मॉड्यूल 3
गतिविधि
2: स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ
खेल, खेल-कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियाँ जो हम दिन-प्रतिदिन करते हैं, भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं। नीचे कुछ गतिविधियों के उदाहरण दिए गए हैं
भीतरी गतिविधियाँ : मेज के नीचे क्रॉल करना, संतुलन का अभ्यास करने के लिए किसी वस्तु का उपयोग, जंपिंग जैक, डांसिंग, योगिक गतिविधियों का अभ्यास करना ….
बाहरी गतिविधियाँ : सीढ़ी पर चढ़ना, कूदना, रेंगना, और एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चलना, बाधाओं के बीच दौड़ना, ज़िग-ज़ैग दौड़ना, विभिन्न वस्तुओं पर कूदना, चलना ...
कुछ खेल, और गतिविधियों को साझा करें, जो प्रत्येक कॉलम के तहत स्वास्थ्य / फिटनेस में मदद करते हैं। एक पल को रुकें एवं चिंतन करें । दिए गए चरणों का पालन करके ब्लॉग पर अपनी समझ साझा करें-
कंटेंट बहुत रोचक एवं उपयोगी है|
ReplyDeleteगतिविधियां अनुकरणीय है
Deleteकंटेंट रोचक व उपयोगी है।
Deleteखेल हमारे शाररिक विकास के साथ - साथ बौद्धिक विकास मे भी सहायक हैं l खेल से हमारा तन और मन दोनों स्वस्थ रहता हैं, जिससे हम किसी भी कार्य को जोश व उत्साह के साथ करते हैं l
DeleteKhel Kud se man prasann AVN Sharir Swasth Hota Hai hi bacchon ke mansik AVN sharirik Vikas ke liye Khel Kud bahut jaruri hai
DeleteBahut hi sarahniy aur gyanvardhak hai, khel kud se sharirik ke sath sath mansik vikash bhi hota hai
DeleteVery good
DeleteVery good
Deleteअच्छे स्वास्थ्य के खेलकूद एवं व्यायाम बेहद ही जरूरी है ।यह न केवल हमें बाहरी रूप से मजबूत बनाता है परन्तु हमें अन्दर यानि मानसिक रूप से भी काफी मजबूत बनाता है।
Deleteकंटेंट रोचक व उपयोगी है।
ReplyDeleteकंटेट बहुत रोचक व उपयोगी है।
Deleteकंटेंट रोचक व उपयोगी है।
ReplyDeleteक्रिकेट एक बहुत ही अच्छा और शानदार खेल है।मुझे क्रिकेट खेलना पसंद है क्योंकि इससे शारीरिक स्वस्थता के साथ-साथ मानसिक रूप से भी मजबूती मिलती है।हम लोग सुबह रोजाना मैच खेलते है जिससे दिन भर हमारी स्फूर्ति बनी रहती है जो हमारे काम अर्थात शिक्षकीय कार्य पर बहुत ही अच्छा प्रभाव दिखाती है।ऐसा ही शिक्षा बच्चों में विकसित करके उन्हें खेल के लाभ के बारे में बता सकते है।उनमें रुचि पैदा कर शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम बनाने में मदद मिल सकती है।..इसलिए रोज खेल खेलते रहें।
ReplyDeleteधन्यवाद💐
भूषण सिंह मोहले🕺🙏
MS तालाझर,कसडोल
बलौदाबाजार(छ.ग.)
कंटेंट रोचक व उपयोगी है।
ReplyDeleteGames are very useful to aur physical and mental health ..and also childrens too...this contant are so useful to apply
ReplyDeleteखेल से तन, मन स्वास्थ्य रहता है।समूह में कार्य करने ,आपस में समन्वय स्थापित करने ,उचित निर्णय लेने व नेतृत्व करनें की क्षमता का विकास होता है।
ReplyDeleteBachchon k vikas k liye khel ka bahut hi mahatvapurn isthan hai
ReplyDeleteबिल्लस खेल के माध्यम से बच्चों में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का लाभ होता । शतरंज जैसे खेलों से मानसिक लाभ व एकाग्रता बढ़ता है । क्रिकेट , फूटबाल जो भी व्यक्ति खेलता है उनमें शारीरिक , भावनात्मक व मानसिक गुणों का विकास होता है । खेल चाहे भीतरी हो या बाहरी सभी के लिए लाभप्रद ही होता है ।
ReplyDeleteखेल से हमारा तन मन प्रफुल्लित हो जाता है और किसी की भी काम करने के लिए तरोताजा हो जाता है।
ReplyDeleteशारीरिक गतिविधियों के लिए रोजाना खेल खेलना चाहिए जिससे मन और तन दोनों ही स्वस्थ रहते है । खेल से शरीर मे स्फूर्ति बानी रहती है और दिमाग मे भी कसरत होता है क्योंकि किसी भी खेल में हमे दिमाग का उपयोग भी करना पड़ता है ।
ReplyDeleteबच्चों में शारीरिक , मानसिक ,सामाजिक एवम् भावनात्मक विकास के लिये खेल कूद / Physical training करवाना अति आवश्यक है ।
ReplyDeleteशारीरिक क्षमता बढतीहै,मन व त न ठीक रहता हैं ।
Deleteफुगड़ी, बोरी दौड़, त्रिटंगी दौड़ आदि खेलों से शारीरिक स्वास्थ्य , चपलता, सामंजस्य ,ध्यान केंद्रीकरण में मदद मिलती है ।
ReplyDeleteTopic and content is both very nice
ReplyDeleteखेल खेलने से तन मन स्वास्थ्य रहता है।जिसके कारण हम सभी कर्यो को आनंद पूर्वक करते हैं।
ReplyDeletePlay the game and play it well. It will make you perfect physically and mentaly.
ReplyDeleteSANTOSH TOPPO .
सच में डायरी लेखन ,चित्र बनाना ,अकेले रहना ,कहानी लेखन भावनात्मक अभिव्यक्ति के सशक्त माध्यम है।
ReplyDeleteखेल बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए आवश्यक है। कबड्डी, खो-खो ,व्हालीबाल आदि जैसे खेल इसमें सहायक हो सकते है।
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteखेलकूद करने से सेहत तंदुरुस्त बनता है।जीवन में खेल का महत्त्वपूर्ण स्थान है।विद्यार्थियों को(बच्चों)खेल से आनन्द की अनुभूति होती है।
ReplyDeleteखेल से शारीरिक क्षमता के साथ-साथ स्वास्थ्य मानसिकता का विकास होती हैं जिससे प्रतिनिधित्व की क्षमता बढ़ती है इस कारण बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए बाहरी व भीतरी खेल मल्यावशयक है एवं प्रभावी है जिससे शरीर के साथ ही साथ मन स्वस्थ रहते हैं ।
ReplyDeleteखेल से शारीरिक क्षमता के साथ-साथ स्वास्थ्य मानसिकता का विकास होती हैं जिससे प्रतिनिधित्व की क्षमता बढ़ती है इस कारण बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए बाहरी व भीतरी खेल मल्यावशयक है एवं प्रभावी है जिससे शरीर के साथ ही साथ मन स्वस्थ रहते हैं ।
ReplyDeleteमुझे खेल खेलना अच्छा लगता है लेकिन सबसे अच्छा कबड्डी खेलना अच्छा लगता है।क्योंकि इससे हमारे तन और मन दोनों को स्वस्थ रखता है।
Deleteखेल से शारीरिक क्षमता के साथ-साथ स्वास्थ्य मानसिकता का विकास होती हैं जिससे प्रतिनिधित्व की क्षमता बढ़ती है इस कारण बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए बाहरी व भीतरी खेल मल्यावशयक है एवं प्रभावी है जिससे शरीर के साथ ही साथ मन स्वस्थ रहते हैं ।
ReplyDeleteबहुत प्रभावशाली रोचक उपयोगी बच्चों और बड़ों के लिए लाभदायक है
ReplyDeleteतन तथा मन को स्वस्थ रखने के लिए खेलकूद एवं शारीरिक श्रम बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteपरी पत्थर खेलना रस्सी कूद करना दौड़ लगाकर छूना आदि कुछ ऐसे खेल हैं जिससे हम अपना शारीरिक विकास एवं मानसिक विकास कर सकते हैं।
ReplyDeleteखेलने से तन और मन दोनों ही स्वस्थ रहता है दोनों का ही विकास होता है शरीर को ऑक्सीजन की पूर्ति होती है
ReplyDeleteखेल बच्चों के लिए बहुत आवश्यक है खेल बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक दोनों विकास होता है उनमें एकता और सहयोग की भावना के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना का भी विकास होता है एकता और प्रतिस्पर्धा की भावना एक साथ होने से उनके कार्यों में उत्कृष्टता आती है
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत अच्छा माध्यम है, इनडोर व आउटडोर दोनों प्रकार के खेल होने चाहिए।
ReplyDeleteशारीरिक गतिविधियों के लिए रोजाना खेल और योग करना चाहिए खेल से शारीरिक क्षमता के साथ-साथ स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है
ReplyDeleteबच्चों के घर जाना, पालकों को कॅरोना के भय से दूर रखकर बच्चों के पढ़ाई को जारी रखना, online पढ़ाई हेतू बच्चों को मोबाईल देने हेतु पालकों को राजी करना, बार-बार गिरते मनोबल वापस ऊंचा उठाना । और अन्त में मेरे खुद के मनोबल को ऊपर कायम रखना अत्यंत कठिन कार्य रहा ।
ReplyDeleteपर जब परिणाम पढ़ाई के दृष्टिकोण बच्चों का और पालकों का मेरे लिए सकारात्मक रहा तो मेरे सारे गिले-शिकवे दूत हो गए और मैं अपने कर्तव्य राह में वापस तेजी से बढ़ने लगा।
खेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteKhel kud saririk aur mansik swasthya ke liye aavsyak hai jise bahar aur bhitar Kahi bhi karwaya ja sakta hai
ReplyDeleteYog aadi ki bhitar karwa sakte hai
Rassi kud lambi kud 100meetar daud aadi bahri Khel hai
स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का निवास होता है|बच्चों के समग्र विकास के लिए मानसिक एवं शारिरिक दोनो ही गतिविधियां जरुरी है|
ReplyDeletekhal kud or vyayam tatha yog bachho k sath sath sabhi age k logo k liye achha hota h isse hm sakriy rahte h dimag shant rhta h musibato se lene k takat milti h khas kr bachho ko study k sath sath khelne pr b dyan dena chahiye isse bachhe active hote h or bahot kuch sikhte b h
ReplyDeleteThis activity is very good and progress for students
ReplyDeleteमैं रोज सुबह 3किलोमीटर पैदल चलती हूँ, मेरा मानना है कि सुबह का व्यायाम चाहे वो किसी रूप में कर सके,स्वास्थ्य के लिए लाभदायक ही होगा।
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक, मानसिक, समाजिक एवं भावनात्मक विकास के लिए विभिन्न प्रकार के इनडोर, आउटडोर गेम के साथ-साथ किचन गार्डन के विकास के लिए बच्चों की मदद ले सकते हैं ।
ReplyDeleteखेल से बच्चों का शाररिक एवं मानसिक दोनों विकास होता है इससे एकता तथा सहयोग की भावना के साथ विकास होता है जो भावी जीवन मे उसकी सहायक होता है
ReplyDeleteखेलकूद से शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास होता है
ReplyDeleteखेल से शारीरिक क्षमता के साथ स्वास्थ्य मानसिकता का विकास होता है । खेल से बच्चो को बहुत आनंद मिलता है खेल बच्चो के लिए बहुत जरूरी है।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteयदि बच्चे को खेल का अनुभव नही होता है तो बच्चे के आत्मसंज्ञान, भावात्मक, और सामाजिक विकास को हानि पंहुचती है।इसलिए बच्चे को कोई भी खेल ,जो उसके शारीरिक, मानसिक,और बौद्धिक विकास में सहायक होती है ,वो उसे खेलने में अवश्य ही प्रोत्साहन देनी चाहिए।
ReplyDeleteब्लॉग में दी गयी सभी जानकारी अत्यंत उपयोगी है।स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है ,इसीलिए हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए।योग, आसन को दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाए।
ReplyDeleteब्लॉग में दी गयी सभी जानकारी अत्यंत उपयोगी है।स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है ,इसीलिए हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए।योग, आसन को दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाए।
ReplyDeleteHealth is wealth .
ReplyDeleteआजकल के भाग-दौड़ भरे जीवन में लोग शारिरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने से वंचित होते जा रहे हैं, जिसका विपरीत प्रभाव व्यापक रूप ले चुका है। प्रस्तुत कोर्स निश्चित तौर पर इस समस्या का एक कारगर समाधान साबित हो सकता है।
ReplyDeleteवैसे, हम चाहें तो कुछ छोटी-छोटी आदतों को दिनचर्या में शामिल करके *Fit & Fine* बने रह सकते हैं, जैसे-सुबह थोड़ा बहुत पैदल चलना,छोटी दूरियाँ तय करने के लिए सायकिल का चयन, प्राणायाम और कुछ सामान्य योगासन करना इत्यादि।
आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में व्यक्ति खेल पर ध्यान नहीं दे पा रहा है शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल अति आवश्यक है शारीरिक स्वास्थ्य के लिए दौड़ना बैडमिंटन खेलना और मानसिक स्वास्थ्य के लिए शतरंज का उपयोग कर सकते हैं|
ReplyDeleteखेल एवम योग के द्वारा शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है खेल के द्वारा समूह की भावना का विकाश होता है साथ ही साथ स्वस्थ मनोरंजन भी होता है,अतः स्वास्थ्य संबंधी गतिविधि जरूरी है।
ReplyDeleteSarwangin vikas ke liye swasth sharir bahut awashyak hai
ReplyDeleteविद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतू मानसिक बौद्धिक विकास के साथ शारीरिक विकास भी अनिवार्य है। इसके लिए हमे पारंपरिक और क्षेत्रीय खेलों के माध्यम से छात्रों के शारीरिक विकास की ओर रुचि पैदा करना आवश्यक है ,जिससे छात्रों में शिक्षा के साथ -साथ शारीरिक विकास की ओर भी ध्यान केंद्रित किया जा सके और समग्र शिक्षा की अवधारणा सुनिश्चितता हो सके।। धन्यवाद्
ReplyDeleteभीतरी गतिविधि- एरोबिक्स, चेस, साँप सीढ़ी
ReplyDeleteबाहरी गतिविधि- कंचा खेल ,बारहदांडी खेल , फूगडी,
जैसे खेल शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक विकास के लिए बहुत उपयोगी हो सकते है ।
खेल व योग हमारे शारीरिक विकास के साथ-साथ बौद्धिक विकास में भी सहायक होते हैं ।खेल व योग से हमारा तन और मन स्वस्थ रहता है ।मैं भी अपने विद्यालय में बच्चों के साथ खेल व योग की गतिविधि में शामिल होता हूं ।
ReplyDeleteबहुत ही उपयोगी जानकारी।
ReplyDeleteखेल जीवन का महत्वपूर्ण अंग हैं, खेल शारीरिक और मानसिक विकास में अत्यंत सहायक होता हैं।इनमे से ग्रामीण या स्थानीय खेलो को जैसे- फुगड़ी, बिल्लस, कबड्डी, खो- खो आदि हमारे विद्यालय में समय- समय पर बच्चों को कराया जाता हैं। खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होता हैं।
ReplyDeleteखेल हमारे विकास के लिए बहुत ही उपयोगी है जैसे- शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक। खेल हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है साथ ही मजबूती प्रदान करता है एवं बीमारी से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
ReplyDeleteKhel jeevan ka mahatwapurn aang hai jisee mansuk evam sharririk vikas hona sambhav hai sath hi isee baacho me sahyog ki bhavna jagrit hoti hai
ReplyDeleteफुगड़ी, बोरी दौड़, त्रिटंगी दौड़ आदि खेलों से शारीरिक स्वास्थ्य, चपलता,सामंजस्य स्थापित होता है एवं संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
ReplyDeleteखेल से शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है खेल से खिलाड़ी भावना का विकास होता है।
ReplyDeleteअनुशासन सीखते हैं ।
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल एक सशक्त माध्यम है बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ खेल में भी रुचि जागृत करना जरूरी है नोट
ReplyDeleteखेल कूद और शारीरिक गतिविधियों से शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। जिससे बच्चे किसी भी विषय को सरलता से समझते है।पर गतिविधि स्तर अनुरूप होना चाहिए जिससे किसी भी बच्चे को हताशा न हो।कुछ खेल जैसे- नदी पहाड़, फुगड़ी, कबड्डी, खो खो आदि।
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य के लिए आउटडोर गेम अधिक प्रभावी होता है
ReplyDeleteवर्तमान समय जो कोविड-19 का समय चल रहा है जिसमें हमने सबसे जरूरी बात यह जानी है कि शरीर और मन का स्वस्थ रहना कितना जरूरी है ।कोविड-19 के समय वही व्यक्ति करोना से लड़ सका है जिसकी रोगप्रतिरोधक क्षमता ज्यादा है व जिसकी इच्छाशक्ति मजबूत है ।खेल, खेलकूद और कुछ शारीरिक गतिविधियां जो हमें प्रतिदिन करनी चाहिए ।
ReplyDeleteभीतरी गतिविधि- जिस प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेलकूद की आवश्यकता होती है उसी प्रकार मन को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान (मेडिटेशन )करना बहुत जरूरी है ध्यान के माध्यम से हम उन सभी लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं जो हम चाहते है ।
बाहरी गतिविधि -दौड़ एक ऐसा खेल है जो पूरे शरीर को ऊर्जा से भर देता है । दौड़ने से पूरे शरीर में रक्त का संचालन तेजी से होता है और हमारा शरीर ऊर्जावान हो जाता है।
खेल से हमारा तन मन प्रफुल्लित हो जाता है और किसी की भी काम करने के लिए हमारा मन तरोताजा हो जाता है।
ReplyDeleteखेल कूद से शारीरिक,मानसिक एवं भावनात्मक विकास होता हैं। खेल कूद से बच्चों को हार जीत का स्वाद चखने मिलता है।योग एवं प्राणायाम से मन की शांति मिलती है। बैडमिंटन , क्रिकेट , खो खो आदि से शरीर स्वस्थ होता है।
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल बहुत आवश्यक है हर खेल की अपनी एक विशेषता होती हैं और खेल से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर से मन भी स्वस्थ रहता है।
ReplyDeleteकिसी भी प्रकार का खेल या शारीरिक गतिविधि निश्चत रूप से स्वस्थ जीवन का मार्ग प्रशस्त करता है
ReplyDeleteखेलकूद और शारीरिक गतिविधियाँ, शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। इनसे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य उत्तम होता है।
ReplyDeleteContent is very useful and interesting.games are very useful for our physical and mental health.
ReplyDeleteखेल का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। यह हमें शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक और स्वास्थ्य गत रूप से स्वस्थ बनती है।खेल एक विद्यार्थी को उसके आंतरिक और बाह्य रूप से सस्कत बनती है।
ReplyDeleteखेल विद्यार्थी के विकास रूपी गाड़ी का एक पहिया है।
Games are very useful for ourental and physical health. It helps in encouraging our mind also.
ReplyDeleteDrink more water. Drinking at least 8 glasses a day will help rid the body and skin of toxins. Everyone will not agree that water consumption will improve skin… but it certainly can't hurt. Many people often report that by increasing their water intake, their skin has a more radiant glow.
ReplyDeleteखेलकूद का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है खेल के माध्यम से हमारे पूरे शरीर का कसरत हो जाता है और हमारा शरीर फिट रहता है खेलारी होगा के माध्यम से हमारे शरीर की मांसपेशियों का कसरत हो जाता है और हम स्वस्थ रहते हैं स्वस्थ रहने के लिए चलना भी बहुत जरूरी है जिससे हम अच्छे से काम भी कर सकते हैं।
ReplyDeleteरोहित सोनकर
ReplyDeleteमाड्यूल-1
गतिविधि-5
विद्यालय में अलग-अलग बौद्धिक स्तर, सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के बच्चे रहते हैं। प्रत्येक बच्चों में कुछ न कुछ विशेष प्रतिभा होती है। हमें उनकी प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए के माध्यम से सभी बच्चों को समान रूप से शिक्षा प्रदान कर A- ग्रेट तक पहुंचाना है।
बच्चों से लेकर बड़ों तक के शारीरिक स्वास्थ्य/को बढ़ाने में खेल एवं खेल गतिविधियों का महत्वपूर्ण स्थान है इनमें भीतरी गतिविधियां एवं बाहरी गतिविधियां शामिल है।
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए शालाओं में इन गतिविधियों का संचालन अति आवश्यक है।
***भीतरी गतिविधियों में सबसे बढ़िया यौगिक गतिविधियों है। प्राणायाम ,भुजंगासन, चक्रासन ,वृक्षासन, पद्मासन, सूर्य नमस्कार के शारीरिक मुद्राओं से बच्चों को अपने अंगों की क्षमता का ज्ञान होता है। ,श्वसन प्रणाली, हृदय प्रणाली तथा तंत्रिका तंत्र मजबूत होते हैं। बच्चों को तनाव से मुक्ति मिलती है। उनके अंदर एकाग्रता पैदा होती है ।उनकी लंबाई बढ़ती है, शरीर सुडौल एवं पुष्ट होता है।
बाहरी गतिविधियों में खो-खो एवं कबड्डी का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके जरिए से बच्चों का शरीर लचीला बनता है,शरीर में फुर्ती आती है, समूह में काम करने की क्षमता का विकास होता है।
आजकल के भाग-दौड़ भरे जीवन में लोग शारिरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने से वंचित होते जा रहे हैं, जिसका विपरीत प्रभाव व्यापक रूप ले चुका है। प्रस्तुत कोर्स निश्चित तौर पर इस समस्या का एक कारगर समाधान साबित हो सकता है।
ReplyDeleteवैसे, हम चाहें तो कुछ छोटी-छोटी आदतों को दिनचर्या में शामिल करके *Fit & Fine* बने रह सकते हैंबाहरी गतिविधियों में खो-खो एवं कबड्डी का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके जरिए से बच्चों का शरीर लचीला बनता है,शरीर में फुर्ती आती है, समूह में काम करने की क्षमता का विकास होता है।
क्रिकेट एक बहुत ही अच्छा और शानदार खेल है।मुझे क्रिकेट खेलना पसंद है क्योंकि इससे शारीरिक स्वस्थता के साथ-साथ मानसिक रूप से भी मजबूती मिलती है।हम लोग सुबह रोजाना मैच खेलते है जिससे दिन भर हमारी स्फूर्ति बनी रहती है जो हमारे काम अर्थात शिक्षकीय कार्य पर बहुत ही अच्छा प्रभाव दिखाती है।ऐसा ही शिक्षा बच्चों में विकसित करके उन्हें खेल के लाभ के बारे में बता सकते है।उनमें रुचि पैदा कर शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम बनाने में मदद मिल सकती है।..इसलिए रोज खेल खेलते रहें।
ReplyDeleteधन्यवाद💐
विद्यालय में स्वास्थ और कल्याण के अन्तर्गत बच्चों में शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए खेलकूद,जाम्पिग...आदि जरूरी है क्योंकि स्वास्थ मन में स्वास्थ मस्तिष्क का विकास होता है।
ReplyDeleteSports & physical activity are equally important as studies. It help in overall development of a child. Indoor game like chess, ludo etc helps a child to have strategic mindset. Outdoor activities like cricket, badminton etc helps in physical fitness and well as develops leadership qualities and team player feeling. Seeing sports on TV helps a child to have feeling of nationalism and motivates child to pursue sports. Overall sports is and should be part of a child's daily routine, especially when today the childrens are more on the electronic gadgets than on the playground.
ReplyDeleteस्वास्थय रहेने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए और बच्चों को नियमित रूप से योग खेल कूद और गतिविधि करवाते रहेना चाहिए।
ReplyDeleteखेलना हमें, आत्मविश्वास के स्तर का निर्माण करना और सुधार करना सिखाता है। यदि हम खेल का नियमित अभ्यास करें, तो हम अधिक सक्रिय और स्वस्थ रह सकते हैं। खेल गतिविधियों में शामिल होना, हमें बहुत से रोगों से सुरक्षित करने में मदद करता है; जैसे - गठिया, मोटापा, हृदय की समस्याओं, मधुमेह, ।
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए किसी भी प्रकार का खेल बहुत आवश्यक है खेल से शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर से मन मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है
ReplyDeleteखेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है । स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है । बच्चों के समग्र विकास के लिए शारीरिक एवं मानसिक दोनों ही गतिविधियां बहुत जरूरी है ।
ReplyDeleteखेल बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास में बहुत उपयोगी है
ReplyDeleteखेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी है
ReplyDeleteबच्चों ने छोटे से ही प्रातः सैर में जाना, योग करना एवम् व्यक्तिगत और सामूहिक खेलों के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteखेल से बच्चों का सर्वागीण विकास होता हैं।खेल बहुत उपयोगी होता हैं।
ReplyDeleteKhel se bacchon ka sarvangeen Vikas hota hai Khel bacchon ke liye bahut jaruri hai
ReplyDeleteखेलकूद योग व्यायाम बाहरी भीतरी शारीरीक गतिविधियां सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करता है
ReplyDeleteखेल कूद से शारीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है
ReplyDeleteस्वस्थ रहने के लिए शारीरिक गतिविधियां करने की आवश्कता होती है जिसमें खेल और खेल कूद करना , योग करना, स्वस्थ भोजन और स्वस्थ कर आदतें शामिल है।
ReplyDeleteकपाल भारती करने से स्वास्थ्य में लाभ मिलता है।
ReplyDeleteखेल एक एसा सशक्त माध्यम है जिसके द्वारा बच्चों मे नेतृत्व क्षमता,सहयोग की भावना,परस्पर सम्मान की भावना,देशहित की भावना का विकास किया जा सकता है।यह भावना देशनिर्माण मे बहुत सहायक सिद्ध होगी ।साथ ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा।
ReplyDeleteBacchon ke liye Khel bahut hi Jaruri chij Hoti Hai khelne se Dimag ka Vikas hota hai tatha Sharir ka Vikas Hota Hai
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए आंतरिक और बाह्य गतिविधियां जैसे खेल योग बच्चों और सभी उम्र के व्यक्ति के लिए आवश्यक है। इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
ReplyDeleteKhel se bacchon ka sharirik aur mansik Vikas Hota Hai atah bacchon ke liye Khel bahut hi avashyak hai.
ReplyDeleteखेल एक ऐसा सशक्त माध्यम है जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है ।
ReplyDeleteखेल के माध्यम से उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास, सहयोग की भावना एवं देशहित की भावना का विकास किया जा सकता है।
Physical Exercises or Outdoor Games plays a very important role in maintaining the Body posture and physique .
ReplyDeleteIt also enhances the Immune System of our Body.
Physical Exercise or Outdoor Games plays a integral role in maintaining the body physique and Health.
ReplyDeleteखेल हर उम्र के लिए जरूरी है शारीरिक विकास के लिए खेल और योग दोनों की बहुत आवश्यकता है खेल हर उम्र के लिए जरूरी है Chahe bacche ho ya Bade दोनों के लिए खेल आवश्यक है खेल से शारीरिक और मानसिक दोनों विकास होता है बच्चे अपनी उम्र के अनुसार दौड़ना क्रिकेट खेलना फुटबॉल खेलना हॉकी खेलते हैं उसी प्रकार से अधिक उम्र वाले व्यक्ति खेलों का चयन करते हैं जैसे लूडो खेलना कैरम खेलना चैस खेलना आदि खेल हमारे जीवन का एक अनिवार्य अंग बन गया है khelon Ke Bina Hamara Jeevan Adhura Sa lagta hai
ReplyDeleteखेलकूद से शरीरिक एवं मानसिक विकास होता है
ReplyDeleteशतरंज एक इंडोर गेम है इस खेल के माध्यम से बच्चों का मानसिक विकास अच्छे से होता है।आउटडोर गेम में भी बच्चों की सहभागिता निश्चित होनी चाहिए इसलिए खेल के दोनों तरीकों के माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है और खेल इसीलिए सभी लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण है।
ReplyDeleteडॉक्टर सरिता साहू शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धौरा भाटा विकासखंड पाटन जिला दुर्ग
खेल कूद और शरीरिक गतिविधीया जो भीतरी गतिविधिया जैसे योगा,पजलस,गणित के एबर्ती प्रशन को मौखिक सॉल्व करना और बाहरी गतिविधि जैसे रेले रेस और कब्बड्डि रोचक और सका रातमक रिज़ल्ट दे सकता है
ReplyDeleteबाधा दौड़ रस्सी दौड़ यह बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक दोनों प्रकार के विकास के लिए बहुत ही अच्छा खेल है
ReplyDeleteखेल कूद सहित अन्य गतिविधियां निश्चित रूप से हमें शारीरिक,मानसिक एवं भावनात्मक रूप से सुदृण करने का कार्य करती है।
ReplyDeleteबच्चों में शारीरिक.मानसिक.समाजिक एवं भावात्मक विकास के लिए इनडोर.आउटडोर खेल उपयोगी है.
ReplyDeleteशारीरिक विकास के लिए खेल कुद व गतिविधियां महत्वपुर्ण भूमिका निभाती है|
ReplyDeleteशारीरिक, मानसिक व भावात्मक विकास की कड़ी में खेल, योग आदी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, ये बच्चों में स्वास्थ्यगत लाभ पहुचती हुआ विकास करती है। यह सब क्रिया बढ़ती उम्र के बच्चों में अक्सर देखने को।मिलती है
ReplyDeleteकहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन निवास करता है अतः बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए उनमें शारीरिक क्रियाएं अति आवश्यक है और यह शारीरिक क्रियाएं उनको खेल के माध्यम से मिलेगी। जैसे कि रस्सी कूदना, दौड़ना,नदी पहाड़ खेलना, कबड्डी खो खो आदि खेलों के माध्यम से हम उनका शारीरिक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद व्यायाम तथा योग आवश्यक है इससे शरीर स्वस्थ होता है और स्वस्थ शरीर से मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग और खेल आवश्यक है इससे मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और बच्चों का संपूर्ण विकास होगा साथ ही कंटेन्ट रोचक व रूचिकर है
ReplyDeleteखेल शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी है।बच्चो को प्रारंभिक अवस्था से ही खेल और उससे होने वाले शारीरिक विकास के बारे में जानकारी देना आवश्यक है।तभी बच्चे शारीरिक विकास के साथ साथ मानसिक विकास भी कर पाएंगे। धन्यवाद
ReplyDeleteखेल कूद जीवन की एक महत्त्वपूर्ण पहलू है जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानव जीवन को भी सार्थक बना देते हैं। जम्पिंग खेल में बिरला लंगड़ीची आदी जो बच्चों में जोश भर देते हैं।
ReplyDeleteबच्चों में शारीरिक , मानसिक ,सामाजिक एवम् भावनात्मक विकास के लिये खेल कूद बहुत जरूरी है और साथ ही साथ साला में यदि हम शिक्षक उनके साथ खेलते हैं सौभाग्य बनते हैं तो एक प्रकार से हम उनके और निकट होते हैं और कहीं ना कहीं बच्चे अपने जैसा अपने साथ कुछ करता देख कर एक जुड़ाव महसूस करते हैं शिक्षक के साथ
ReplyDeleteखेल बच्चो के शाररिक विकास के साथ - साथ बौद्धिक विकास मे भी सहायक हैं l खेल से बच्चों के तन और मन दोनों स्वस्थ रहता हैं, जिससे वो किसी भी कार्य को जोश व उत्साह के साथ करते हैं l
ReplyDeleteखेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो हमारे शारीरिक,मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए जरूरी है ,क्योंकि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है।जो सीखने की प्रक्रिया को बढावा देता है।
ReplyDeleteअच्छी गतिविधि है
ReplyDeleteBaccho ke sarvaangin vikas k liye. Khel avyashak hai
ReplyDeleteखेल शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास हेतु अत्यंत आवश्यक क्रियाकलाप है। बच्चों को समूहों में खेलना बहुत जरूरी है इससे उनमें टीम भावना का एवं नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास भी उनके आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है। बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, खो, कब्बड्डी, दौड़ आदि जैसे खेल लाभदायक हैं। ं
ReplyDeleteखेल शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास हेतु अत्यंत आवश्यक क्रियाकलाप है। बच्चों को समूहों में खेलना बहुत जरूरी है इससे उनमें टीम भावना का एवं नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास भी उनके आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है। खो, कब्बड्डी, जलेबीदौड़ गोली चम्मच, आलु दौड़ कुर्सी दौड़ रेले-रेस जैसे खेल लाभदायक हैं। ं
ReplyDeletesharirik vikas aur mansik swasth ke lie khel kud jaruri h..acha content h ye.
ReplyDeleteKhel hamare sharirik Vikas k sath hi sath hamare boudhdhik vikas me bhi sahayak hota hai jisse sharirik avam mansik labh milta hai
ReplyDeleteबहुत ही रोचक ।
ReplyDelete*"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है"*
ReplyDeleteऔर स्वस्थ शरीर के लिए शारीरिक कसरत या योगाभ्यास आवश्यक होता है|प्रतिदिन सुबह या शाम सूर्य नमस्कार योग भी क्षमतानुसार कर सकते हैं,,३-६ बार|
शारीरिक,मानसिक,व भावनात्मक मजबूती के लिए सभीआउटडोर गेम्स जैसे-कबड्डी,खो-खो,गिल्ली-डंडा,बैडमिंटन,क्रिकेट, आदि आवश्यक है,इंडोर गेम्स जैसे-चेस,लूडो,कैरम बच्चो की मानसिक व भावनात्मक विकास में सहायक है।
ReplyDeleteShahe baat hei
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ReplyDeleteKhel jeevan ka mahatwapurn aang hai jisee mansuk evam sharririk vikas hona sambhav hai sath hi isee baacho me sahyog ki bhavna jagrit hoti hai
ReplyDeleteKhel jeevan ka mahatwapurn aang hai jisee mansuk evam sharririk vikas hona sambhav hai sath hi isee baacho me sahyog ki bhavna jagrit hoti hai
शारीरिक-मानसिक विकास के लिए किसी भी प्रकार के खेल का होना अतिआवश्यक।क्योंकि खेल से शरीर व मन स्वस्थ रहता है साथ ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
ReplyDeleteस्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन
ReplyDeleteस्वस्थ मन से स्वस्थ शरीर
यह दोनों दशा एक -दूसरे की पूरक हैं इसके लिए अंदर और बाहर के खेल के साथ स्वस्थ्य भोजन भी बच्चों के सम्पूर्ण विकास में सहायक होता है
खेल शरीरिक विकास का महत्वपूर्ण अंग है खेल से शारीरिक तथा मानसिक विकास दोनों होता है लेकिन वर्तमान समय मे बच्चे खेलो की जगह मोबाइल ने ले ली है स्कूल के समय सारणी में खेलो को महत्व देना चाहिए
ReplyDeleteज्ञानवर्धक एवं रोचक
ReplyDeleteअनुकरणीय और उपयोगी
ReplyDeleteबच्चों के विकास में खेल कूद का बहुत महत्व है| खेलने से शारीरिक और मानसिक विकास होता है|
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं, ओर बच्चो के सर्वांगीण विकास का प्रयत्न करता हूं।
ReplyDeleteOutdoor and indoor games very useful for health.
ReplyDeleteसुबह की सैर कैंसर रोग से लड़ने में मदद करता है. इसलिए रोजाना सुबह कम से कम 45 मिनट सैर करना कैंसर के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद है. एक सोध का मानना है कि जो लोग सुबह सैर के लिए जाते हैं. उनकी सेहत जिम जाने वाले लोगों से ज्यादा बेहतर रहती है
ReplyDeleteकॉन्टेंट बहुत ही उपयोगी है
ReplyDeleteखेल से शारीरिक एवं मानसिक रूप से मनुष्य स्वस्थ रहता है। इसलिए ब्यक्ति को एक निश्चित समय चयन करना चाहिए।जिससे वह खेल अपने शरीर का अच्छा से एक्सर्साइज हो जाय।खेल से हमारे में बीमारियों से लड़ने की शक्ति (प्रतिरोधक क्षमता)आती है। प्रतिदिन सुबह माॅर्निग वाक करने से श्वसन गति सामान्य रहता है।
ReplyDeleteअनुकरणीय एवं उपयोगी है
ReplyDeleteबच्चों के सर्वागीण विकास में खेलकुद का बहुत महत्वपुर्ण स्थान है।
ReplyDeleteखेलकूद शारीरिक एवं मानसिक विकास मे महत्वपुर्ण भुमिका निभाता है।
ReplyDeleteखेल कूद से हम सब तन और मन से स्वस्थ रहते हैं।
ReplyDeleteबैडमिंटन, रस्सी छलांग, खो खो,सुरीली कुर्सी, गोला फेंक कुछ ऐसे खेल एवं गतिविधियां है जो बच्चों को शरीरिक एवं मानसिक रूप से संबल प्रदान करेगी।
ReplyDeleteकमलेश कुमार साहू
Good content, very helpful
ReplyDeleteUseful information
ReplyDeleteखेलकूद का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। क्योंकि खेलने से हमारा शरीर स्वस्थ होता है।
ReplyDeleteuseful information
ReplyDeleteखेलकूद शारीरिक एवं मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
ReplyDeleteभावनात्मक स्वास्थ एवं विकास हेतु जीवन मे खेल भाव बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है।अपने आप मे इस क्रिया से मानसिक एवं शारिरिक रूप से परिपक्व बनाता है।बाहय एवं भीतरी गतिविधियों दोनों ही मानसिक परिपक्वता के गुण विकसित करता है।
ReplyDeleteरोहित सोनकर
ReplyDeleteमाड्यूल-3
हम जानते हैं कि खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों से मनुष्य शारीरिक,मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है और कहा भी गया है कि 'स्वस्थ शरीर ने स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।' अतः हमें अच्छे स्वास्थ्य के लिए विभिन्न योग आसन जैसे द्विकोणासन,त्रिकोणासन, भुजंगासन ,चक्रासन ,उत्तानपादासन, नौकासन ,मकरासन, शलभासन,मंडूकासन ,धनुरासन और सूर्य नमस्कार आदि आसन तथा प्राणायाम के अंतर्गत अनुलोम-विलोम, भ्रामरी ,कपाल भारती, अग्निसार,ज्ञान मुद्रा,चीन मुद्रा आदि और बाहरी गतिविधियां जैसे खो-खो,कबड्डी, बैडमिंटन, रिले दौड़, कुर्सी दौड़, बाधा दौड़ आदि के द्वारा अपने शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
खेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteKhel kud se sharirik are mansik vikas hota hai
ReplyDeleteSwasth sharir me swastha mann ka vikas hota hai khel kud aur yog se bhawnatmak swasth aur Kalyan ki bhawna ko badawa deta hai
खेल और पढ़ाई दोनों जरूरी है जीवन मैं.. बच्चे खेल की गतिविधियों से ज्ञान और स्वास्थ्य दोनों का लाभ उठा सकते हैं.. और यह सभी के लिए रोचक और ज्ञानवर्धक भी होगा.. शुभकामनाओ के साथ आपका सूर्य प्रकाश मिश्रा (बस्तर छ. ग.)
ReplyDeleteContent is amazing and very helpful for aur children...
ReplyDeleteस्वस्थ शरीर एवं स्वस्थ मष्तिष्क के लिए खेल जरुरी है।
ReplyDeleteरोजमर्रा की जिंदगी में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद बहुत ही जरूरी है चाहे खेलकूद व व्यायाम कोई भी हो सकता है इसे संपूर्ण शरीर में फुर्तीला ही नहीं बल्कि सच्चे मन का वास के साथ-साथ स्वस्थ शरीर का भी विकास होता है
ReplyDeleteइंडोर और आउट डोर दोनों खेलों का आयोजन बच्चों के शारीरिक विकास के लिए किया जा सकता है।
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक.मानसिक.समाजिक एवं भावात्मक विकास के लिए इनडोर.आउटडॊर खेल उपयोगी है.
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य एवं विकास के लिए खेल कूद एवं व्यायाम की नितांत आवश्यकता है। अतः हमें प्रतिदिन के जीवन में इसका उपयोग करना चाहिए।
ReplyDeleteखेल कूद से तन और मन स्वस्थ रहता है, इस से कार्य कुशलता बढ़ती है।
ReplyDeleteप्रत्येक शारिरिक गतिविधि या खेल स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मन और स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है
ReplyDeleteहमारा शरीर को स्वास्थ्य होना चाहिए क्योंकि स्वस्थ सरीर मेही स्वस्थ मन और विचार का वास होता है।जिससे हम कोई भी काम उत्साह एवं लगन के साथ करते हैं। स्वस्थ को बनाए रखने के लिए हमें प्रति दिन खेल कुद तथा व्यायाम करना चाहिए।
ReplyDeleteये सारी गतिविधियां अच्छी है।खेल हमारे शाररिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।मुझे बैंडमिंटन खेलना अच्छा लगता है
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य एवं विकास के लिए खेल-कूद का होना आवश्यक है। खेल- कूद से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए हमें प्रतिदिन खेल-कूद और व्यायाम करना चाहिए।
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ReplyDeleteबच्चों में शारीरिक , मानसिक ,सामाजिक एवम् भावनात्मक विकास के लिये खेल कूद / Physical training करवाना अति आवश्यक.
Very good course
ReplyDeleteHelpful
ReplyDeleteजैसा कि हम सभी जानते हैं खेल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है और इसके साथ ही बौद्धिक विकास में भी अपनी सहायता प्रदान करता है और इस तरह के रोचक और मजेदार खेल बच्चों के विकास में मददगार रहेंगे।
ReplyDeleteगतिविधियां अनुकरणीय है
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल बहुत आवश्यक है हर खेल की अपनी एक विशेषता होती हैं और खेल से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर स्वस्थ रहने से मन भी स्वस्थ रहता है। इस लिए खेल बच्चो के मानसिक एवं शारीरिक विकास दोनों के लिए सहयोगी होता हैं ।
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य के लिए दोनों गतिविधि बहुत जरूरी है
ReplyDeleteखेल हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी है इससे तन और मन दोनों स्वस्थ्य रहता है
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए खेल आवश्यक होता है।अत: बच्चों के लिए खेल अधिक सहायक होता है।
ReplyDeleteकुछ खेल जैसे-दौड़ना, रस्सी कूद, कबड्डी, साइकिलिंग, सतुल, शतरंज आदि ऐसी गतिविधि हैं जो हमारे शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और भावनात्मक विकास के लिएतथा स्वास्थ्य फिटनेस में मदद करते हैं।
ReplyDeleteKhel-kud swasthya ki drishti se aawasyak hota hai.
ReplyDeleteSharirik,mansik swasthya ke liye kisi bhi prakar sey khel-kud se judey rahna chahiye.
खेल और योग शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक विकास मानसिक के लिए पौष्टिक आहार लेना आवश्यक है
ReplyDeleteखेल और व्यायाम शारीरिक विकास के लिए महत्वपुर्ण है
ReplyDeleteखेल ,खेल कूद के माध्यम से ना केवल शारीरिक विकास होता है अपितु मानसिक विकास नहीं होता है इनके साथ ही साथ सामाजिक भाव का भी विकास होता है उदाहरण के लिए यदि हम कबड्डी खेलते हैं तो कबड्डी खेलने पर शारीरिक विकास तो होता ही है साथ ही साथ एक दूसरे को जिताने का भी हम प्रयास करते हैं अर्थात यहां पर एक दूसरे के प्रति सुरक्षा का भाव भी अपने मन में आता है तो मानसिक विकास और सामाजिक विकास होना होता है एहसान कर सकते हैं इसी प्रकार दो दल का खेल,व्यक्तिगत खेल मंडल का खेल खेलने से शारीरिक और मानसिक विकास होता ही है
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद और योग अत्यंत महत्वपूर्ण है.
ReplyDeleteKhel kud body our mind dono ko healthy rakhane ke liye bahut hii upyogi hai isse dimag fresh rahata hai ye bachcho ke sharari our mansik vikash me aham bhumika nibhata hai
ReplyDeleteखेल हमारे शारीरिक व मानशिक विकास के लिए बहुत जरूरी है। खेल हमे जोश से भर देते है।खेल हमे तन मन से तरोताजा एवम स्वास्थ्य रखता है।
ReplyDeleteखेलकूद और योग बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है.
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद और योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद और योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ReplyDeleteकोविड-19 इस महामारी के दौरान मैने ऑनलाइन और व्हाट्सएप के जरिये शिक्षणकार्य को जारी रखा.
ReplyDeleteमैं प्रतिदिन सुबह मॉर्निंग वाक स्टडीयम जाकर में करता हूं।तथा कुछ शारिरीक व्यायाम भी करता हूँ। जिससे मुझे काफी अच्छा लगता है।
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