्यार्थियों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था । चौथी के बच्चों में स्थानीय मान की अवधारणा के साथ-साथ इकाई, दहाई , सैकड़े की समझ विकसित भली-भांति नहीं हो पाई थी । योग (जोड़ ) सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों में यह समझ विकसित करेंगे कि बच्चे अंकों की स्थान से परिचित हो जाए। इकाई के साथ इकाई को , दहाई के साथ दहाई को और सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है इस प्रकार की समझ बच्चों में विकसित करेंगे ताकि बच्चे जोड़ की संक्रियाओं को आसानी से कर सके ।

    ReplyDelete
  104. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

    ReplyDelete
  105. कक्षा चौथी के इस बच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा का अवधारणा का ज्ञान नहीं था अर्थात कि स्थानीय मान की अवधारणा सिखाते हुए उन्हें उदाहरण सहित समझाइए कि किसी भी संख्या को जोड़ते या घट आते समय इकाई के नीचे इकाई वाली संख्या दहाई के नीचे 2:30 वाली संख्या और सैकड़ा के नीचे सैकड़ा वाली संख्या लिखकर इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है

    ReplyDelete
  106. चौथी के उस बच्चे को स्थानीयमान की अवधारणा का ज्ञान नहीं था तथा उसे इकाई, दहाई ,सैकड़ा के आधार पर इकाई को इकाई, दहाई को दहाई तथा सैकड़ा को सैकड़ा से जोड़ा जाता है ।

    ReplyDelete
  107. Bachhe Ko sthaniya man avm ikai dahai saikada ka purv Gyan nahi tha.sikyak ne Anubhav Ko prathamikata n dekar sidhe pratiko Ko padhaya
    Tha.

    ReplyDelete
  108. यथेष्ट अधिगम के द्वारा ही यथेष्ट Learning Outcome प्राप्त हो सकती है । अतः हमें बच्चो के पूर्व ज्ञान को / पूर्व अनुभव को ध्यान में रखकर सीखने सिखाने की समुचित Sequence का पालन करते हुए बच्चों को गणित में स्थानीय मान की पहले अनुभव कराने की आवश्यकता होगी । इसके बाद ही गणित की संक्रियाओं ( जोड़ ,घटाव ,गुणा एवम भाग )का अनुभव करा सकते हैं ।
    सन्तोष टोप्पो
    Govt.MS. Diwanpur

    ReplyDelete
  109. अधिगम हेतु सीक्वेंस = Experience , Language , Picture , Symbols के अनुक्रम में जाना ।

    ReplyDelete
  110. स्थानीय मान की अवधारणा समझाने की जरूरत है।

    ReplyDelete
  111. कक्षा 4 के विद्यार्थी को स्थानीय मान की अवधारणा का पूर्व ज्ञान होना चाहिए। सबसे पहले बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा के स्थानीय मान को अवगत कराकर यह बताएंगे कि इकाई को इकाई के साथ, दहाई को दहाई के साथ और सैकड़ा को सैकड़ा के साथ योग की संक्रिया करते हैं। साथ ही इकाई, दहाई और सैकड़ा के कॉलम बनाकर भी विद्यार्थी को जोड़ना सिखाएंगे

    ReplyDelete
  112. Kaksha 4 ke Vidyarthi Ko sthaniya man ki avdharna ka purv Gyan hona chahie. 4th class ki use bacche ko sthaniya man ki avdharna ki samajh nahin hai. Sabse pahle use bacche ko ekai dahai aur sekda se avgat karenge. Uske bad uprokt prashn ka hal karenge.

    ReplyDelete
  113. बच्चों को जोडने सेपहले स्थानीय मान की स्पष्ट समझ होनी चाहिए इकाई दहाई सैकड़ा की अवधारणा समझ विकसित करने की आश्यकता है।

    ReplyDelete
  114. Student ko sthaniy man ka gyan nhi hai wah ikai,sahai,saikadon ki avdharna ko nhi smjh pa rha hai.

    ReplyDelete
  115. बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान नही था इकाई दहाई सैकड़ा कभी ज्ञान होना चाहिए इकाई को इकाई से दहाई को दहाई सैकड़ा को सैकड़ा सेजोड़ा जाता है

    ReplyDelete
  116. बच्चों को योग का तो ज्ञान है पर स्थानीय मान के ज्ञान के अभाव के कारण उनसे यह त्रुटि हुई है अतः हम उन्हें पहले स्थानीय मान का ज्ञान कराएंगे तत्पश्चात उन्हें इसका योगफल बताएंगे जिससे उनके अवधारणा स्पष्ट हो सके

    ReplyDelete
  117. बच्चों को जोड़ने से पहले स्थानीय मान की जानकारी होनी चाहिए। सबसे पहले बच्चे में इकाई, दहाई और सैकड़ा की स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए।

    ReplyDelete
  118. Bachho ko jodne se pahle sthaniya man ki samajh honi chahiye

    ReplyDelete
  119. कक्षा 4 के बच्चे को इकाई, दहाई, सैकड़ा पहले ही बताना होगा। उसके बाद संख्या के स्थानीयमान से अवगत कराया जाना चाहिए।
    इस तरह बच्चा अपनी पूर्व ज्ञान से योग के संक्रिया को समझ कर ही ऐसे प्रश्नों को हल कर पायेगा।

    ReplyDelete
  120. स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था।।

    ReplyDelete
  121. कक्षा - स्तर अनुसार स्थानीय मान के अवधारणाओं से परिचय कराया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
  122. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी |

    ReplyDelete
  123. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
  124. चौथी के बच्चों को पढ़ाते समय स्थानीयमान की समझ के लिए इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ स्पष्ट समझाएगे। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि जोड़ कि अवधारणा साफ होगी

    ReplyDelete

  125. चौथी के बच्चो को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान
    नही था। योग सिखाने से पहले बच्चो को हम दी गई संख्याओ का स्थानीय मान बतायेंगे,जैसे इकाई
    की संख्या को इकाई से, दहाई की संख्या को दहाई
    से,और सैकड़ा की संख्या को सैकड़ा के साथ जोड़ेगे। बच्चे पुरी तरह से इस अवधारणा को समझ जायेगे, फिर दी गई सवाल को हल कर
    सकेगे।

    ReplyDelete
  126. बच्चे को संख्या का स्थानीयमान की जानकारी नही होने के कारण वह सही नही लिख पाया।स्थानीयमान की समझ बनाने हेतु सारणी के माध्यम से संख्या के स्थानीय मान को बताया जाए ।

    ReplyDelete
  127. बच्चों को स्थानीय मान और इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान होना जरूरी है

    ReplyDelete
  128. उसे स्थानीय मान का बोध नहीं था,,उसे हम सौ के नोट व एक-एक के सिक्के का उपयोग कर,साथ ही दस के नोट लेकर स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट किया जा सकता है |

    ReplyDelete
  129. Baccho ko sthaniyman ka knowledge karvana jruri hai 🙏

    ReplyDelete
  130. स्थानीय मान की अवधारण को स्पष्ट करना चाहिए गड्डित के प्रशन कराने के पहले पुस्तक में दिए उदाहरण को समझना चाहिए
    बार बार अभ्यास से ही बचचे गड्डित सिख पाएंगे

    ReplyDelete
  131. सर्वप्रथम बच्चों को किसी संख्या में दिए गए अंकों का स्थान बताना चाहिए जैसे 400 में प्रथम 0 इकाई, द्वितीय 0 दहाई एवं 4 सैकड़े के स्थान पर है। इसके बाद इन अंकों का अंकित मान एवं स्थानीय मान बताना चाहिए। यहां दोनों शून्य क्रमशः इकाई और दहाई के स्थान पर है तथा चार सैकड़े के स्थान पर है। अब अंकित मान को बताएंगे कि किसी अंक का अंकित मान वही होता है जैसे 400 में 4 का अंकित मान 4 ही होगा इसका मान स्थान पर निर्भर नहीं है।अंत में बच्चों को जोड़ने की विधि बताएंगे कि इकाई के अंक को इकाई से, दहाई के अंक को दहाई से तथा सैकड़े के अंक को सैकड़े से जोड़ेंगे।
    400
    007
    -----
    407
    -----
    अर्थात 400+7=407
    इस तरह से समझाने का प्रयास करेंगे।

    ReplyDelete
  132. योग करने से पूर्व स्थानीय मान का ज्ञान आवश्यक है । फिर बच्चों को योग की क्रिया करते समय संख्याओ को लिखने के तरीकों से सम्बन्धित प्रश्न पूछना चाहिए.। ताकि बच्चा इकाई, दहाई और सैकड़ा की अवधारणा को स्पष्ट समझ सके ।

    ReplyDelete
  133. बच्चों को गणितीय धारणाओं के बारे में समझाना अत्यंत आवश्यक है

    ReplyDelete
  134. कक्षा स्तर अनुसार बच्चों को स्थानीय मान का ग्यान कराना तथा गणितीय अवधारणा की समझ होना आवश्यक है

    ReplyDelete
  135. बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिये। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिये। इकाई,दहाई और सैकड़े की पंक्ति बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें।बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जायेगी।

    ReplyDelete
  136. जोड़ने से पूर्व स्थानीय मान का ज्ञान कराना चाहिए और इकाई दहाई सैकड़ा हजार का भी ज्ञान कराना चाहिए

    ReplyDelete
  137. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी |

    ReplyDelete
  138. Sandhya Bala Dewangan
    बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था। जोड़ संक्रि या करते समय इकाई, दहाई तथा सैकड़ा में किसे किसके साथ जोड़ते हैं ये समझाने की आवश्यकता है


    ReplyDelete
  139. Bachcho ko sthaniy man ka ghhayan nhi tha jod ki sankriya me ekai dahai saikda ko achcha se batana aavshyak hai BACHCHO se purv ghhayan ki prashna krna Chahiye

    ReplyDelete
  140. बच्चो को स्थानीय मान के बारे मे जानकारी नहीं है इस कारण जोड़ के सवाल को हल करने मे कठिनाई आ रही है

    ReplyDelete
  141. कक्षा 4 के इस बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था ।स्थानीय मान को समझाने के लिए बच्चों को इकाई ,दहाई ,सैकड़ा ,हजार की अलग-अलग पंक्ति बनाकर उसमें संख्याओं को लिखने का अभ्यास करें, जिससे बच्चों में स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट हो सके। फिर एक-एक अंक बढ़ाते हुए योग की प्रक्रिया सिखाएंगे। ताकि बच्चे की इस संक्रिया पर समझ विकसित हो सके।

    ReplyDelete
  142. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।
    स्थानीय मान की अवधारणा पहले बताना चाहिए। एवं छोटे संख्या से शुरू किया जाना चाहिए।

    ReplyDelete
  143. कक्षा चौथी के बच्चों को ईकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा स्पष्ट नहीं थी।

    ReplyDelete
  144. अंको को जोड़ने के पूर्व किसी चीज की अवधारणा का स्पष्ट होना जरूरी है योग सिखाने के पहले इकाई, दहाई, सैकडा के अवधारणा बताएंगे कि इकाई को इकाई से जोडा जाता है आदि आदि।और इस तरह दो अंको तीन अंको के जोड की स्थानीय मान,अवधारणा समझने में बच्चों की मदद करेंगे।

    ReplyDelete
  145. Esthaniy maan ki awdharna ki samajh pahle bachcho ko karana padega tabhi bachche koi bhi jod galat nahi karega .

    ReplyDelete
  146. बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा की समझ पूरी नहीं थी।बच्चों को जोड़ सीखाने से पहले स्थानीय मान से संबंधित सवालों को बार-बार पूछकर उनकी अवधारणा को स्पष्ट करेंगे ।ताकि बच्चा जोड़ के सवाल को हल कर सकें ।
    Khushahali soni
    Baloda bazar

    ReplyDelete
  147. बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिये। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिये। इकाई,दहाई और सैकड़े की पंक्ति बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें।बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जायेगी।

    ReplyDelete
  148. बच्चों को सबसे पहले स्थानीय मान को समझाना चाहिए। तथा बच्चे को एक उदाहरण के द्वारा इकाई को इकाई से दहाई को दहाई से और सैकड़ों को सैकड़ों से किस तरह से जोड़ा जाता है यह समझाना चाहिए, बच्चों को 0 से 9 तक की संख्या इकाई में आती है यह अवगत कराना चाहिए

    ReplyDelete
  149. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
  150. स्थानीय मान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए| प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिए| इकाई, दहाई और सैकड़ा का कालम बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें|बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जाएगी|

    ReplyDelete
  151. कक्षा चौथी के बच्चों को इकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा स्पष्ट नहीं थी।

    ReplyDelete
  152. स्थानीय मान की अवधारणा पहले ही स्पष्ट करना चाहिए इकाई के साथ इकाई दहाई के साथ दहाई और सैकड़ा के साथ सैकड़ा का जोड़ सिखाना चाहिए बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देकर स्थानीय मान को समझाना चाहिए

    ReplyDelete
  153. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था।तथा जोड़ने का सही तरीका नहीं बताया गया था। सबसे पहले लिखनें का सही तरीका बताने के बाद ईकाई को ईकाई के साथ,दहाई को दहाई के साथ तथा,सैकड़े को सैकड़े के साथ जोड़ते हैं।

    ReplyDelete
    Replies
    1. Pritan kumar Xess
      बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा नहीं बताया गया था। तथा लिखने व जोड़ने का सही तरीका नहीं बताया गया था। सबसे पहले इकाई को इकाई के साथ, दहाई को दहाई के साथ ‌ तथा सैकड़े को सैकड़े के साथ जोड़ते हैं।

      Delete
  154. स्थानीयमान का ज्ञान नहीं था । इकाई दहाई एवं सैकड़ा का ज्ञान नहीं था ।

    ReplyDelete
  155. 4000+7=1100 इस तरह से सवाल हल करता है तो स्पष्ट है कि छात्र को स्थानीय मान का पूर्वज्ञान ज्ञान नही है

    ReplyDelete
  156. बच्चों को स्थानीय मान, इकाई, दहाई और सैकड़ा का पूर्ण ज्ञान नहीं है। संख्याओं को फेरबदल करके इसकी जानकारी देनी चाहिए, फिर बाद में इस तरह के प्रश्न पूछना चाहिए।

    ReplyDelete
  157. विद्यार्थी को स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट नहीं थी जिसके कारण योग में गलती किया ।
    अतः बच्चों को जोड़ सिखाने के पहले स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट करना होगा कि इकाई के साथ इकाई का दहाई की संख्या के साथ दहाई की संख्या का योग किया जाता है

    ReplyDelete
  158. बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा का पूर्व ज्ञान नही था,,बच्चों को जोड़ सीखने से पहले इकाई,दहाई को सही तरीके से समझा लेना चाहिये,ताकि जोड़ घटाव को सही तरीके से कर सके ।।।

    ReplyDelete
  159. बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिये। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिये। इकाई,दहाई और सैकड़े की पंक्ति बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें।बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जायेगी

    ReplyDelete
  160. बच्चे स्थानीयमान की अवधारणा से परिचित नही है l सबसे पहले बच्चे को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए l

    ReplyDelete
  161. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

    ReplyDelete
  162. बच्चे को सबसे पहले स्थाई मान की अवधारणा को समझाइए

    ReplyDelete
  163. बच्चों को इकाई ' दहाई ' सैकड़ा का पूर्व ज्ञान नहीं था। अतः जोड़ की अवधारणा सीखाने से पहले इकाई दहाई सैकड़े और स्थानीय मान की समझ विकसित करना होगा । तत्पश्चात जोड़ - घटाव की अवधारणा । इससे बच्चे अवधारणा को आसानी से सीख सकेंगे।

    ReplyDelete
  164. चौथी कक्षा के बच्चों को इकाई,दहाई और सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई रखकर जोड़ने कि अवधारणा को समझने में मदद करेंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे। इस तरह से बच्चे को हम दो,तीन संख्या वाले जोड को समझने व सीखने में मदद करेंगे।

    ReplyDelete
  165. संख्याओं का स्थानीय मान का ज्ञान नही है, सर्वप्रथम स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट करके इकाई के साथ ईकाई का, दहाई के साथ दहाई, सैकड़ा के साथ सैकड़ा का क्रमशः आगे योग करना स्पष्ट करेंगे!

    ReplyDelete
  166. बच्चों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था। योग सिखाने से पहले बच्चों को हम दी गई संख्याओं का पहले 400 के अंकों का स्थानीय मान पूछेंगे फिर 7 का स्थानीय मान पूछेंगे और बच्चों को यह बताने का प्रयास करेंगे की इकाई के साथ इकाई को जोड़ा जाता है और दहाई के दहाई को सैकड़े के साथ सैकड़े को जोड़ा जाता है।

    ReplyDelete
  167. इस विधार्थी को संख्याओ को कैसे जोड़ा जाता है, इसका पूर्व ज्ञान नहीं है इस गलत अवधारणा को संबोधित करने के लिए विधार्थी को पहले कुछ इस तरह के और प्रश्न पुछने चाहिए और उसे कैसे हल किया जाता है ये बताना चाहिए।

    ReplyDelete
  168. बच्चों को इकाई दहाई का ज्ञान नहीं है और स्थानीय मान की अवधारणा की भी समझ नहीं है तथा बच्चों को इकाई के नीचे इकाई दहाई के नीचे दहाई सैकड़ा नीचे सैकड़ा लिखने का भी अभ्यास नहीं है बच्चों को इकाई दहाई का ज्ञान कराना आवश्यक है

    ReplyDelete
  169. बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा की समझ पूरी नहीं थी।बच्चों को जोड़ सीखाने से पहले स्थानीय मान से संबंधित सवालों को बार-बार पूछकर उनकी अवधारणा को स्पष्ट करेंगे ।ताकि बच्चा जोड़ के सवाल को हल कर सकें ।

    ReplyDelete
  170. बच्चों को स्थानीय मान की समझ नही है

    ReplyDelete
  171. बच्चे को जोड़ना आता है साथ ही वह अंक भी पहचानता है ।केवल बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान ठीक से नहीं है। साथ ही इकाई दहाई और सैकड़े की अवधारणा स्पष्ट नहीं है।बच्चे को संख्याओ को इकाई दहाई और सैंकड़ा के कालम (डिब्बा) में लिखकर स्थानीयमान की अवधारणा स्पष्ट कराते हुए। इकाई अंक के नीचे इकाई, दहाई अंक के नीचे दहाई ,और सैकड़े के नीचे सैकड़े लिखकर जोड़ना सिखाना है ।बार बार अभ्यास कराने से सीख जायेंगे।

    ReplyDelete
  172. बच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा के साथ संख्या के स्थानीय मानो का पूर्व ज्ञान नही होने का कारण यह गलतियां अक्सर होती है ।इसके लिए हमे इकाई दहाई सैकड़े के साथ स्थानीयमान के अवधारणा को बताना चाहिए साथ ही पूर्व ज्ञान से जोड़ते हुए प्रश्न पूछना चाहिए।...Darro m/s bhondiya .

    ReplyDelete
  173. बच्चों को ईकाई, दहाई सैकड़ा और स्थानीय मान की समझ नही है । रवि शंकर तिवारी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पराडोल मनेन्द्रगढ़ कोरिया छत्तीसगढ़

    ReplyDelete
  174. बच्चों को पहले स्थानीय मान की समझ विकसित करने की आवश्यकता है। और उसके बाद सही क्रम से लिखना और फिर जोड़ना इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई।

    ReplyDelete

  175. चौथी के बच्चों को इकाई,दहाई,सैकड़ा कि अवधारणा साफ नहीं थी। अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दहाई कि संख्या को जोड़कर उदाहरण सहित बताएंगे और स्थानीय मान के अवधारणा को समझने में हम बच्चों कि मदद करेंगे।इस तरह से बच्चे कि दो,तीन संख्या कि छोड़ कि अवधारणा क्लीयर। (साफ) होगी

    ReplyDelete
  176. अंको का मान बताना होगा ।ईकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा बतानी होगी।

    ReplyDelete
  177. बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा का मान समझाना बहुत ही आवश्यक है। बच्चे स्थानीय मान को अच्छी तरह से समझ लेते हैं तो उनको जोड़-घटाना इत्यादि प्रक्रिया बहुत ही सरल लगेगी। और अंकीय गणित को सही ढंग से हल कर पाएंगे।

    ReplyDelete
  178. सबसे पहले बच्चों को इकाई, दहाई और सैकड़ा के स्थानीय मान को अवगत कराकर यह बताएंगे कि इकाई को इकाई के साथ, दहाई को दहाई के साथ और सैकड़ा को सैकड़ा के साथ योग की संक्रिया करते हैं। साथ ही इकाई, दहाई और सैकड़ा के कॉलम बनाकर भी विद्यार्थी को जोड़ना सिखाएंगे।

    ReplyDelete
  179. स्थानीयमान की अवधारणा की समझ नहीं होने के कारण बच्चे इस तरह की गलतियां करते हैं

    ReplyDelete
  180. चौथी कक्षा के बच्चे को इकाई दहाई और सैकड़ा की अवधारणा साफ नहीं था अतः हम बच्चों को इकाई के नीचे इकाई दहाई के नीचे दहाई तथा सैकड़ा के नीचे सैकड़ा लिखकर जोड़ने की अवधारणा को समझने में मदद करेंगे इस तरह बच्चे आसानी से योग के सवालों को हल कर सकते हैं।

    ReplyDelete
  181. यहां बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहींहै। बच्चों को इकाई, दहाई सैकड़ा संबंधित अवधारणा का ज्ञान कराना आवश्यक है।इसके साथ इकाई को इकाई, दहाई को दहाई व सैकड़ा को सैकड़ा के नीचे रखकर अभ्यास करानाहोगा।

    ReplyDelete
  182. बच्चो को स्थानीय मान एवं इकाई, दहाई, सैकड़ा का पूर्व ज्ञान नही था।

    ReplyDelete
  183. बच्चों को दैनिक जीवन का उदाहरण देते हुए स्थानीयमान की अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिये। प्रश्न से संबंधित उदाहरण पूर्व में हल कराने चाहिये। इकाई,दहाई और सैकड़े की पंक्ति बनाकर उनमें संख्याओं को लिखें एवं जोड़ने दें।बार-बार अभ्यास से बच्चों की समझ बनती जायेगी।

    ReplyDelete
  184. बच्चों को स्थानीयमान का पूर्व ज्ञान नहीं था, जोड़ सिखाने से पहले बच्चों को दी गई संख्या 400 के अंको का स्थानीयमान की पहचान करना सिखायेंगें तथा दूसरी संख्या के अंको के स्थानीयमान तथा समान स्थानीयमानों को जोड़ना बतायेंगें, इस तरह संख्याओं को जोड़ना बताया जा सकता है |

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

कोर्स 03 (FLN) गतिविधि 5 : अपने विचार साझा करें

कोर्स - 02, गतिविधि 2 : अपने विचार साझा करें

कोर्स 08 (FLN) गतिविधि 1 : अपने विचार साझा करें