माॅड्यूल 1 - गतिविधि 4 - चिंतन करना



COVID-19 (कोरोना वायरस) के दौरान , आप अपने विद्यार्थियों के साथ किस प्रकार संपर्क में रहे? आपने अपने शिक्षण में क्या मुख्य बदलाव किये?   अपने अनुभव साझा करें.

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Comments

  1. पारा मोहल्ला में बच्चों को सामाजिक दूरी एवं मास्क लगा कर बैठने के लिए कहना।।

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    1. https://nishtha-cg.blogspot.com/2020/10/1-4-covid-19.html?m=1

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    2. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मैं पारा मोहल्ला कक्षा आयोजित करता हूँ ,जिसमें सभी बच्चे लोग अपने- अपने पारा में उपस्थित होते है, और मेरे द्वारा अपने सभी मोहल्ला कक्षा में बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर , साबुन की व्यवस्था की है तथा कक्षा में बच्चों को कोविड-19 की जानकारी दी जाती है और बच्चों को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया जाता है। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने को प्रेरित की जाती है।

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    3. During covid1 Samaveshi shiksha is need of our country it is very helpful.during this pendimic I kept in touch with my student on line & off line with all saefty measures and for their whole round development and nationalism I like samaveshi shiksha

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    4. कोविड19 के दौरान I kept in touch with my students on line and off line with all safety measures I teach them and try my efforts in skill improvement in my subject

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    5. Online class ke Madhyam se main Roj bacchon ke sath jodti hun aur unhen padh Aate Ho AVN beech Beech Mein bacchon ko covid-19 ke bachav ke liye bhi Jankari dete rahti hun

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    6. हम बच्चों को क्रोना वायरस से बचने के लिए साबुन से बार बार हाथ धोना।मुंह में मास्क लगाकर घर से बाहर निकलना और अपने नाक , मुंह ,चेहरे को बार बार न छुये, अपने से दो गज कि दूरी से बात तक करना । बेवजह घर से न निकले।खांसते वो छींकते समय मुंह में रूमाल रखें।बुखार,सर्दी, खांसी होने से तुरंत डॉक्टर को दिखाएं । अपने आसपास सफाई रहे गर्म पानी पीते अपने भोजन में अंडा,दूध,और फल व ताजी सब्जियों का उपयोग करें उपवास न रखें समय में सात घंटे का अच्छी नींद लें ।

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  2. During COVID-19, I kept in touch with my students online and in Mohalla classes. I provided the students pdf of every subject.

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    1. पढ़ाई तुहर द्वार के अंतर्गत हैंड सेनेटाइजर हमेशा साथ रखता था । मास्क मुह पर लगा रहता था । बच्चों को भी ए सब करने के लिए रोज बोल कर प्रेरित किया।

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  3. During COVID-19, I kept in touch with my students online and in Mohalla classes. I provided the students pdf of every subject.

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    1. पढ़ाई तुहर द्वार के अंतर्गत हैंड सेनेटाइजर हमेशा साथ रखता था । मास्क मुह पर लगा रहता था । बच्चों को भी ए सब करने के लिए रोज बोल कर प्रेरित किया।

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  4. कोविड-19 के समय में मै बच्चों के साथ ऑनलाइन क्लास से जुड़ा रहा और ऑनलाइन क्लास में ही बच्चों को वीडियो,चित्र,वॉइस रिकॉर्डिंग,आदि के द्वारा बच्चों को पढ़ने लिखने और विषय वस्तु को सिखाया गया

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  5. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ा रहा एवं बच्चों को पाठ की रिकॉर्डिंग करके सुनाया गया और कहानी आदि का वीडियो भी दिखाया गयाl

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  6. सोशल-डिस्टेंस, मास्क ,सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए पारा- मोहल्लो में क्लास लिया गया।।

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  7. कोविड-19 के चलते, सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए, महौला क्लास के द्वारा मै बच्चों से जुड़ी रही|

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  8. मुहल्ला क्लास लेते समय हमेशा बच्चों से दूरी बनाए रखा व हैंड सेनेटाइजर हमेशा साथ रखता था । मास्क मुह पर लगा रहता था । बच्चों को भी ए सब करने के लिए रोज बोल कर प्रेरित किया।

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  9. कोविड-19 के दौरान बच्चों और उनके पालकों से समाजिक दूरी का पालन करते हुए घर-घर जाकर संपर्क बनाएं रखा, साथ ही मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास सीखने सिखाने संबंधी वीडियो व्हाट्सएप पर भेजना, पढ़ाई तुहर पारा आदि गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के साथ जुड़ा रहा।

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  10. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वेबैक्स के माध्यम से पढ़ाया और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पालको-बच्चों से कुछ पढ़ाई संबंधी ऐप भी शेयर किए इन सभी में बच्चों को गूगल फॉर्म द्वारा सवाल पूछे जाने वाले गतिविधि सबसे ज्यादा अच्छी और सरल लगी जिनमें माता पिता का भी फीडबैक था| और समय-समय पर बच्चों को विभिन्न चित्रों के माध्यम से व्हाट्सएप पर रंगीन चित्र वाली गतिविधियां प्रश्नोत्तरी पीडीएफ भेजना इस प्रकार की विभिन्न गतिविधियां की जिस पर मैं मैंने बच्चों से फोन पर बातचीत करके उनके सुझाव लिए।

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  11. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वेबैक्स के माध्यम से पढ़ाया और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पालको-बच्चों से कुछ पढ़ाई संबंधी ऐप भी शेयर किए इन सभी में बच्चों को गूगल फॉर्म द्वारा सवाल पूछे जाने वाले गतिविधि सबसे ज्यादा अच्छी और सरल लगी जिनमें माता पिता का भी फीडबैक था| और समय-समय पर बच्चों को विभिन्न चित्रों के माध्यम से व्हाट्सएप पर रंगीन चित्र वाली गतिविधियां प्रश्नोत्तरी पीडीएफ भेजना इस प्रकार की विभिन्न गतिविधियां की जिस पर मैं मैंने बच्चों से फोन पर बातचीत करके उनके सुझाव लिए।

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  12. बच्चों को आनलाईन के माध्यम से पढ़ाया विडियो एवं चित्र दिखाया|वाट्सएप के माध्यम से भी बच्चों की समस्याओं को हल किया|

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  13. कोविड-19 के दौरान बच्चों और उनके पालकों से समाजिक दूरी का पालन करते आफ लाइन कक्षा सँचालित किया, साथ ही मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास सीखने सिखाने संबंधी वीडियो व्हाट्सएप पर भेजना, पढ़ाई तुहर पारा आदि गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के साथ जुड़ा रहा।

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  14. बच्चों को आनलाईन के माध्यम से पढ़ाया विडियो चित्र दिखाया|वाट्सएप के माध्यम से भी बच्चों की समस्या को हल किया|फोन से हमेशा बच्चों के संपर्क में रहा|

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  15. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वेबैक्स के माध्यम से पढ़ाया ,और सभी बच्चों को covid-19 से बचने हेतु मास्क एवम सामाजिक दूरी का पालन करने तथा बचाव सम्बंधित जानकारी दिया ।

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  16. कोविड-19 के दौरान स्‍कूली बच्‍चों को पढ़ाने के लिए शासन के निर्देशानुसार पहले तो वाट्सअप पर शिक्षण सामग्री शेयर कर पढ़ाते थे। उसके बाद शासन के निर्देशानुसार जूम एप्‍प और वेबेक्‍स के माध्‍यम से स्‍वेच्‍छा से ऑनलाईन कक्षा से अध्‍यापन कराये। तत्‍पश्‍चात शासन के दिशा-निर्देश अनुसार मोहल्‍ला कलास के माध्‍यम से हमने बच्‍चों को पढ़ाया। इस क्रम में हमने बच्‍चों को covid-19 से बचने हेतु मास्क लगाने एवम सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बचाव संबंधी विभिन्‍न जानकारियों से भी अवगत भी कराया।

    भवदीय
    अजय कुमार श्रीवास
    शिक्षक (एलबी) विज्ञान
    शा0पू0मा0वि0 भदरापारा,
    संकुल लालघाट
    बालको नगर कोरबा (छत्‍तीसगढ़)

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  17. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन व ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुंंहर पारा से जुड़ा रहा । पारा मोहल्ला में क्लास लिया गया । कोविड-19 के निर्देशों का बच्चों ने नियमित रूप से पालन किया ।

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  18. covid-19 के दौरान मैनेें आनलाइन कक्षाओं का संचालन किया इसके पश्‍चात पालकों की सहमति से सामाजिक दूरी बनाये रखते हुए आफलाइन कक्षा पढ्ई तुंहर पारा के अंतर्गत संचालित किया साथ ही COVID -19 से बचाव हेतु बच्‍चों को मास्‍क बाटां और इन्‍हे सेनेटाईजन के उपयोग एवं COVID - 19 से बचाव की जानकारी से अवगत कराया

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  19. ऑनलाइन एवं आफलाइन क्लास के द्वारा बच्चों से जुड़े रहे।

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  20. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वेबैक्स के माध्यम से पढ़ाया ,और सभी बच्चों को covid-19 से बचने हेतु मास्क एवम सामाजिक दूरी का पालन करने तथा बचाव सम्बंधित जानकारी दिया ।

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  21. बच्चों को आनलाईन के माध्यम से पढ़ाया विडियो एवं चित्र दिखाया|वाट्सएप के माध्यम से भी बच्चों की समस्याओं को हल किया|

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  22. Covid - 19 के दौरान मैने ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम बच्चों को पढ़ाया। WhatsApp Groups के माध्यम से गृहकार्य भी दे रही हूँ, बच्चे गृहकार्य Check कराते हैं, WhatsApp Groups के माध्यम शिक्षण सामग्री बच्चों से समय - समय पर साझा करती हूँ जिसमे Pdf, Videos, Online learning Apps भी शामिल है।

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  23. कोविड 19 वैश्विक महामारी के इस दौर में बच्चों को पठन पाठन से निरंतर जोडना मेरे लिए बहुत अधिक चुनौती पूर्ण रहा क्यों कि जिस बसाहट मे मेरी स्कूल है,वहां अधिकांश पालको के पास मोबाइल फोन नहीं है और कुछ पालको के पास मोबाइल फोन है तो इंटरनेट सुविधा नहीं क्यों कि अधिकतर पालक रोजी मजदूरी करने वाले है, ऐसे स्थिति में मैं गाँव के कुछ पढें युवा साथियों से अनुरोध किया कि व्हाटस अप के माध्यम से ग्रुप बनाकर,इन बच्चों को ,कार्य पत्रक द्वारा , स्थानीय खेल के माध्यम से कोविड 19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए गतिविधि कराते हुए सीखने का अवसर दिया गया साथ हि हमारे शाला में उपलब्ध बाल साहित्य का भरपूर उपयोग करते हुए प्रत्येक बच्चों को छोटे छोटे ग्रुप बनाकर वितरण कर , वालिंटियर साथीगण के मदद से पठन पाठन से बच्चों को जोडने का मेरे द्वारा एक छोटा प्रायस किया गया है,,,,

    वरूण साहू ,(सहायक शिक्षक एलबी )
    शास .प्राथमिक शाला बेलतरा वि.खं.धमतरी, जिला-धमतरी (छ.ग.)

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  24. Covid-19के दौरान मैंने मोहल्ला क्लास के माध्यम से सोसल डिस्टेन्सिग का पालन करते हुए बच्चों को पढाया तथा उनकी समस्याओं का समाधान किया

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  25. आवश्यक सतर्कता बरतते हुए बच्चों से पारा मोहल्ला कक्षा से जुड़ा रहा

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  26. कोविड - 19 के दौरान मैं अपने बच्चों के साथ सर्वप्रथम व्हाटसप एवं वेबेक्स के माध्यम से पढ़ा रही थी पर नेटवर्क की समस्या, अधिकांश बच्चों के पास एंड्रायड मोबाइल न होने की समस्या के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। तब मैं बच्चों का आफलाइन पाराटोला क्लास पालकों एवं जनप्रतिनिधियों की सहमति से ले रही हूँ। जिसमें सभी बच्चों को कोविड - 19 से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानी जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व हैंड सैनिटाइजर का उपयोग एवं बार - बार हाथ धोना इत्यादि आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल कराने हेतु जागरूक कर व पालन करते हुए। अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही हूं।

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  27. This comment has been removed by the author.

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  28. Covid 19 के दौरान बच्चों के साथ ऑनलाइन एवम् ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ी रही बच्चों को मोबाइल से कुछ वीडियो दिखाया गया साथ में इस महामारी से बचने के लिए उनको बार बार साबुन से हाथ धोने को बताया गया सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किस तरह करना है सभी बच्चों को समझाया गया

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  29. ऑनलाइन एवं आफलाइन क्लास के द्वारा बच्चों से जुड़े रहे।

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  30. कोविड-19 के दौरान हमने ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बहुत से बच्चों को जोड़कर पढ़ाया जो बच्चा ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से नहीं जुड़ पाते थे उनका अलग उनका व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उन्हें यूट्यूब के माध्यम से वीडियो सेंड कर ब्लूटूथ के बोल सेंड करके पढ़ाने की कोशिश की तब मौला क्लास के माध्यम से बच्चों को एकत्रित कर उन्हें पढ़ाया तथा इन सब का भी ध्यान रखा कि सामाजिक दूरी मार्क्स लगाना यह बच्चों को अनिवार्य है इस महामारी के साथ हमको जीना सीखना है यह छोटी छोटी बारीकी बच्चों को बताएगी

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  31. COVID 19 के दौरान हम ऑनलाइन फोन के द्वारा औऱ पढ़ाई तुहर द्वार के द्ववारा बच्चों से जुड़े हुए है। हम बच्चों को सबसे पहले COVID 19 बचाव के उपाय बताए और उनका पालन करवाया साथ ही ऑनलाइन क्लास और मुहल्ला क्लास में एक्टिविटी के द्वारा उनको समझा कर विषय वस्तु को समझाने का प्रयास किया ताकि वे उसे असानी से समझ सके ऑनलाइन में बच्चों को विभिन्न प्रयोग को कर के दिखाया गया जिससे उनको ऑनलाइन क्लास रुचिकर लगी ।

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  32. कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन क्लास के माध्यम से मैं बच्चों से जुड़ा रहा एवं वर्चुअल क्लास लिया गया वर्चुअल क्लास के माध्यम से बच्चों से बातचीत हुई और उनके और अपने विचार साझा किया।

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  33. कोविड - 19 के दौरान मैं अपने बच्चों के साथ सर्वप्रथम व्हाटसप एवं वेबेक्स के माध्यम से पढ़ा रही थी पर नेटवर्क की समस्या, अधिकांश बच्चों के पास एंड्रायड मोबाइल न होने की समस्या के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। तब मैं बच्चों का आफलाइन पाराटोला क्लास पालकों एवं जनप्रतिनिधियों की सहमति से ले रही हूँ। जिसमें सभी बच्चों को कोविड - 19 से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानी जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व हैंड सैनिटाइजर का उपयोग एवं बार - बार हाथ धोना इत्यादि आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल कराने हेतु जागरूक कर व पालन करते हुए। अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही हूं।

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  34. Bahit achchi kankari bachcjo ko diya socialdistence ka palan karaya masak ewm senenetaijar ka upyog ewm pryog karna sikhlaya. Iska mahayw btlaya

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  35. कोरोना काल मे मैं अपने स्कूल के बच्चों के साथ सतत मोबाइल से सम्पर्क में रहा तथा वर्तमान में मोहल्ला कक्षा में प्रत्यक्ष सम्पर्क में हु। मैंने अपनी शिक्षण प्रक्रिया में आवश्यकतानुसार सामाजिक सहभागिता को जोड़कर मोबाइल मित्र, विषय मित्र , गली मित्र आदि तैयार कर बच्चों में स्वयं व एकदूसरे से सीखने का माहौल तैयार किया। जिससे बच्चों में सीखने की जिज्ञासा बढ़ी व सीखने सीखने की प्रक्रिया में सकारात्मक परिणाम मिला।

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  36. कोविड-19 के दौरान हमनेबच्चों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन क्लासेस ली और फिर हमने व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया किंतु कम बच्चों के जुड़ने के कारण हमने ऑफलाइन क्लासेज गांव जा कर ली जिसमें बच्चों को घर-घर जाकर बुलाया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन्हें पढ़ाया और कई गतिविधियां कराई जिसके द्वारा उन्हें सीखने और समझने का अवसर भी प्राप्त हुआ

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  37. कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश की शालाएँ आगामी आदेश तक बंद हैं।इस परिस्थिति में बच्चों की पढाई बाधित न हो,इसके लिए मोहल्ला पाठशाला लगाकर बच्चों को पढाई से जोडने का प्रयास किया गया है।
    सभी के लिए मास्क का उपयोग,सामाजिक दूरी का पालन ,अपने हाथों की बार-बार सफाई करना आवश्यक किया गया है।बच्चे स्वयं का ही अध्ययन सामग्रियों का उपयोग करें।
    उक्त समस्त निर्देशों का पालन स्वयं करते है तथा बच्चों से भी कराया जा रहा है।

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  38. कोविड-19 के दौरान मैं बच्चों को आनंद क्लास के माध्यम से पढ़ा रही थी जो बच्चे नहीं जुड़ पाते उन्हें जोड़ने के लिए फोन करके बोलती थी तथा बच्चों को ग्रुप में ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के लिए बोलती थी उसी तरह आफ लाइन में मोहल्ला में कक्षा लेकर पढ़ाती हूं।

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  39. में सोहन लाल यादव , माध्यमिक शाला बेंगची , जिला रायगढ़ , छत्तीसगढ़ ,
    कोविद 19 ने बता दिया कि हम कितना भी विकास क्यों न करलें प्रकृति से छेड़छाड़ करने का दुष्परिणाम समस्त मानव समाज को भुगतना पड़ेगा । साथ ही साथ हम छत्तीसगढ़ के शिक्षाको ने बता दिया कि समस्या कैसी भी क्यों न हो हम अपने उद्देश्य से भटक नहीं सकते चाहे वो ऑनलाइन क्लास हो या ऑफलाइन क्लास दोनों ही मोर्चे पर हम खरे उतरे हैं। जिसका जीता जागता प्रमाण सरकार ने सम्पूर्ण संविलयन के रूप में हमे दिया है। शिक्षा में नई क्रांति भी आवश्यक है क्योंकि डिजिटल इंडिया के तहत एवं संसार के अन्य मुल्कों के साथ हमारे देश को भी लेकर चलना एक बड़ी चुनौती और उदाहरण इस महामारी से निकल कर सामने आया जो डिजिटल शिक्षा की ओर बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है यह कदम एकदम सही था और आने वाले समय में इसकी जरूरत थी तभी जाकर हम अन्य देशों के मुकाबले अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं। डिजिटल क्रांति में हम अपनी कक्षा मैं बच्चों को किस तरह की शिक्षा दे सकते हैं कक्षा में किस तरह का वातावरण पैदा कर सकते हैं और अन्य गतिविधियों के माध्यम से हम बच्चों में कितनी समझ विकसित कर

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  40. कारोना बिमारी के बीच गाँवों में घूम-घूम कर पालकों से मिलना, उनके अंदर से कॅरोना के डर को नकालना, पढ़ाई के प्रति गिरते मनोबल को फिर से खड़ा करना , मोहल्ला क्लास से बचते पालकों को ऑनलाइन क्लास की ओर ले जाना, बच्चों को मोबाइल दिलवाकर उसका सही उपयोग बताना, और अंत में इस कॅरोना काल के कठिन समय में खुद के गिरते मनोबल को बनाये रखना अत्यंत कठिन कार्य रहा।

    परन्तु जब इन सभी कर्मों का परिणाम बच्चों और पालकों द्वारा सकारात्मक आया तो मेरा गिरते उत्साह में नया ताकत आ गया । और मैं नए जोश के साँथ अपने कर्तव्य मार्ग में फिर से नये उमंग से बढ़ने लगा।

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  41. अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ने के लिए उनके पास के संसाधनों और सुविधा को ध्यान रखते हुए प्लांनिंग करके ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पढ़ाई और कोविड़ 19से बचाव के साथ जुड़कर ही शिक्षा को दिशा दी जा सकती है

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  42. मैंने कोविड 19 के दौरान अपने विद्यार्थियों के साथ मोबाइल से ऑनलाइन संपर्क में रहकर अध्यापन कार्य जारी रखा ।
    दिलीप कुमार वर्मा
    सहायक शिक्षक (L.B.)
    P/S SUNDRAWAN
    (C.G.)

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  43. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन व ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुंंहर पारा से जुड़ा रहा । पारा मोहल्ला में क्लास लिया गया । कोविड-19 के निर्देशों का बच्चों ने नियमित रूप से पालन किया अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ने के लिए उनके पास के संसाधनों और सुविधा को ध्यान रखते हुए प्लांनिंग करके ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पढ़ाई और कोविड़ 19से बचाव के साथ जुड़कर ही शिक्षा को दिशा दी जा सकती है

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  44. कोविड 19 के दोरान मै वाटसप गुरुप बनाकर व मोबाइल से फोन करके व व्यक्तिगत सम्पर्क कर आफलाईन कक्षा एक जगह 10/12 बच्चों को बिठाकर पढाया सामाजिक दुरी व माष्क लगाकर बैठना और शोशल डिसटेन का पालन करना सिखाया व उनकी कठिनाई को हल किया बच्चों से लगातार बातचीत एवं सहयोग जारी है

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  45. कोविड - 19 के प्रतिकूल समय में बच्चों का अधिगम अवरुद्ध न हो इसके लिये सुरक्षा / बचाव के उपायों का बच्चों में पालन करवाना एक बड़ी चुनौती है ।
    इस परिस्थिति में ऑनलाइन क्लास एक अच्छा माध्यम है जिसका मैं उपयोग करता हूँ ।

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  46. During the corona pandemic I took online classes and solved subject related problems. To prevent corona or covid-19 I taught children appropriate precautions like wearing mask, sanitizer usage etc.

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  47. पारा मोहल्ला में स्वयं मास्क पहनकर विद्यार्थियों को भी मास्क लगवाकर सामाजी, दूरी पर बैठाकर अध्यापन किया । सर्दी एवम् बुखार होने पर निकट के स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने हेतु कहा गया।

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  48. Social distance k sath bachcho ko baithaya gaya covid 19 k bare me bataya gaya aur suraksha k upay bataye gaye hatho ko sanitizer se bar bar sanitize karaya gaya social distance maintain karte huye padhaya gaya

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  49. Social distance ka palan karate huye hatho ko bar bar sanitize karaya gaya aur padhaya gaya

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  50. Covid -19 के समय में बच्चों के साथ पढ़ाई तुंहर मुहल्ला के द्वारा संपर्क में हैं।तथा मास्क एवं हैण्डसेनिटाइजर का उपयोग स्वयं एवं बच्चों से करवाता हूं।

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  51. COVID-19 के दौरान मैनें जिन बच्चों के पास smartphones हैं, उनका ऑनलाईन क्लास ले रहा हूँ। यह classes छ.ग. शासन द्वारा चलाई जा रही योजना "पढ़ई तुंहर दुआर" अंतर्गत् संचालित हैं। इसके website व app के माध्यम से सारी पढ़ाई की गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं।
    जिन बच्चों के पास feature phone हैं या उनके किसी परिचित के पास मोबाईल है, तो इन्हें गली मित्र और विषय मित्र के रूप में उपयोग कर रहा हूँ जो बच्चों को Bluetooth के माध्यम से पाठ्य सामग्री लेकर बच्चों को अध्ययन कराते हैं। इसे शासन ने इस कार्यक्रम को "बुलटू के बोल" नाम से संबोधित किया है। मैं कॉन्फ्रेन्स कॉल की सहायता से भी बच्चों को अध्ययन कराता हूँ व उनकी समस्याओं का समाधान करता हूँ। जितना हो सके digital पढ़ाई व technology का उपयोग किया जा रहा है। DIKSHA APP, PDT APP, BOLO APP, विभिन्न प्रकार की websites इत्यादि का उपयोग करवाया जा रहा है।
    आजकल Augmented Reality का उपयोग भी बच्चों के साथ कर रहा हूँ।
    जिन बच्चों के पास मोबाईल उपलब्ध नहीं हैं उनके लिए उनके मोहल्ले में covid-19 के सभी नियमों का पालन करते हुए "मोहल्ला क्लास" व "लाउडस्पीकर स्कूल" का संचालन किया जा रहा है।
    बस्तर जिले में मोहल्ला क्लास को देखते हुए "सीख" कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसमें unicef की सहायता से बनाई गई विडियोज़ "सीख मित्र" द्वारा दिखाई व गतिविधियां कराई जाती हैं।

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  52. Covid19 के दौर में बंद स्कूलों से प्रभावित हुई पढ़ाई को देखते हुए मैंनें गांव मे जाकर पालकों से संपर्क कर मोबाईल में व्हाट्सएप ग्रुप तैयार कर, बच्चों की पढ़ाई लिखाई जारी रखने गृहकार्य के अभ्यास कार्यों के माध्यम से आनलाईन क्लास संचालन का प्रयास किया जो जारी है

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  53. COVID-19 के दौरान मैनें जिन बच्चों के पास smartphones हैं, उनका ऑनलाईन क्लास ले रहा हूँ। यह classes छ.ग. शासन द्वारा चलाई जा रही योजना "पढ़ई तुंहर दुआर" अंतर्गत् संचालित हैं। इसके website व app के माध्यम से सारी पढ़ाई की गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं।
    जिन बच्चों के पास feature phone हैं या उनके किसी परिचित के पास मोबाईल है, तो इन्हें गली मित्र और विषय मित्र के रूप में उपयोग कर रहा हूँ जो बच्चों को Bluetooth के माध्यम से पाठ्य सामग्री लेकर बच्चों को अध्ययन कराते हैं। इसे शासन ने इस कार्यक्रम को "बुलटू के बोल" नाम से संबोधित किया है। मैं कॉन्फ्रेन्स कॉल की सहायता से भी बच्चों को अध्ययन कराता हूँ व उनकी समस्याओं का समाधान करता हूँ। जितना हो सके digital पढ़ाई व technology का उपयोग किया जा रहा है। DIKSHA APP, PDT APP, BOLO APP, विभिन्न प्रकार की websites इत्यादि का उपयोग करवाया जा रहा है।
    आजकल Augmented Reality का उपयोग भी बच्चों के साथ कर रहा हूँ।
    जिन बच्चों के पास मोबाईल उपलब्ध नहीं हैं उनके लिए उनके मोहल्ले में covid-19 के सभी नियमों का पालन करते हुए "मोहल्ला क्लास" व "लाउडस्पीकर स्कूल" का संचालन किया जा रहा है।
    बस्तर जिले में मोहल्ला क्लास को देखते हुए "सीख" कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसमें unicef की सहायता से बनाई गई विडियोज़ "सीख मित्र" द्वारा दिखाई व गतिविधियां कराई जाती हैं।

    प्रदीप कुमार नागेश
    सहायक शिक्षक
    बालक आश्रम बुरूंगपाल (तोकापाल), बस्तर

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  54. ऑनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों से जुड़ी रही|

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  55. कोविड-19 के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास को जारी रखा गया एवं मोबाइल फोन के माध्यम से छात्रों से संपर्क जारी रखा गया है|

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  56. कोरोना वायरस के दौरान हम अपने विद्यर्थियो से ऑनलाइन जुड़े रहे और लगातार बच्चों को सिखाते रहे। ये हमारे लिए नया अनुभव था। तथा हम अपने बच्चों को स्वछ रहने और मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं।।

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  57. कोविड-19 के दौरान बच्चों से ऑनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास के द्वारा संपर्क साधा गया ऑनलाइन क्लास के दौरान तथा मोहल्ला क्लास के समय भी बच्चों को हमेशा इससे बचने के उपाय बताए गए सामाजिक दूरी का पालन करने को कहा गया और मास्क लगाने तथा अपने आसपास के लोगों को भी जागृत करने की समझाइश दी जाती है

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  58. कोविड 19 के दौरान मैंने शासन के निर्देश अनुसार बच्चों को cgschool.in में पंजीयन कराया। वेबेक्स के माध्यम से लगातार कक्षाएं आयोजित की, जिसमें सुविधा के अनुसार बच्चे जुड़े एवं नियमित रूप से आनलाईन क्लास चलतीं रहीं। अपने सम्मुख बच्चों को पढ़ाना और दूर रहकर मोबाइल के माध्यम से पढ़ाना दोनों विधियां बिल्कुल अलग हैं। बच्चों के पास संसाधन की कमी, उसके ऊपर खराब नेटवर्क इस प्रकार की अनेक समस्याओं के बीच मैंने प्रयासरत रहकर बच्चों के साथ जुड़े रहने का प्रयत्न किया।

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  59. कोविड-19 के समय में मै बच्चों के साथ ऑनलाइन क्लास से जुड़ा रहा और ऑनलाइन क्लास में ही बच्चों को वीडियो,चित्र,वॉइस रिकॉर्डिंग,आदि के द्वारा बच्चों को पढ़ने लिखने और विषय वस्तु को सिखाया गया

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  60. कोविड-19 के दौरान हम बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं साथ ही साथ बच्चों को उनके पारा मोहल्ला पढ़े-लिखे बड़े बच्चों के सहायता से मोहल्ला पाठशाला के माध्यम से उनके पाठ्यक्रम को पूरा कराने का प्रयास कर रहे हैं इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के वीडियो के माध्यम से बच्चों को रुचि पूर्ण शिक्षा देने का कार्य हम शिक्षकों के द्वारा किया जा रहा है

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  61. ऑनलाइन क्लास और व्हाट्सअप के माध्यम से बच्चे के साथ जुड़े रही।और मास्क और हैंड सेनेटाइजर की उपयोगिता के बारे में जागरूक करती रही।

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  62. Covid19 के समय बच्चों से ऑफलाइन क्लास पढई तूहर दुवाँर के माध्यम से हम जुड़े रहे एवं पढ़ाई के साथ साथ महामारी से बचने के उपाय बताया गया।

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  63. बस्तर जिले में मोहल्ला क्लास व "सीख" कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। सीख कार्यक्रम के अंतर्गत हफ्ते के तीन दिन unicef की सहायता से बनाई गई विडियोज़ को दिखाते हुए गतिविधियां कराई जाती हैं।

    लव कुमार साव
    सहायक शिक्षक
    प्रा.शा. भादुगुड़ा, ईच्छापुर
    विकास खण्ड बस्तर

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  64. Covid-19 के दौरान कोरोनावायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सभी बच्चों को मास्क, साबुन और सैनिटाइजर बांटा गया । सभी बच्चों को कोरोनावायरस के संक्रमण के बारे में बताया और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया । कुछ बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दिया और अधिकतर बच्चों को जिनके पास मोबाइल नेटवर्क की समस्या है, उन्हें 'पढ़ई तुंहर दुआर' के अंतर्गत ऑफलाइन मोहल्ला कक्षा का आयोजन कर शिक्षा प्रदान किया जा रहा है।

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  65. मोहल्ला कक्षा लेने के दौरान दूरी का ध्यान, सेनेटाइजर लगना और मास्क पहन कर बैठने के लिए कहा गया।

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  67. सामाजिक दूरी का पालन करते हुए तथा मस्क लगवा कर स्कूल परिसर के मैदान में ऑफलाइन क्लास कर लिया.. और बच्चों से मोबाइल पर संपर्क कर ऑनलाइन क्लास लिया।।

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  68. Covid -19 के दौरान cg school. in में online class निरंतर जारी है।इसके अलावा पढ़ाई तुंहर दुआर के अंतर्गत social distensing का ध्यान रखते हुए मोहल्ला class चलाया जा रहा है।

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  69. शासन की गाईड लाईन का पालन किया और सभी को करने का सलाह दिया.

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  70. covid-19 कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए बच्चों को मोहल्ला क्लास में अध्यापन कराया गया तथा रोजाना सेनेटाइजर, मास्क लगाना, सामाजिक दूरी बनाये रखना इन सभी बातों को ध्यान में रखा गया|

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  71. मैंने कोरोना वायरस के दौरान अपने विद्यार्थियों से मोबाइल द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं लेकर अध्यापन कार्य जारी रखा तथा वॉट्सएप के माध्यम से विषय वस्तु का आदान - प्रदान जारी रखा जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन में कठिनाई महसूस ना हो।
    श्रीमती सीमा वर्मा
    सहायक शिक्षक (LB)
    प्रा.शाला गाड़ाकुसमी (CG)

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  72. सामाजिक दूरी का पालन करते हुए तथा मास्क लगवा कर बच्चो के पालक और शाला समिति के सदस्यों की सहमति से मोहल्ले के मैदान में ऑफलाइन क्लास लिया और बच्चो से ऑनलाइन जुड़ कर पढ़ाई तुहर दुवार के माध्यम से ऑनलाइन क्लास लिया।

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  73. इस भीषण त्रासदी को ध्यान में रखते हुए अपने छात्रों से मास्क ,हाथ को साबुन से धोने की क्रिया व सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पढ़ाई कराना

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  74. कोडीड 19 में माह अप्रैल 2020 में बच्चों को वाट्सअप कक्षा लगाया और बच्चों को मास्क लगाना और समाजिक दुरी बनाते रखने को कहा,1जूलाई से मोहल्ला कक्षा दो बस्ती में जाकर लगाता था , अभी भी लगाता हुं। पानी और साबुन रखता हुं तथा बच्चों को दुर दुर बैठाता स्वयं भी दस्ताना और मास्क लगाता ताकी बच्चे भी सीखें। तथा पालकों को गावं वालो को भी मास्क लगाकर और सामाजिक दूरी मे रहने को बोलता था।
    रामकुमार तिवारी
    सहायक शिक्षक( LB)
    शा.प्रा.शा.लोरो(सन्ना) बगीचा
    ब्लॉक बगीचा,जशपुर

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  75. पारा मुहल्ला में जाकर पढ़ाना नया अनुभव है। सीमित संसाधनों में भी बच्चों को शिक्षण से जोड़ा जा सकता है।

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  76. मोबाइल के जरिए बच्चों से जुड़े रहे ।
    उन्हें पाठ्यक्रम से जुड़े अभ्यास कराते रहे ।
    कुछ समय पश्चात नियमों का पालन करते हुए मोहल्ला कक्षाएं की शुरुआत की ।

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  77. कोरोना पेंडेमिक टाइम में स्कूल बंद होने के कारण शुरू शुरू में विभाग एवम प्रशासन द्वारा जारी covid सेफ्टी एवम गाइडलाइन्स का पालन करते हुए पढ़ाई तुंहर पारा के तहत बच्चो को पढ़ाया उसके बाद परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाइन क्लास के लिए पालको को संज्ञान में लेकर बच्चो के साथ तकनीकी सहयोग देकर जागरूक किया गया।शुरू शुरू में दिक्कत तो हुई क्युकी एक्चुअल क्लास से वर्चुअल क्लास में ट्रांसक्शन उतना भी आसान नही होने वाला था।बहरहाल काफी बच्चे क्लास में जुड़ रहे है कुछ नया और अच्छा सीख रहे है ।अपने आपको ढाल रहे हैं।यह निश्चित ही अच्छा संकेत है।

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  78. Covid19 के समय बच्चों से ऑनलाइन क्लास के माध्यम से जुड़ कर अध्यापन के साथ साथ महामारी से बचने के उपाय साझा किया ।
    श्रीमती चेतन वर्मा
    सहायक शिक्षक (LB)
    प्रा.शाला गाड़ाकुसमी (CG)

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  79. मैंने इस कोरोना महामारी के दौरान बच्चों के सम्पर्क में रहने के लिए ऑनलाइन क्लास का सहारा लिया ऑनलाइन क्लास के द्वारा उनके पढ़ाई और स्कूली गतिविधि जारी रखने का प्रयास किया

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  80. मैंने इस कोरोना महामारी के दौरान बच्चों के सम्पर्क में रहने के लिए ऑनलाइन क्लास का सहारा लिया ऑनलाइन क्लास के द्वारा उनके पढ़ाई और स्कूली गतिविधि जारी रखने का प्रयास किया

    नाम- खुशहाली सोनी/KHUSHAHALI SONI
    स्कूल- P/S DHABADIH
    संकुल- रसेड़ा
    कर्मचारी कोड--19200440571
    स्कूल

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  81. I take online class to continue the learning of my beloved students.During teaching l always guide my students to follow up all the precaution to keep protection against this pandemic.

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  82. Online class lena aur whatsApp pe sampark bana kar healthy and safe rahne ke bare me sajha karna

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  83. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मैं पारा मोहल्ला कक्षा आयोजित करता हूँ ,जिसमें शाला के सभी शिक्षकों द्वारा अलग अलग पारा में कक्षा संचालित किया जाता है, और मेरे द्वारा अपने सभी मोहल्ला कक्षा में बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर , साबुन की व्यवस्था की है तथा कक्षा में बच्चों को कोविड-19 की जानकारी दी जाती है और बच्चों को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया जाता है। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने को प्रेरित की जाती है।

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  84. कोविड-19 के चलते बच्चो के साथ आनलाइन व आफलाइन जुड़ी रही एवं सोशल- डिस्टेंस, मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए मोहल्ला क्लास से जुड़ी एवं उन्हे भी इन सब के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार पढ़ाने का एक नया अनुभव है

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  85. मैंने इस कोरोना महामारी के दौरान बच्चों को ऑनलाइन एवं व्हाट्सएप में ग्रुप बनाकर पढ़ाने की कोशिश की व्हाट्सएप में ही मैं बच्चों को पाठ समझाती हूं और प्रश्न उत्तर लिखकर भेजने के लिए कहती हूं पढ़ाई तुहार पारा के अंतर्गत भी मैंने ऑफलाइन क्लास लिया और बच्चों को कोरोना से बचने के उपाय बताएं एवं बच्चों को जागरूकता लाने के लिए सभी को मास्क वितरित किया और मास्क पहनना अनिवार्य बतलाया बच्चों को कुछ-कुछ प्रोजेक्ट वर्क देकर गतिविधि भी कराई गई ।बच्चों के घर जाकर उनका होमवर्क भी चेक किया।

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  86. सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने छात्रों को मास्क, हाथ साबुन से धोने की क्रिया का पालन करते हुए पढ़ाई कराना

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  87. कोरोना काल में पहले तो हम ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा बच्चों से जुड़े, उनका व्हाट्सएप ग्रुप बनाया पर सही रेस्पॉन्स न मिलने पर मुहल्ला क्लास के द्वारा जुड़े।

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  88. कोविड-19 के दौरान हमनेबच्चों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन क्लासेस ली और फिर हमने व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया किंतु कम बच्चों के जुड़ने के कारण हमने ऑफलाइन क्लासेज गांव जा कर ली जिसमें बच्चों को घर-घर जाकर बुलाया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन्हें पढ़ाया और कई गतिविधियां कराई जिसके द्वारा उन्हें सीखने और समझने का अवसर भी प्राप्त हुआ

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  89. इस महामारी मे मै ऑनलाईन क्लास के माध्यम से बच्चो से जुड़ा रहा और पढ़ाता रहा हूं। साथ मे बीच बीच मे कोविड19के बारे मे भी जानकारी देता रहा।
    सभी बच्चे मेरे क्लास मे जुड़ नही पा रहे है इसका मुझे अफसोस है और मेरा प्रयास है कि जितने बच्चे जुड़ रहे है उसको मै शिक्षा दे रहा हूं

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  90. Covid-19के दौरान शुरू में बच्चों के पास मोबाइल नहीं होने के कारण मैंने बच्चों के आसपास परिचितों के मोबाइल नंबर लेकर उनका व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर उन्हें पढ़ाना शुरू किया और बाद में जब बच्चों को मोबाइल मिलने में परेशानी हुई तो मैंने पढ़ाई तुहर दुआर के अंतर्गत मोहल्ला क्लास में उन्हें पढ़ाना जारी रखा ।इस ऑफलाइन क्लास में मैं बच्चों को ज्यादा से ज्यादा टीएलएम का प्रयोग से गतिविधि के द्वारा पढ़ाने का प्रयास करती हूं ताकि बच्चों में खेल खेल में ही विषयवस्तु के प्रति समझ विकसित हो सके और रोचक गतिविधि होने के कारण बच्चों की उपस्थिति भी बनी रहे ।

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  91. Covid19 के दौरान सबसे पहले मेरे द्वारा बच्चों एवं अभिभावकों को covid19 की जानकारी दी गई और इस बीमारी से बचने के लिए सामाजिक दूरी, नियमित मास्क का प्रयोग, सेनेटाइजर का प्रयोग, बार बार साबुन से हाथ धोने की जानकारी दी गई । पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मै मोहल्ला क्लास संचालन के दौरान बच्चों के लिए मास्क, सेनेटाइजर औऱ साबून की व्यवस्था की गई एवं सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए अध्यापन कार्य कराया गया । रवि शंकर तिवारी शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पराडोल कोरिया छत्तीसगढ़

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  92. करोना काल मे बच्चो से ऑन लाइन जुडने की कोशिश सफल न होने के कारण मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चो की पढाया जा रहा है।

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  93. Covid 19 me bachho ko online padhata raha online me bachhe nhi judne ke karan mohalla class suru kiya gya jisse bachho ko padhane me safalta mili.

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  94. Covid 19 के समय मे मैंने मोहल्ला क्लास और webex से क्लास ली और जो बच्चे नेटवर्क के कारण नही जुड़ सके उनको pdf बना करके पढ़ाया

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  95. कोरोना संक्रमण के समय मैं अपने विद्यार्थियों के साथ ऑनलाइन क्लास के माध्यम से जुड़ा, उनका एक whatssaap ग्रुप बनाया और उन्हें शिक्षण कार्य करता रहा हुँ परंतु मुझे अफसोश है कि सभी बच्चे अपने निजी कारणों से नही जुड़ पा रहे हैं।अपने स्कूल के बच्चो को मैनें व्हाट्सअप या फ़ोन से अपने समस्याओ का निराकरण हमसे करने का सुझाव दिया जो काफी हद तक सफल हुआ। इसके साथ ही मैनें उन्हें कोविड19 से बचाव के तरीकों की विस्तारपूर्वक जानकारी समय-समय पर देता रहा हूँ। ऑफलाइन क्लास का प्रबंध भी हमारे शाला व शाला समिति द्वारा किया गया हैं।

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  96. baccho ka ek whats up group bnaya aur jaruri baate, sikhchan samagri usme sajha kiye taki bacche humse jude rah sake, online class ka ayojan kiye, kbhi kbhi para class bhi liye

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  97. कोविड-19 के दौरान बच्चों से ऑनलाईन कक्षा के माध्यम से जुड़ पाए । लेकिन नेटवर्क सही नहीं होने के कारण class नहीं कर पाए।
    Offline class भी कुछ दिन ही चला पायें।

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  98. Covid 19 के समय मे मैंने मोहल्ला क्लास और webex से क्लास ली और जो बच्चे नेटवर्क के कारण नही जुड़ सके उनको pdf बना करके पढ़ाया .क्लास के द्वारा उनके पढ़ाई और स्कूली गतिविधि जारी रखने का प्रयास किया

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  99. मैनें आँन लाईन और आँफ लाईन के साथ अध्यापन का कुछ वीडियो भी बच्चों से शेयर किया। प्रेरक प्रसंगों और संसार की लोगों की हितार्थ प्राथर्ना की
    ऐसी विषम स्थिति में किस तरह से अपने और अपने परिवार की सुरक्षा नीति अपनाई जा सकती है, विचार शेयर किये गये।

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  100. मैनें आँन लाईन और आँफ लाईन के साथ अध्यापन का कुछ वीडियो भी बच्चों से शेयर किया। प्रेरक प्रसंगों और संसार की लोगों की हितार्थ प्राथर्ना की
    ऐसी विषम स्थिति में किस तरह से अपने और अपने परिवार की सुरक्षा नीति अपनाई जा सकती है, विचार शेयर किये गये।

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  101. मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों को मास्क लगना, सामाजिक दूरी बनाना, साबुन से हाथ धोना के लिए प्रेरित करते हैं और कक्षा में उसका पालन करते हुए पढाई करवाते हैं|

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  102. Covid के कारण बच्चो की online क्लास लेने की कोशिश की गयी लेकिन network सही ना होने के कारण और कुछ निजी कारणों से बच्चे पढाई me सही तरीके से सम्मिलित नही हो पाए. offline क्लास लेकर बच्चों की classes ली है

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  103. कोविड-19के दौरान मैं बच्चों के कक्षा वार व्हाट्स ग्रुप में पढ़ने हेतु मटेरियल डालती थी ।उनको गृहकार्य देती थी।इसका कारण बहुत से बच्चे नेटवर्क एरिया में नहीं रहते क्योंकि जंगली इलाका है ।जो बच्चे आसपास रहते हैं उनके लिये आन-लाइन क्लास तो अभी भी जारी है।

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  104. मै मोहल्ला क्लास मे बच्चों का हाथ साबुन से धुलवाता हू तथा बच्चों को कोविद 19 वायरस से बचाव का उपाय बतलाना हे।

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  105. कोविड19 महामारी, काल के समय बच्चो के साथ जुड़े रहने में बहुत सी समस्या आ रही थी। पहले मैंने सभी बच्चों का मोबाइल नं. लेकर व्हाट्सएप्प ग्रुप बना कर अध्यापन कार्य प्रारंभ किया साथ मे कोविड 19 से बचने के उपाय
    सामाजिक दूरी,सैनिटाइजर का उपयोग, नियमित मास्क का प्रयोग,बार बार साबुन से हाथ धोना आदि सावधानियों के बारे में समझाया। नोट्स, ऑनलाइन कक्षाओ के माध्यम से, पढ़ाई तुंहर पारा,यूट्यूब में vedio बनाकर बच्चों से निरंतर जुड़े रहने का प्रयास किया।
    हेमन्त कुमार साहू
    शा.मा.शाला परखंदा
    संकुल- मंदरौद
    वि.ख.-कुरुद
    जिला-धमतरी (छ.ग)

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  106. November 2, 2020 at 4:00 AM
    कोविड-19 के दौरान मैं बच्चों को आनंद क्लास के माध्यम से पढ़ा रही थी जो बच्चे नहीं जुड़ पाते उन्हें जोड़ने के लिए फोन करके बोलती थी तथा बच्चों को ग्रुप में ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के लिए बोलती थी उसी तरह आफ लाइन में मोहल्ला में कक्षा लेकर पढ़ाती हूं।

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  107. कोरोना काल में सभी बच्चों को कोरोना महामारी से कैसे बचें इस संबध में जानकारी देना ।सभी बच्चों को मोहल्ला क्लास के समय दूर दूर बिठा कर अध्ययन अध्यापन कराया

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  108. कोविड 19 के दौरान मैं बच्चों से जुड़ा रहा और ऑनलाइन क्लास में सहभागिता ली, शिक्षक और छात्रों ने अध्यापन कार्य हुआ। इस दौरान गृह कार्य दिए गए और कॉपी चेक किया गया, ऑनलाइन क्लास में शामिल नही होने वाले बच्चों का पारा मोहल्ला क्लास सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया जाता है। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने को प्रेरित किया जाता है।

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  109. नेटवर्क की समस्या के चलते ऑनलाइन क्लास चला पाना संभव न होने के कारण ग्रामपंचायत एवं पालको के सहमति पर सार्वजनिक दुर्गा मंदिर प्रांगण में सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुऐ एवं मास्क तथा सेनेटाइजर का उपयोग करवाते हुए मेरे द्वारा ऑफलाइन क्लास संचालित किया गया।

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  110. COVID-19 के दौरान मैने मोहल्ला क्लास लिया जब संक्रमण का प्रभाव अधिक हुआ उस स्थिति में Webex के जरिए Online class लिया जा रहा है पर सभी बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं होने के कारण कुछ ही बच्चे जुड़ पाते हैं अब जब संक्रमण का प्रभाव थोड़ा कम हुआ है तो फिर से मोहल्ला क्लास लेने की योजना बनाई जा रही है।

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  111. कोविड 19 के चलते हम पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम एवं सीख गतिविधि के द्वारा पालको से संपर्क किया और कोरोना वाइरस सम्बंधित जानकारी तथा स्वच्छता के बारे में विशेष सावधानी बरतने कहा गया | पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए स्व अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया, सहपाठी समर्थी शिक्षा एवं अपने बड़े दीदी भैया ( वालेंटियर्स )से मदद लेने हेतु प्रेरित किया गया, हमेशा साथ में सेनेटाइजर, मास्क रखना उनका उपयोग करना, दुरी बनाकर बैठना बातकरना आदि गतिविधियों को बच्चों की दिनचर्या में शामिल की |ऑनलाइन एवं ऑफलाइन के माध्यम से जुड़े रहे हैँ व उनकी बुनियादी समझ हेतु मोबाइल व सम्पर्क किया गया उसके तहत माह अक्टूबर 20 का आकलन किया गया |

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  112. कोविड-19 के दौरान बच्चों से मोबाइल के जरिए जुड़े रहे बच्चों को ऑनलाइन क्लास में जुड़ने के लिए उससे संपर्क करके उनके मोबाइल में ऑनलाइन क्लास शुरू करवाएं बच्चों से जुड़े रहने के लिए मोबाइल के आनलाइन का क्लास सहारा लिया जो निरंतर चल रहा है जो बच्चे ऑनलाइन क्लास में नहीं जुड़े मोहल्ला क्लास लेकर मास्क पहनकर सैनिटाइज का उपयोग करके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके क्लास लिया है .
    श्रीमती- सुमन डडसेना
    शा. पू. मा. शाला पिपरदा
    संकुल- अफरीदी
    वि. खंड- बम्हनीडीह
    जिला- जांजगीर चांपा

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  113. ऑनलाइन एवम् ऑफलाइन कक्षा संचालन व बच्चों को कोविड 19 के नियमो का पालन करने प्रेरित किया

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  114. कोरोना काल के दौरान मैं अपने छात्र-छात्राओं का अध्यापन कार्य ऑनलाइन करता हूँ । अध्यापन के साथ - साथ उन्हें कोविड-19 से सुरक्षा के उपाय भी बताता हूँ ।

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  115. बच्चों को उनके मोबाइल में संपर्क करके अध्यापन सें सम्बधित मार्गदर्शन दिया करते थें और जब हम MDM सुखा राशन बाटने जाया करते तों सामाजिक दूरी और मास्क का उपयोग करते हुए बच्चो कों दिये गये कार्यों का अवलोकन करते थे अब भी यही चल रहा है। जो बच्चे ऑन लाइन नही जुड़ पाते उन्हे घर पर जाकर पढ़ने हेतु उत्साहित करते

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  116. Covid 19 के दौरान बच्चों के साथ ऑनलाइन एवम् ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ी रही बच्चों को मोबाइल से कुछ वीडियो दिखाया गया साथ में इस महामारी से बचने के लिए उनको बार बार साबुन से हाथ धोने को बताया गया सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किस तरह करना है सभी बच्चों को समझाया गया

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  117. कोविड-19 के दौरान बच्चों से मोबाइल के जरिए जुड़े रहे बच्चों को ऑनलाइन क्लास में जुड़ने के लिए उससे संपर्क करके उनके मोबाइल में ऑनलाइन क्लास शुरू करवाएं बच्चों से जुड़े रहने के लिए मोबाइल के आनलाइन का क्लास सहारा लिया जो निरंतर चल रहा है जो बच्चे ऑनलाइन क्लास में नहीं जुड़े मोहल्ला क्लास लेकर मास्क पहनकर सैनिटाइज का उपयोग करके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके क्लास लिया है .
    श्रीमती- सुमन डडसेना
    शा. पू. मा. शाला पिपरदा
    संकुल- अफरीदी
    वि. खंड- बम्हनीडीह
    जिला- जांजगीर चांपा

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  118. Covid 19 के दौरान बच्चों के साथ ऑनलाइन एवम् ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ी रही बच्चों को मोबाइल से कुछ वीडियो दिखाया गया साथ में इस महामारी से बचने के लिए उनको बार बार साबुन से हाथ धोने को बताया गया सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग किस तरह करना है सभी बच्चों को समझाया गया

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  119. करोना महामारी के दौरान मैंने कक्षा के बच्चों द्वारा दिये गये मोबाइल नम्बर से सम्पर्क किया । जिन बच्चों के पास स्मार्ट फोन है उन्हें आनलाईन कक्षा के माध्यम से पढ़ाई कराई।घर से ही अध्यापन कराया।शेष बच्चों को काल के माध्यम से विषय की जानकारी दी।

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  120. COVID 19 के दौरान बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो माध्यमों से अध्ययन / अध्यापन कार्यों हेतू संपर्क करता हू जो बच्चे ऑनलाइन क्लास में नही जुड़ पाते थे उन्हे घर जाकर दिये गये पाठ्यपुस्तक से पढ़ने हेतू उत्साहित करता था और वायरस से बचने के उपाय जैसे Hand sanitizer / मास्क / social distance / बारबार साबुन से हाथ धोना ये सब पर जोर देता था

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  121. Covid19 के दौरान मैंने ऑनलाइन क्लास ली और जो बच्चे ऑनलाइन नही हो पाए उन्हें व्हाट्सप्प ग्रुप के माध्यम से पढ़ाई मोहल्ला क्लास मैंने लगातार ली

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  122. Covid-19 के दौरान मैने पढाई तूहर पारा के अन्तर्गत मोहल्ला क्लास प्रतिदिन लगया जिसमे बच्चो एवं पलको ने रुचि दिखाई ।।

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  123. आनलाइन एवं आफलाइन दोनो माधयम से अध्धयन अध्यापन कार्य कराया गया। तथा social distance का पालन करने हेतु प्रेरित किया गया।

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  124. मैने ऑनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास लिया तथा बच्चो को कोरोना से बचाव के तरीके बताया जैसे मास्क का उपयोग करना ,सेनिटाइजर का उपयोग तथा बार बार साबुन से हाथ धोकर कोरोना से बचाव के तरीके बताया।
    धन्यवाद

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  125. अचानक से आयी आपदा कोविड-19(कोरोना वॉयरस महामारी)के समय मैं अपने कुछ विद्यार्थियों से मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन कक्षा आयोजित कर उनसे जुड़ने का प्रयास किया जो अभी भी निरंतर जारी है,कुछ से मोहल्ला कक्षा आयोजित कर जिसमे सोशल डिस्टेनसिंग का विशेष ध्यान रखा गया और मास्क एवम सैनिटाइजर का उपयोग भी किया गया ।कुछ से बुल टू के बोल शेयर किए ।साथ ही साथ बच्चों को कोरोना वायरस से बचने के उपाय और उनसे सतर्क रहने की जानकारी भी साझा की।
    नीलम मिश्रा
    शिक्षक(एल.बी.)
    शा.क. मा.शाला,दीपिका
    संकुल दीपका
    ब्लॉक कटघोरा
    जिला कोरबा(छ. ग.)

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  126. Covid -19 की इस विषम परिस्थिति मैं सभी अच्छे उनको जान पाया , पहले अपने क्लास के बच्चों को जानता था, मैंने शुरू मे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों से जुड़ा , लेकिन इसमें मै ज्यादा सफल नहीं हो पाया क्योंकि मैं छोटे बच्चों को पढ़ता हूं फिर मैं बच्चो को पढ़ाई तुम्हर पारा के अंतर्गत पढ़या जिसमे सभी को एक साथ कैसे पढ़या जाता है उसको जाना इसके लिए सभी क्लास में जो कॉमन चीज है उसका पढ़या जैसे गणित में जोड़ना, घटना, गुना और भाग समझया , इस प्रकार मेरे शिक्षण में बदलाव आया कि सभी क्लास के बच्चों को एक साथ कॉमन विषय लेकर पढ़या जा सकता है, तथा बीच - बीच मे कारोना various से बचने के उपाय बताए जैसे मास्क पहना, साबुन से बार- बार हाथ धोना तथा एक -दूसरे के बची कम से कम 6 फ़ीट की दूरी होनी चाहिए|

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  127. COVID 19 के दौरान बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो माध्यमों से अध्ययन / अध्यापन कार्यों हेतू संपर्क करती हूँ। जो बच्चे ऑनलाइन क्लास में नही जुड़ पाते थे उन्हे घर जाकर दिये गये पाठ्यपुस्तक से पढ़ने हेतू उत्साहित करती थी और वायरस से बचने के उपाय जैसे Hand sanitizer / मास्क / social distance / बार बार साबुन से हाथ धोना ये सब पर जोर देता था।

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  128. 1. हम बच्चों को cg school.in के माध्यम से ऑनलाइन कक्षा के द्वारा पढ़ा रहे हैं।
    2. बच्चों को कोरोनावायरस से संबंधित जानकारी/सतर्कता, बचाव आदि के उपाय बताए जा रहे है।
    3. पाठयपुस्तक, मध्यान भोजन, यूनिफॉर्म घर-घर जाकर वितरित कर रहे हैं।

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  129. Covid-19 के दौरान मैंने विद्यार्थियों से सर्वप्रथम webex के माध्यम से संपर्क किया उसके बाद उन्हें शासन द्वारा संचालित सीजी school.in से अवगत कराते हुए विद्यार्थियों को उनसे जोड़ा|जहां मैंने उन्हें उनके विषय से संबंधित जानकारी दी मैंने सीजी school.in में अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में Covid-19 से संबंधित दी जाने वाली मूलभूत जानकारियों का समावेश किया मास्क पहनना ,सोशल डिस्टेंसिंग और समय-समय पर हाथ धोना आदि|

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  130. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मैं पारा मोहल्ला कक्षा आयोजित करता हूँ ,जिसमें सभी बच्चे लोग अपने- अपने पारा में उपस्थित होते है, और मेरे द्वारा अपने सभी मोहल्ला कक्षा में बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर , साबुन की व्यवस्था की है तथा कक्षा में बच्चों को कोविड-19 की जानकारी दी जाती है और बच्चों को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया जाता है। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने को प्रेरित की जाती है।वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वेबैक्स के माध्यम से पढ़ाया और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पालको-बच्चों से कुछ पढ़ाई संबंधी ऐप भी शेयर किए इन सभी में बच्चों को गूगल फॉर्म द्वारा सवाल पूछे जाने वाले गतिविधि सबसे ज्यादा अच्छी और सरल लगी जिनमें माता पिता का भी फीडबैक था| और समय-समय पर बच्चों को विभिन्न चित्रों के माध्यम से व्हाट्सएप पर पीडीएफ भेजना इस प्रकार की विभिन्न गतिविधियां की जिस पर मैं मैंने बच्चों से फोन पर बातचीत करके उनके सुझाव लिए।

    NADIM KHAN
    ASSTT. TEACHER
    P.S. MOTIMPUR
    CLUSTER- PAWANTARA
    BLOCK- S/LOHARA
    DISTT-KABIRDHAM(C.G.)
    PIN-491995

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  131. सबसे पहले स्कूल से सभी विद्यार्थियों के phone no. लिए गए उसके बाद उन सबका What's App और teligram पर group बनाया गया फिर group के माध्यम से बच्चो से संपर्क किया गया और उन्हें बारी -बारी से सभी पाठों से संबंधित सामग्री भेजी गई तथा cisco webex meet व google meet के माध्यम से class mitting बनाकर कक्षावार विषयवार ऑनलाइन क्लास संचालित किया गया। उसके पश्चात स्कूल गांव में "पढ़ई तुम्हर दुवार के अंतर्गत पारा मोहल्ला क्लास" का भी संचालन covid-19 के समय मे शासन के निर्देशन व गाइडलाइन को फॉलो करते हुए किया गया।youtube से भी संबंधित वीडियो का लिंक भेजा गया ताकि बच्चो कों आसानी से समझ मे आ सके। विद्यार्थियों ने जो गृहकार्य किया उसकी फोटो whatsapp व teligram में ग्रुप के माध्यम से मंगवाई गई व चैक किया गया। उसमे जो गलती थी, उसको सही करवाया और मार्गदर्शन किया गया। बच्चें बोर ना हो इसलिए कुछ एक्टिविटीज भी करवाई गई। कुछ बच्चों के पास what's app की सुविधा नहीं थीं तो उन्हें निरंतर कॉल करके काम के बारे में जानकारी दी गई या फिर जिन बच्चों के पास सुविधा थी उनके साँथ विषय मित्र, कक्षा मित्र बनाकर उनके घर पर जाकर आवश्यक दूरी बनाकर पढ़ाई करने का सलाह दिया और पढ़ाई कराया गया।

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    1. Kailash Mandavi
      Assistant Teacher
      Block S./Mohara
      Dist. Kabirdham CG

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  132. पारा मोहल्ला क्लास में बच्चों को सामाजिक दूरी एवम् मास्क लगाकर बैठने के लिए कहा गया और सफाई एवम् सुरक्षा के लिए सेनिटाइजर का उपयोग करने के लिए कहा गया ।

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  133. कोविड 19 के इस काल में बच्चों के बीच हमेशा वाट्सप ग्रुप के माध्यम से कोरोना वायरस सम्बधित बचाव एवं सुरक्षा हेतु जानकारी देता रहा. | शाला तो नियमित इस काल में नहीं चल पायेगा इसलिए बच्चों की शिक्षा को किसप्रकार जारी रखा जाय इसपर हमारे स्टॉफ एवं शाला समितियों के बीच प्रस्ताव रखा गया जिसमे हमारे छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाये cgschhol.in पर पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से कंटेंट अपलोड किये गए शिक्षण गतिविधियों पर बच्चों की शिक्षा प्रति लगाव को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किया गया जिसमे बच्चों में मोबाइल टेक्नोलॉजी का जानकारी हुआ जिस बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध नहीं था ग्रुप में बैठकर एक साथ शिक्षण ग्रहण किया जाता रहा है फिर ऑनलाइन class में शामिल होने के लिए बच्चों एवं पालको से नियमित संपर्क करता रहा बच्चे ऑनलाइन क्लास में भी शामिल होकर अपने पढ़ाई अभी भी जारी रखे हुवे है... इधर पढ़ाई तुंहर पारा के अंतर्गत सभी बच्चे अभी भी सोसिअल डिस्टेंस का पालन करते हुवे सभी class नियमित रूप से चल रही हैं |
    हम बच्चों को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पढ़ाई दोनों गतिविधि के माध्यम से शिक्षा दे रहे हैं. अभी अक्टूबर 2020 में सभी बच्चों का आकलन ऑनलाइन किया गया यह शासन के निर्देशानुसार पूर्ण कर लिया गया हैं
    जो आगामी महीनों में भी जारी रहेगा
    टी एल गहिवारे
    शिक्षक
    मा. शा. कुल्हाड़ी
    संकुल - फुसेरा
    विकासखंड.. कुरुद
    जिला - धमतरी छ. ग.

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  134. बच्चो का नियमित ऑनलाइन क्लास लिया था ,मोहल्ला क्लास में स्मार्ट टी वी का उपयोग कर उसे स्मार्टशाला के रूप में प्रयोग करके अभी बच्चो को पढ़ा रहे है,जिसमे बच्चो को पढ़ाई से सम्बंधित वीडियो दिखाना,उनका ऑनलाइन क्लास लेना शामिल है।इस कार्य मे शिक्षा सारथी की मदद भी ली जाती है,जो स्मार्ट शाला के संचालन,बच्चो को हमारे द्वारा बताई गई गतिविधियों को कराने, होमवर्क या क्लासवर्क की जांच करने का कार्य भी करता है।साथ ही हम सभी शाला में पदस्थ शिक्षक सप्ताह में 2 से 3 दिन बच्चो और पालको से सम्पर्क भी करते है।इन सभी गतिविधियों में मास्क,सोशल डिस्टेंस, सेनिटाइजर का प्रयोग आदि बातो का भी पूरा ध्यान रखते है।

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  135. कोविड-19 महामारी की शुरुआत होने के साथ ही सर्वाधिक प्रभावित शाला ही रही।सामूहिक रूप से सभी बच्चों को एक साथ बैठाकर शिक्षा देना थोड़ा मुश्किल हो गया क्योंकि इस महामारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका सामाजिक दूरी ही थी इसलिए मैंने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया । इस कक्षा के दौरान मैंने सभी बच्चों को कोविड-19 से बचने के समस्त उपाय जैसे सामाजिक दूरी बना कर रखना, सैनिटाइजर का उपयोग करना, निरंतर साबुन से हाथ धोते रहना एवं मास्क लगाकर ही बाहर निकलना आदि कोविड 19 से जुड़ी सभी जानकारियों को बच्चों के साथ साझा किया।साथ ही शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए किस तरह उन्हें खानपान योगा व्यायाम को अपनी जीवनशैली का एक अंग बनाना है यह भी समझाया। साथ ही यदि किसी व्यक्ति को यह संक्रमण हो जाता है तो उसे किस तरीके से इस प्रकोप से बाहर निकलना होगा यह भी जानकारी बच्चों से मैंने साझा किया। इसके पश्चात जो बच्चे ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से शिक्षा नहीं ले पा रहे थे उन्हें मोहल्ला कक्षा के द्वारा शिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।

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  136. कोरोना के संक्रमण के कारण जब पहला लॉक डाउन हुआ तब हमने सोचा कुछ दिनों में सब ठीक हो जाएगा,लेकिन अब तक स्कूल नही खुल पाए है।पहले हम लोग बच्चो के बीच बैठकर पढ़ाते थे,लेकिन इस कोरोना संक्रमण के कारण हमें बच्चो से सोशल डिस्टेंस रखना पड़ता है।बच्चो को एक-दूसरे से दूर-दूर बैठाना पड़ता है।स्वयं व बच्चों को मास्क लगाना पड़ता है।अब पहले की तरह नही पढ़ा सकते ,इसलिए ऑनलाइन क्लास हम लोगो के लिए बेहतर विकल्प था,लेकिन सभी बच्चों के पास स्मार्टफोन नही होने के कारण अब मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाई करवाते है।पाठ्यक्रम पूरा करने के बजाय बच्चो को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए पढ़ई तुंहर पारा की शैक्षिक सामग्री द्वारा पढ़ाई करवाते है।साथ ही स्मार्ट शाला के माध्यम से बच्चो को शिक्षाप्रद वीडियो दिखाते है।

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  137. कोविड-19 महामारी के दौरान शाला बहुत ज्यादा प्रभावित रही क्योंकि यहां पर सभी बच्चे समूह में बैठकर पढ़ाई करते थे जबकि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए सामाजिक दूरी एक आवश्यक तत्व के रूप में सामने आया था इसलिए सर्वप्रथम शाला को ही बंद किया गया ।लेकिन शिक्षकों के सर पर एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी बच्चों को शिक्षित करने का ।इस दौरान मैंने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देने के उपाय को अपनाया ।ऑनलाइन क्लास के दौरान मैंने बच्चों को कोविड-19 से जुड़ी हुई समस्त सुरक्षात्मक तरीकों की जानकारी दी जैसे सामाजिक दूरी बना कर रखना मास्क लगाना ,सैनेरटाइज करना, निरंतर साबुन से हाथ धोना ,भीड़भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचना इसके साथ ही मैंने बच्चों को अपनी इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए किस तरह से अनुशासित जीवन शैली को अपनाना होगा ,योगा करना, व्यायाम करना ,मेडिटेशन करना ,खानपान में बदलाव करना इन सभी जानकारियों को साझा किया । एक बात और महसूस किया कि कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता है मैंने बच्चों को यह भी समझाया की संक्रमित व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना भी आवश्यक है जिससे उनको मनोबल बढ़े।और यह भी कहा कि यदि आप संक्रमित हो भी जाते हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है शासन के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का पालन करना है या हॉस्पिटल जाकर वहां पर डॉक्टरों से मिलकर जानकारी को सही समय पर बताना आवश्यक है तो हम इस महामारी से बाहर निकल सकते हैं ।ऑनलाइन क्लास के वंचित बच्चों को मैंने मोहल्ला क्लास लगाकर उनके पाठ्यक्रम को पूरा करने का प्रयास किया है।
    डॉक्टर सरिता साहू शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धौराभाठा पाटन दुर्ग

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  138. पारा मोहल्ला क्लास के माध्यम से कोविड 19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों के सीखने की क्रियाओं को गति प्रदान करने हेतु उनसे गतिविधि किया साथ ही आनलाईन क्लास जारी है

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  139. शुरु में हम सीधा संपर्क नहीं कर सकते थे।अतः मोबाइल से सम्पर्क किया।सुरक्षा सम्बन्धी निर्देश दिया। ऑनलाइन क्लास के साथ बाद मेमे लाउडस्पीकर से भी बच्चों को पढ़ाया।लाउडस्पीकर से सफलता नहीँ मिलने से मोहल्ला क्लास लिया जा रहा है जो अभीचल रहा है।

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  140. Covid-19 के दौरान मैंने विद्यार्थियों से सर्वप्रथम webex के माध्यम से संपर्क किया उसके बाद उन्हें शासन द्वारा संचालित सीजी school.in से अवगत कराते हुए विद्यार्थियों को उनसे जोड़ा|जहां मैंने उन्हें उनके विषय से संबंधित जानकारी दी मैंने सीजी school.in में अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में Covid-19 से संबंधित दी जाने वाली मूलभूत जानकारियों का समावेश किया.

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  141. कोविड काल मे मोहल्ला क्लास का गठन किया गया।जिसमे पढ़ाई के साथ कोरोना वाइरस से बचाव का उपाय सिखाया गया।

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  142. Covid-19 के दौरान बच्चों से Online माध्यम से जुड़ने का मौला मिला बच्चे नये तरीके से सीखने के बारे में जाने और इन सबमें बच्चों से दुर रहकर भी उनको की सारी चीजें सिखाये...

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  143. कोरोना काल में बिना स्कूल खोले बच्चो का अध्यापन कराना सचमुच में बडी चुनौती है विशेषकर गांव के परिपेछ्य में ।मोहल्ला क्लास लगा कर covid के नियमो का पालन कर हमनें कोशिश की और सफलता प्राप्त की

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  144. कॅरोना काल में शिक्षा को बनाए रखना बहुत ही चुनौती पूर्ण कार्य रहा। पर पलकों और बच्चों के सहयोग ने इसे आसान बनाया।

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  145. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मोहल्ला कक्षा आयोजित किया गया ,जिसमें सभी बच्चे लोग अपने- अपने पारा में उपस्थित होते है, और मेरे द्वारा अपने सभी मोहल्ला कक्षा में बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर , साबुन की व्यवस्था की गई तथा कक्षा में बच्चों को कोविड-19 की जानकारी दी गई बच्चो को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया गया। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने की प्रेरणा दी गई ।
    - निर्मला दुबे
    शिक्षक L B
    माध्यमिक शाला कुलगांव
    जिला कांकेर ( छ ग)

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  146. कोविड -19 कोरोना वायरस पढ़ाई तुहर द्वार के अंतर्गत मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों से जुड़ा रहा।
    सभी बच्चों को कोविड -19 के निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास संचालित करते हैं।

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  147. ऑन लाइन क्लास के समय कई नए अनुभव हुए नई तकनीक के साथ स्टूडेंट्स को शिक्षा देना अच्छा लगा परन्तु नेटवर्क समस्या और डेटा की समस्या स्टूडेंट्स के लिए हमेशा रहती है कभी स्मार्ट फोन का नहीं रहना ये सब समस्या आयी

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  148. Kovid 19 के समय कोरोना काल में विद्यार्थी शिक्षकों से दूर हो गये , जिसके कारण सरकार को स्कूल बंद करना पड़ा। स्कूल बंद होने के कारण विद्यार्थियों की भविष्य की चिंता शिक्षक , पालक और सरकार तीनों करने लगे तभी छत्तीसगढ़ सरकार ने पढ़ई तुंहर द्वार योजना लाई और ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सभी विद्यार्थियों का पंजीयन किये और ऑनलाइन पढ़ाई शुरू किए ।लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में मोबाइल की कमी और नेटवर्क की समस्या के कारण सभी बच्चे नहीं जुड़ पाए । उसके बाद मोहल्ला क्लास चला कर सभी बच्चों को 10- 10 के ग्रुप में वारेंटियर के साथ कोविड19 के निर्देश का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास चला रहे हैं ,जिससे विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रहे और पढ़ाई भी जारी रहे ।
    रामकुमार वर्मा

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  149. कोशिश 19 के समय मैं बच्चों के साथ आनलाइन वह आफलाइन क्लास से जुड़ा रहा और आनलाइन क्लास में ही बच्चों को विडियो,चि चि,वाइस रिकार्डिंग आदि के द्वारा बच्चों को पढ़ने लिखने और विषय वस्तु को सिखाया गया है।

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  150. कोविड-19 महामारी के दौरान सर्वाधिक प्रभावित शाला ही थी इस दौरान सर्वप्रथम हमने ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दिया । जो बच्चे इस माध्यम से शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकते थे उनकी परिस्थितियां ऐसी नहीं थी कि वे मोबाइल फोन उपयोग कर सकें या जिनके घर में इस तरह के साधन नहीं थे । उन बच्चों को हम लोगों ने सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए मास्क लगाकर, सैनराइजर्स का उपयोग करते हुए एवं निरंतर साबुन से हाथ धोने की आदत को बनाए रखने का निर्देश देते हुए पढ़ाई तुहर पारा के अंतर्गत उनके मोहल्ले में जाकर उन्हें शिक्षण का कार्य करवा रहे हैं।
    डॉक्टर सरिता साहू शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धौराभाठा विकासखंड पाटन जिला दुर्ग

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  151. कोशिश 19के समय में बच्चों के साथ आनलाइन व आफलाइन से जुड़ा रहा और आनलाइन क्लास में ही बच्चों को विडियो, चित्र,वाइ रिकार्डिंग आदि के द्वारा बच्चों को पढ़ने लिखने और विषय वस्तु को सिखाया गया।

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  152. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मैं पारा मोहल्ला कक्षा आयोजित करता हूँ ,जिसमें सभी बच्चे लोग अपने- अपने पारा में उपस्थित होते है, और मेरे द्वारा अपने सभी मोहल्ला कक्षा में बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर , साबुन की व्यवस्था की है तथा कक्षा में बच्चों को कोविड-19 की जानकारी दी जाती है और बच्चों को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया जाता है। बच्चों को नियमित मास्क, सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने को प्रेरित की जाती है।

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  153. COVID-19

    कोविड-19 यह बीमारी विश्व महामारी के रूप में हमारे सामने आई जो कि किसी संक्रमित व्यक्ती के छिकने ,खासने एवं उस संक्रमित व्यक्ति की उपयोग की गई वस्तु को उपयोग करने से कोई स्वस्थ व्यक्ति उस महामारी से संक्रमित हो सकता है...!
    इस महामारी के कारण सरकार द्वारा चलाई गई
    " पढ़ाई तुहर दुवार " योजना के अन्तर्गत बच्चो को मोहल्ला क्लास के द्वारा उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाया गया तथा उन्हें मास्क का उपयोग एवं सोसल डिस्टेशिंग का पालन कर उनकी शिक्षा को निरंतर जारी रखा गया है..!
    जिसमे बच्चो को सेनेटाइजर का उपयोग एवं
    समय - समय पर साबुन या हैंड वॉश का प्रयोग बताया गया..।
    जिसे COVID-19 महामारी से बचा जा सके..!

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  154. कुछ तकनीकी परेशानियो की वाजह से हम सभी बच्चों से नही जुड़ पाते थे,पर पुरा प्रयास करते की सभी बच्चों से सम्पर्क स्थापित कर सके ,क्योकी विलेज मे मा बाप को समझाने मे बच्चे तत्पर रह्ते है ,हम बच्चों को covid-19 से बचाव के सभी उपाय साझा करते उनसे कहते की वे अपने घर मे भी सबको ये जानकारीया दे,जिससे इस महामारी से बचे रहे और साथ ही साथ अपने पढ़ाई मे गतिविधियों को जोड़ने मे ज्यादा जोर देने मे प्रयास कीए।

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  155. पढ़ाई तुंहर द्वार के तहत मोहल्ला कक्षा का आयोजन किया गया जिसमें सभी बच्चों को कोविड -19 की जानकारी दी गई। सामाजिक दूरी का पालन करते हुएअध्यापन कार्य किया गया । बच्चों को नियमित हाथ धोने , मास्क लगाने, सेनेटाइज़र और साबुन से हाथ धोने की सलाह दी गई ।
    परदेशीराम प्रजापति
    शिक्षक एल बी
    माध्यमिक शाला जलके
    जिला कोरबा( छ.ग.)

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  156. कोविड-19 महामारी के समय राज्य शासन की पढ़ाई तुंहर द्वार योजना के अंतर्गत बच्चों के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास(SOPका पालन करते हुए) लिया गया इस तरह इस कठिन समय मे भी बच्चों की पढ़ाई अनवरत जारी रही

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  157. पढ़ाई तुंहर द्वार के अंतर्गत मैं मोहल्ला मे कक्षा आयोजित करती हूँ जिनमे सभी बच्चे पारा में उपस्थित होते है,मोहल्ले मे सभी बच्चो एवं बड़ो को भी किसी भी व्यक्ति से मिलने के पहले ही मास्क व सेनिटाइज़र का उपयोग करवाना तथा समाजिक दूरी के साथ साथ नियमित रूप से हैण्ड वाश करने की राय दिये हैं।
    शिक्षक लालिमा सिन्हा
    प्राथमिक शाला आवासपारा जैसाकररा
    जिला कांकेर

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  158. Covid_19 ke dauran mere dwara online kaksha ka sanchalan kiya gaya.Baccho ko covid-19 se bachav ke tariko ko apnanane hetu prerit kiya gaya, mask senetizer avam samajik duri ka palan karte huye sikhne sikhane ki prakriya ko anvarat jari rakhne haha gaya.Baccho ki online shiksha par vishesh prathmikta diya gaya, taki ve covid_19 se surkshit rahe aur ghar par hi padhai kar sake.Iske liye nirantar online class lete huye, images, video, avam vibhinn gatividhiyo ke madhyam se online class ko rochak banaya gaya, unki samsyao ka nirakaran kiya gaya avam nirantar bachcho ka mulyankan bhi kiya gaya taki unhe aur adhik se adhik labh mil sake aur unka sarvangin vikas ho sake.

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  159. Covid -19 के द्वारा बच्चों को ऑनलाइन क्लास मोहल्ला क्लास पढ़ाया
    कोविड-19 से बचने के लिए बच्चों को सामाजिक दूरियां और साफ सफाई के बारे में सिखाया दो गज की दूरियां बनाए रखना मांस्क और सैनिटाइजर का उपयोग करना बिना वजह घर से बाहर न निकलना गर्म चीजों का उपयोग करना खांसते और छींकते समय रुमाल का उपयोग करना है, बुखार आने पर तुरंत उसकी उपचार करना मोहल्ला क्लास लेते समय भी सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए बोलना और covid-19 के बारे में मैं बच्चे को पूरी तरह जानकारी देना और पढ़ाई को जारी रखने के लिए प्रेरित किया गया।सुरक्षा ही बचाव है इसकी जानकारी दिया गया।

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  160. पढ़ाई तुहंर द्वार के अंतर्गत मैं पारा मोहल्ला में कक्षा का आजोजन करता हूँ बच्चे पारा मोहल्ले क्लास में उपस्थित होते हैं और पढाई करते हैं मेरे द्वारा बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर दिया गया है जिसका उपयोग बच्चों द्वारा किया जाता है और इस महामारी के बारे में बच्चों को भी बताया गया है इस महामारी से बचाव और सावधानियां के बारे में बताया गया है और हमेशा मास्क और सेनेटाइजर का हमेशा उपयोग करें और साबुन से हाथ धोने को कहा गया है।
    सत्यराज मसीह
    प्रधानपाठक
    प्राथमिक शाला दलदली
    ज. शि. के. चाकामार
    विकास खण्ड कोरबा
    जिला कोरबा

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  161. कोरोना महामारी के कारण बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए ऑनलाइन क्लास और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कोशिश जारी है

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  162. Covid-19 के दरमियान बच्चो को ऑनलाइन क्लास व पारा मोहल्ला क्लास में संक्रमण से बचने के लिए हमेशा शोसल डिस्टेंसिंग का पालन, बार - बार साबुन से हाथ धोना, मास्क लगाना जैसे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। और इस प्रकार से बच्चो से संपर्क बनाए रखते हुए अपने शिक्षण कार्य को गति प्रदान की गई।

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  163. इस कोविड 19 महामारी के दौरान मै सर्वप्रथम अपने स्कूल के बच्चो से घर घर जाकर संपर्क की और उनके पलकों से भी संपर्क करके उनको पढ़ाई तुहार द्वार योजना के अन्तर्गत पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। तथा सरकार द्वारा क्चलाए जा रहे इस अभियान को सफल बनाने हेतु प्रोत्सहित किया तथा उनके हित के लिए और भी नए नए अभियान जैसे कि मोहल्ला क्लास और लाउड स्पीकर क्लास इत्यादि में शामिल होने के लिए भी कहा। मै स्वयं सरकार के इस अभियान का हिस्सा बनकर नए नए तकनीक को अपनाने के लिए आकर्षित हुए। मै रोज उनसे ऑनलाइन क्लास लेकर उनके कमजोरियों को दूर करते हुए उनके पढ़ाई को निरंतर जारी रखी और उनको नए ज्ञान देने की भरपूर कोशिश की। मै सरकार के इस नए ऑनलाइन क्लास अभियान की भरपूर सरहना करती हूं। धन्यवाद

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  164. Corona virus ke samay hum bachcho ko mohall class lete samay uchit duri par baithana mask ka prayog samay samay par senetizer athva sabun ke upyog ke liye prerit karenge aur sath hi corona se sambandhit naye naye jankari jo hum kahi padhate sunte ya dekhte hai bachcho kobhi denge aur unhe samjhayenge ki jab tak dawai nahi tab tak dalai nahi

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  165. Corona virus ke samay hum bachcho ko mohall class lete samay uchit duri par baithana mask ka prayog samay samay par senetizer athva sabun ke upyog ke liye prerit karenge aur sath hi corona se sambandhit naye naye jankari jo hum kahi padhate sunte ya dekhte hai bachcho kobhi denge aur unhe samjhayenge ki jab tak dawai nahi tab tak dalai nahi

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  166. इस कोविड 19 महामारी के दौरान मै सर्वप्रथम अपने स्कूल के बच्चो से घर घर जाकर संपर्क की और उनके पलकों से भी संपर्क करके उनको पढ़ाई तुहार द्वार योजना के अन्तर्गत पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। तथा सरकार द्वारा क्चलाए जा रहे इस अभियान को सफल बनाने हेतु प्रोत्सहित किया तथा उनके हित के लिए और भी नए नए अभियान जैसे कि मोहल्ला क्लास और लाउड स्पीकर क्लास इत्यादि में शामिल होने के लिए भी कहा। मै स्वयं सरकार के इस अभियान का हिस्सा बनकर नए नए तकनीक को अपनाने के लिए आकर्षित हुए

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  167. मैं मुहल्ला क्लास के दौरान सामाजिक दूरी बनाकर बच्चो को मास्क लगवाकर अध्यापन कार्य कर रहा हूँ।

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  168. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो एवं फोटो भेजा और पालको-बच्चों से कुछ पढ़ाई संबंधी ऐप भी शेयर किए । मैंने बच्चों को गूगल फॉर्म द्वारा सवाल भी पूछे । साथ ही साथ बच्चों को cgschool.in के माध्यम से गृहकार्य भी कराया ,इसमें गृहकार्य अपलोड जल्दी नहीं हो पाता इसलिए बच्चे रूचि नहीं ले रहे । मैंने मोहल्ला क्लास में बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार चित्र भी बनवाए।

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  169. पढ़ाई तुहर द्वार के अंतर्गत हैंड सेनेटाइजर हमेशा साथ रखता था । मास्क मुह पर लगा रहता था । बच्चों को भी ए सब करने के लिए रोज बोल कर प्रेरित किया।Covid-19 के दरमियान बच्चो को ऑनलाइन क्लास व पारा मोहल्ला क्लास में संक्रमण से बचने के लिए हमेशा शोसल डिस्टेंसिंग का पालन, बार - बार साबुन से हाथ धोना, मास्क लगाना जैसे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। और इस प्रकार से बच्चो से संपर्क बनाए रखते हुए अपने शिक्षण कार्य को गति प्रदान की गई।

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  170. कोविड-19 के दौरान पढ़ई तुहर द्वार के अंतर्गत मोहल्ला क्लास का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बच्चों को उचित दूरी में बिठाया जा रहा है और अध्ययन अध्यापन का कार्य कराया जा रहा है साथ ही साथ बच्चों को मास्क एवं सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है

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  171. Covid-19 के दौरान मैंने ऑनलाइन कक्षाएं ली और वे बच्चे जिन्हें ऑनलाइन जोड़ने में परेशानी जा रही थी उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो एवं फोटो भेजा और पालको-बच्चों से कुछ पढ़ाई संबंधी ऐप भी शेयर किए । मैंने बच्चों को गूगल फॉर्म द्वारा सवाल भी पूछे । साथ ही साथ बच्चों को cgschool.in के माध्यम से गृहकार्य भी कराया ,इसमें गृहकार्य अपलोड जल्दी नहीं हो पाता इसलिए बच्चे रूचि नहीं ले रहे । मैंने मोहल्ला क्लास में बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार चित्र भी बनवाए।

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  172. कोविड 19 अवधि में हम बच्चों को सामाजिक दूरी बना कर रहने और हाथ को साबुन से धोने ,मास्क का उपयोग करने वा पारा मोहल्ला में कक्षा के साथ-साथ आनलाइन कक्षा में जोड़ें ताकि पढ़ाई जारी रखी जा सके।
    अवधबिहारी जायसवाल
    शिक्षक
    मा.शाला लखनपुर
    वि०ख०-पोड़ी उपरोड़ा, जिला-कोरबा, (छ०ग०)

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  173. कोरोना काल में पढाई तुहर पारा में अलग-अलग मुहल्ले में wHO के मापदंड का पालन करते हुए बच्चों का अध्ययन जारी रखा, साथ ही साथ आनलाइन कक्षा संचालित नियमित चलाते रहे।

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  174. कोविड-19 कोरोना काल मे बच्चों को सीधे संपर्क के साथ पढ़ाना मुश्किल रहा।ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ाई भी असफल रहा।मोहल्ला क्लास के द्वारा पढ़ाने की कोशिश की।इस दौरान फेस मास्क और सोशल डिस्टेंस का,सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया गया।

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  175. 2020 में कोरोना संक्रमण पूरे भारत मे फैला हुआ है covid-19 से बचाव करने के लिए हमे सामाजिक दूरि और मास्क का प्रयोग करना चाहिए और समय समय पर अपने हाथ को धोते रहना चाइये और अपने घर पर पहने के कपड़े और आस पास के परिवेष को स्वक्छ रखना चाहिए|

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  176. Covid-१९ वैश्विक महामारी के दौर में बच्चो को पढ़ाई से जोड़े रखने हेतु पालकों से संपर्क कर उनकी सहमती लेकर पारा मोहल्ला कक्षा का संचालन किया l covid - १९ के निर्देशों का स्वयं पालन करते हुए बच्चो को भी निर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया यथा मुंह में मास्क लगाना , सैनिटाइजर का उपयोग करना , नियमित रूप से साबुन से हाथ धोना , सामाजिक दूरी बनाए रखना l बच्चो को उक्त निर्देशों का घर में भी पालन करने के लिए प्रेरित किया l कक्षा संचालन में सभी निर्देशों का पालन करते हुए अध्यापन कार्य किया l

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  178. कोरोना वायरस के दौरान सभी बच्चों के घर जाकर कोरोना वायरस के संबंध में पालकों को जानकारी दी और बच्चों को मोहल्ला क्लास में मास्क पहनकर शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया ,प्रतिदिन अलग अलग मोहल्ले में अलग अलग कक्षाओं का संचालन किया गया कभी कभी ग्राम के जनप्रतिनिधियों को भी अपने जीवन काल के अनुभव सुनाने के लिए भी आमंत्रित किया गया |

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  179. 2020 में कोरोना संक्रमण पूरे भारत मे फैला हुआ है covid-19 से बचाव करने के लिए हमे सामाजिक दूरि और मास्क का प्रयोग करना चाहिए और समय समय पर अपने हाथ को धोते रहना चाइये और अपने घर पर पहने के कपड़े और आस पास के परिवेष को स्वक्छ रखना चाहिए|

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  180. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ा रहा ।
    ज्यादातर बच्चे व पालक व्हाट्सएप के माध्यम से ही जुड़ पाए।

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  181. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ा रहा ।
    ज्यादातर बच्चे व पालक व्हाट्सएप के माध्यम से ही जुड़ पाए।

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  182. कोविड-19 के समय में बच्चों के साथ ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ा रहा ।
    ज्यादातर बच्चे व पालक व्हाट्सएप के माध्यम से ही जुड़ पाए।

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  183. Covid-19 के दौरान मैंने विद्यार्थियों से सर्वप्रथम webex के बारे में बताया फिर हम इन webex के माध्यम से हम आपको पाठयक्रम को बताएंगे समझाएंगे ये सब बातें हम अपने स्कूल के बच्चों के साथ ही साथ उनके पालकों को भी इस webex के बारे में जानकारी दिए । फिर हम webex के माध्यम से संपर्क कर उन्हें शासन द्वारा संचालित सीजी school.in से अवगत कराते हुए विद्यार्थियों को उनसे जोड़ा |ज मैंने उन्हें उनके विषय से संबंधित जानकारी दी मैंने सीजी school.in में अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में Covid-19 से संबंधित दी जाने वाली मूलभूत जानकारियों का समावेश किया मास्क पहनना ,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन । इस तरह हमने अपने शिक्षण पद्धति में बदलाव कर उन बच्चो को शिक्षण कार्य कर कराते है ।

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  184. सोशल -डिस्टेंस, मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए बच्चों के साथ आनलाइन तथा आफलाइन मोहल्ला अरदास लिया गया । बच्चों को कोविड-19 से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत कराया गया ।

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  185. Covid 19 संक्रमण के दौरान मैंने अपने स्कूल के संचालन के लिये "पढ़ाई तुंहर दुवार" अंतर्गत मोहल्ला क्लास का संचालन किया, जिसमे बच्चे अपने मोहल्ले में ही पढ़ाई के लिए एकत्रित होते है। बच्चों को कोरोना वाइरस संक्रमण के गाइडलाइन अनुसार हाथ धोना, मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शिक्षा प्रदान की जाती है ।

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  186. मेरे द्वारा Iकोविड-19 समय में ऑनलाइन व ऑफलाइन पढई तुहर द्वार के तहत बच्चों को व्यवहारिकता से जोड़ते हुए विषयवस्तु की समझ विकसित करने का प्रयास किया गया ।

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  187. Covid19 महामारी के समय बच्चों से में ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास के माध्यम जुड़ा हुआ हूँ ।बच्चों को मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग भी बताया जा रहा है

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  188. ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास पढ़ाई तुहर पारा से जुड़ा रहा ।
    ज्यादातर बच्चे व पालक व्हाट्सएप के माध्यम से ही जुड़ पाए।

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